अमित शाह ने वीर बाल दिवस के अवसर पर श्री बड़ी संगत साहिब में मत्था टेककर लिया आशीर्वाद 

अमित शाह ने वीर बाल दिवस के अवसर पर पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित गुरुद्वारा श्री बड़ी संगत साहिब में मत्था टेककर लिया आशीर्वाद 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 26दिसम्बर  :

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने वीर बाल दिवस के अवसर पर आज पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित गुरुद्वारा श्री बड़ी संगत साहिब में मत्था टेककर आशीर्वाद लिया। इस ऐतिहासिक गुरुद्वारे को गुरु नानक देव जी व गुरु तेग बहादुर जी की संगत का आशीष प्राप्त है। एक्स पर एक पोस्ट में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ‘वीर बाल दिवस’ के दिन यहाँ सत्संग सुनना उनके लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है।उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी के साहिबजादों द्वारा छोटी उम्र में ही धर्म और सत्य की रक्षा के लिए दिए गए सर्वोच्च बलिदान युगों-युगों तक हम सभी को प्रेरणा प्रदान करते रहेंगे।

एक्स प्लेटफॉर्म पर एक अन्य पोस्ट में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज वीर बाल दिवस के अवसर पर गुरु गोविन्द सिंह जी के चार साहिबज़ादों और माता गुजरी जी को नमन किया।श्री अमित शाह ने कहा कि चार साहिबज़ादों और माता गुजरी ने मुग़लों के निर्दयी शासन का साहस के साथ सामना किया और धर्म परिवर्तन से इंकार करते हुए शहादत को चुना।

उन्होंने कहा कि उनका अतुलनीय साहस आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने चार साहिबज़ादों के शहीदी दिवस को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर उनके त्याग की कहानी को देश और दुनिया के हर कोने में पहुंचाया है।

शहीद उधमसिंह चौक पर क्रान्तिकारी शहीद उधमसिंह की 124 वीं जयंति मनाई गई

  • पंचकूला में सेक्टर 5-11 शहीद उधमसिंह चौक पर क्रान्तिकारी शहीद उधमसिंह की 124 वीं जयंति मनाई गई ।   
  • शहीद उधमसिंह एक महान क्रांतिकारी व भारत माँ के सच्चे सपूत थे : ओ पी सिहाग 

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी  – 26 दिसम्बर  :

 आज पंचकुला  के सेक्टर 5-11 चौक पर शहीद उधमसिंह की 124 वी जयंती के अवसर पर कम्बोज सभा जिला पंचकूला एवं शहीद भगत सिंह जागृति मंच के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में जजपा नेता ओ पी सिहाग ने शहीद उधम सिंह  को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनको नमन किया तथा कहा कि हमे देश के लिए जान न्यौछावर करने वाले  क्रान्तिकारी वीर बहादुर शहीदों को हमेशा याद रखना चाहिए। उनकी कुर्बानियों की वजह से आज हम आजाद भारत की खुली हवा में साँस ले रहे हैं । उन्होंने कहा कि ऐसे  वीर शहीद विरले ही पैदा होते हैं जिनके लिए अपनी मातृभूमि एवं अपने देश से  ऊपर कुछ नहीं होता । उन्होने कहा कि अमर शहीद उधमसिंह महान  क्रान्तिकारी तथा भारत माता के सच्चे  सपूत थे। जजपा नेता सिहाग ने पंचकूला में वीर शहीदों  को लगातर याद करके उनकी जयंती या पुनःतिथि /शहादत के दिन बारे कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए जगदीश भगत सिंह की भूरि भूरि प्रशंसा की तथा कहा कि हमे फक्र है कि जगदीश भगत सिंह जैसे साथी पंचकूला में शहीदों की शहादत बारे आमजन को बताकर उनको देश भक्ति बारे प्रेरित करते रहते हैं विशेषकर युवा पीढ़ी को वो लगातार अपने कार्यक्रमों का हिस्सा बनाते रहते है ।

