अर्जुन अवार्डी डीएसपी दलबीर सिंह की मौत को लेकर पुलिस कमिश्नरेट ने बडा खुलासा

संदीप वर्मा , डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर, 04 जनवरी

अर्जुन अवार्डी डीएसपी दलबीर सिंह की मौत को लेकर पुलिस कमिश्नरेट ने बडा खुलासा की जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने प्रैस कॉन्फ्रेंस में बताया कि डीएसपी दलबीर सिंह की गोली मारकर हत्या हुई थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में ऑटो चालक विजय कुमार निवासी लांबड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पकड़े गए आटो चालक आरोपी से सरकारी पिस्टल भी बरामद कर लिया गया है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि डीएसपी ने मामे के ढाबे पर ऑटो चालक दारू पी। जिसके बाद उन्होंने ऑटो चालक को गांव खोजेवाल जिला कपूरथला घर पर छोड़कर आने के लिए कहा। इस दौरान ऑटो चालक ने मना कर दिया। जिसके बाद दोनों में विवाद हो गया।जिसके बाद विवाद के दौरान ऑटो चालक ने गुस्से में आकर डीएसपी को गोली मार दी। गोली डीएसपी के माथे पर लगी। इस घटना में डीएसपी की मौत हो गई।पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस गुत्थी को सुलझाने के लिए जब पुलिस पार्टियों की टीमो को बस स्टैंड से लेकर वर्कशाप चौक तक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगालते हुए कपूरथला चौक स्थित उस ढाबे पर पहुंची जहां पर डीएसपी दलवीर सिंह ने रात को शराब पी थी। जिसके बाद उन्होंने ऑटो चालक को हिरसात में लिया। पूछताछ के दौरान ऑटो चालक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हत्या करने वाले वेपन को भी पुलिस ने कवर कर लिया है 

प्रधानमंत्री पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन में भाग लेंगे

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 04 जनवरी

प्रधानमंत्री कार्यालय ने वीरवार को बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 6 से 7 जनवरी, 2024 को जयपुर के राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में आयोजित पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन 2023 में भाग लेंगे।5 से 7 जनवरी, 2024 तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में साइबर अपराध, पुलिस व्यवस्था में प्रौद्योगिकी, आतंकवाद विरोधी चुनौतियां, वामपंथी उग्रवाद, जेलिवार सुधार और आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर विस्‍तार से विचार-विमर्श किया जाएगा। सम्मेलन का एक अन्य प्रमुख एजेंडा नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन के लिए रोड मैप पर विचार-विमर्श है।

इसके अतिरिक्‍त, पुलिस व्यवस्था और सुरक्षा में भविष्य के विषयों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डीपफेक जैसी नई प्रौद्योगिकियों द्वारा उत्पन्न चुनौतियों और उनसे निपटने के तरीकों पर भी चर्चा होगी। सम्मेलन ठोस कार्य बिंदुओं की पहचान करने और उनकी प्रगति की निगरानी करने का अवसर भी प्रदान करता है, जिसे प्रत्‍येक वर्ष प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।यह सम्मेलन पहचान किए गए विषयों पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुलिस और खुफिया अधिकारियों के व्यापक विचार-विमर्श का निष्‍कर्ष है। प्रत्येक विषय के अंतर्गत राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की सर्वोत्तम प्रथाओं को सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाएगा ताकि राज्य एक-दूसरे से सीख सकें।वर्ष 2014 के पश्‍चात प्रधानमंत्री ने पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में गहरी रुचि ली है।

