सांस और ध्यान से जीवन बदल सकते है : डॉ. विजय सिंगला 

डॉ. विजय सिंगला की पहली पुस्तक इंपोर्टेंस ऑफ ब्रीथ का मेंटर डॉ. संदीप गुप्ता द्वारा विमोचन किया गया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 19 जुलाई :

चण्डीगढ़ निवासी आर्ट ऑफ लिविंग की सदस्य डॉ. विजय सिंगला ने सुदर्शन क्रिया के माध्यम से आत्म-खोज और परिवर्तन की अपनी उल्लेखनीय यात्रा को साझा करते हुए पहली पुस्तक इंपोर्टेंस ऑफ ब्रीथ की रचना की है। पुस्तक का मेंटर डॉ. संदीप गुप्ता द्वारा विमोचन किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर विजय सिंगला ने बताया कि यह पुस्तक तनाव और चिंता से जूझने से लेकर सांस और ध्यान की शक्ति के माध्यम से आंतरिक शांति और खुशी पाने तक के उनके अनुभवों का वर्णन करती है।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम

  • आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है यह समझौता : प्रो. राजीव आहूजा, निदेशक, आईआईटी, रोपड़ 
  • इस समझौते से अकादमिक शिक्षा और उद्योग आवश्यकताओं के बीच की दूरियां कम होंगी : डॉ. एस. एल. स्वामी, अध्यक्ष, आईसीईएस 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, रुपनगर, 19 जुलाई :

आईआईटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा ने कहा कि यह समझौता राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के एकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य छात्रों के शैक्षणिक और व्यावसायिक जीवन को गहन अर्थ प्रदान करना है। इसके तहत, आईआईटी रोपड़ इंजीनियरिंग छात्रों के लिए एआई माइनर कार्यक्रम विकसित और संचालित करेगा, जबकि आईसीईएस प्रशिक्षण का समर्थन करने के लिए विशेषज्ञता और संसाधन प्रदान करेगा। प्रमाणन आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया जाएगा, जिसे राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त होगी।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रोपड़ (आईआईटी रोपड़) और द इंस्टिट्यूशन ऑफ सिविल इंजीनियर्स सोसाइटी (आईसीईएस) जो कि एनसीवीईटी (राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद), कौशल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निकाय हैं, ने इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रशिक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम और शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह ऐतिहासिक सहयोग इंजीनियरों के कौशल को उन्नत करने के साथ साथ उन्हें राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद द्वारा अनुमोदित विषयों में क्रेडिट प्रदान करके और उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाकर उद्योग की वृद्धि में योगदान करने के लिए समर्पित है।

यह पहल सभी इंजीनियरिंग अनुशासनों के छात्रों को लाभान्वित करेगी, उन्हें अपने क्षेत्र में एआई अनुप्रयोगों की व्यापक समझ प्रदान करेगी। कार्यक्रम में शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स भी शामिल होगा, जिससे पहल की स्थिरता और विस्तार सुनिश्चित होगा। प्रो. राजीव आहूजा ने कहा कि हम आईसीईएस के साथ इस अभिनव कार्यक्रम की पेशकश करने के लिए साझेदारी करके रोमांचित हैं। हमारा लक्ष्य अगली पीढ़ी के इंजीनियरों को एआई कौशल से सशक्त बनाना है, जिससे वे उद्योग के लिए तैयार और भविष्य के लिए सुरक्षित बन सकें।

आईआईटी रोपड़ के डीन (अनुसंधान और विकास) डॉ. पुष्पेन्द्र पी. सिंह ने कहा कि द इंस्टिट्यूशन ऑफ सिविल इंजीनियर्स के साथ यह सहयोग हमारे लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। एनसीवीईटी और एनईपी ढांचे का लाभ उठाकर, हम अपने इंजीनियरों को उनके करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस कर रहे हैं। यह पहल न केवल हमारे छात्रों को लाभान्वित करेगी बल्कि अन्य संस्थानों के लिए भी एक मिसाल कायम करेगी।

कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए, यह पहल विभिन्न प्रकार की दक्षताओं को शामिल करेगी, जिससे स्नातक उद्योग की मांगों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार होंगे। इसके अलावा, यह साझेदारी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एकटे) द्वारा मान्यता प्राप्त अन्य कॉलेजों के प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, जिससे इस पहल का दायरा और प्रभाव बढ़ेगा।