 प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर एम एम जुनेजा ने शहीद उधम सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित करने  के बाद क्रांतिकारी शहीद उधमसिंह की जीवनी पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम के सह आयोजक शहीद भगत सिंह जागृति मंच के प्रधान जगदीश भगत सिंह ने भी शहीद उधम सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किए व शहीदों के सम्मान में नारे लगवाये।                                                                     इस अवसर पर जिला कम्बोज सभा के अध्यक्ष रवीन्द्र कम्बोज, डॉ महेंद्र कम्बोज,सीताश्याम कम्बोज, ख़ज़ान सिंह  कम्बोज, कृष्ण कम्बोज, ए सी पी क्राइम पंचकुला अरविंद कम्बोज,हरिभूषण कम्बोज, वरिष्ठ जजपा नेता सुरिन्दर चड्डा, ईश्वर सिंहमार , डॉ आर के रंगा, जगदीश सिंह तंवर,दीपक शर्मा आदि सहित काफी लोगों ने  वीर शहीद उधम सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

सेक्टर 14 के साईं पार्क में राधा नाम संकीर्तन का आयोजन

सारी दुनिया है दीवानी राधा रानी नाम की.. ..

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 26 दिसम्बर  :

 सेक्टर 14 वासियों द्वारा गठित फ्रेंडस क्लब ने श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति, विकास नगर के सहयोग से सेक्टर के साईं पार्क में श्रीराधा नाम संकीर्तन का आयोजन किया। क्लब के प्रधान धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि भजन गायक विजय महाजन, कुशल व राधिका ढींगड़ा ने भजनों की वर्षा की।

गाये गये भजनों में राधा तेरे चरणों की गर धूल भी मिल जाए.. .., मीठे रस से भरो री राधा रानी लागे.. .., राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा.. .., लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा.. .., सारी दुनिया है दीवानी राधा रानी नाम की.. .. आदि  मुख्य रहे।

        इस अवसर पर सेक्टर वासी भूषण झांब, भारत मेहता, लीलाधर सोनी, हिमांशु कुकड़ेजा, नितिन लोहिया, सुरेन्द्र बंसल, डॉ. हेमंत दहिया, सन्नी मेहता, अनिल आहुजा, आशीष मेहता, नवीन तनेजा, मुुकेश छाबड़ा, रोबिन पाहुजाा, सचिन, गौरव, डॉ. अजित टेलटिया, परविन्द्र तोमर, संदीप त्यागी, अरूण बंसल, हन्नी मेहता, अंकुर गोयल, आनंद गौरव बंसल, ईश झांब, एस.आर. डालमिया, वरूण, संदीप ढींगड़ा आदि उपस्थित रहे।

अग्रसैन भवन में देर रात तक गूंजे श्याम बाबा के जयकारे

  • खाटू धाम से आये महाराज श्याम सिंह चौहान व दिल्ली की प्राची-प्रिया ठाकुर ने रंग जमाया
  • आएगा मेरा सांवरा दिल से बुला के देख .. .. .. ..

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 26दिसम्बर  :

