सेल्फ हेल्प ग्रुप महिलाओं को जागरूक किया
जल शुल्क एवं अन्य सेवाओं के संदर्भ में सेल्फ हेल्प ग्रुप महिलाओं को जागरूक किया
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 15 अक्टूबर :
ग्रामीण क्षेत्रों में जल शुल्क संग्रह और अन्य संबंधित सेवाओं के लिए स्वयं सहायता समूह को नियुक्त करना, जल आपूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन, संचालन एवं रखरखाव नीति के लिए ग्राम पंचायतो को शक्तियां प्रदान करने के संदर्भ में भारतीय संविधान के 73 में संशोधन के द्वारा पेयजल के विषय को 11वीं अनुसूची में रखा गया है तथा इसका प्रबंधन ग्राम पंचायतो को सोपा गया है। इस पृष्ठभूमि में ग्राम पंचायत और स्थानीय समुदाय गांव में पेयजल संसाधनों सहित जल आपूर्ति प्रणालियों की योजनाओं के कार्यान्वयन, प्रबंधन,संचालन एवं रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ग्रामीण समुदाय को वैध एवं स्वच्छ कनेक्शन से निरंतर जल प्रदूषण एवं हरियाणा में कम हो रहे भू-जल स्तर, दीर्घकालिक स्थिरता और सेवा वितरण के लिए जागरूक करना तथा पीने के पानी की प्रत्येक बूंद को बचाने के महत्व के बारे में सजग़ करना एक और चुनौती है। जल जीवन मिशन के तहत ग्राम स्तर पर एक या दो एस. एच.जी. महिलाओं को नियुक्त करना, यह महिलाएं ग्राम स्तर पर परामर्शदाता के रूप में कार्य करेंगी और ग्राम जल एवं सीवरेज समिति, जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के समन्वय से चयनित गतिविधियां करेंगी। उपरोक्त जानकारी जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो की जिला सलाहकार रजनी गोयल ने रादौर के बीडीपीओ कार्यालय के हरियाणा राज्य आजीविका मिशन कार्यालय में उपस्थित सेल्फ हेल्प ग्रुप महिला सदस्यों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सभी घरों के परिसर में नल के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पीने के पानी को स्थाई रूप से पहुंचाने में भी सहायक होंगी। उन्होंने बताया कि गांव के तहत 500 घरों तक के लिए स्वयं सहायता समूह के एक सदस्य का चयन करने का प्रावधान किया गया है ग्राम पंचायत में घरों की संख्या के अनुसार 500 से अधिक घरों वाले गांव में एक से अधिक स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को शामिल किया जा सकता है।स्वयं सहायता समूह में कार्य करने वाली महिलाएं गांव की स्थाई निवासी होनी चाहिए तथा पिछले दो वर्षों से स्वयं सहायता समूह की सदस्य होनी चाहिए दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए। कंप्यूटर संचालन का बुनियादी ज्ञान, स्मार्टफोन पर मोबाइल आधारित एप्लीकेशन का उपयोग और इंटरनेट के संचालन से परिचित होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि एच.एस.आर.एल.एम स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को उनकी आय के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से आजीविका गतिविधियां प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। यह योजना लैंगिक समानता सुनिश्चित करने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देती है जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जल आपूर्ति योजना के कार्यान्वयन,संचालन एवं रखरखाव के लिए जल शुल्क के संग्रह और अन्य संबंधित सेवाओं के लिए महिलाओं को नियुक्त किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के विश्वास पोर्टल पर सेल्फ हेल्प ग्रुप सदस्यों की लॉगिन आईडी संबधित कनिष्ठ अभियंता जे ई द्वारा बनाई जाएगी जो ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का सदस्य है और उक्त कनिष्ठ अभियंता चयनित सदस्यों को संचालन के लिए पूरा प्रशिक्षण देगा। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा एकत्र किए गए उपयोगकर्ता शुल्क का 10% भाग एस. अच . जी. सदस्य को अन्य चयनित सेवाओं के सहित भुगतान किया जाएगा। इस अवसर पर हरियाणा राज्य आजीविका मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर देवेंद्र शर्मा, कुरुक्षेत्र जिला इंचार्ज नरेश शर्मा, नितेंद्र सैनी एलडीएफ, अनुराधा एवं स्वयं सहायता समूह की महिला उपस्थित रही।