जब-जब धरती पर पाप बढ़ा, तब-तब अवतरित हुए भगवान : महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 28 दिसम्बर  :

श्री कल्याण कमल आश्रम हरिद्वार के अनंत श्री विभूषित 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि जब-जब धरती पर पाप का बोझ बढ़ा है या किसी दुष्ट द्वारा गरीबों पर अत्याचार किए गए हैं तब-तब भगवान ने किसी न किसी रुप में धरती पर अवतार लिया और दुष्टों का संहार किया। रावण के पापों का अंत करने के लिए भगवान ने श्री राम चंद्र के अवतार में जन्म लिया तो कंस के अत्याचारों से लोगों को निजात दिलाने के लिए भगवान श्री कृष्ण रुप में अवतरित हुए।देवभूमि हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज ने ये विचार रोज एनक्लेव स्थित श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर में आयोजित दिव्य श्री राम कथा एवं आध्यात्मिक प्रवचन कार्यक्रम दौरान व्यक्त किए।

कथा ही महिमा सुनाते हुए महाराज जी ने कहा कि कथा की सार्थकता तब ही सिद्ध होती है जब मनुष्य इसे अपने जीवन में धारण कर निरंतर हरि सिमरन करते हुए अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। अन्यथा कथा सिर्फ मनोरंजन मात्र तथा कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी। मनुष्य जब अच्छे कर्म करने के लिए आगे बढ़ता है तो सम्पूर्ण सृष्टि की शक्ति समाहित होकर मनुष्य का साथ देने में लग जाती है और खुद-ब-खुद सभी कार्य सफल होने लगते हैं। ठीक उसी तरह बुरे कर्मों की राह के दौरान सम्पूर्ण बुरी शक्तियां मनुष्य के साथ हो जाती हैं। इस दौरान मनुष्य को निर्णय करना होता कि उसे किस राह पर चलना है। अच्छे कर्मों वाली राह पर या बुरे कर्मों वाली राह पर, क्योंकि कर्म के अनुसार ही फल मिलता है। स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज ने कहा कि इंसान की सबसे बड़ी ताकत उसकी सोच होती है। मनुष्य जैसी सोच रखेगा, वैसा ही बनेगा। बड़ी सोच का बड़ा जादू होता है। बड़ी सोच रामसेतु का काम करती है। नाकारात्मक सोच जहां घर कर लेती है, वहां आपस में तनाव ही बढ़ता है। अपने से छोटों की कभी कमियां व गलतियां नहीं ढूंढनी चाहिएं। अगर जाने-जाने में भी कोई गलती कर बैठे तो उस पर वाद-विवाद खड़ा करने की बजाए उसे प्रेमपूर्वक ढंग से क्षमा करके उन्हें शिक्षा दोगे तो वैसी गलतियां वे दोबारा नहीं करेगा।

साकारात्मक विचारधारा से परिवार, समाज में आनंद व संगठन बना रहता है।कथा दौरान स्वामी श्री सुशांतानंद जी महाराज ने भी श्रद्धालुओं को प्रवचनों की अमृतवर्षा में स्नान कराने के साथ-साथ भजन गंगा में डुबकियां लगवाईं। इस मौके मंदिर प्रांगण प्रभु श्री राम चंद्र और वीर बजरंग बली जी के जयकारों से गूंज उठा। 

कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस पर हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में किया गया ध्वजारोहण 

कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक, हरियाणा कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज चांदवीर हुड्डा ने मिठाई बांटकर की खुशी जाहिर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28 दिसम्बर  :

कांग्रेस पार्टी के 139वें स्थापना दिवस पर हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक व हरियाणा कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज चांदवीर हुड्डा ने पार्टी का झंडा फहराया। और इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाईयां भी खिलाई।

विधायक जगबीर मलिक ने बताया कि हम इस पार्टी के झंडे तले संकल्प लेते हैं कि इस देश में नफरत को नहीं पनपने देंगे। और सभी धर्म और जातियों के लोगों को साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने कहा कि  28 दिसंबर, 1885 को जब कांग्रेस का गठन हुआ था, तब इसकी स्थापना के पीछे का मकसद वही था जो आज है। कांग्रेस का गठन तब हुआ जब अंग्रेज समाज में नफरत फैला रहे थे और लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ करने की कोशिश कर रहे थे। कांग्रेस का उद्देश्य समाज को एकजुट करना और ब्रिटिश शासन के चंगुल से मुक्त कराना था।