 श्रीश्याम हनुमान दीवाने सेवा मंडल के तत्वाधान में अग्रसैन भवन में तुलसी दिवस के उपलक्ष्य में द्वितीय श्रीखाटू श्याम महोत्सव का आयोजन किया गया। देर रात तक श्याम बाबा के जयकारे गूंजते रहे व श्रद्धालु घंटों तक झूमते रहे। मंडल के प्रधान आशुतोष परुथी ने बताया कि दोपहर बाद तुलसी पूजन कार्यक्रम किया गया जिसमें सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। इसके बाद संस्था के सरपरस्त अंजनी कुमार खारियावाला, संरक्षक संजय गुप्ता, संस्थापक एन.के.गोयल व सर्व श्रीश्याम मंडल के प्रधान दीपक गर्ग के सान्निध्य में हुई भजन संध्या में पुजारी निज मंदिर सेवक परिवार खाटू धाम से महाराज श्याम सिंह चौहान, पालम दिल्ली से प्राची-प्रिया ठाकुर, रिवाड़ी से शिवम अग्रवाल, उचाना मंडी से सोनू बंसल, हिसार की टीवी कलाकार सिद्धि सिंह श्याम बाबा का गुणगान किया। गाये गये भजनों में जब तक सांसें चलेंगी, मुझे न भुलाना बाबा, मुड़-मुड़ के देखूं श्याम, तू जाने तेरो काम जाने, मतलब की इस दुनिया से मुझको तो नफरत है, नजर जरा मिला रे सांवरे, कभी तेरी चौखट न छोडेंग़े हम, क्या-क्या दिया है श्याम ने कैसे बताऊं मैं, थारे हाथां सौंप दी घर की चाबी, कुछ तो है सरकार तेरी सरकारी में, ये बाबा तो मेरा रखवाला है, आएगा मेरा सांवरा दिल से बुला के देख शामिल रहे। मंच संचालन सिरसा के राजेश गोयल ने किया।
           महोत्सव में केबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता, पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल के प्रतिनिधि जगदीश जिंदल, हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग, मेयर गौतम सरदाना, पार्षछ जगमोहन मित्तल, प्रवीन जैन, रामचंद्र गुप्ता, कमल पुरोहित, बीड़ बबरान धाम से निज पुजारी विनय शर्मा, रतनलाल गोयल, हांसी से मुकुल, पवन असरावां, रामनिवास राड़ा, दुनीचंद गोयल, प्रतीक बंसल सोनू, सुरेश जैन, ऋषिरात बुड़ाकिया, बंटी गोयल, संजय डालमिया, अनिल सिंगला, गुजवि से प्रो. यशपाल सिंगला, भरत जैन, अरूण सेतिया, सज्जन गुप्ता, डॉ. वैभव बिदानी, गोबिंद बंसल, राजेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र श्योराण विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित हुए। मंडल के प्रधान आशुतोष परुथी, प्रदीप गोयल, अरूण ओस्तवाल, अनुज बिश्नोई, संदीप बिंदल, विवेक जैन, दीपक गौड़, नमन बंसल, नितिन सोनी, नवीन बंसल, सुमित गोयल, रोहन गोयल, लवकुश, सुधीर राठौर, सुदीप सांगवान आदि ने अतिथियों को पटका पहनाकर व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। खाटू श्याम भंडारा ट्रस्ट व श्रीश्याम दर्शन परिवार ने भंडारे की व्यवस्था संभाली। नगर के सभी श्याम मडंलों से जुड़े श्याम प्रेमियों ने महोत्सव में भाग लेकर बाबा का आशीर्वाद लिया।  

अग्रोहा धाम में नव वर्ष पर 1 जनवरी को देशवासियों की खुशी के लिए भव्य हवन यज्ञ

अग्रोहा धाम में नव वर्ष पर 1 जनवरी को देशवासियों की खुशी के लिए भव्य हवन यज्ञ व भंडारे का आयोजन किया जाएगा- बजरंग गर्ग

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 26 दिसम्बर  :

