शहर की प्रत्यूषा  घोष भट्टाचार्य ने राष्ट्रीय स्तर की प्लस साइज प्रतियोगिता जीती

  •         प्रतियोगिता जीतने पर प्रत्यूषा ने कहा कि ‘‘अगर लड़कियों को परिवार से सपोर्ट मिले, तो वे कुछ भी और सब कुछ हासिल कर सकती हैं
  •         उनके अनुसार खूबसूरती से जुड़े सामाजिक स्टैंडर्ड्स को चुनौती देने और शरीर की सकारात्मकता और आत्म-स्वीकृति को बढ़ावा देने की जरूरत है
  •         उनका मानना है कि इन्फ्लुएंसर कल्चर और सोशल मीडिया पर अत्यधिक बॉडी शेमिंग चिंताजनक है

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 23 नवम्बर  :

चंडीगढ़ में पली-बढ़ी प्रत्यूषा घोष भट्टाचार्य ने मेवन मिस प्लस साइज इंडिया 2023 का प्रतिष्ठित खिताब जीता है। यह प्रतियोगिता हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित की गई थी। प्रत्यूषा ने कहा कि वह हमेशा से एक सौंदर्य प्रतियोगिता में भाग लेना चाहती थीं और मिस प्लस साइज इंडिया 2023 का खिताब जीतना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा था।

गौरतलब है कि प्रत्युषा ने अपनी स्कूली पढ़ाई शहर के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल से की और फिर चितकारा यूनिवर्सिटी से बीटेक किया। बाद में वह एमबीए के लिए नरसी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, हैदराबाद चली गईं।

प्रत्यूषा  ने कहा कि ‘‘मेरी मां एक फाइटर रही हैं और उन्होंने ही मुझे इस प्रतियोगिता के लिए साइन अप करने का साहस दिया। मैंने उनकी कभी न हार मानने वाली प्रवृत्ति को आत्मसात कर लिया है, जिसने मुझे प्रतियोगिता में अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया। मेरा भाई भारतीय सेना में मेजर है और हमेशा से ही मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है।’’

प्रत्यूषा ने कहा कि वह अपने माता-पिता और ससुराल वालों से विरासत में मिली आंतरिक आस्था और अटूट ताकत के गुणों के कारण प्रतियोगिता में शीर्ष पर आने में सक्षम रही। लेकिन प्रत्यूषा के लिए जीवन आसान नहीं रहा । प्रत्यूषा ने कुछ साल पहले अपने पिता को खो दिया था। यह उनकी मां, एक कैंसर सर्वाइवर, उनके पति और ससुराल वाले थे जिन्होंने प्रतियोगिता जीतने के अपने सपनों को हासिल करने में प्रत्यूषा को बहुत सहायता प्रदान की।

अपने पति और ससुराल वालों के बारे में बात करते हुए प्रत्यूषा ने कहा कि ‘‘अगर लड़कियों को उनके परिवार से सहायता प्रणाली प्रदान की जाए, तो वे कुछ भी और सब कुछ हासिल कर सकती हैं। मेरे पति और ससुराल वालों ने मुझे हर कदम पर प्रोत्साहित किया है। मेरे माता-पिता (ससुराल वाले) मेरे सबसे बड़े चीयरलीडर्स रहे हैं। उन्होंने एक विजेता के रूप में मेरी सफलता को बहुत खूबसूरती से संजोया है।’’

प्रत्यूषा ने आगे कहा कि ‘‘अगर कोई लड़की अपनी आकांक्षाओं को पूरा करना चाहती है तो शारीरिकआकार एक पैरामीटर नहीं होना चाहिए। हमें वास्तव में सुंदरता से जुड़े सामाजिक मानकों को चुनौती देनी चाहिए और शरीर की सकारात्मकता और आत्म-स्वीकृति को बढ़ावा देना चाहिए।’’