पहले प्रधानमंत्रियों की प्रतीकात्मक उपस्थिति के विपरीत, श्री नरेन्‍द्र मोदी सम्मेलन के सभी प्रमुख सत्रों में उपस्थित रहते हैं। प्रधानमंत्री न केवल सभी जानकारियों को धैर्यपूर्वक सुनते हैं,बल्कि स्वतंत्र और अनौपचारिक चर्चा को भी प्रोत्साहित करते हैं ताकि नए विचार सामने आ सकें। इस वर्ष के सम्मेलन में नाश्ते, दोपहर और रात के भोजन पर अनौपचारिक विषयगत चर्चा की भी योजना बनाई गई है। इससे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को देश को प्रभावित करने वाले प्रमुख पुलिस व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर अपने विचार और सिफारिशें प्रधानमंत्री के साथ साझा करने का अवसर मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने वर्ष 2014 से संपूर्ण देश में वार्षिक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सम्मेलनों के आयोजन को भी प्रोत्साहित किया है। यह सम्मेलन 2014 में गुवाहाटी, 2015 में कच्छ के रण-धोरडो, 2016 हैदराबाद में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, 2017 में टेकनपुर बीएसएफ अकादमी, 2018 में केवड़िया, 2019 में भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान पुणे, 2021 में लखनऊ पुलिस मुख्यालय और 2023 में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा में आयोजित किया गया। इस परंपरा को जारी रखते हुए सम्मेलन इस वर्ष जयपुर में आयोजित किया जा रहा है।सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह राज्य मंत्री, कैबिनेट सचिव, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशक और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों सहित अन्य गणमान्‍य लोग भाग लेंगे।

क्या है ‘हिट एंड रन’ कानून, कार और टू व्हीलर माल‍िकों के ल‍िए भी मुस‍िब‍त है यह नया कानून

भारतीय न्याय संहिता के नए कानून में धारा 106 सब सेक्शन और सब सेक्शन दो बनाए गए हैं। धारा 106 सबसेक्शन एक के तहत अगर कोई उतावलापन या अपेक्षा पूर्ण किसी ऐसे कार्य से किसी शख्स की मृत्यु का कारण बनेगा जो अपराधिक मानव वध के दायरे में नहीं आता है, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से जिसकी अवधि 5 वर्ष तक की हो सकेगी दंडित किया जाएगा और जुर्माने के लिए भी दायी होगा।

सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते मामलों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान यह ऑब्जरवेशन दिया था कि वाहन चालक जो लापरवाही से गाड़ी चलते हैं और सड़क पर दुर्घटना करके जिसमें किसी की मौत हो जाती है। वहां से भाग जाते हैं ऐसे लोगों के ऊपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए इसके बाद केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि नई भारतीय न्याय संहिता में इसके लिए एक नया सेक्शन जोड़ा जाए।

केंद्र सरकार द्वारा लाये जा रहे ‘हिट एंड रन’ के नए कानून को लेकर कई राज्यों में ट्रक ड्राइवरों और ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स द्वारा चक्काजाम किया जा रहा है। नए कानून के विरोध में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और यूपी, बिहार के ड्राइवरों ने शनिवार से ही चक्काजाम करना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार द्वारा सड़क हादसों पर नियंत्रण करने के लिए ‘हिट एंड रन’ कानून में बदलाव किया जा रहा है। ड्राइवर इस कानून को लाने का विरोध कर रहे हैं। दरअसल, इंडियन पीनल कोड, 2023 में हुए संशोधन के बाद एक्सीडेंट होने पर ड्राइवर को 10 साल की सजा और 7 लाख के जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

ड्राइवरों का कहना है कि यह कानून उनके अधिकारों को प्रभावित करता है और इसके लागू रहते हुए वह गाड़ी नहीं चला सकते। यह प्रदर्शन ट्रक और टैंकर जैसी बड़ी गाड़ियों से शुरू होकर अब बस और अन्य कमर्शियल गाड़ियों तक आ गया है।

भारतीय न्याय संहिता के नए कानून में क्या लिखा है? नई संहिता में धारा 106 सब सेक्शन और सब सेक्शन दो बनाए गए हैं. धारा 106 सबसेक्शन एक के तहत अगर कोई उतावलापन या अपेक्षा पूर्ण किसी ऐसे कार्य से किसी शख्स की मृत्यु का कारण बनेगा जो अपराधिक मानव वध के दायरे में नहीं आता है, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से जिसकी अवधि 5 वर्ष तक की हो सकेगी दंडित किया जाएगा और जुर्माने के लिए भी दायी होगा।

कानून के खिलाफ नोएडा, इंदौर, मुंबई और जयपुर समेत कई शहरों में ट्रक चालक प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन के कारण कई जगह पेट्रोल पम्पों पर तेल की सप्लाई रुकने की भी खबरें सामने आई है। अन्य कई जगह से भी अन्य सामान की आपूर्ति बाधित होने की सूचनाएँ सामने आ रही हैं।