अग्रोहा धाम में पूर्णिमा के पावन पर्व पर भव्य भजन समारोह, छप्पन भोग, भंडारा व वैश्य समाज के प्रतिनिधियों की कार्य समिति की बैठक अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों ने परिवार सहित भाग लिया। इस अवसर पर बजरंग गर्ग ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि  पूर्णिमा के पावन पर्व पर अग्रोहा धाम में भव्य भजन समारोह का आयोजन हुआ और माता लक्ष्मी जी के मंदिर में छप्पन भोग लगाया गया। अग्रोहा धाम देश की जनता का आस्था का मुख्य केंद्र बन गया है। जहां पर देश व विदेश से हर रोज भारी संख्या में भक्तजन अग्रोहा धाम में दर्शन के लिए आ रहे हैं। बजरंग गर्ग ने कहा कि वैश्य समाज के लोग अपने बच्चों के रिश्ते, जन्मदिन, शादी की सालगिरह, अपने बच्चों का विवाह अग्रोहा धाम में बड़े उत्साह के साथ मना कर सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। अग्रोहा धाम में ठहरने, खाने के साथ-साथ विवाह-शादी व अन्य कार्यक्रम करने के लिए भव्य तीन ग्राउंड के साथ-साथ हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। समाज के लोगों की आस्था है कि अग्रोहा धाम में युवक-युवतियों का रिश्ता तय करने के लिए जो भी परिवार वहां अपने बच्चों के लिए आते हैं उनका रिश्ता 100 प्रतिशत तय हो जाता है। ऐसी विशेष कृपा माता लक्ष्मी जी की होती है और देवी-देवताओं के मंदिर में बच्चों का रिश्ता होने से उनका पारिवारिक जीवन सफल व सुख में रहता है। बजरंग गर्ग ने कहा कि अग्रोहा धाम में नव वर्ष के स्वागत में 1 जनवरी को भव्य हवन यज्ञ व भंडारे का आयोजन किया जाएगा। जिसमें समस्त देश व प्रदेशवासियों की खुशहाली के लिए कामना की जाएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य नर्मदा शंकर पुरी महाराज को व समाज के प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और भजन सम्राट मोहन तनेजा की टीम द्वारा देवी-देवताओं पर अनेकों भजन सुनाएं। इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी प्रेमचंद सिंगला टोहाना, राष्ट्रीय महासचिव चूड़ियां राम गोयल, कोषाध्यक्ष पवन गर्ग, राष्ट्रीय संयोजक अनंत अग्रवाल, अग्रोहा ब्लॉक युवा प्रधान रवि सिंगला, जगदीश तायल, निरंजन गोयल, राजेश गोयल बगाल,अग्रवाल समाज हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, मनीष गोस्वामी,
 राजकुमार अग्रवाल यूपी, प्रदीप बंसल दिल्ली, मुरारी लाल अग्रवाल राजस्थान, सुभाष गोयल गुरुग्राम, लक्ष्मण अग्रवाल सिक्किम, विजय गर्ग पटियाला, महेश अग्रवाल मथुरा, आशीष सिंगल बरवाला आदि समाज के प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद थे।

चंडीगढ़  निवासी अंकित मलिक ने युनाम शिखर पर लहराया तिरंगा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 26दिसम्बर  :

चंडीगढ़ निवासी, अंकित मलिक जिन्हे टाइगर तथा फिटनेस फ्रीक के नाम से जाना जाता है ने हाल ही में युनाम शिखर, जिसकी ऊचाईं तकरीबन 6111 मीटर है, उस पर भारत का तिरंगा लहराया है।  इसमें उनके साथ उनके सहयोगी पर्वतारोही वीना ठाकुर तथा करमजोत टिवाना जी ने भी अपने साहस की मिसाल देते हुए इनका पूरा साथ दिया। इसके अलावा अंकित ने 20,000 फीट पर्वत की ऊंचाई पर सैकड़ों पुशअप्स लगाकर, युवाओ के लिये एक मिसाल भी कायम की है।   

इसके साथ ही उन्होंने कई ऐसे नामुमकिन कार्यो को मुमकिन कर दिखाया है जिसके बारे में शायद ही कोई साधरण व्यक्ति  कल्पना कर पाए। अंकित मलिक उर्फ़ टाइगर ने दुनिया के सबसे बड़े हिमालय पर्वत के कई शिखरो को बड़े आसानी से फतेह कर दिखाया है।
इसके इलावा अंकित ने अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के साथ मिलकर यह फ्रेंडशिप पीक पर तिरंगा भी लहरा चुके है जिसकी उंचाई 17346 फीट है। 