आईसीईएस के अध्यक्ष डॉ. एस. एल. स्वामी ने कहा कि आईआईटी, रोपड़ और आईसीईएस के बीच तालमेल अकादमिक शिक्षा और उद्योग आवश्यकताओं के बीच की दूरियों को कम करेगा। उन्होंने कहा कि हमारे संयुक्त प्रयास कौशल विकास के लिए एक मजबूत ढांचा बनाएंगे, यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे इंजीनियर न केवल रोजगार योग्य हों बल्कि अपने संबंधित क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने में सक्षम हों।

सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह सहयोग इंजीनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आईआईटी रोपड़ और  आईसीईएस के पाठ्यक्रम में एआई प्रशिक्षण को एकीकृत करके न केवल वर्तमान कौशल अंतर को संबोधित कर रहे हैं, बल्कि भविष्य के नवाचारों के लिए भी मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। छात्र और प्रशिक्षक दोनों की शिक्षा पर जोर देने से यह सुनिश्चित होता है कि इस पहल के लाभ व्यापक और लंबे समय तक चलने वाले होंगे। आने वाले शैक्षणिक वर्ष में प्रशिक्षकों और छात्रों के बीच कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) साक्षरता को बढ़ावा देकर, आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस भारत में तकनीकी शिक्षा के परिवर्तन का नेतृत्व करने का लक्ष्य रखते हैं।

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह में आईआईटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा, डीन (अनुसंधान और विकास) डॉ. पुष्पेन्द्र पी. सिंह, आईसीई एस डॉक्टर एस एल स्वामी, सेवानिवृत्त लैफटीनेंट जनरल हरपाल सिंहए डाक्टर गुरदीप सिंह डीन जार्ज मैसन यूनिवर्सिटी, यूएसए, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. सागर रोहिदास चव्हाण, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रीत कमल तिवारी, कंप्यूटर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख डॉ. सुदर्शन अयंगर, आईसीईएस के अध्यक्ष डॉ. एस. एल. स्वामी, उपाध्यक्ष जनरल हरपाल सिंह (सेवानिवृत्त), सचिव श्री सागर सिंह ठाकुर, निदेशक श्री एन. देशपांडे, डॉ. गुरदीप सिंह और आईआईटी रोपड़ और आईसीईएस के अन्य संकाय सदस्य उपस्थित थे।

आज निकाली जाएगी श्री सद्गुरु पालकी यात्रा 

महामृत्युंजय महादेव मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा धूमधाम के साथ संपन्न कथा की पूर्णाहुति मौके उमड़े श्रद्धालु

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 19   जुलाई :

श्री कल्याण कमल गुरु पूजा महोत्सव के उपलक्ष्य में रोज एनक्लेव स्थित महामृत्युंजय महादेव मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा धूमधाम एवं श्रद्धा-भाव के साथ संपन्न हो गई है। कथा की पूर्णाहुति मौके बड़ी गिनती में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर जहां भागवताचार्य कथा व्यास श्री नंद किशोर शास्त्री जी ग्वालियर वालों के मुखारविंद से भागवत चर्चा सुन पुण्य लाभ कमाया। वहीं देवभूमि हरिद्वार के महामंडलेश्वर 1008 स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज एवं 108 स्वामी श्री सुशांतानंद जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त कर जीवन सफल बनाया। मंदिर प्रांगण बांके बिहारी लाल के जयकारों से गूंज उठा। 

बता दें कि 20 जुलाई को सुबह साढ़े छह बजे श्री सद्गुरु पालकी यात्रा का आयोजन होगा। पालकी यात्रा के उपरांत प्रातः सवा नौ बजे मंदिर में श्री रामचरित मानस अखंड पाठ प्रारंभ होंगे। साथ ही शाम चार बजे से संगीतमयी श्री दुर्गा स्तुति पाठ एवं भजन संध्या होगी। इस उपरांत सद्गुरुदेव महाराज के आशीर्वचन भी होंगे। 21 जुलाई को चांद पैलेस में बड़े ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ गुरु पूजा महोत्सव मनाया जाएगा। जिसके लिए आयोजकों ने तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। इस भव्य उत्सव में पंजाब के अलावा हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों से सैंकड़ों श्रद्धालु पहुंचेंगे और अपने गुरु महाराज देव भूमि हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज का तिलक पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। प्रातः सवा छह बजे से श्री सद्गुरु देव स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज एवं अन्य संतों का पूजन प्रारंभ होगा। इस दौरान राजस्थान के प्रसिद्ध भजन गायक देव चुघ श्री हनुमानगढ़ वाले, अमर शर्मा एवं राजीव गक्खड़ कोटकपूरा वाले सुमधुर भजनों से श्रद्धालुओं को भाव-विभोर करेंगे।इस मौके सुमन कुमार मोंगा, श्याम सुंदर रेहान, रमेश रेहान, राजेश रेहान, जितेश मोंगा, राकेश कुमार कक्कड़, दिनेश मखीजा, सुरिंदर कुमार फौजी, विकास मोंगा, केजी गर्ग, चंदपाल गिरि, विशू नंदा, अश्वनी कोचर, आजाद बिंदू शर्मा, दर्शन लाल चुघ, राकेश मोंगा, संजीव मोंगा, दविंदर गुप्ता, राजू बांसल, गगन बांसल, हरिंदर गोयल, अश्वनी गांधी, संजीव हांडा, सुभाष चावला, मदन लाल, रविंदर, दर्शन चावला जतिंदर कुमार, अश्वनी गांधी, तीर्थ वर्मा, रवि गेरा, रवि गिरि, विपिन गिरि, पं. अर्जुन, राकेश शर्मा समेत बड़ी गिनती में श्रद्धालु मौजूद थे। 

