पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 09 मई 2024
नोटः आज से वैशाख शुक्ल पक्ष प्रारम्भ हो रहा है। तथा आज श्री शिवाजी जयंती है। द्वितीया तिथि का क्षय है।
श्री शिवाजी जयंती : शिवाजी महाराज का नाम शिवाजी भोसले था और वह भोंसले मराठा वंश के सदस्य थे। उनका जन्म 1630 में हिंदू कैलेंडर फाल्गुन के कृष्ण पक्ष 3 के अनुसार मराठी शालिवाहन पर शिवनेरी किले में हुआ था। मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती फरवरी माह में मनाई जाती है। शिवाजी भारत के वीर सपूतों में से एक हैं, जिनकी शौर्यगाथा इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गई है। छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता की मिसाल केवल महाराष्ट्र में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में दी जाती है और गर्व के साथ उनका नाम लिया जाता है। शिवाजी महाराज एक देशभक्त के साथ ही एक कुशल प्रशासन और साहसी योद्धा थे। उन्होंने मुगलों को परास्त किया था। राष्ट्र को मुगलों के चंगुल से आजाद कराने के लिए उन्होंने मराठा साम्राज्य की नींव रखी। उन्हें सबसे महान मराठा शासकों में से एक माना जाता है, जिन्होंने बीजापुर के आदिलशाही सल्तनत से एक क्षेत्र बनाया, जिसने मराठा साम्राज्य की शुरुआत को चिह्नित किया।
विक्रमी संवत्ः 2081,
शक संवत्ः 1946,
मासः वैशाख
पक्षः शुक्ल,
तिथिः प्रतिपदा प्रातः काल 06.22 तक है,
वारः गुरूवार।
नोटः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः कृतिका प्रातः काल 11.56 तक हैं,
योगः शोभन रात्रि काल 02.41 तक,
करणः वणिज,
सूर्य राशिः मेष, चन्द्र राशिः वृष,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः 05.38, सूर्यास्तः 06.58 बजे।