इसके अलावा आपको यह भी बता दे कि, इस संस्था द्वारा पर्वतारोहण से सम्बंधित शिविर आयोजित कराये जाते हैं जिसमें दुनिया भर से गिने चुने साहसी लोग ही इन शिविरों मे हिस्सा लेने आते हैं। जिसमे अंकित मलिक उर्फ़ टाइगर ने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया और पर्यावरण कि सुरक्षा व संरक्षण का भी ध्यान रखा।

केवल इतना ही नहीं, गत वर्ष अप्रैल माह में अफ्रीका में स्थित दुनिया के सबसे उंचे शिखर किलिमंजारो को भी फतेह कर चुके है। जिसको फतेह करने में टाइगर ने सिर्फ 22घंटो का वक्त लिया जो की किसी भी भारतीय द्वारा लिया गया सब से कम वक्त है जो कि पूरे विश्व कि सबसे उंची वॉलकेनिक शिखर भी है। यहां चोटी पर पहुंच कर उन्होंने हरियाणवी हुक्का जलाया और साथ ही सैकड़ों पुश अप भी लगाए। ऐसे ही कारनामो से प्रसिद्ध मिस्टर टाइगर मलिक जी फिटनेस को बढ़ावा देते हुए अपने पथ पर निरंतर अग्रसर है।

आज भारत में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं : उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़

उपराष्ट्रपति ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के दीक्षांत समारोह में  छात्रों से टेक्नोलॉजी से जुड़ने का आह्वान किया

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 26 दिसम्बर  :

उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, डॉ. (श्रीमती) सुदेश धनखड़ के साथ आज अपने एकदिवसीय दौरे पर हरियाणा के रोहतक पहुंचे जहां उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित  दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। अपने सम्बोधन के दौरान उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा कि भारतीयता हमारी पहचान है, भारत का हित सर्वोपरि है! हमने जो विरासत पाई है, दुनिया के किसी देश ने ऐसी विरासत नहीं पाई है, हमने जो अप्रत्याशित प्रगति हाल के वर्षों में की है, दुनिया उससे अचंभित है!दुनिया में भारत की बढ़ती शाख को का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति आईएमएफ और विश्व बैंक के अनुसार, भारत निवेश और अवसर का सबसे पसंदीदा स्थान है।डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा गुरुजनों का आदर, परिजनों की सेवा और देश का सम्मान आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। हम उस भारत के नागरिक हैं जहाँ बुज़ुर्गों का सम्मान होता है।कोई भी परिस्थिति हो, अपने माता-पिता का हमेशा ध्यान रखें। उनकी सेवा में ही ईश्वर है।भारत विरोधी नरेटिव चलाने वालों को लक्ष्य करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुझे पीड़ा होती है जब भारत का कोई नागरिक, भारतीयता में विश्वास करने वाला, हमारे देश को नीचा दिखाता है, हमारी प्रगति को धूमिल करता है, हमारी संवैधानिक संस्थाओं को कलंकित करता है, उन्होंने कहा ऐसे लोगों को हमारे संविधान  निर्माता डॉ. अंबेडकर की ऋषि वाणी को सुनना है जिन्होंने कहा था कि  “आपको पहले भारतीय होना चाहिए, अंत में भारतीय और भारतीय के अलावा कुछ नहीं।”उपराष्ट्रपति ने डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सचमुच भाग्यशाली हैं कि आप स्वयं को ‘अमृत काल’ के पारितंत्र में हैं! ‘अमृत काल’ ही हमारा ‘गौरव काल’ है। अब आपकी असीम ऊर्जा को उजागर करने और आपकी प्रतिभा और क्षमता को पूरी तरह से साकार करने के दरवाजे खुले हैं।उपराष्ट्रपति ने कहा देश के युवा नए भारत के अगुआ हैं, इस देश में युवा दिमागों की उपलब्धियाँ असाधारण  हैं,युवाओं ने भारत को दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में मदद की है। उन्होंने एक ऐसा पारितंत्र बनाया है जो हमें 2030 के अंत तक तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बना देगा। हमारे युवाओं ने कृषि क्षेत्र में क्रांति ला दी है, और देश में दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप पारितंत्र बनाया है, उन्होने आगे कहा कि उनका योगदान ऐसा है कि भारत@2047 एक विकसित राष्ट्र होगा। भारत विश्वगुरु बनेगा; इसके बारे में कोई संदेह नहीं है!