चांदवीर हुड्डा ने कहा कि हमें कांग्रेस पार्टी के सदस्य होने पर गर्व है। कांग्रेस पार्टी देश की सबसे पुरानी पार्टी है, जिसने देश की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। और कांग्रेस पार्टी सभी को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे देश औऱ प्रदेश में नफरत की राजनीति करती है, लेकिन कांग्रेस आज भी समाज में फैलाई जा रही नफरत का विरोध कर समाज मे सद्भावना स्थापित करने का काम कर रही । कांग्रेस पार्टी स्वतंत्रता सेनानियो और बलिदानियो कि पार्टी है । कांग्रेस ने एकता और अखंडता के लिए काम किया ।

पंजाब में गांव-गांव गुरमति प्रचार और प्रसार अभियान के लिए अपील

जीएमएफ द्वारा पंजाब सरकार, एसजीपीसी और शिरोमणि अकाली दल से पूरे पंजाब में गांव-गांव गुरमति प्रचार और प्रसार अभियान के लिए अपील

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28दिसम्बर  :

दिल्ली स्थित एक सामाजिक संगठन ग्लोबल मिडास फाउंडेशन (जीएमएफ) पिछले 3 वर्षों से सिखी मूल्यों ‘सरबत दा भला’ और ‘चडदी कला’ की विचारधारा के आधार पर पंथ और संगत की सेवा कर रहा है। जीएमएफ द्वारा पिछले तीन वर्षों में घर-घर सिखी प्रचार और प्रसार सेवा में कई उपराले किए गए, जैसे संगत पंगत, गुरमत समागम, शबद कीर्तन दरबार इत्यादी। इसमें 5 वर्ष से अधिक के बच्चे और उनके परिवार शामिल हुए। ग्लोबल मिडास फाउंडेशन के सहयोग से ग्लोबल मिडास इंटरनेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ सिख स्टडीज (जीएमआईआरआईएसएस) ने पूरे भारत में एक गुरमति परीक्षा टेस्ट श्रृंखला शुरू की है, जिसके प्रथम चरण उत्तराखंड और पंजाब भर के विभिन्न गांवों में सफलतापूर्वक आयोजित किए गए। इसमें 1000 से अधिक बच्चे शामिल हुए, जिसकी सारी जानकारी ग्लोबल मिडास शबद कीर्तन गुरबानी यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है ।

ग्लोबल मिडास फाउंडेशन के संस्थापक सरदार इंदर प्रीत सिंह ने बताया कि गुरमति प्रचार और प्रसार के लिए अपने निजी स्तर पर अध्यापक, बच्चे और उनके परिवार एक जुट होकर गुरमति विद्या को प्रथम स्तर पर रखें, ताकि भविष्य में देश विदेश में सिखी का प्रचार प्रसार कर सके और खुद भी प्रचारक बन सकें। उन्होंने कहा कि इसमें निष्ठा से एक परिवार बनके सभी एक दूसरे का सहयोग दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ निराशाजनक और चौंकाने वाले शिक्षण परिणाम, राजपुरा और पटियाला, पंजाब में आयोजित परीक्षाओं से फीडबैक में आए हैं, जो ऑन रिकॉर्ड दर्ज है। यह परिणाम दर्शाते हैं कि शायद ही कहीं कोई संगठित गुरमति शिक्षा दी जा रही है। गुरमति विद्या को बढ़ावा देने की इच्छाशक्ति की कमी है और यहां सीखने और सिखाने के संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल, निजी स्कूल और गांव स्तर पर सिंह सभा गुरुद्वारों में गुरमति किताबें उपलब्ध नहीं हैं। गुरमति शिक्षा के लिए पुस्तकालय, सीखने के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और बनाने का कोई प्रयास नहीं है। गांवों में जो शिक्षक गुरमति शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं, सरकारी, निजी स्कूलों और सिंह सभा गुरद्वारों से उनके लिए कोई प्रोत्साहन और सहायता उपलब्ध नहीं है। गुरमति विद्या प्रदान करने के लिए अध्यापक और बच्चों के लिए एमपी, विधायक और लोकल गुरुद्वारा कमेटियों द्वारा पढ़ाने के लिए जगह का आयोजन, पढ़ने के लिए किताबें, लिखने के लिए पेंसिल, नोटबुक, बैग जैसी बेसिक सहूलियत और व्यवस्था तक उपलब्ध नहीं है। जो माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी पढाई  देना चाहते हैं और सरकारी स्कूल की भी फीस नहीं दे पाते, वह उनको क्रिस्चियन मिशनरी स्कूल में दाखिल कराते हैं, जहां पर फीस माफ़ कर दी जाती है, किताबें और यूनिफार्म स्कूल द्वारा दी जाती हैं। इन जगहों पर पढ़कर कभी भी बच्चे सिखी से और अपने सभ्याचार से नहीं जुड़ पाते, ऐसी जगहों पर भी अगर गांवों के सिंह सभा गुरद्वारों में गुरमति की विद्या दी जाए, तो शायद वह गुरसिख बनें रह सके और अपने गुरु घरों से जुड़े रह सके। 

