महाशिवरात्रि का शुभ लग्न व नक्षत्र सम्पूर्ण जगत के लिए लाभकारी सिद्ध होगा : जितेंद्र शास्त्री
ऐतिहासिक स्वम्भू शिव मंदिर में लाखों श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया
सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 08 मार्च :
यमुनानगर क्षेत्र के ऐतिहासिक व प्राचीन मंदिर स्वयंभू शिवलिंग मंदिर भटली में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर 7 मार्च मध्य रात्रि से ही भगवान शिव जी का कलशपूजन व जलाभिषेक प्रारंभ हुआ। इस बारे में जानकारी देते हुए स्वयंभू शिव मंदिर भटली के पुजारी आचार्य जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी मंदिर परिसर में पिछले 3 दिनों से मंदिर परिसर में भंडारा चल रहा है। मन्दिर कमेटी के द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की व्यवस्था की गई थी। शास्त्री ने बताया कि 7 मार्च वीरवार मध्य रात्रि से ही भगवान शिव का जलाभिषेक विधि विधान से प्रारंभ किया गया और मध्यरात्रि से ही श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की आराधना शुरू कर दी। शास्त्री ने बताया कि यह मंदिर प्राचीन काल से इस क्षेत्र में है तथा मंदिर की महत्वता न केवल जिले में अपितु देश, विदेशों में हैं। इस बार महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। भटली शिव मंदिर का व्याख्यान सनातन संस्कृति में किया जाता है तथा वेद पुराणों में स्वम्भू शिवलिंग की महिमा का गुणगान किया गया है। शास्त्री ने बताया कि अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने इस जगह पर विश्राम किया था और उसी दौरान यहां स्वयंभू शिवलिंग स्थापित हुआ था। आचार्य जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि पर्व शुक्रवार को होना स्वंम में बहुत ही पुण्यकारी हैं। उन्होंने कहा कि पर्व का शुभ लग्न और शुभ नक्षत्र में होना सम्पूर्ण जगत के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। महाशिवरात्रि के अवसर पर मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से व्रत के लिए विशेष भंडारा का आयोजन भी किया गया था ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो। इसके उपरांत 11 मार्च को पंचायती भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा, इस दौरान प्रातः 9 बजे हवन यज्ञ और दोपहर 12 बजे भगवान शिव का प्रसाद वितरित किया जाएगा। मंदिर के पुजारी आचार्य जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि मंदिर की महिमा का हर वर्ष आने वाले श्रद्धालुओं की भारी संख्या से सहज लगाया जा सकता है। इस अवसर पर मंदिर प्रबंधक कमेटी के प्रधान पूरनचंद,बरखा राम,मोहन लाल, रामकुमार, राजबीर, तेजपाल लाठर,संजीव का विशेष योगदान रहा।