डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 07 नवम्बर :
चण्डीगढ़ शहर का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फ़ॉर गर्ल्स, सैक्टर-42, चंडीगढ़, ने एक जीवंत और अभिनव दिन भर चलने वाले बाज़ार की मेजबानी की, जोकि प्री-दीवाली फ़ेस्ट का आयोजन का अभिन्न हिस्सा था, जिसमें विभिन्न प्रकार के उत्पादों और गतिविधियों को एक साथ लाया गया।संस्थान के सामाजिक उद्यमिता स्वच्छता और ग्रामीण सहभागिता सेल, महिला सेल और आहार क्रांति क्लब के स्वयं सहायता समूहों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यूटी प्रशासन की एसएसपी श्रीमती कंवरदीप कौर की उपस्थिति रही।इस बाज़ार ने युवा उद्यमियों के लिए अपने अभिनव छोटे स्टार्ट-अप को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया और श्रीमती कंवरदीप कौर एसएसपी ने उनकी रचनात्मकता और समर्पण की सराहना की।
उन्होंने युवा लड़कियों को उद्यमिता में और अधिक उपलब्धियां हासिल करने के लिए भी प्रेरित किया।स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लघु व्यवसाय विचारों को बढ़ावा देने और स्वस्थ भोजन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता, विशेष रूप से आहार क्रांति क्लब के माध्यम से बाजरा पर ध्यान केंद्रित करना।निवेदिता चैरिटेबल ट्रस्ट के डॉ. बिमल अंजुम और डॉ. कल्याणी सिंह के सहयोग से, संस्थान सक्रिय रूप से संस्थान की महिला सेल द्वारा ‘जॉय ऑफ गिविंग’ पहल के माध्यम से मानवीय मूल्यों और दयालुता के कार्यों को बढ़ावा दे रहा है।इस बाज़ार में लगभग 45 बिक्री स्टॉल थे, जिनमें से प्रत्येक में बाजरा भोजन, स्ट्रीट फूड, हस्तशिल्प, आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन, जैविक उत्पाद, जैविक साबुन, सुगंधित मोमबत्तियाँ और बहुत कुछ सहित उत्पादों की एक अनूठी श्रृंखला पेश की गई थी।उपस्थित लोगों को टैटू बनाने, नेल आर्ट और मेहंदी स्टालों जैसी गतिविधियों का आनंद लेने का अवसर मिला, जिससे कार्यक्रम में मनोरंजन और रचनात्मकता का तत्व जुड़ गया।
प्राचार्या प्रो.(डॉ.) निशा अग्रवाल और स्वरमणि यूथ वेलफेयर एसोसिएशन के रोहित शर्मा ने टिकाऊ दिवाली और टिकाऊ जीवन शैली का संदेश फैलाने का अवसर लिया।उन्होंने दीये बांटे और पर्यावरण-अनुकूल समारोहों की वकालत करते हुए परिसर के भीतर एक पटाखा विरोधी रैली का नेतृत्व किया।इस बाज़ार में कॉलेज के 1500 से अधिक छात्र, शिक्षक और कार्यालय कर्मचारी सहित एक उत्साही भीड़ उमड़ी।
यह उद्यमिता, रचनात्मकता और टिकाऊ जीवन को बढ़ावा देने वाले आयोजन की सफलता और लोकप्रियता का प्रमाण था।