जीएमएफ ने इसी अध्य्यन को पूरे पंजाब कैबिनेट, विधायक, राज्य सभा और लोक सभा एमपी, एसजीपीसी, डीएसजीएमसी, एचजीपीसी, शिरोमणि अकाली दल, राष्ट्रीय कमीशन माइनोरिटीज (एनसीएम) के साथ सांझा किया है। इसी के साथ विदेश में सिख और पंजाबी कम्युनिटी से, एनआरआई से, सारी सिखों की धार्मिक, सियासी, सामाजिक कल्याण संस्थाओ से देश और विदेश में गांव गांव गुरमति प्रचार और  प्रसार कैंपेन उपराला चलाने की विनती की है। जीएमएफ की सारी टीम और वालंटियर ने, जहां भी जरुरत लगे, इस उपराले में अपनी सेवाएं देने की उपलव्धता बताई है।

मैकडॉनल्ड्स पेश किया स्पेशल कबाब रोल्स

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28 दिसम्बर  :

मैकडॉनल्ड्स इंडिया नॉर्थ एंड ईस्ट ने नए कबाब रोल्स की पेशकश की है। 139 रुपये की शुरुआती कीमत वाले इन देसी कबाब रोल्स को दो फ्लेवर पनीर कबाब रोल और चिकन कबाब रोल में पेश किया गया है।

मैकडॉनल्ड्स इंडिया- नॉर्थ एंड ईस्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव रंजन ने कहा, नई ऑफरिंग आपकी क्रेविंग्स को मिटाने और आनंददायक अनुभव देने के लिए तैयार है। आप कहीं रास्ते में हों, ऑफिस में गेट-टुगेदर हो या दोस्तों या परिवार के लोगों के साथ डाइनिंग-इन पर हों, हमारा मेन्यू हर मौके के हिसाब से आपकी जरूरत को पूरा करने का वादा करता है।

कबाब रोल्स को अपनी पसंद के प्रोटीन विकल्प पनीर या चिकन के साथ तैयार किया जाता है, जिसे बारीकी से कटे हुए प्याज के साथ ब्लेंड करके मालाबार पराठा में रैप किया जाता है, जो इसे स्वाद और सहूलियत का एक परफेक्ट बैलेंस बनाता है। इस स्वाद को और बढ़ाने के लिए इसे मिंट और मखनी मायो के साथ सर्व किया जाता है, जिससे हर बाइट में अनूठे फ्लेवर का एहसास होता है।

उत्तर एवं पूर्वी क्षेत्र में मैकडॉनल्ड्स के चुनिंदा आउटलेट्स पर कबाब रोल्स को अलग मेन्यू और मील ऑप्शन के रूप में उपलब्ध कराया गया है।

क्राफड ने मार्केट में चाय और  ब्रेड पकौड़े के लंगर का आयोजन किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28 दिसम्बर  :

माता गुजरी और साहिबजादों की शहादत को याद करते हुए क्राफड और तेरा ही तेरा मिशन, चंडीगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में सैक्टर 44 डी, चंडीगढ़ की मार्केट में चाय और  ब्रेड पकौड़े के लंगर का आयोजन किया गया।

क्राफड के महासचिव डा० अनीश गर्ग ने बताया कि तेरा ही तेरा मिशन के प्रमुख स. एच एस सभ्रवाल एवं परमपाल सिंह लवली और एरिया पार्षद जसमन सिंह ने सफाई कर्मियों एवं घरों में झाड़ू बर्तन करने वाली जरूरतमंद महिलाओं को गर्म जैकेट और ऊनी टोपियां वितरित कीं।