इस कानून की जगह जो पहले भारतीय दंड संहिता के तहत कानून था. 279 क्षेत्र के तहत जिसमें यदि किसी व्यक्ति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो जाती थी और जो इस मृत्यु के लिए जिम्मेदार होता था. उस पर क्षेत्र 279 के साथ 304 ए भी जोड़ा जाता था। उसे क्षेत्र के तहत भी 2 साल से 7 साल तक की सजा का प्रावधान था। इसके साथ ही उसमें भी यह लिखा था कि जुर्माने के लिए वह उत्तरदायी होगा।

सरकार ने नई संहिता में धारा 106 में सब सेक्शन दो जोड़ा है, यह एक नया सेक्शन है जो इसके पहले भारतीय दंड संहिता में नहीं था। इस सेक्शन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि यदि कोई रैश ड्राइविंग करके  किसी शख्स की मौत कारण बनेगा जो अपराधिक मानव वध की श्रेणी में नहीं आता है और घटना के तत्काल  बाद उसे पुलिस अधिकारी या मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट किए बिना छिपकर भागेगा। ऐसी अवधि में कारावास से जो 10 वर्ष तक का हो सकेगा दंडित किया जाएगा और जुर्माने के लिए भी दायी होगा।

ऐसे में नए कानून में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि जो ड्राइवर होगा उसे 10 लाख रुपये का जुर्माना देना होगा। जो नया कानून बनाया गया है उसमें और पुराने कानून में महज एक ही अंतर है। यह अंतर है सजा का यदि कोई व्यक्ति किसी शख्स को वाहन दुर्घटना में जान से मार कर भाग जाएगा और बाद में पकड़ा जाएगा तो उसे उसका अपराध साबित होने पर 10 वर्ष तक की सजा होगी। इसके साथ जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इसमें कहीं भी यह नहीं कहा गया है कि जुर्माने की दंड राश‍ि 10 लाख रुपये होगी।  यदि परिवार मोटर एक्सीडेंट क्लेम टर्मिनल के सामने जाता है तो वह अलग मामला होने वाला है। सरकार का स्पष्ट रूप से कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के ऑब्जरवेशन के बाद बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को लेकर इस कानून को और सख्त बनाया है।

कब्र खोद निकाले थे 28 शव, हाई कोर्ट ने कहा – तीस्ता सीतलवाड़ का रिकॉर्ड रहम के लायक नहींकब्र खोद निकाले थे 28 शव,

2006 में गुजरात पुलिस ने झूठे सबूत बनाने, सबूत नष्ट करने, कब्रगाह पर अतिक्रमण करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ FIR दर्ज की थी। सोमवार को जब मामला सुनवाई के लिए आया, तो जस्टिस संदीप भट्ट ने सीतलवाड़ के वकील योगेश रवानी से कहा कि रिकॉर्ड देखने के बाद, मैं इच्छुक नहीं हूं। आपको (अदालत को) संतुष्ट करना होगा।

सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को हाईकोर्ट से झटका
  • सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को हाईकोर्ट से झटका
  • पंडरवाड़ा सामूहिक कब्र खुदाई मामले में सीतलवाड़ को राहत नहीं
  • मामले की सुनवाई 9 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई
  • गुजरात हाई कोर्ट ने पंडरवाड़ा कब्र खुदाई मामले राहत देने से किया मना
  • हाईकोर्ट की टिप्पणी, तीस्ता सीतलवाड़ का रिकॉर्ड रहम के लायक नहीं
  • इसी सवाल जुलाई-अगस्त में भी गुजरात हाई कोर्ट ने रखा था सख्त रुख
  • एक बार जांच में सहयोग नहीं करने पर शीर्ष कोर्ट ने दी थी कड़ी चेतावनी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 02 जनवरी   :

सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को गुजरात हाईकोर्ट से किसी तरह की राहत मिलने की कम ही उम्मीद  है। गुजरात हाईकोर्ट ने सोमवार को संकेत दिया कि तीस्ता सीतलवाड़ के रिकॉर्ड को देखते हुए वह पंडरवाड़ा सामूहिक कब्र खुदाई मामले में कोई राहत देने के मूड में नहीं है। दरअसल गोधरा हिंसा के बाद दिसंबर 2005 में पंचमहल जिले के पंडरवाड़ा के पास एक सामूहिक दफन स्थल से कब्र खोदने और 28 शवों को निकालने के मामले में सीतलवाड़ पर केस दर्ज । 2011 में दर्ज एफआईआर में अपना नाम शामिल होने के बाद सीतलवाड ने 2017 में अदालत में एक याचिका दायर की थी। 2006 में गुजरात पुलिस ने झूठे सबूत बनाने, सबूत नष्ट करने, कब्रगाह पर अतिक्रमण करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ केस दर्ज किया था। सोमवार को जब मामला सुनवाई के लिए आया, तो जस्टिस संदीप भट्ट ने सीतलवाड़ के वकील योगेश रवानी से कहा कि रिकॉर्ड देखने के बाद, मैं इच्छुक नहीं हूं। आपको (अदालत को) संतुष्ट करना होगा।

वकील ने कहा कि यह आधिपत्य का विशेषाधिकार है। हम अदालत को समझाने की कोशिश करेंगे क्योंकि कोई अपराध नहीं बनता है। आखिरकार यह राजनीतिक उत्पीड़न है। इस पर जज ने जवाब दिया कि यह आजकल इस्तेमाल किया जाने वाला एक बहुत व्यापक शब्द है। मामले की सुनवाई 9 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई।

गौरतलब है कि साल 2005 के इस मामले में लूनावाड़ा नगर पालिका ने सीतलवाड़ की एनजीओ ‘सिटीजन फॉर जस्टिस एंड पीस’ के पूर्व कोऑर्डिनेटर रईस खान सहित 7 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। हाईकोर्ट ने सीबीआई जाँच का आदेश दिया था। इस मामले में रईस खान ने तीस्ता से अलग होने के बाद उनका नाम अपने बयान में लिया था और उसी के आधार पर उनका नाम एफआईआर में शामिल किया गया।

दूसरी ओर राज्य सरकार ने दावा किया कि उस स्थान को कब्रिस्तान के रूप में उचित रूप से अधिसूचित करने के बाद ही दफन किया गया था। खान और सीतलवाड़ के अलग होने के बाद सीतलवाड़ का नाम खान के बयान के आधार पर शामिल किया गया था। खान ने बताया था कि शवों को निकालने का काम उनके आदेश पर हुआ था।

नगर निगम पुराना पंचकूला सडक़ पर बनाएगा स्वागत द्वार : कुलभूषण गोयल

  • एफएंडसीसी की बैठ में 15 करोड़ रुपये के एजेंडे पारित

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 02 जनवरी   :

नगर निगम फाइनेंस एंड कांट्रैक्ट कमेटी की बैठक मंगलवार को महापौर कुलभूषण गोयल की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और कई प्रस्ताव पास किए गए। बैठक में लगभग 15 करोड़ रुपये के एजेंडे पास किए। बैठक में नगर निगम आयुक्त सचिन गुप्ता, एसई विजय गोयल, पार्षद सुनीत सिंगला भी उपस्थित रहे। कुलभूषण गोयल ने बताया कि बैठक में कालका शिमला हाईवे से पुराना पंचकूला सडक़ पर सूरज सिनेमा के पास स्वागत गेट बनाने के लिए 69 लाख 32000 रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

