निर्धन स्कूली बच्चों को पोशाक वितरित कर मनाईं दीवाली की खुशियाँ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जयपुर- 06 नवम्बर  :

दीवाली पर सभी लोग घर सजाने और खरीददारी में ही व्यस्त रहते हैं। चकाचौध और आपाधापी के इस युग में समय निकालकर यदि आप दुसरों की खुशियों की भी परवाह करते हो तो सच मानिए कि ईश्वर ने आपको कुछ विशिष्ट बनाया है। ह्यूमन लाईफ फाऊण्डेशन के फाऊण्डर हेमराज चतुर्वेदी ने बताया कि ऐसे ही विशिष्ट सोच रखने वाली फिटयोग संस्था की टीम ह्यूमन लाईफ फाउण्डेशन द्वारा निःशुल्क संचालित स्लम स्कूल की जगतपुरा शाखा में पधारी। जहां मुख्यअतिथि योगशिक्षक अरविन्द सजवान के नेत्रृत्व में बेघर, गरीब, अनाथ बच्चों की मदद करी और बच्चों के साथ दीवाली की खुशियां शेयर करने के उद्देश्य से स्कूल में अध्ययनरत 45 सुविधाहीन, निर्धन झुग्गीवासी बच्चों को दीपावली गिफ्ट के रूप में स्कूल पोशाक, स्टेशनरी तथा रिफ्रेशमेन्ट इत्यादि वितरित किये। दीवाली गिफ्टस पाकर बच्चों के चहरे खिलखिला उठे। उन्हें खुश देखकर सभी की त्योहारी खुशीयां दोगुनी हो गईं।

इस अवसर पर मुख्यअतिथि ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा की सभी के जीवन से अज्ञानरूपी अन्धकार का अन्त हो तभी अयोध्यारूपी जीवन में श्रीराम का स्वरूप निखरता है। बाहर की तरह अन्दर की सफाई ज्ञान से होती है और ज्ञान के लिए शिक्षा जरूरी है। आजीवन खुशहाली के लिए शिक्षा से वंचित सभी बच्चों को मन लगाकर शिक्षा ग्र्रहण करनी भी उतना ही अवश्य है। जहां ज्ञान है, वहां लक्ष्मी जी का वास स्थायी होता है।

कार्यक्रम के अंत में ह्यूमन लाईफ फाऊण्डेशन के फाउण्डर हेमराज चतुर्वेदी ने सहयोगियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि ह्यूमन लाईफ असहाय, गरीब एवं अनाथ बच्चों की शिक्षा, बालाधिकार, फूड रिलीफ एवं नशामुक्ति के लिए कार्य करती है और विगत 12 वर्षों में झुग्गी बस्तियों एवं निर्माणाधीन भवनों पर कार्यरत मजदूरों के सैकडों बच्चों को स्कूलों से जोड चुकी है। सैकडों गरीब बच्चों को नशामुक्त करवाकर उनकी जान भी बचा चुकी है। ह्यूमन लाईफ ने उनके जीवन में ज्ञानरूपी दीप जलाया है। जिससे कि उनकी हर दीवाली खुशहाल बन सके।

इस मौके पर श्रीमति भावना पारीक, रेखा चतुर्वेदी, राज स्वामी, आशीष खण्डेलवाल, मनीष कुमावत, अमित गोयल, इषिता, सुधीर और खुशी आदि कायकर्ता उपस्थित रहे।

आईटीबीपी परिवहन वाहिनी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह आयोजित

विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 06 नवम्बर  :

आइटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल) परिवहन वाहिनी, चण्डीगढ़ के सेनानी आनन्द बी उल्लागड्डी ने द्वितीय कमान बद्री प्रसाद कुलकर्णी की उपस्थिति में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के समापन समारोह में भिन्न-भिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बल के कर्मियों के साथ-साथ विभिन्न स्कूलों के बच्चों को सम्मानित किया, जिसमें से निबंध प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल, बहलाना की राहिया (कक्षा 10वीं) ने प्रथम स्थान एवं 6 से 12 साल आयु वर्ग के बच्चों में ड्राइंग प्रतियोगिता में आईटीबीपी के केशव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

उक्त जानकारी आईटीबीपी परिवहन वाहिनी के अधिकारी देवेंद्र सिंह ने दी।

राष्ट्रीय खेलों में गतका में स्वर्ण पदक जीतने पर रविंद्र सिंह को सम्मानित किया

पिता हैं चण्डीगढ़ पुलिस के एएसआई 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 06 नवम्बर  ::

भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेलों में चण्डीगढ़ पुलिस के एएसआई सरदार मंजीत सिंह के बेटे रविंदर सिंह ने गतका में स्वर्ण पदक जीतकर अपने माता-पिता और चण्डीगढ़ के साथ-साथ देश का नाम रोशन किया। इस उपलक्ष्य में वार्ड नंबर 23 की पार्षद प्रेमलता की तरफ से सेक्टर 43 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के साथ मिलकर सेक्टर 43 के कम्युनिटी सेंटर मे रविंद्र को उसकी सफलता के लिए सम्मानित किया गया ।

इस मौके पर पार्षद प्रेम लता ने खिलाड़ी को माला पहना कर सम्मानित किया व केक भी कटवाया। इस मौके पर आरडब्ल्यूए के प्रधान राजेश राय, विक्रम चोपड़ा, उषा राना, पीके पुरी,जगमोहन सूरी, जगदीश सेठी, सुरिन्दर सिंह, प्रदीप, सन्नी, कविता, कमलजीत कौर, नीतू तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

खेलों से होता है शारीरिक और मानसिक विकास : श्याम सुंदर बतरा 

कुश्ती दंगल के माध्यम से नशे के खिलाफ जागरूक करना सराहनीय कार्य : श्याम सुन्दर बतरा 

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 06 नवम्बर  :

यमुनानगर शहर के गाँधी नगर में दंगल में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे कोर्डिनेटर जिला काँग्रेस कमेटी एवं पूर्व चेयरमैन जिला परिषद यमुनानगर श्याम सुन्दर बतरा और उनके साथ पूर्व मेयर प्रतिनिधि सेवा सिंह ससोली, पूर्व डिप्टी मेयर रामपाल ,नसीब सिंह ,माँगे राम मारूपुर ,  जसविंदर सिंह सन्धु , रविन्द्र सिंह बबलू , नरेश वाल्मीकि,के एल टीनू ,रिंकू मालिमाजरा, मोहम्मद इस्लाम , राजू सपरा,युवा काँग्रेस नेता आकाश बतरा  आदि ने पहलवानो का हौसला बढ़ाया। मौके पर पहुँचे मुख्यातिथि श्याम सुन्दर बतरा और उनके साथियों का माला पहनाकर व ढोल बजाकर स्वागत किया।गया।इस अवसर पर बोलते हुए श्याम सुन्दर बतरा ने कहा खेल और खिलाड़ियों को हमेशा प्रोत्साहित किया है और भविष्य में भी प्रोत्साहित करते रहेंगे । 

उन्होंने कहा प्रोफेसर केसर सिंह और संजू पहलवान द्वारा नशा मुक्त अभियान के तहत करवाये जा रहे दंगल पर केसर सिंह और उनकी टीम का आभार जताया और कहा केसर सिंह जैसी सोच की आज पूरे देश को जरूरत है नशे से युवाओं को बचाने के लिए जागरूकता फैलाने का दंगल से अच्छा माध्यम कुछ और नहीं हो सकता।श्याम सुन्दर बतरा ने अपील की समाज से नशे को खत्म करने के लिए समाज के सभी अग्रणी लोगों को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए।भारी संख्या में लोगों का हुजूम कुश्ती दंगल का आनन्द लेने पहुंचा था । लोगों ने तालियों और सीटियाँ बजाकर पहलवानो का हौंसला बढ़ाया।

इस मौके पर पूर्व मेयर प्रतिनिधि सेवा सिंह ससोली, नसीब सिंह ,माँगे राम मारूपुर , जसविंदर सिंह सन्धु , पूर्व डिप्टी मेयर रामपाल , रविन्द्र सिंह बबलू , नरेश वाल्मीकि , के एल टीनू ,राजू सपरा , युवा काँग्रेस नेता आकाश बतरा , रिंकू मालिमाजरा, प्रोफेसर केसर सिंह , मोहम्मद इस्लाम, संजू पहलवान ,गुरसेवक सिंह , मनप्रीत सिंह लवली, सतनाम सिंह सन्धु आदि मौजूद रहे।

अच्छा नागरिक बनकर माता-पिता और गुरुजनों का नाम रोशन करें :उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

उपराष्ट्रपति के आमंत्रण पर नया संसद भवन देखने दिल्ली पहुंचे सैनिक स्कूल, झुंझुनूं के छात्र

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतों – 06 नवम्बर  :