इस अवसर पर बिजेंदर कश्यप,समाज सेवक, रजत मल्होत्रा, चेयरमैन, चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड रेजिडेंट्स फैडरेशन, अनीता जोशी, प्रधान, आर डब्ल्यू सैक्टर 35, अनिल‌ वोहरा, कुलदीप सिंह गिल, सरबजीत सिंह लहरी,अनिल महाजन, योग गुरु नवीन कुमार इत्यादि गण मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

नगर निगम पंचकूला के निर्वाचित सदस्यों व महापौर के चुनाव को हुए 3 साल पूरे

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 28 दिसम्बर  :

आज नगर निगम पंचकूला के चुनाव आज से ठीक 3 साल पहले 27 दिसम्बर 2020 को सम्पन्न हुए थे तथा चुनाव का परिणाम 30 दिसम्बर 2020 को आया था तथा 2 जनवरी 2021 को हरियाणा  इलेक्शन कमिशन द्वारा निर्वाचित हुए वार्ड सदस्यों व मेयर के नामों की अधिसूचना जारी कर दी थी। इस बारे चर्चा करते हुए पंचकूला  के पुर्व जजपा शहरी जिला अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने कहा कि जिन उम्मीदों एवं आकांक्षाओं से पंचकूला के नागरिकों ने महापौर तथा वार्ड सदस्यों को चुना था उनमें से ज़्यादातर उन पर खरे नहीं उतर पाए। सिहाग ने कहा कि पंचकूला की जनता ने नगर निगम चुनाव में पहली दफा प्रत्यक्ष रूप से हुए महापौर के पद पर चुनाव में विजय प्राप्त करने वाले कुलभूषण गोयल से बहुत ज्यादा उम्मीदें थी पर वो उन को पूरी करने में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाए हैं ।

   ओ पी सिहाग ने कहा कि पंचकूला नगर निगम के महापौर को अपने पद की गरिमा तथा अपनी संवैधानिक  शक्तिओ के अनुरूप कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि  महापौर का पद बहुत बड़ा होता है तथा महापौर नगर निगम का सर्वेसर्वा होता है ।सिहाग  ने कहा कि निगम के चुनाव के वक्त हमारी पार्टी ने बहुत ज्यादा मेहनत करके उनकी जीत में योगदान दिया था पर पद पर बैठने के बाद वो हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं व 2 चुने हुए पार्षदों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। ओ पी सिहाग ने बताया कि बड़े ही दुःख व निराशा की बात है कि निगम आयुक्त तथा  महापौर ने चुनाव के तीन साल पूरे होने के बावजूद नगर निगम में खाली  पड़े वरिष्ठ उप-महापौर एवं उप- महापौर के चुनाव नहीं करवाये हैं ।                  

    ओ पी सिहाग ने कहा कि उनका मकसद किसी चुने हुए जन प्रतिनिधि की आलोचना करना नहीं है  परन्तु निगम क्षेत्र के नागरिको को जन सुविधाएं पूरी तरह से न प्रदान करने के कारण मुझे ऐसा लिखने  के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। आम लोगों में चर्चा है कि निगम क्षेत्र में पहले से ज्यादा कर्मचारी भर्ती करने,ज़्यादा मशीनरी खरीदने तथा लगभग 2 करोड़ रुपये प्रति माह पहले से अधिक खर्चा करने के बावजूद निगम क्षेत्र  की सफाई व्यवस्था खराब है । इसके अलावा सडकों की हालत,अवैध कब्जे ,शहर के चौको ,आवारा पशुओं, आवारा कुत्तों  एवं पॉलीथिन  की समस्या के समाधान में कोई ज्यादा सुधार नहीं हुआ है ।                                          ओपी सिहाग ने उम्मीद जतायी कि महापौर कुलभूषण गोयल खूब खुलकर धड़ल्ले से निगम क्षेत्र में लोगों को जन सुविधाएं प्रदान करने में निगम के अधिकारियों के सहयोग से आगामी बचे हुए दो सालों में कामयाब होंगे तथा जनहित  के अच्छे काम करके लोगों को  आम समस्याओं से निजात दिलाने में कामयाब होंगे।

Professor Ranju Bansal of UIPS, PU receives a research grant of Rs 60 lacs from ICMR

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh  – 28 December:

The Indian Council of Medical Research (ICMR), New Delhi has awarded a research grant of Rs 60 lacs for a project entitled “Investigations on the role of innate immune response in neuroprotective effects of synthetic and natural heterosteroids on Alzheimer’s disease pathogenesis and cognition” to Professor Ranju Bansal working at the University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS) to develop new drug molecules and explore natural steroids for the prevention and treatment of Alzheimer’s Disease. The amount of Rs 39 lacs for the first year has already been released by ICMR.