सामुदायिक केंद्र सेक्टर 21 वार्ड नंबर 3 में बैडमिंटन कम मल्टीपरपज हाल निर्माण के लिए एक करोड़ 99 लाख रुपये, सेक्टर 27 पंचकूला में बने वृद्ध आश्रम  को चलाने और उसकी मेंटेनेंस के लिए एजेंसी नियुक्त करने के लिए मंजूरी दी गई। इसके अलावा गांव चंडीकोटला में सामुदायिक केंद्र बिल्डिंग निर्माण के लिए एक करोड़ 98 लाख 24 हजार रुपये, वार्ड 17 सेक्टर 25 में सामुदायिक केंद्र में बैडमिंटन-सह-मल्टीपरपज हाल के निर्माण के लिए एक करोड़ 79 लाख 30 हजार रुपये, वार्ड नंबर 18 सेक्टर 26 के सामुदायिक केंद्र में बैडमिंटन-सह-मल्टीपरपज हाल निर्माण के लिए एक करोड़ 79 लाख 30 हजार रुपये, वार्ड नंबर 20 गांव खंगेसरा में सामुदायिक केंद्र की बिल्डिंग निर्माण के लिए एक करोड़ 98 लाख 24 हजार रुपये, वार्ड नंबर 20 गांव टोका में सामुदायिक केंद्र बिल्डिंग निर्माण के लिए एक करोड़ 98 लाख 24 हजार रुपये, वार्ड नंबर 20 के गांव सुखदर्शन में सामुदायिक केंद्र बिल्डिंग निर्माण के लिए एक करोड़ 98 लाख 24 हजार रुपये, वार्ड नंबर 20 में ही गांव नग्गल में सामुदायिक केंद्र बिल्डिंग निर्माण के लिए एक करोड़ 17 लाख 23 हजार रुपये के प्रस्ताव मंजूर किए गए। कुलभूषण गोयल ने बताया कि मार्च 2023 से लेकर जनवरी 2024 के बीच हुई एफएंडसीसी की बैठकों में 100 करोड़ रुपये से अधिक एजेंडे पास किए जा चुके हैं। 

बनारसी दास चण्डीगढ़ – पंजाब बैरवा महासभा के अध्यक्ष नियुक्त 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 02 जनवरी   :

अखिल भारतीय बैरवा महासभा के अध्यक्ष ललित बैरवा ने बनारसी दास को पंजाब व चण्डीगढ़ बैरवा महासभा का अध्यक्ष, लेखराज को महामंत्री और कन्हैयालाल को खजांची नियुक्त किया है। बनारसी दास चण्डीगढ़ की दो बार की पूर्व महापौर कमलेश के पति हैं। इस नई जिम्मेदारी के लिए बनारसी दास ने अखिल भारतीय बैरवा समाज के अध्यक्ष का धन्यवाद किया है और कहा  कि हम सब एकजुट होकर समाज में फैल रही कुरीतियों को को दूर करेंगे व समाज के लिए भलाई के कार्य करेंगे। इस काम के लिए उन्होंने बैरवा समाज का सहयोग करने की अपील की है। इससे पहले राजस्थान बैरवा महासभा, रामदरबार द्वारा बैरवा दिवस रामदरबार स्थित कम्युनिटी सेंटर में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया जिसमें बैरवा समाज के सभी व्यक्तियों को एक मंच पर एकत्रित किया गया जिनमें स्थानीय पार्षद नेहा मुसावत व पूर्व स्थानीय पार्षद एवं महापौर कमलेश बनारसीदास आदि भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर संस्था से जुड़े बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए।

उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ कल जम्मू का दौरा करेंगे

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 02 जनवरी   :

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 04 जनवरी, 2023 को जम्मू एवं कश्मीर के जम्मू का दौरा करेंगे। अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान, श्री धनखड़ जम्मू के शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (एसकेयूएएसटी) के आठवें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।इस केन्द्र-शासित प्रदेश की अपनी यात्रा के दौरान, उपराष्ट्रपति कठुआ में बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो के उद्घाटन समारोह में भी मुख्य अतिथि  होंगे।

Police Files, Panchkula – 02 January, 2024

डिटेक्टव स्टाफ पंचकूला नें 5 फोन स्नैचिंग की वारदातो का किया खुलासा, 1 गिरफ्तार, 5 मोबाइल बरामद

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 02 जनवरी   :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमिश्रर शिवास कविराज के निर्देशानुसार जिला में हुई स्नैचिंग वारदातो पर कडा सज्ञान लेते हुए पुलिस की क्राईम युनिट को स्नैचिंग वारदातो को अन्जाम देनें वालें आरोपियो को गिरप्तार करनें हेतु सख्त निर्देश दिए गये जिन निर्देशो के तहत आज डिटेक्टिव स्टाफ इन्सपेक्टर निर्मल सिंह व उसकी टीम नें नये साल के दुसरे दिन फोन स्नैचिंग का वारदातो को अन्जाम देनें वालें आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान विजय कुमार उर्फ मौंटी पुत्र श्याम लाल वासी गांव हकिमपुर कालका जिला पंचकूला के रुप में हुई ।