प्रत्यूषा का कहना है कि ‘‘इस दिन और उम्र में आत्म-प्रेम वास्तव में महत्वपूर्ण है, खासकर युवा महिलाओं के लिए जो इन्फ्लुएंसर कल्चर और सोशल मीडिया पर अत्यधिक बॉडी शेमिंग के कारण दैनिक आधार पर शारीरिक चेतना से जूझती हैं। जब किसी को उसके आकार , रंग, या अन्य शारीरिक विशेषता, के लिए उपहास किया जाता है यह जरूरी है कि पूरा समुदाय आगे बढ़े और प्रत्येक व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक वेलफेयर का सम्मान करे। मेरी आवाज सिर्फ ‘प्लस साइज’ के लिए नहीं है, यह हर प्रकार के शरीर के लिए है जिनको सामाजिक तौर पर लोग ताने मारकर शर्मिंदा करते हैं ।सोशल मीडिया कई व्यक्तियों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।’’

प्रत्यूषा ने कहा  ‘‘अपनी जीत से मैं अन्य महिलाओं को प्रेरित करना चाहती हूं, भले ही उनका साइज कुछ भी हो। किसी भी लड़की को ‘प्लस साइज़’ या ‘ज़ीरो साइज़’ आदि के रूप में टैग नहीं करना चाहिए, बल्कि हमें साइज़ इनक्लूसिव होना चाहिए जहां सभी प्रकार के शरीर, त्वचा के प्रकार और अन्य शारीरिक विशेषताओं का सम्मान किया जाता है।’’

वह एक प्लस साइज़ मॉडल के रूप में अपनी प्राकृतिक फिगर और शैली के ज़रिये अन्य लड़कियों को प्रेरित करने की उम्मीद करती है। उनका मानना है कि अपने शरीर के संबंध में सभी खामियों और असुरक्षाओं को स्वीकार करने से बेहतर कोई भावना नहीं है क्योंकि यही उन्हें अद्वितीय बनाती है। सभी युवा लड़कियों के लिए उनका संदेश है कि वे अपने सपनों को कभी न छोड़ें ।

वर्तमान में बेंगलुरु में ई-कॉमर्स मैनेजर के पद पर कार्यरत प्रत्यूषा भी अपनी जीत का श्रेय अपने गुरु और मार्गदर्शक हरदीप अरोड़ा को देती हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘यह उनके प्रशिक्षण और मार्गदर्शन के तहत था कि मुझे प्लेटफॉर्म पर चमकने का आत्मविश्वास और साहस मिला।’’

कलाग्राम में 10 दिन दिखेगा कला और संस्कृति का संगम

  • मूर्तिकला और संगीत की सुर-लहरियां दर्शकों को लुभाएंगी
  • पत्थरों को तराशकर बनाई गई कलाकृतियां बनेंगी सेल्फी प्वाइंट

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 23 नवम्बर  :

गुलाबी ठंड में कलाग्राम में कला और संस्कृति का संगम दिखाई देगा। हनुरमंदों की कला आकर्षण का केंद्र रहेगी तो सांस्कृतिक कार्यक्रम नया जोश भरेंगे। कलाग्राम में पहली से 10 दिसंबर तक 13वें चंडीगढ़ नेशनल क्राफ्ट मेले में मार्डन आर्ट और संगीत की सुर-लहरियां देखने को मिलेंगी।

नेशनल क्राफ्ट मेले में इस बार सबसे आकर्षण का केंद्र पत्थरों की नक्कशी से तराशकर तैयार की गई कलाकृतियां रहेंगी। इन कलाकृतियों को प्रवेश द्वार से लेकर मुख्य मंच तक प्रदर्शन हेतु स्थापित किया जा रहा है । पत्थरों में तराशी गई ये कलाकृतियां असली वाद्य यंत्र सा आभास देती हैं ।

इस संबंध में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि क्राफ्ट मेले के जरिये हर साल देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों और शिल्पकारों को अपनी कला को प्रदर्शित करने का अवसर दिया जाता है। इस मेले के जरिये लोक संस्कृति के साथ साथ लोक कला को प्रोत्साहन मिलता है। इसीलिए इस मेले में नई सोच को शामिल करते हुए मूर्तिकला और संगीत यंत्रों का मेल करने का ख्याल आया। मेले में डिस्पले की जाने वाली इन कलाकृतियों को बनाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से मूर्तिकारों और कारीगरों को बुलाया गया था। इन कलाकृतियों को देखकर ऐसा लगता है जैसे ये बिल्कुल असली के संगीत यंत्र हो। श्री खान के अनुसार ये दिखने वाली मूर्तियां और ना दिखाई देने वाले संगीत का अद्भुत संयोग है । 