Alzheimer’s disease usually affects people over the age of 65 and main symptoms of the disease include a gradual decline in memory, thinking learning, and organizing skills of an individual over time. There is no cure for Alzheimer’s, but certain medications and therapies can help manage symptoms temporarily.

Over the next three years, Professor Ranju will work in collaboration with Prof Rajat Sandhir of Department of Biochemistry, who is also co-investigator of the project, on the development of new drug candidates and their testing on laboratory animals to understand the mechanism of underlying disease and to find innovative solutions for the treatment of Alzheimer’s disease.

For the last 10 years, Professor Bansal has been continuously working in the field of neurodegenerative disorders and has successfully developed some steroidal lead molecules useful for the prevention and treatment of brain diseases especially Alzheimer’s and Parkinson’s diseases. She also received Mid-Career Research award of UGC while working in this area. It is a testament to the dedication of Panjab University’s Faculty in addressing pressing health challenges.

सड़क क्रास करते समय तेंदुए का शावक वाहन की चपेट में, मौत

वन्य जीव प्राणी विभाग कलेसर ने पोस्टमार्टम करा किया संस्कार 

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 28 दिसम्बर  :

बीती देर रात देवधर से बीकेडी रोड पर मनभरवाला गांव के पास दुर्घटना में अज्ञात वाहन की टक्कर से मादा शावक तेंदुए की मौत हो गई। मृतक शावक की उम्र तीन से चार महीने की थी। जानकारी देते हुए जिला वन्य प्राणी निरीक्षक जयवेंद्र नेहरा ने बताया कि मादा शावक तेंदुए के शव को वन्य प्राणी विभाग द्वारा कलेसर वन्य प्राणी विभाग के कार्यलय लाया गया,जहां पर उसका पोस्टमार्टम कर संस्कार कर दिया गया।

            बताया जा रहा है कि मुजेहदवाला जंगल के पास दो तीन दिन पहले मादा तेंदुआ अपने 3 बच्चों के साथ घूमती देखी गई थी जिससे आसपास के ग्रामीणों में दहशत का माहौल था। देर रात वन्य प्राणी विभाग को सूचना मिली कि एक तेंदुए का शावक वाहन की चपेट में आकर मर गया जिस पर वन्य प्राणी विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए के शावक को उठाया। वन्य प्राणी विभाग मृतक शावक के शव को अपने कब्जे में लेकर वन्य प्राणी विभाग के जिला कार्यालय कलेसर लेकर आया। जहां पर डॉक्टरों के पैनल ने  मादा तेंदुए के शावक का पोस्टमार्टम किया ।वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मौजूदगी में तेंदुए के शावक का संस्कार वन्य प्राणी विभाग की तरफ से किया गया। डॉक्टरों के पैनल में डॉक्टर सुखबीर नैन वेटरनरी सर्जन,डॉक्टर अमित कुमार,डॉक्टर ओम आहूजा शामिल रहे।

बता दें कि तेंदुए,चीता व शेर आदि की मौत होने पर उनके शवों को अधिकारियों की मौजूदगी में जलाया जाता है ताकि कोई मृतक वन्य प्राणी की खाल व अन्य अंगों को चुरा कर कहीं बेच न दे। विभाग के अनुसार लेपर्ड, तेंदुआ, शेर व चीता इनके अंग को शिकारी चुरा कर या शिकार कर महंगे दामों पर बेच देते हैं।

माता -पिता भगवान का रूप होते हैं उनकी हमेशा सेवा व सम्मान करें  : डा.सुयशा जी महाराज

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 28दिसम्बर  :

स्वर्ण कुल गौरव, जिनशासन पारसमनी श्री समता जी महाराज संगीतमयी प्रवचन शिरोमणि, राष्ट्र ज्योति डा.सुयशा जी महाराज, स्वर्ण संघ प्रभाविता,वीर शिरोमणि श्री प्रगति जी महाराज ठाणे -7 स्वर्ण सुधा समता सुयशा जैन साधना केंद्र आर.वी.शांति नगर  कालोनी जैतो में विराजमान हैं।