उपराष्ट्रपति ने कहा हम एक ऐसे युग में रह रहे हैं जहां भारत का प्रभाव और क्षमता हमारी सीमाओं के पार भी महसूस किया जाता है, भारत के बाहर भारतीय होना हमारे लिए आज गर्व की बात है, अपने राष्ट्र, अपनी मातृ संस्था और समाज के उत्थान में योगदान देने से बढ़कर जीवन में कोई खुशी नहीं हो सकती।भारत की तकनीकी क्षेत्र में बढ़ती ताकत का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश ने उभरती विघटनकारी प्रौद्योगिकियों के दोहन में संलग्न होने के लिए दुनिया के अग्रणी देशों में से एक के रूप में बड़ी पहल की है, विघटनकारी प्रौद्योगिकी हमारे जीवन में प्रवेश कर चुकी हैं, यह हमारे कार्यस्थलों, कार्यालयों और घरों में प्रवेश कर चुकी है, हमें व्यापक जन कल्याण के लिए उनका सुरक्षित रूप में स्तेमाल करना चाहिए।उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसी भी विचार को क्रियान्वित करने के लिए साहस और दृढ़ता की आवश्यकता है उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हमेशा याद रखें, पैराशूट तभी काम करता है जब वह खुला हो। पैराशूट की तरह महान मस्तिष्क का होना किसी काम का नहीं है यदि आप इसे खोलते नहीं हैं और बाद में आपको उसका परिणाम भुगतना पड़ेता है, इसलिए, अपने दिमाग को खुला रखें और असफलता के डर से मुक्त रहें।श्री धनखड़ ने कहा भारत आज तेज गति से विकास यात्रा पर आगे बढ़ रहा है और यह अब बढ़त अजेय है, भारत दुनिया की  सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है। आज आपके पास देश में अवसरों की कोई कमी नहीं है भरपूर अवसर उपलब्ध हैं आप अपनी प्रतिभा का उपयोग कीजिए।उन्होंने कहा आप एक दशक पीछे जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि जो सत्ता के गलियारे दलालों से भरे रहते थे उन्हें आज पूरी तरीके से दलालों से मुक्त कर दिया गया है और आज भारत में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है।उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि पहले कुछ लोग अपने आप को कानून से ऊपर समझते थे उनको लगता था कि कानून उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता लेकिन कानून ने उनको अपने शिकंजे में जकड़ कर यह बता दिया कि प्रजातंत्र में कानून से ऊपर कोई नहीं होता है सभी के लिए एक समान कानून होता है और सबको कानून पालन करना पड़ता है।अंत में  उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमें अपने राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना चाहिए, भारत का हित सर्वोपरि है, भारतीयता में हमारा विश्वास अटूट है, हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए, हमें अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियां पर गर्व करना चाहिए।इस अवसर पर डॉ. (श्रीमती) सुदेश धनखड़, हरियाणा के राज्यपाल व कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय, हरियाणा सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री श्री मूल चंद्र शर्मा, लोक सभा सदस्य डॉ अरविंद कुमार शर्मा,  राज्यसभा सदस्य श्री रामचंद्र जांगडा, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह, श्री जस्टिस सूर्यकांत जज सुप्रीम कोर्ट, कार्यकारिणी परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय के प्राचार्य छात्र छात्राएं  एवं कई अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।

एनईआईएएफएमआर की क्षमता विकास के लिए योजनाओं की आधार शिला रखी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 26 दिसम्बर  :

