36 घंटे का निर्जला उपवास रख,अस्ताचलगामी सूर्य देव को दिया पहला अर्घ्य, छठ व्रत विशेष रूप से पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 07 नवंबर:
मलोया स्थित तालाब पर छठ पर्व को लेकर पूर्वांचल संगठन समिति द्वारा विशेष इंतजाम किए गए। इस दौरान दोपहर ढाई बजे से ही व्रत रखने वाले श्रद्धालु आने शुरू हो गए। अधिकांश महिला घरों से छठी माई और सूरज देव के गीत गाते हुए यहां पहुंची। शाम चार बजते बजते काफी बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठी हो गई। इस दौरान मलोया सहित आसपास के सभी क्षेत्रों की लगभग सभी सड़कें छठ के गीतों से गुंजायमान होती रहीं। मलोया, डड्डू माजरा, सेक्टर 39, जुझारनगर तथा मलोया के आसपास की सभी कालोनियों व गांवों के हर कोने से लोग निकलकर छठ का पहला अर्घ्य देने के लिए यहां लगभग हजारों श्रध्दालु पहुंचे। पूर्वांचल संगठन समिति के प्रधान रामबाबू, महासचिव संजय बिहारी, राहुल वर्मा, रवि ठाकुर, शत्रुघन, दिलावर तथा अन्य सदस्यों ने सभी व्रतियों को छठ पूजा की बधाई दी । सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लोगों ने प्रसाद तथा दीपक हाथों मे उठाकर भगवान भास्कर को नमन किया और सुख समृद्धि की कामना की और भगवान सूर्य के साथ ही छठी माई की पूजा की।
इस तालाब पर पूजा करने के लिए 4 घाटों पर व्यवस्था की है। जिन्हें बहुत ही आकर्षक ढंग से सजाया गया है। तालाब के अंदर की चारों दिवारी पर पेंटिंग द्वारा सूर्य भगवन तथा छठ मैया के मनमोहक चित्र बनाये गए है। छठ त्योहार को लेकर यहां काफी भक्तिमय माहौल बना रहा। श्रद्धालु व बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। शुक्रवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर सभी व्रत करने वाले व्रती अपना व्रत संपन्न करेंगे।