हरियाणा में शराब के जिम्मेदाराना उपभोग पर ध्यान देने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी और विशेषज्ञ की बैठक आयोजित
डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 14 जनवरी :
सिटीजन्स अवेरनेस ग्रुप ने कंज्यूमर वॉयस के सहयोग से आज हरियाणा में शराब के जिम्मेदाराना उपभोग को बढ़ावा देने के लिए एक राउंडटेबल चर्चा रेड बिशप में आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों सहित प्रमुख हितधारक जैसे कि पीजीआई चंडीगढ़, आईएमए, रोटरी क्लब, पंजाब विश्वविद्यालय, गेटवे कंसल्टिंग और अन्य प्रमुख चिकित्सा पेशेवर और एनजीओ शामिल हुए।
डॉ. रत्ना भारती, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर (एचएसएचआरसी), जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि थीं, ने स्थिति की गंभीरता पर जोर देते हुए कहा कि रोकथाम की दिशा में काम करने की तत्काल आवश्यकता है और शराब के जिम्मेदार सेवन पर सार्वजनिक जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, यह महत्वपूर्ण है कि विभिन्न हितधारक, जिनमें सिविल सोसाइटी आर्गेनाईजेशन, सरकार और विभिन्न संस्थान शामिल हैं, मिलकर हमारे नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए काम करें। पंचकुला की सीएमओ डॉ. मुक्त कुमारी और पीएमओ डॉ. रिता कालरा ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए।
चर्चाएँ विशेष रूप से हरियाणा में प्रति व्यक्ति शराब की खपत में वृद्धि को संबोधित करने पर केंद्रित थीं। प्रतिभागियों ने इस प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाले विभिन्न कारकों पर विचार किया, जिनमें बदलती जनसांख्यिकी, बेहतर जीवन स्तर, हायर डिस्पोजेबल इनकम, बदलती खर्च की आदतें, और शराब पीने की बढ़ती कल्चर और सोशल शामिल हैं।
चर्चा के दौरान एक महत्वपूर्ण चिंता यह उठी कि उपभोक्ताओं में विभिन्न पेय पदार्थों में शराब की मात्रा और सेवन की सही माप के बारे में सामान्य जागरूकता की कमी है। प्रतिभागियों ने मध्यम सेवन को बढ़ावा देने और बेहतर उपभोक्ता शिक्षा के लिए समग्र रणनीतियाँ विकसित करने के महत्व पर जोर दिया।
सुरिंदर वर्मा, अध्यक्ष, सिटीजन अवेयरनेस ग्रुप, ने स्थिति की तत्परता पर जोर देते हुए कहा कि उपभोक्ताओं, विशेष रूप से युवाओं, में जिम्मेदाराना शराब सेवन के बारे में जागरूकता फैलाने की तत्काल आवश्यकता है। हमारा ध्यान शिक्षा और रोकथाम पर होना चाहिए ताकि हमारे नागरिकों की भलाई सुनिश्चित हो सके।
यह राउंडटेबल चर्चा एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता को संबोधित करने के लिए समन्वित दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में और हरियाणा के निवासियों में जिम्मेदार सेवन की प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए किया गया है।