इन्सपेक्टर निर्मल सिंह नें जानकारी देते हुए बताया कि 26.12.2023 को कालका में एक फोन स्नैचिंग की घटना हुई थी जिसमें गुमान सिंह वासी हाउसिंग बोर्ड कालका का एक अन्जान व्यक्ति फोन स्नैच करके भाग गया था । जिस पर गुमान सिंह की शिकायत पर भारतीय दंड सहिता की धारा 379-ए के तहत थाना कालका में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें का आगामी अनुसधान डिटेक्टिव स्टाफ इन्सपेक्टर निर्मल सिंह के नेतृत्व मे सब इन्सपेक्टर प्रवीण कुमार के द्वारा अमल में लाया गया । जिस मामलें में प्रवीण कुमार नें गहनता से सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी की मदद से उपरोक्त आरोपी विजय कुमार उर्फ मौंटी को 30 दिसम्बर को गिरफ्तार कर लिया गया । जिस व्यक्ति को अदालत में पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पुछताछ की गई । जिस व्यक्ति नें रिमांड के दौरान अपनी पुछताछ में 5 फोन स्नैचिंग की वारदातो का खुलासा किया है जिस व्यक्ति से स्नैच किए हुए 5 मोबाइल फोन बरामद कर लिए गये औऱ आरोपी को रिमांड खत्म होनें पश्चात अदालत मे पेश करके न्यायिक हिरासत अम्बाला भेजा गया ।

डिटेक्टिव स्टाफ पंचकूला से पीएसआई प्रवीण कुमार नें बताया कि यह व्यक्ति जिसे पिन्जोर व कालका में पिछले दिनो हुई 5 फोन स्नैचिंग की वारदातो का खुलासा हुआ है जो व्यक्ति नशे की पुर्ती के लिए फोन स्नैचिंग की वारदातो को अन्जाम देता था जो व्यक्ति पहले ड्राईवरी की नौकरी करता था जो नशे के कारण उस नौकरी से निकाल दिया था जो अब नशे की पूर्ती के लिए फोन स्नैचिंग वारदातो को अन्जाम देकर मोबाइल फोन को सस्ते दामों में बेच देता था । जिस आरोपी से पुछताछ कर ली गई है आगे मामलें की जांच जारी है मामलें में अन्य सलिप्त आरोपियों को गिऱफ्तार किया जायेगा ।

आइकॉनिक सेक्टर 22डी ‘शॉपिंग फेस्ट’ 2023 के विजेताओं की घोषणा 

  • सात कारों सहित 31 आकर्षक पुरस्कार – 4 हुंडई एक्सटर्स, 3 केआईए सॉनेट्स और कई अन्य पुरस्कार प्रदान किए गए

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 02 जनवरी   :

प्रसिद्ध सेक्टर 22डी ‘शॉपिंग फेस्ट’ 2023 – ट्राइसिटी का एक जाना-माना फेस्ट लकी ड्रा विजेताओं की घोषणा के साथ संपन्न हो गया है। सेक्टर 22 डी हेरिटेज मार्केट में आयोजित इस फेस्टिवल को चंडीगढ़ प्रशासन का भी समर्थन प्राप्त था। यह उत्सव 17 सितंबर, 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के 73वें जन्मदिन समारोह पर उन्हें सम्मान के तौर पर शुरू किया गया था।

विजेता कूपन धारकों को सात कारों – 4 हुंडई एक्सटर्स और 3 केआईए सॉनेट्स, 8 एमआई टीवी, 8 एलजी एसी और 8 एलजी रेफ्रिजरेटर सहित खरीदारों को 31 आकर्षक पुरस्कार वितरित किए गए।

इस अवसर पर सेक्टर 22डी मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन (एमडब्ल्यूए-सेक 22डी) के प्रेसिडेंट अरविंद जैन ने कहा कि ‘‘मैं इस फेस्टिवल सीजन में जीतने वाले सभी लकी ड्रा विजेताओं को बधाई देना चाहता हूं। वास्तव में, यह खरीदारों की जबरदस्त प्रतिक्रिया थी, जिन्होंने मेगा शॉपिंग कार्निवल में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस वर्ष 2024 में, हम एक वाइब्रेंट और उत्सवपूर्ण माहौल के साथ खरीदारों के लिए और अधिक आकर्षक ऑफर लाने का प्रयास करेंगे, जिसमें मनोरंजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और इंटरेक्टिव अनुभव शामिल होंगे, जो इस शॉपिंग फेस्टिवल को एक आदर्श खरीदार का स्वर्ग बना देगा।’’