जानी-मानी जैन साध्वी डा.श्री सुयशा शशि जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा-एक बेटा अपने बूढ़े पिता को रात के खाने के लिए एक अच्छे रेस्टोरेंट में ले गया। भोजन करते समय बूढ़े पिता ने कई बार उनके कपड़ों पर भोजन गिरा दिया। रेस्टोरेंट में बैठे खाना खा रहे अन्य लोग वृद्ध को घृणा की दृष्टि से देख रहे थे लेकिन उनका बेटा शांत था। खाना खाने के बाद बेटा बिना किसी शर्म के वृद्ध को वॉशरूम ले गया। उसके कपड़े साफ किए, उसका चेहरा साफ किया, उसके बालों में कंघी की, चश्मा लगाया और फिर उसे बाहर ले आया। सब चुपचाप उसे देख रहे थे। फिर उसने बिल चुकाया और बूढ़े को लेकर निकल गया। तभी रात का खाना खा रहे एक और उसे बुलाया, और पूछा- क्या तुम्हें नहीं लगता कि तुम यहाँ कुछ छोड़ कर जा रहे हो? उसने जवाब दिया- नहीं साहब, मैं कुछ नहीं छोड़ रहा हूं। बुढ़ा बोला- बेटा, तुम यहाँ हर बेटे के लिए एक सीख, हर बेटे के लिए एक सीख और हर पिता के लिए उम्मीद छोड़ कर जा रहे हो। आमतौर पर हम अपने बुजुर्ग माता- पिता को अपने साथ बाहर ले जाना पसंद नहीं करते, और कहते हैं- क्या करोगे, चल नहीं सकते, ठीक से खा भी नहीं सकते, तुम घर में ही रहो, यही अच्छा रहेगा। लेकिन क्या आप भूल गए हैं कि जब आप छोटे थे तो आपके माता- पिता आपको गोद मेंउठाकर ले जाया करते थे। जब तुम ठीक से खा नहीं पाते थे तो माँ अपने हाथों से खिलाती थी और खाना गिर जाने पर डाँटने की जगह प्यार जताती थी।फिर वही माँ-बाप बुढ़ापे में बोझ क्यों लगते हैं? माता-पिता भगवान का रूप होते हैं।उनकी सेवा करो और प्यार दो क्योंकि एक दिन तुम भी बूढ़े हो जाओगे। अपने माता,पिता और बड़ों का हमेशा सम्मान करें।

साहिबजादों के शहीदी दिवस पर चुहडपुर में लगाया चाय का लंगर

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 28 दिसम्बर  :

साहिबजादों के शहीदी दिवस पर चुहडपुर कलां में चाय का लंगर लगाया गया। इस मौके पर सभी ग्रामीण युवाओं ने लंगर में सेवा की।

ग्रामीण इंद्रजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि साहिबजादों के शहीदी दिवस के मौके पर ग्रामीणों की तरफ से हर वर्ष की भांति गांव के गुरूद्वारा साहिब में चाय ब्रैड पकोड़ा का लंगर लगाया गया।

लंगर में गांव के सभी युवाओ ने बढ़ चढ़कर भाग लेकर सेवा कार्य में अपना सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा ही सर्वोपरी है। सिख धर्म के सभी गुरू महाराज ने इंसानियत की सेवा को सबसे अव्वल बताया है। हमारे गुरूओं द्वारा दर्शाए मार्ग पर चलते हुए मानवता की सेवा कार्य मे लगे हुए हैं।  उन्होंने बताया कि चुहडपुर कलां के युवा गर्मी में जल सेवा व सर्दी में चाय का लंगर लगा सेवा करते हैं। गुरूओं द्वारा दर्शाए मार्ग व उनके जीवन से प्रेरणा लें।

इस मौके पर गुरदेव सिंह ,जसमिंदर सिंह,अमरेन्द्र पाल सिंह,सतबीर सिंह, हरप्रीत सिंह,नवजोत सिंह,जगतार सिंह,सतविंदर सिंह ,रसपाल सिंह ,सिमरनजीत सिंह,सर्वजीत सिंह ,इकबाल सिंह आदि मौजूद रहे।