वाल्मीकि समाज में बढ़ रहे धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए भावाधस विशेष योजना से काम करेगा
भावाधस का एक दिवसीय राष्ट्रीय वाल्मीकि प्रतिनिधि अधिवेशन हुआ सम्पन्न
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 11 नवंबर:
भावाधस संगठन- भारत का एक दिवसीय राष्ट्रीय वाल्मीकि प्रतिनिधि अधिवेशन सैक्टर 37 सी स्थित महाजन भवन में संस्था के राष्ट्रीय महामन्त्री, स्वामी ओपी द्राविड़ अद्वैती की देखरेख में सम्पन्न हुआ। नरेश टांक अद्वैती, प्रान्तीय सचिव, भावाधस संगठन, चण्डीगढ़ ने बताया कि अधिवेशन में पुज्य धर्म गुरु, डॉ देव सिहॅ अद्वैती महाराज विश्व प्रसिद्ध विद्धान, राष्ट्रीय मुख्य सर्वोच्च निर्देशक, भावाधस के सान्निध्य में धर्म समाज से सम्बंधित महत्वपूर्ण विषयों पर देश के विभिन्न प्रान्तों से संगठन के सर्वोच्च निर्देशक मण्डल के सदस्य, सलाहकार, केन्द्रीय संगठन के पदाधिकारियों सहित राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, प्रान्तीय कनवीनरों के अतिरिक्त समाज के धार्मिक, समाजिक, संगठनों के नेतृत्वकर्ता देश भर से विशेष रूप से पहुंचे और समाज के महत्वपूर्ण विषयों पर गम्भीरता से विचार विमर्श करते हुए समाज में बढ़ रहे धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए विशेष योजना से धर्म समाज का प्रचार प्रसार बढ़ाने पर जोर दिया। प्रदीप शर्मा, चंडीगढ़ विभाग मंत्री, विश्व हिंदू परिषद को धर्म समाज के लिए किए कार्यों के मद्देनज़र भावाधस संगठन की और से विशेष रूप से स्मृति चिन्ह और अगंवस्त्र से सम्मानित किया गया। आगामी दो वर्षों के लिए भावाधस संगठन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नियुक्ति की गई। अश्विनी सहोता को राष्ट्रीय सर्वोच्च निर्देशक नियुक्त किया गया, रवि द्राविड़ मुरादाबाद को राष्ट्रीय मुख्य संचालक, स्वामी ओपी द्राविड़ अद्वैती को राष्ट्रीय महामन्त्री, डॉ तरसपाल राजवंशी को चण्डीगढ़ कनवीनर, सागर द्राविड़ को प्रभारी, रविन्द्र केशला को संयुक्त मंत्री, अशोक अद्वैती को प्रचार मन्त्री, राज कुमार अद्वैती को निर्देशक, रमेश गोगलीया को कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया गया। भावाधस प्रान्तीय संगठन चण्डीगढ़ के कार्यकर्ताओं को अधिवेशन को सफल बनाने के लिए धर्म गुरु द्वारा प्रसंसा करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।