लकी ड्रॉ में, निखिल चोपड़ा ने प्रथम पुरस्कार में किआ सोनेट जीआई.2एमटी एचटीके पेट्रोल जीती, जबकि रजिया मलिक और सुमित्रा शर्मा को क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर घोषित किया गया और उन्होंने किआ सोनेट जीआई.2एमटी एचटीई, पेट्रोल जीता। अनीता और रवि कुमार को क्रमश: चौथा और पांचवां विजेता घोषित किया गया और उन्होंने हुंडई एक्सटर 1.2 एमटी कप्पा एस जीती। जबकि छठे और सातवें घोषित किए गए विजेताओं नसीब सिंह सैनी और अंकुश ने हुंडई एक्सटर 1.2 माउंट कप्पा ईएक्स जीतीं। अन्य विजेताओं को 8 एमआई टीवी, 8 एलजी एसी और 8 एलजी रेफ्रिजरेटर मिले।

लोगों की हाजिरी और जोश के चलते बड़ी रैली में तब्दील हुआ कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन

लोगों की हाजिरी और जोश के चलते बड़ी रैली में तब्दील हुआ कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन

  •         ‘घर-घर कांग्रेस’ अभियान की शुरुआत का हुआ ऐलान, कार्यकर्ताओं ने दिए अपने सुझाव
  •         जेजेपी के जिला अध्यक्ष (नूंह) जावेद खान ने ज्वाइन की कांग्रेस
  •         बीजेपी-जेजेपी ने हरियाणा को बेरोजगारी, बदहाली और बर्बादी के सिवाय कुछ नहीं दिया- हुड्डा
  •         हरियाणा को जल्दी मिलेगा भ्रष्टाचार व नाकामियों में डूबी बीजेपी-जेजेपी सरकार से छुटकारा- हुड्डा
  •         हरियाणा में फिर बनेगी कल्याणकारी और प्रगतिशील नीतियों वाली कांग्रेस सरकार- हुड्डा
  •         ड्राइवरों से बिना सलाह मशविरे के बना नया कानून, कांग्रेस सरकार बनने पर किया जाएगा दुरुस्त- हुड्डा
  •         विनाशकाले विपरीत बुद्धि का उदहारण पेश कर रही है सरकार, बिना सोचे-समझे थोप रही नए-नए कानून- उदयभान
  •         बीजेपी-जेजेपी ने हर वर्ग को मारी आर्थिक और लाठी की चोट- उदयभान

चंडीगढ़, 2 जनवरीः 

बीजेपी-जेजेपी की सरकारों ने हरियाणा को बेरोजगारी, बदहाली और बर्बादी के सिवाय कुछ नहीं दिया। इसीलिए मेवात समेत पूरा हरियाणा इस सरकार को सत्ता से बेदखल करना चाहता है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा आज नूंह में हुए कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा में पार्टी के उपनेता आफताब अहमद, विधायक मोहम्मद इलियास और मामन खान द्वारा आयोजित यह सम्मेलन कार्यकर्ताओं के जोश और हाजिरी के चलते बड़ी रैली में तब्दील हो गया। हुड्डा के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान, कांग्रेस ओबीसी (विंग) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय सिंह यादव, विधायक राव दानसिंह, पूर्व विधायक करण सिंह दलाल, कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, साहिदा खान, इब्राहिम इंजीनियर, मोहम्मद इजराइल समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित कर उनमें जोश भरने का काम किया।

भारत जोड़ो यात्रा, विपक्ष आपके समक्ष, हाथ से हाथ जोड़ो अभियान,जनमिलन समारोह और जन आक्रोश रैलियों को मिले शानदार जनसमर्थन के बाद नव वर्ष के मौके पर पार्टी की तरफ से ‘घर-घर कांग्रेस’ अभियान शुरू करने का ऐलान किया गया है। मेवात ईकाई ने नए कार्यक्रम का स्वागत किया। साथ ही कार्यकर्ताओं की तरफ से मीटिंग में अपने-अपने सुझाव रखे गए। सभी ने हरियाणा से बीजेपी-जेजेपी सरकार को उखाडने का संकल्प लिया है। इस मौके पर नूंह से जेजेपी के जिला अध्यक्ष जावेद खान ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। तमाम वरिष्ठ नेताओं ने उनका पार्टी में स्वागत किया।