इन कलाकारों ने बनाई कलाकृतियां:

बीते दिनों कलाग्राम में म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट थीम पर नेशनल स्कलपचर कैंप का आयोजन किया गया था। जिसमें 16 मूर्तिकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। जिनमें हेमंत जोशी उदयपुर, डॉ.चित्रा सेन उदयपुर, नरेंद्रजीत सिंह चंडीगढ़, असुरवेद दिल्ली, जगदीप सिंह चंडीगढ़, विशाल चंडीगढ़, जसविंदर सिंह छिब्बर लुधियाना, रेनू बाला पठानकोट, सुरेश कुमार नई दिल्ली, विकास खजूरिया जम्मू, सिमरजीत सिंह बरनाला, भोला कुमार नोएडा, विकास प्रताप सिंह लखनऊ, अवनि सूरत, प्रदीप कुमार हिसार, सुनील कुमार कुमावत सिकर शामिल हैं।

AU Small Finance Bank donates four electric golf carts to Golden Temple for devotees mobility

Demokratic Front, Amritsar, 23  November   :

AU Small Finance Bank, India’s largest SFB, extended its support at the head office of The Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee, delivering four electric golf carts with batteries to Sachkhand Sri Harmandir Sahib (also known as Golden Temple) to enhance the movement of devotees (sangat).

Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC) President, Advocate Harjinder Singh Dhami, graced the occasion. Mr. Rishi Dhariwal, Group Head – Liability at AU Small Finance Bank, presented the keys of the vehicles to Advocate Harjinder Singh Dhami. 

Talking to media persons, Mr. Rishi Dhariwal said that for the convenience of children, elderly and disabled persons, AU Small Finance Bank has donated four electric golf carts to Sachkhand Sri Harmandir Sahib Darbar Sahib, Amritsar. These electric carts will give an opportunity to the elderly and needy people going to Sri Darbar Sahib to reach smoothly. 

Sachkhand Sri Harmandir Sahib (Golden Temple) is the spiritual centre where lakhs of devotees from all over the world pay obeisance every day. The experience of visiting can be difficult for the physically challenged and senior citizens. Recognizing this challenge, AU Small Finance Bank has taken this effective initiative to enhance the facility for senior citizens with limited mobility. These electronic vehicles will be available for the convenience of the devotees. 

In addition to the e-carts, a charging station was built to charge them and a e-cart station for the sangat to sit. This station is right in front of Sri Guru Arjan Dev Saran. These vehicles will be run by the Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee. 

On the occasion, Mr. Rishi Dhariwal felicitated the Chief Guest, Advocate Sardar Harjinder Singh Dhami, with a memento.

About AU Small Finance Bank:

AU Small Finance Bank Limited is a scheduled commercial bank and a Fortune India 500 Company. Starting its journey from the hinterlands of Rajasthan, today AU SFB is the largest Small Finance Bank with a deep understanding of the rural and semi-urban markets that has enabled it build robust business model facilitating inclusive growth. With 28 years legacy of being a retail focused and customer-centric institution, AU SFB started its banking operations in April 2017 and as on 30th Sep 2023, it has established operations across 1,042 banking touchpoints while serving 44.3 Lac+ customers in 21 States & 3 Union Territories with an employee base of 28,523 employees. As on 30th Sep 2023, the Bank has a net worth of ₹ 11,763 Crore, deposit base of ₹ 75,743 Crore, Gross Advance of ₹ 65,029 Crore and a Balance sheet size of ₹ 95,977 Crore. AU SFB enjoys the trust of marquee investors and is listed at both the leading stock exchanges viz. NSE and BSE. It has consistently maintained high external credit Rating from all major rating agencies like CRISIL, CARE Ratings and India Ratings.

