डेमोक्रेटिक फ्रंट, अमृतसर, 08 जनवरी :
लिवासा अस्पताल अमृतसर ने बुधवार को एक कंप्रिहेंसिव ट्रॉमा कार्यक्रम शुरू किया।
इस अवसर पर इस अवसर पर लिवासा अस्पताल, अमृतसर में कंसलटेंट आर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट डॉ. सुखपाल सिंह, कंसलटेंट प्लास्टिक सर्जरी डॉ. अमितेश्वर सिंह, कंसलटेंट न्यूरोसर्जरी डॉ. अमनजोत सिंह, कंसलटेंट क्रिटिकल केयर डॉ. मनीष गुप्ता और कंसलटेंट इमरजेंसी मेडिसिन डॉ. प्रभाप्रीत सिंह सहित डॉक्टरों की एक टीम ने एक ट्रॉमा हेल्पलाइन नंबर 8078880788 भी लॉन्च किया।
इस अवसर पर डॉ. सुखपाल सिंह ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले 12 वर्षों में वैश्विक स्तर पर सड़क दुर्घटनाओं में 5% की गिरावट आई है, जबकि भारत में इसमें 15.3% की वृद्धि हुई है। भारत में यातायात से संबंधित सभी मौतों में से 83% सड़क दुर्घटनाओं में योगदान करती हैं। लोगों को ‘गोल्डन ऑवर’ अवधारणा के महत्व को जानना चाहिए, जिसका अर्थ है कि किसी भी दुर्घटना के बाद पहले 60 मिनट सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। अगर सही मरीज सही समय पर सही जगह पहुंच जाए तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने यह भी साझा किया कि सड़क दुर्घटनाओं में 70% लोगों की जान तेज गति से गाड़ी चलाने के कारण जाती है।
डॉ. अमितेश्वर सिंह ने कहा कि भारत में वैश्विक वाहन आबादी का केवल 1% हिस्सा है और दुनिया भर में दुर्घटना से संबंधित मौतों की संख्या सबसे अधिक है। अधिकांश दुर्घटनाओं में सिर की चोट के अलावा, मोटर चालकों को वक्ष और जीआई चोटों का भी सामना करना पड़ता है, जो समान रूप से घातक होते हैं।
डॉ. अमनजोत सिंह बोपाराय ने कहा कि भारत में ट्रॉमा के मामलों में तेज गति से गाड़ी चलाना और सीट बेल्ट न पहनना सिर की चोटों के प्रमुख मामले हैं।इसके अलावा नशे में गाड़ी चलाना, लाल बत्ती तोड़ना, ड्राइवरों का ध्यान भटकाना, ड्राइविंग लेन का पालन न करना और गलत साइड से ओवरटेक करना भारत में सड़क दुर्घटनाओं के अन्य कारण हैं।
डॉ. मनीष गुप्ता ने बताया कि दोपहिया वाहन परिवहन के सबसे असुरक्षित साधनों में से एक हैं। संयुक्त राष्ट्र मोटरसाइकिल हेलमेट अध्ययन के अनुसार यात्री कारों के चालकों की तुलना में मोटरसाइकिल चालकों की सड़क दुर्घटना में मरने की संभावना 26 गुना अधिक है। उचित हेलमेट पहनने से उनके जीवित रहने की संभावना 42% तक बढ़ जाती है और मस्तिष्क की चोट का खतरा 74% कम हो जाता है।
डॉ. प्रभप्रीत सिंह ने कहा, अच्छा हेलमेट पहनने और उसे ठीक से बांधने से 90 प्रतिशत दुर्घटना के मामलों में जान की हानि को रोका जा सकता है।
दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय:
- 1. स्पीड पर लगाम रखें
- 2. यातायात नियमों का पालन करें
- 3. सीट बेल्ट पहनें
- 4. पैदल चलने वालों को प्राथमिकता दें
- 5. सावधानी संकेत पढ़ें
- 6. कारों में एंटी-स्किड ब्रेक सिस्टम अपनाएं
- 7. एयर बैग जरूरी हैं
- 8. वाहन के पीछे रिफ्लेक्टर का प्रयोग किया जाएगा
- 9. वाहन को अच्छी चालू हालत में रखें
- 10. उचित साइन बोर्ड के साथ सड़कें अच्छी स्थिति में होनी चाहिए
- 11. वाहन चलाते समय नशीली दवाओं और शराब से बचें