अपने संबोधन में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सिर्फ धर्म के नाम पर बंटवारे की राजनीति करती है जबकि कांग्रेस की राजनीति का आधार भाईचारा और विकास है। कांग्रेस कार्यकाल के दौरान मेवात में जो मेडिकल कॉलेज बना उसे भी मौजूदा सरकार बर्बाद करने की कोशिश कर रही है। ना यहां पर डॉक्टर मुहैया करवाए जा रहे हैं और ना ही दवाई व अन्य मेडिकल सामान। 1947 में हुए बंटवारे के समय भी जो भाईचारा नहीं टूटा, उसे मौजूदा सरकार ने तोड़ने का प्रयास किया। इस सरकार ने कानून व्यवस्था की हर कदम पर धज्जियां उड़ाई, जिसके चलते हरियाणा में निवेश का अभाव हुआ। इसीलिए प्रदेश आज देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहा है।

ऐसे में कांग्रेस हरियाणा को एक बार फिर विकास के रास्ते पर अग्रसर करने के मिशन पर चल रही है। मेवात समेत पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं का जोश और जनता का रुझान बता रहा है कि प्रदेश को जल्दी ही भ्रष्टाचार व नाकामियों में डूबी सरकार से छुटकारा मिलने वाला है और जल्द ही यहां एक कल्याणकारी और प्रगतिशील नीतियों वाली कांग्रेस सरकार बनने जा रही है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर प्रत्येक बुजुर्ग को ₹6000 महीना पेंशन, ₹500 में गैस सिलेंडर, 300 यूनिट मुफ्त बिजली, कर्मचारियों को ओपीएस, खिलाड़ियों को डीएसपी जैसे उच्च पदों पर नियुक्ति और किसानों को एमएसपी की गारंटी दी जाएगी। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए क्रीमी लेयर की लिमिट को 6 से बढ़कर 10 लाख किया जाएगा। प्रदेश में फिर से कानून का राज स्थापित किया जाएगा और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होगी। आज ड्राइवर्स की यूनियन ने भी हुड्डा को अपना ज्ञापन सौंपा और नए कानून पर रोष जाहिर किया। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार ने बिना डाइवर्स से सलाह-मशविरा किए नया कानून थोपा है। कांग्रेस सरकार बनने पर इसे दुरुस्त किया जाएगा।

इस मौके पर चौधरी उदयभान ने कहा कि आने वाला समय कांग्रेस का है और प्रदेश से बीजेपी-जेजेपी सरकार का जाना तय है। क्योंकि यह सरकार विनाशकाले विपरीत बुद्धि का सटीक उदाहरण पेश कर रही है। पहले किसानों पर जबरदस्ती कृषि कानून थोपे गए, जिसके चलते 750 किसान शहीद हो गए। इसी तरह फैक्ट्री मजदूर के काम के घंटे को भी 8 से बढ़कर 12 करने का कानून बनाया गया। अब ड्राइवरों से कोई सलाह मशविरा किए बिना उनपर नया कानून थोप दिया गया। इसीलिए इस सरकार के फैसलों के विरुद्ध जनता के हर वर्ग को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। मौजूदा सरकार के अत्याचार झेल रही जनता कांग्रेस कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को याद कर रही है। मेवात की बात की जाए तो आईएमटी से लेकर हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज बनवाने जैसे कार्य कांग्रेस सरकार के दौरान ही हुए। पूरे हरियाणा में 1600 करोड रुपए के बिजली के बिल और 2200 करोड रुपए के सहकारी कर्ज भी कांग्रेस सरकार ने ही माफ किया। जबकि बीजेपी-जेजेपी ने हर वर्ग पर आर्थिक और लाठी की चोट मारने का ही काम किया। लेकिन अब जनता पर सितम ढाने वाली सरकार का समय पूरा हो गया।