खनन जोन बंद होने से हजारों परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट गहराया

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, 23      अक्टूबर :

प्रदेश के सबसे बड़े खनन जॉन बल्लेवाला मे खनन कार्य बंद होने से खनन कार्य से जुड़े परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट गहराया हुआ है। खनन जोन में छाया सन्नाटा बता रहा है कि खनन कार्य बिल्कुल ही ठप पड़ चुका है। खनन कारोबार से जुड़े व्यवसाईयों का कहना है कि खनन जोन में खनन कारोबारियो ने स्टोन क्रैशर व स्क्रिनिंग प्लाट लगाने मे  500 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च कर रखे हैं। जिसको धीरे धीरे जंग खा रहा है। कारोबार ठप होने से अधिकतर व्यवसाई मानसिक दबाव के चलते डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। व्यवसायों का कहना है कि घर मकान व अन्य सम्पत्ति पर लोन करवाकर स्टोन क्रैशर लगाए थे। अब स्टोन क्रैशर बंद पड़े है ओर बैंकों की किस्तें भी नहीं भरी जा रही है। बंद होने की वजह से स्टोन क्रैशरो को जंग खा जाएगा ओर हमारे घरों को बैंक कुर्क करता नजर आ रहा है। इसलिए खनन कार्य से जुडे व्यवसाई डिपरेशन का शिकार हो रहे हैं।

मजदूर दुकानदार भी हो रहे प्रभावित

दुकानदार रविंद्र ने बताया कि वह पिछले काफी साल से बल्ले वाला बाजार में परचून की दुकान कर रहा है। पिछले छह महीने से जोन बंद है। दुकान पर ग्राहक ही नहीं है। जोन में हजारों प्रवासी मजदूर अपने परिवारों के साथ रहते थे। जब काम चल रहा था तो बाजार में बड़ी अच्छी रौनक लगी रहती थी। काम बंद होने की वजह से प्रवासी मजदूर परिवारों को लेकर चले गए हैं। अब सारा दिन दुकान पर बैठकर ग्राहकों का इंतजार करते हैं पर सारा सारा दिन ग्राहक नहीं आ रहा है। उसने बताया कि हमारे परिवार भी दुकानदारी से ही चल रहे थे। अब रोजी रोटी के लाले पड़ रहे हैं। इसके साथ ढाबा टायर पेंचर स्पेयर पार्ट सभी दुकानों पर ग्राहक नहीं है।