सेक्टर 34 चंडीगढ़ में किया 35 रक्तदानियों ने रक्तदान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 23 नवम्बर  :

डेंगू के कारण अस्पतालों में आई रक्त की कमी को पूरा करने के लिए विश्वास फाउंडेशन, पंचकूला व इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी यूटी चंडीगढ़ ने संयुक्त रूप से मिलकर गुरुदेव श्री स्वामी विश्वास जी के आशीर्वाद से मार्केट सेक्टर 34 चंडीगढ़ में रक्तदान शिविर आयोजित किया। कैम्प में 44 लोगों ने रक्तदान करने के लिए रजिस्टर करवाया, 9 लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की वजह से रक्तदान करने के लिए मना कर दिया गया। ब्लड बैंक रोटरी एण्ड ब्लड बैंक सोसाइटी रिसोर्स सेंटर सेक्टर 37 चंडीगढ़ की टीम ने डॉक्टर मनीष राय की देखरेख में 35 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया।   

विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि लोगों में यह भ्रम है कि रक्तदान करने से शरीर में कमजोरी आती है। रक्तदान के कारण कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि सभी को 90 दिन में एक बार अवश्य ही रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंदों को मदद मिलती है साथ ही शरीर स्वस्थ रहता है। रक्तदान जैसा पुनीत काम सबसे बड़ी सेवा में आता है।

डॉक्टर मनीष राय ने बताया कि लोगों द्वारा रक्त दान करने से दिल की सेहत में सुधार, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम माना जाता है। खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकती है नियमित रूप से रक्तदान करने से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है। जो दिल की सेहत के लिए अच्छी है।

इस रक्तदान शिविर में आये सभी रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से ऋषि मोहित विश्वास, रमेश सुमन, वरीन्द्र कुमार ब्लड बैंक के डॉक्टर व अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।

“क्या राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 हमें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करती है”

लाजपत सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कैथल – 23 नवम्बर  :

डीएवी कॉलेज, चीका ने “क्या राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 हमें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करती है” विषय पर राष्ट्रीय स्तर की निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। अर्थशास्त्र विभाग के बी ए तृतीय सेमेस्टर की आरकेएसडी कॉलेज, कैथल की कनिष्का ने प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया।

आरकेएसडी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के बीए तृतीय सेमेस्टर के अनीश, साहिल, खुशबू, मधु और अश्वनी को भागीदारी प्रमाण पत्र मिला। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. सत्यबीर मेहला, डॉ. अनिल नरूला, डॉ. वीरेंद्र गोयल, डॉ. सूरज वालिया और डॉ. रितु वालिया ने प्रतिभागियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी।

अभियांत्रिकी विभाग एवं वासो द्वारा क्षमता संवर्धन कार्यक्रम आयोजित किया गया

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 23 नवम्बर  :

             जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं वासो के सौजन्य से जगाधरी ब्लॉक की  23 ग्राम पंचायतों की जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों का क्षमता संवर्धन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर प्रोजेक्टर द्वारा जल संरक्षण पर आधारित लघु फिल्में दिखाकर समिति के सदस्यों को जल संरक्षण बारे जागरूक किया गया।    इस अवसर पर जिला सलाहकार रजनी गोयल ने जल एवं सीवरेज समिति के कार्य एवं जिम्मेदारियां के बारे में विस्तार से बताया उन्होंने कहा कि सरपंच की अध्यक्षता में जल एवं सीवरेज समिति की एक महीने में दो मीटिंग अवश्य करें और समिति के सभी सदस्य इसमें बढ़ – चढ़कर भाग ले। पंप ऑपरेटर 55 लीटर प्रति व्यक्ति की दर से पानी की सप्लाई करें ट्यूबवेल निरर्थक ना चलाएं।  रिसोर्स पर्सन मुकेश शर्मा ने कार्यशाला में सभी को जल बचाने की सलाह दी और समिति के सदस्यों को जागरूक किया। बीआरसी अशोक कुमार ने समिति के कार्यों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर केमिस्ट नीरज मेहता,लैब सहायक सुखविंदर सिंह ने उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए बताया कि  पंप ऑपरेटर क्लोरीन युक्त पानी की सप्लाई करें। उन्होंने क्लोरिनेशन की पूरी विधि बताते हुए क्लोरीन युक्त पानी सप्लाई करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पेयजल सप्लाई क्लोरीन युक्त होनी चाहिए ताकि सभी को स्वच्छ पेयजल मिल सके।  सभी को जल संरक्षण की शपथ दिलाई। फील्ड टेस्टिंग किटस पानी की शुद्धिकरण की जांच के लिए सभी को वितरित की गई। इस अवसर पर सभापुर, सुखपुरा, रोड छप्पर, दामला, गोलनपुरा, कुंजल जट्टान, खजूरी  की सरपंच, पंच,आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर आदि उपस्थित रहे।