उपराष्ट्रपति सचिवालय ने सोमवार को बताया कि उपराष्ट्रपति ने आज संसद भवन देखने आये सैनिक स्कूल, झुंझुनूं के छात्रों से संसदीय सौध में संवाद किया। ज्ञात रहे कि 27 अगस्त को उपराष्ट्रपति राजस्थान के दौरे पर गए थे जहां उन्होंने सैनिक स्कूल झुंझुनू के छात्रों को संबोधित किया था। इस अवसर पर श्री धनखड़ ने छात्रों को संसद के नए भवन के भ्रमण के लिए आमंत्रित किया था।उपराष्ट्रपति की इस पहल पर कल 5 नवंबर को सैनिक स्कूल, झुंझुनूं के बीस छात्रों का एक समूह तीन दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचा।

5 से 7 नवंबर तक ये छात्र दिल्ली में रुकेंगे और राज्य सभा सचिवालय द्वारा उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया जा रहा है।कल दिल्ली पहुचने पर इन छात्रों ने प्रधानमंत्री संग्रहालय देखा था, और आज उन्हें संसद के नए और पुराने दोनों भवनों का भ्रमण कराया गया। नयी संसद की भव्यता और सुंदरता देख कर युवा छात्र दल विस्मय से भर गया। कल सात नवंबर को इन छात्रों का इंडिया गेट, राष्ट्रीय समर स्मारक (वार मेमोरियल), महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और राष्ट्रपति भवन के भ्रमण का भी कार्यक्रम है।

आज उपराष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान छात्रों ने अपने अनुभव साझा किये। उपराष्ट्रपति ने उनसे कहा कि आज भारत जिस गति के साथ आगे बढ़ रहा है ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। एक समय था जब हमें दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं (fragile five) में गिना जाता था और आज हम दुनिया की पांचवी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। उपराष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि 2030 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेने जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा इस विकास यात्रा के दौरान हमने बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ा है और अब हम जर्मनी और जापान को भी पीछे छोड़ने वाले हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत आज एक चमकता हुआ सितारा है।

अंतरिक्ष में भारत के बढ़ते कदमों की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान तीन को लैंड कर के या सिद्ध कर दिया कि भारत एक नई इबारत लिखने जा रहा है आज जमीन से लेकर अंतरिक्ष तक भारत का डंका चारों ओर बज रहा है।उपराष्ट्रपति ने छात्रों से कहा कि हमें भारत और भारतीयता पर गर्व करना चाहिए और हमें हमारी ऐतिहासिक उपलब्धियां का जश्न मनाना चाहिए भारत की विकास यात्रा में हमें यथासंभव योगदान देकर भारत को विश्वगुरु बनाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है।

उपराष्ट्रपति ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि कभी भी तनाव न लें पढ़ाई के दौरान किसी भी प्रकार की टेंशन या दबाव में नहीं रहना चाहिए। सहज रहें और सफल होने की अपेक्षा हमेशा एक अच्छा नागरिक बनने का प्रयास करें, अनुशासन में रहे क्योंकि अनुशासन सफलता की कुंजी है।उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि एक अच्छा नागरिक बनकर अपने माता-पिता और गुरुजनों का नाम रोशन करें, समाज में यथासंभव अपना योगदान दें और यदि कोई रचनात्मक विचार आपके दिमाग में आता है तो उसको धरातल पर उतारना जरूरी है  विचारों को अपने दिमाग में ही ना बना रहने दें अपने विचारों को जमीन पर कार्यान्वित करने का प्रयास करें।उपराष्ट्रपति ने देश में उपलब्ध असीम अवसरों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए छात्रों से कहा कि आज आप जिस क्षेत्र में चाहें वहां अपना करियर बना सकते हैं, चाहे वह रक्षा का क्षेत्र हो या नेवी हो, कोस्ट गार्ड हो या केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल हों, आज देश में अवसरों की कमी नहीं है।श्री धनखड़ ने कहा कि एक समय था जब सत्ता के गलियारे दलालों से पूरी तरीके से पटे पड़े रहते थे आज वह सब गायब हो गए हैं। सरकार ने भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करके सत्ता के गलियारों को दलालों से पूरी तरीके से मुक्त कर दिया है आज शासन में बहुत पारदर्शिता आई है।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि आज देश में एक ऐसा वातावरण निर्मित हुआ है जहां आपको फलने-फूलने का पूरा मौका मिलता है और कोई भी अपना मनपसंद काम चुन सकता है, और सरकार उसकी इस काम में मदद भी करती है। सरकार द्वारा तमाम प्रकार के अपना काम शुरू करने के लिए ऋण उपलब्ध कराए जाते हैं, आपको उनका फायदा उठाना चाहिए और रोजगार पाने की अपेक्षा दूसरों को रोजगार देने की भावना रखकर आगे बढ़ना चाहिए।

