सिटी आर्किटेक्ट सुरिंदर बाहगा को मिला ‘प्रेसिडेंशियल स्पेशल रिकॉग्निशन’ अवार्ड
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 12 फरवरी
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स (आईआईए), मुंबई ने इंडियन आर्किटेक्चर पर साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए शहर के आर्किटेक्ट सुरिंदर बाहगा को ’प्रेसिडेंशियल स्पेशल रिकॉग्निशन’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड उन्हें लखनऊ में 9-11 फरवरी 2024 को आयोजित आईआईए नेशनल काॅफ्रेंस के समापन समारोह के दौरान प्रदान किया गया। उनकी पुस्तक ’फ्रॉम फॉलोज रूट्स-आर्किटेक्चर फॉर इंडिया’ का कुछ पूर्व ही विमोचन किया गया था। उन्होंने ’मॉडर्न आर्किटेक्चर इन इंडियाः पोस्ट इंडिपेंडेंस पर्सपेक्टिव’, ’न्यू इंडियन होम्स’ और ’ली कोर्बुजिएर एंड पियरे जेनरे: फुटप्रिंट्स ऑन द सैंड्स ऑफ इंडियन आर्किटेक्चर’ नामक तीन पुस्तकों का सह-लेखन किया है। उन्होंने स्विस आर्ट्स काउंसिल के लिए ली कोर्बुजिएर और पियरे जेनरे के जीवन और कार्यों पर एक ट्रेवल एग्जीबिशन ’ए ड्रीम रियलाइज्ड’ पर शोध किया है। उन्होंने 2010 में एनआईटी, हमीरपुर में आयोजित ’ अर्बनिज़म एंड ग्रीन आर्किटेक्चर’, काॅन्टेम्पररी आर्किटेक्चरः बियाॅंड कॉर्बूजिएररिज्म’ – 2011 में, एनआईसीएचई-2014 और री-डिस्कवरिंग सिटीज-2015 के कांफ्रेंस की कार्यवाही के सह-संपादक के रूप में काम किया।
आर्किटेक्ट सुरिंदर बाहगा ने चंडीगढ़ में आर्किटेक्चर आर्गेनाईजेशन ’साकार फाउंडेशन’ की स्थापना की है।
उनकी रचनाएँ कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। उनके दो चर्चिस को पाकिस्तान के लाहौर में आयोजित 5वीं एशियाई आर्किटेक्ट्स कांग्रेस में प्रदर्शित किया गया था। उनके काम को सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स द्वारा आयोजित आर्किफेस्ट एग्जीबिशन में प्रदर्शित किया गया था।
एनर्जी-एफिशिएंट हाउसिंग डिजाइन के लिए बाहगा को एचयूडीसीओ द्वारा 1995 में सर एम. विश्वेश्वरैया अवार्ड दिया गया था। चंडीगढ़ में उनके बैपटिस्ट चर्च को नाॅन-कंवेंशनल सोर्स मंत्रालय और टीईआरआई द्वारा भारत में सर्वश्रेष्ठ 41 एनर्जी-एफिशियेंट बिल्डिंग्स में से एक के रूप में चुना गया है। उन्हें आर्किटेक्चरल एसोसिएशन, लंदन से माइकल वेंट्रिस अवाॅर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। बाहगा और पुरी द्वारा डिजाइन किए गए पुलिस मेमोरियल, जम्मू को इंडियन कंक्रीट इंस्टीट्यूट से उत्कृष्ट कंक्रीट स्ट्रक्चर अवाॅर्ड प्राप्त हुआ है।
उन्होंने दो कार्यकाल (2008-2012) के लिए आईआईए, चंडीगढ़-पंजाब चैप्टर के चेयरमैन के रूप में काम किया। उन्होंने जनवरी 2013 से मई 2015 तक आईआईए पब्लिकेशन बोर्ड के चेयरमैन और जर्नल ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स के एडिटर के रूप में काम किया। उन्हें 2012-16 की अवधि के लिए चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षद के रूप में नामित किया गया था। उन्होंने चंडीगढ़ नगर निगम की उच्चाधिकार प्राप्त फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी के सदस्य के रूप में काम किया। वह चंडीगढ़ नगर निगम की ’बिल्डिंग एंड रोड्स’ के लिए कमेटी के चेयरमैन थे। वर्तमान में, वह केंद्र शासित प्रदेशों पर भारत के गृह मंत्री की सलाहकार समिति के सदस्य हैं। उन्हें 2021 से 2024 की अवधि के लिए चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के सदस्य और फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चंडीगढ़ चैप्टर के प्रेसिडेंट के रूप में नियुक्त किया गया है।