USM to Dedicate Khalsa Health Centre, Bias Pind soon to the People of Punjab

Mission For Vision for Eye healthcare by USM 

Demokratic Front, Chandigarh, 23      November   :

United Sikh Mission, under the Chairmanship of Rashpal Singh Khalsa, has taken a big initiative to make the health services accessible to all with a motive of making Rural Health ‘Accessible and Affordable’. He informed while addressing the media here today that their mission is to empower communities worldwide by addressing disparities in healthcare needs by eliminating preventable medical illnesses while promoting peace in the community to spread prosperity and kindness towards humanity. 

Under this mission, the work of the building of ‘Khalsa Health Centre’ in Bias village, Jalandhar started this year in the month of June and is expected to be completed by October 2024. This Khalsa Health Centre is a tribute to the loving memory of Mata Pal Kaur and Mata Swaran Kaur, dedicated to serving the needy in the rural region. 

USM has been serving the underprivileged in the State of Punjab since 2005 under their campaign “Mission For Vision” which started with a single eye camp in Bias Pind, Jalandhar to the current status of 2023-24 with 60 eye camps at 60 locations in the state covering population of more than 600 villages. (At an average, a camp covers adjoining 10 neighbouring villages). 

Apart from this, there are 40 camps at 3 locations VPO Bias Pind (Jalandhar), VPO Latala (Ludhiana) and VPO Billi Waraich (Jalandhar) around the year to serve the community. By the year end of 2023, USM will nearly touch a total of 600 eye camps in a time span of 19 years since 2005. 

Rashpal Singh informed that this “Mission for Vision” is a selfless act of serving the community across the State of Punjab and in the districts of Jalandhar, Ludhiana, Ferozepur, Amritsar, Kapurthala, Hoshiarpur, Tarn Taran, Fatehgarh Sahib, Gurdaspur, Sangrur and more are scheduled in the coming weeks which will additionally cover villages in Rupnagar (Ropar), SBS Nagar Nawanshahr, Faridkot, Moga, Bathinda, Muktsar and Kurukshetra in Haryana. This nearly covers 17 Districts out of 23 Districts that is nearly 75% of the Punjab State’s region, he added. The camps this year began from 18 th September where apart from free eye check-up camps, there were provisions and arrangements for free medicines, free medicine for eye care, free spectacles, and free eye- surgeries at the camps and free meals provided along with pre and post operative care. It was shared that a total of 8719 OPD, 1165 Surgeries, 5060 Spectacles and 10903 Medicines were provided in the 21 camps held so far till last evening. 

 With a motive of protecting the Environment and ensuring Sustainability, USM undertook the monumental work of installing Solar Panels at Sri Harmandir Sahib, Amritsar, and the completion report of which has already been submitted to the Shiromani Gurudwara Parbandhak Committee (SGPC) on 26 th June, 2023. Furthermore, 10 years of free maintenance has been further taken as ‘Seva’. A total of 1223 KW has been implemented on 17 buildings successfully which has reduced 33% of the power consumption at Sri Harmandir Sahib (Amritsar), Bir Baba Budha Sahib (Thatha, Tarn Taran) and Gurudwara Shaheed Baba Deep Singh Ji (Amritsar).  A film has also been made on the Initiative of the Solar Panels to document and show the work accomplished with utmost clarity and transparency. It has been produced under the Sikhlens Community Voices Initiative and directed by Ojaswwee Sharma. It is available to watch on the website of the United Sikh Mission. 

USM is in the process of making a Film titled ‘The Untold Story’ on its role in the making of the Sri Kartarpur Sahib Corridor, aiming to reveal their untold narrative. The filming will commence in the 1 st quarter of 2024.