केंद्रीय जहाजरानी, पोत और जलमार्ग और आयुष मंत्री, सर्बानन्दसोणोंवाल और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री, पेमा खांडू ने आज पूर्वोत्तर आयुर्वेद और लोक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (एनईआईएएफएमआर) की क्षमता विस्तार के लिए योजनाओं की आधारशिला रखी। एनईआईएएफएमआरमें कुल 53 करोड़ रुपये के निवेश से अतिरिक्त बुनियादी ढांचा विकसित किया जाएगा।

उत्तर पूर्वी आयुर्वेद और लोक चिकित्सा संस्थान (एनईआईएएफएमआर), पासीघाट की स्थापना पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल को मजबूत करने और विकसित करने के लिए की गई थी, जिसमें पूर्वोत्तर पर विशेष ध्यान दिया गया था। यह स्थानीय स्वास्थ्य परंपराओं और एथनो औषधीय प्रथाओं (EMPs) के सभी पहलुओं के लिए शीर्ष अनुसंधान केंद्र के रूप में कार्य कर रहा है। सरकार का लक्ष्य एनईआईएएफएमआर को और मजबूत करना है, जिसमें क्षेत्रीय रॉ ड्रग रिपॉजिटरी (आरआरडीआर) और संग्रहालय जैसे बुनियादी ढांचे शामिल हैं, परिष्कृत विश्लेषणात्मक उपकरण सुविधा (एसएआईएफ), कला पंचकर्म उपचार और अनुसंधान केंद्र के राज्य, पैरामेडिकल टीचिंग सेंटर, आदि एनईएआईएफएमआर में, निकट भविष्य में पासीघाट आदि शामिल हैं।

एनईआईएएफएमआर, संस्थान पूर्वोत्तर राज्यों की लोक चिकित्सा को मान्यता देने के साथ-साथ वैज्ञानिक रूप से दस्तावेज तैयार करने, रिकॉर्ड करने, शोध करने की दिशा में भी काम कर रहा है।

इस अवसर पर केंद्रीय जहाजरानी, पोत और जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्बानन्दसोणोंवाल ने कहा कि लोक-चिकित्सा में मानव समाज को स्वस्थ रखने की समृद्ध विरासत हजारों वर्षों सेसमाई हुई है। हमारे समाज के बीच बसी हुई यह धरोहर पीढ़ियों से मानव जीवन को समृद्ध करने में हमारी मदद करती आ रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने और लोगों को समृद्ध जीवन का अनुभव प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री ने अरुणाचल प्रदेश में सोवा-रिगपा चिकित्सा पद्धति का एक नया केंद्र खोले जाने की घोषणा भी की।

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रीपेमा खांडू ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि, हमें बहुत खुशी है कि अरुणाचल प्रदेश का एक संस्थान- पूर्वोत्तर आयुर्वेद और लोक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (एनईआईएएफएमआर), पूर्वोत्तर राज्यों की लोक चिकित्सा की समृद्धि विरासत का सदुपयोग करने की दिशा में  प्रयास कर रहा है।

इस कार्यक्रम में अरुणाचल प्रदेश विधानसभा के स्पीकर श्री पासंग दोरजी भी शामिल हुए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, महिला एवं बाल विकास तथा जनजातीय कार्य, अरुणाचल प्रदेश सरकार, आलो लिबांग; अरुणाचल पूर्व के सांसद (लोकसभा), तापीर गाओ; 38 पासीघाट पूर्व के विधायक, कलिंग मोयोंग; पासीघाट पश्चिम के विधायक, निनोग एरिंग; अरुणाचल प्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त, गुमझम हैदर; अरुणाचल प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. टोमो रिबा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में विकास के पथ पर अग्रसर

  • शिवालिक विकास बोर्ड वाइस चेयरमैन ओमप्रकाश देवीनगर 

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी  – 26 दिसम्बर  :