औम वीजा के ऑफिस में काम करने वाली लड़की और अन्य पर धोखाधड़ी का आरोप

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर –  19   जुलाई :

कमिश्नरेट पुलिस ने बस स्टैंड के पास स्थित ए जी बिजनेस सेंटर में स्थित ओम विजा के मालिक साहिल भाटिया की शिकायत पर उसके ऑफिस में काम करने वाली लड़की सिमरनजीत कौर निवासी गुरदासपुर प्रिंस मसीह निवासी गांव गाखल थाना मकसूदां पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया । मामला पासपोर्ट एक्ट के अधीन दर्ज किया गया।

ओम विजा के मालिक साहिल भाटिया ने बताया कि उनके ऑफिस में सिमरनजीत कौर नामक लड़की पिछले काफी समय से नौकरी करती थी ।उन्होंने बताया कि कुछ माह पहले उसने नौकरी छोड़ दी । उसके कुछ समय बाद ही उनके ऑफिस में गुरदासपुर निवासी आकाश ठाकुर नामक उनका क्लाइंट आया, जिसने बताया कि उसने यूके में पढ़ाई के तौर पर अपनी कंपनी के माध्यम से अपना वीजा आवेदन पत्र अप्लाई करना था, जिसके चलते उसने उनकी कंपनी के माध्यम से यूनिवर्सिटी की फीस जमा करवाने के लिए पैसे दिए ।

साहिल भाटिया ने आरोप लगाया कि उन्हें बाद में पता चला कि उनकी कंपनी में काम करने वाली सिमरनजीत कौर व प्रिंस मसीह नामक युवक ने उनके क्लाइंट से यूनिवर्सिटी में फीस जमा करवाने को लेकर उनसे अधिक पैसे लेकर उनसे धोखाधड़ी की है । इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर को दी जिन्होंने मामले की जांच एस पी ट्रैफिक आतिश भाटिया को सौंप जांच के बाद पुलिस ने दोनों को खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

Panchang

पंचांग, 19 जुलाई 2024

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 19  जुलाई 2024

नोटः आज श्री हरि शयनी एकादशी व्रत पर्व है। चार्तुमास व्रत नियमादि प्रारम्भ तथा श्री विष्णू शयनोत्सव है।

श्री हरि शयनी एकादशी व्रत पर्व : देवशयनी एकादशी को हरिशयनी एकादशी भी कहा जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि से भगवान विष्णु के योग निद्रा में चले जाते हैं। इसके बाद वह कार्तिक माह की देवउठनी एकादशी पर पुनः निद्रा से जागते हैं। इन दोनों एकादशी के बीच की अवधि को चातुर्मास कहा जाता है।

श्री विष्णू शयनोत्सव : सृष्टि का पालनहार भगवान विष्णु का आषाढ़ मास की देवशयनी एकादशी यानी रविवार से 4 महीने के लिए शयन काल शुरू हो गया है। भगवान विष्णु के शयन पर जाने के बाद अब शिवजी भी योग निद्रा में जाने वाले हैं। इस तिथि को शिव शयनोत्सव के नाम से जाना जाता है। इस बार यह शुभ तिथि 13 जुलाई दिन बुधवार को है।

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः आषाढ़ 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः त्रयोदशी सांय काल 07.42 तक है, 

वारः शुक्रवार।

नोटः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः मूल रात्रि काल 02.55 तक है, 

योग ऐन्द्र अरूणोदयः काल 02.41 तक है, 

करणः कौलव ,

सूर्य राशिः कर्क, चन्द्र राशिः धनु, 

राहू कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.39, सूर्यास्तः 07.15 बजे।