 Rashpal Singh shared proactive steps taken by USM to protect their logos and the name of the foundation in order to Safeguard their Trademarks and Intellectual Property Rights to maintain their ethics and integrity for their social commitment. He further appealed to individuals and organizations to join hands as patrons, emphasizing the long-term goals in healthcare and education. He sought support for CSR, resource mobilization, volunteers, doctors, and the establishment of coordinators at District Levels across Punjab, with plans to expand to neighbouring states like Himachal and Jammu in near future. He expressed gratitude to all partners, specifically recognizing the role of Sikhlens in the Community Voices Initiative. 

स्प्रिंगफील्ड्स पब्लिक स्कूल यमुनानगर में वार्षिक कार्यक्रम “रंग”  हर्षोल्लास से आयोजित किया गया

अभिभावक अपने बच्चों को समय अवश्य प्रदान करें : आलोक मित्तल

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 23 नवम्बर  :

स्प्रिंगफील्ड्स पब्लिक स्कूल यमुनानगर द्वारा स्कूल वार्षिक समारोह धूमधाम से मनाया गया। रंग नाम से आयोजित इस वार्षिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चों द्वारा बढ़चढ़ कर भाग लिया गया। इस 30वें वार्षिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीआईडी के अतिरिक्त डीजीपी हरियाणा आलोक मित्तल एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती निधि मित्तल उपस्थित रहें। इस वार्षिक समारोह “रंग” की अध्यक्षता स्कूल प्रबंधन समिति के चेयरमैन मनोरंजन सिंह साहनी तथा निदेशक श्रीमती मधु साहनी द्वारा की गई। वार्षिक दिवस “रंग” संगीत के विभिन्न रंगों की थीम के इर्द-गिर्द बुना गया था। समारोह का मुख्य आकर्षण स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई लाइव सिंगिंग रहा। लगभग 2 घंटे के चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उपस्थित अभिभावकों एवं गणमान्य लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया।  इस कार्यक्रम के समापन अवसर पर बच्चों द्वारा दी गई प्रस्तुति ने सभी को मंत्र मुक्त कर दिया। वार्षिक दिवस पर आयोजित रंग कार्यक्रम में संगीत की विभिन्न शैलियों को दर्शाया गया था। भक्ति, देश भक्ति, प्रेरणादायक स्किट, कॉमेडी और एक ही ताल पर आधारित गीत संगीत स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए। यह कार्यक्रम संगीत और नृत्य का सुंदर व मनमोहक मिश्रण दिखाई दे रहा था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आलोक मित्तल ने इस कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि बच्चों द्वारा आयोजित सभी प्रस्तुतियां शानदार व मनमोहक रही। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए स्कूल प्रबंधन समिति एवं सभी विद्यार्थियों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने  कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से जहां बच्चों में नई ऊर्जा का संचार होता है वहीं अभिभावकों को भी अपने बच्चों पर गर्व की अनुभूति होती है। मित्तल ने अभिभावकों का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपने बच्चों को समय जरूर देना चाहिए और उनके मन व मस्तिष्क में आने वाले सभी प्रश्नों का जवाब देकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। समिति के चेयरमैन मनोरंजन सिंह साहनी ने उपस्थित लोगों व अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा स्कूल प्रांगण में बच्चों को पारिवारिक वातावरण प्रदान किया जाता है और आधुनिकता के आधार शिक्षा दी जा रही है ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। निदेशिका मधु साहनी ने कार्यक्रम के सुंदर प्रस्तुतिकरण के लिए बच्चों व शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि स्कूल के भीतर उपलब्ध कराई जाने वाली आधुनिक सुविधाओं का सदुपयोग करके विद्यार्थियों द्वारा बेहतर परिणाम दिए जाते हैं। जिसके चलते प्रतिवर्ष स्कूल व अभिभावकों का नाम रोशन किया जा रहा है जो जिला के लिए गर्व का विषय है। स्प्रिंगफील्ड स्कूल की डायरेक्टर प्रिंसिपल श्रीमती वीना चोपड़ा ने सभी गणमान्य लोगों का आभार व धन्यवाद करते हुए कहा कि स्कूल में शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक व सामाजिक गतिविधियों में भी बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है
ताकि यह बच्चे आगे चलकर जीवन के हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सके। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।