शिवालिक विकास बोर्ड वाइस चेयरमैन ओमप्रकाश देवीनगर ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार और हरियाणा की मनोहरलाल सरकार स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए देश में कल्याणकारी योजनाओं से सुशासन स्थापित कर रहे हैं    बीपीएल कार्ड जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना की परिकल्पना भी स्वर्गीय वाजपेयी ने की थी। मोदी-मनोहर सरकार भी गरीब कल्याण में लगी है। सभी लोगों से अटल जी के दिखाए मार्ग पर चलने की अपील की।

पंजाब विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में “ग़ालिब और हम” विषय पर विशेष लेक्चर का आयोजन

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 26 दिसम्बर  :

पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के उर्दू विभाग में पंजाब उर्दू अकादमी, मालेर कोटला (पंजाब सरकार) के सहयोग से “ग़ालिब और हम” पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया था। श्री इदरीस अहमद, जिन्होंने 1995 मे विभाग से परास्नातक किया था, आये। श्री इदरीस ने विभाग के विकास की सराहना करते हुए कहा कि आज मुझे जो भी सफलता मिली है, वह इसी विभाग की देन है. इसी बात ने मुझे ग़ालिब की ओर आकर्षित किया और ग़ालिब को जानने का मौका दिया। मिर्ज़ा ग़ालिब के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ग़ालिब की शायरी में बौद्धिक आयामों और आयामों के साथ-साथ लालित्य और परिष्कार भी देखने को मिलता है। व्यवहारिक जीवन में वह खुशमिजाज इंसान थे और हर गम को भूलकर आगे बढ़ने वाले थे। यही कारण है कि अल्ताफ हुसैन हाली ने उन्हें हैवान-ए-ज़रीफ़  कहा है।

प्रोफेसर रेहाना परवीन ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि गालिब कठिन से कठिन विषयों को भी बेहद सरलता और सहजता से समझाने में माहिर थे। ग़ालिब की जीवनी पर आगे चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मिर्ज़ा ग़ालिब के जीवन पर भारत और पाकिस्तान में कई नाटक और फिल्में बनी हैं, जिन्हें सार्वजनिक स्तर पर काफी लोकप्रियता मिली। इनमें उच्च बुद्धि और ज्ञान के बारे में कविताएं भी शामिल हैं। अल्लामा इक़बाल जिन्होंने ‘मिर्ज़ा ग़ालिब’ नामक अमर कविता भी लिखी।

विभाग के अध्यक्ष डॉ. अली अब्बास ने दोनों अतिथियों का स्वागत किया और छात्रों की जागरूकता के लिए ग़ालिब  के विशेषज्ञों के शोध कार्यों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग़ालिब के जीवन और उनके काव्य और साहित्यिक कार्यों पर कई लोगों ने काम किया है और उन्हों ने ग़ालिब के जीवन को विभिन्न पहलुओं से परखा भी है, लेकिन ग़ालिब की सार्वभौमिकता के कारण, अभी भी उनकी कई कविताएँ हैं, जिन पर कोई निश्चित राय नहीं दी जा सकती है। बल्कि, यह आने वाले समय में ध्यान देने योग्य बनी रहेगी। साथ ही उन्होंने ग़ालिब की शायरी पेश करते हुए यह भी कहा कि ग़ालिब एक महान शायर थे, लेकिन उन्होंने कुछ ऐसी शायरियां भी लिखी हैं जो उनके मिजाज के विपरीत लगती हैं। उनके बारे में यह भी कहा जाता है कि वह किसी को भी जल्द महत्व नहीं देते थे, हालांकि यह बात नहीं है बल्कि वह ज्ञान और कला को महत्व देते थे।

मालूम हो कि कार्यक्रम का आयोजन विभाग के शोध छात्र खलीकुर रहमान ने किया था. कार्यक्रम की शुरुआत में विभाग के छात्रों ने ग़ालिब की शायरी भी पेश की. अंत में फ़ारसी विभाग के शिक्षक डॉ. जुलफ़िकार अली ने प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और ग़ालिब की फ़ारसी शायरी पर प्रकाश डाला।