जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं वासो द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 16नवम्बर  :

              बिलासपुर,जल जीवन मिशन के अंतर्गत वीरवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं वासो के सौजन्य से बिलासपुर के स्थानीय बैंक्विट हॉल में जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीओ जफर इकबाल ने की। इस अवसर पर विभाग की जिला सलाहकार रजनी गोयल ने उपस्थित जल एवं सीवरेज कमेटी के सदस्यों को संबोधित करते हुए बताया कि विश्व का कुल भू-भाग का लगभग 1 / 4 भाग ही भूमि है तथा शेष 3 /4  भाग जल है लेकिन पीने योग्य पानी कृषि व उद्योगों के लिए केवल 3% है। शेष समुद्र एवं सागरों का पानी खारा  है जो केवल समुद्री जीवों के लिए ही उपयुक्त है अब आप सोचिए कि हमारे पास कितना कम पानी है क्योंकि विश्व की आबादी हर साल 8 करोड़ बढ़ रही है। जिसके कारण हर साल 64 लाख करोड़ लीटर सालाना  पीने के शुद्ध पानी की अतिरिक्त मांग हो जाती है। दूसरी और प्रतिवर्ष भारत में औसतन 3 फीट भू-जल स्तर हर साल नीचे चला जाता है। अगर आप चाहते हैं कि हमारे आने वाली पीढ़ी जल की एक बूंद के लिए ना तरसे तो आप आज से, अभी से, अपने आप से, पानी की एक-एक बूंद बूंद बचाएं । इस अवसर पर एसडीओ जफर इकबाल ने जल बचाने के लिए लोगों को प्रेरित किया और उन्होंने कहा कि जल अनमोल है इसकी बूंद बूंद कीमती है।

        रिसोर्स पर्सन मुकेश शर्मा ने कमेटी के कार्य एवं जिम्मेवारियों के बारे में विस्तार से बताया।  इस अवसर पर सभी को पानी की शुद्धता जाचने के लिए फील्ड टेस्टिंग किटस वितरित की गई। केमिस्ट नीरज मेहता एवं लैब असिस्टेंट  सुखविंदर सिंह ने विस्तार पूर्वक क्लोरीन टेस्टिंग और फील्ड टेस्टिंग किट्स की जांच बारे विस्तार से बताया। सभी को जल संरक्षण संबंधित  पंपलेट वितरित किए गए। इस अवसर पर जिला सलाहकार ने उपस्थित सभी से हाथ उठवाकर  घरों में पानी की स्थिति भी जांची जिस पर सभी ने बताया कि उनके घरों में पानी आ रहा है।

इस अवसर पर जूनियर इंजीनियर विनय कुमार, बीआरसी राजवीर सिंह, अजीजपुर कला, अली शेरपुर माजरा अराईयावाला ,बनकट, बिलासपुर, भवानीपुर, बूटगढ़, बिहटा, बीजौली ,भेडधल, चौराई , बामनोली , चाहड़ वाला के सरपंच, पंच, आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर, पंप ऑपरेटर एवं विभाग के कर्मचारी इत्यादि उपस्थित रहे। सभी को जल संरक्षण की शपथ भी दिलवाई गई।