अखिल भारतीय ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सरकार द्वारा 5 फ़ीसदी बढ़ाई जाने वाली टोल दरों पर कड़ी आपत्ति जताई 

  • सरकार बढ़ाई हुई टोल दरें वापस ले और पुलिस, आरटीओ व बॉर्डरों पर फले भ्रष्टाचार से निजात दिलवाए : आरएस कौशिक
  • सरकार को चेतावनी : तुरंत प्रभाव से बढ़ाई गई टोल दरें वापस ली जाए अन्यथा ट्रांसपोर्टर सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर होंगे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 07 जून :

अखिल भारतीय ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सरकार द्वारा 5 फ़ीसदी बढ़ाई जाने वाली टोल दरों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि सरकार बढाई हुई टोल दरें तुरंत प्रभाव से वापस ले और पुलिस, आरटीओ व बॉर्डरों पर फले भ्रष्टाचार से निजात दिलवाए। अखिल भारतीय ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, पंजाब के अध्यक्ष आरएस कौशिक ने उक्त आशय का बयान जारी करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि बढ़ाई गई टोल दरें वापस ना लिए जाने पर ट्रांसपोर्टर सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।  

उन्होंने कहा चुनाव के रुझान आते ही केंद्र की भाजपा नीत सरकार ने ट्रांसपोर्टर एवं आमजन के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। उन्होंने बताया हर प्रदेश के तरह-तरह के जबरदस्ती थोपे गए टैक्स, पुलिस, आरटीओ, बॉर्डरों पर फैले भ्रष्टाचार की वजह से ट्रांसपोर्टर पहले ही घाटे में चल रहे हैं। वह डीजल से ज्यादा टोल टैक्स दे रहे हैं। गाड़ी खरीदने समय भी एकमुश्त मोटी रकम रोड टैक्स के रूप में देते हैं। 

आरएस कौशिक ने कहा बिना किसी सरकारी मदद, प्रोत्साहन वे लोग देश के कोने-कोने तक जरूरत का समान समय पर पहुँचाने के अहम् कार्य में पूरी मेहनत से जुटे हुए हैं व देश की प्रगति में योगदान दे रहे हैं, परन्तु फिर भी आज तक ट्रांसपोर्टरों की ऐसी दुर्दशा पहले कभी नहीं हुई। 

आरएस कौशिक ने कहा कि किसानों एवं सैनिकों की तरह देश की आर्थिक एवं सामाजिक प्रगति में अहम भूमिका निभाने वाले ट्रांसपोर्टरों को मरने के लिए मजबूर करने की बजाय सरकार उन्हें सुख सुविधा प्रदान कर प्रोत्साहित करे।