नई संसद भवन का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा यह शानदार भवन जो आपने अभी देखा है यह सिर्फ ढाई साल में बन कर तैयार हुआ है। ये नए भारत की आशाओं और अपेक्षाओं को पूरी करने वाली पंचायत है। आज आपने दुनिया की सबसे बड़ी पंचायत को आज देखा है, दुनिया में इससे बड़ी पंचायत कहीं नहीं है और यह पंचायत कुछ महीने पहले इतिहास का साक्षी बनी है। इसी पंचायत में सितंबर में महिला आरक्षण विधेयक पास किया गया है। यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और आने वाले समय में इसके सकरात्मक परिणाम समाज में दिखाई देंगे।नए भवन की भव्य इमारत को देखकर छात्र-छात्राएं अभीभूत हो गए। अत्याधुनिक तकनीक और भारतीय संस्कृति और सभ्यता के लोकाचारों से ओतप्रोत संसद  के नए भवन को देखकर छात्र-छात्राएं मंत्र मुग्ध हो गए।

छात्रों ने नए संसद भवन के भ्रमण के लिए उपराष्ट्रपति का धन्यवाद किया।इस अवसर पर राज्य सभा सचिवालय के महासचिव श्री पीसी मोदी, राज्य सभा के सचिव, श्री रजित पुनहानी, अपर सचिव, श्रीमती वंदना कुमार एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।

सेक्टर 2 पंचकूला में किया 24 युवाओं ने रक्तदान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 06 नवम्बर  :

 डेंगू के कारण अस्पतालों में आई रक्त की कमी को पूरा करने के लिए विश्वास फाउंडेशन पंचकूला व एचडीएफसी बैंक द्वारा गुरुदेव श्री स्वामी विश्वास जी के आशीर्वाद से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह रक्तदान शिविर खादी भवन के सामने सेक्टर 2 पंचकूला में लगाया गया। शिविर सुबह 11 बजे शुरू होकर दोपहर बाद 4 बजे तक चला। कैम्प में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी जिला शाखा पंचकूला ने एहम भूमिका निभाई। 

विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर में ब्लड बैंक टाटा मेमोरियल सेंटर  होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर, न्यू चंडीगढ़ मुलांपुर की टीम ने डॉक्टर नवीन बंसल की देखरेख में 31 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया। कैम्प में 50 डोनर्स ने रक्तदान करने के लिए पंजीकृत करवाया 7 को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के वजह से रक्तदान करने के लिए मना कर दिया गया।

उन्होंने ने बताया कि लोगों द्वारा रक्त दान करने से दिल की सेहत में सुधार, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम माना जाता है। खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकती है नियमित रूप से रक्तदान करने से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है। जो दिल की सेहत के लिए अच्छी है।

डॉक्टर नवीन बंसल ने बताया की कई बार मरीजों के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी और व्यक्ति से ब्लड लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में खून की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। इससे जरुरतमंद की मदद हो सकेगी।

इस रक्तदान शिविर में आये सभी रक्तदानियों को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से ऋषि मोहित विश्वास, शाम सुन्दर साहनी, रणधीर सिंह व अन्य गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहे।

Panjab University, delivers Distinguished Public Lecture on ‘The Saga of Laterite’

Koral ‘Purnoor’, Democratic Front, Chandigarh  –  06 November:

 Prof. Gurmeet Kaur, Department of Geology, Panjab University, delivers Distinguished Public Lecture on ‘The Saga of Laterite’ at 89th Annual Meeting of Indian Academy of Sciences

Prof. Gurmeet Kaur, faculty from the Department of Geology at Panjab University, Chandigarh, and the Chair of the Subcommission on Heritage Stones (HSS) of International Union of Geological Sciences (IUGS), was invited to deliver a prestigious public lecture at the 89th Annual Meeting of the Indian Academy of Sciences. The annual meeting took place at the BITS Pilani Goa Campus and was jointly co-hosted by the National Centre for Polar and Ocean Research (NCPOR) and the National Institute of Oceanography (NIO), Goa.Scholars who have delivered public lectures in earlier meetings of the Academy include T. Jacob John, ShyamBenegal, C. Rangarajan, NandanNilekani, AdoorGopalakrishnan, Sir Mark Tully, U.R. Ananthamurthy, Ramachandra Guha, Gopalkrishna Gandhi, K Srinath Reddy, ShabanaAzmi, SonalMansingh, Justice J. Chelameswar, Jairam Ramesh, C Jagadish, Thomas Pradeu, Arunabha Ghosh and P Sainath.   

Prof. Gurmeet Kaur, who works on heritage stones, presented a lecture on ‘The Saga of Laterite.’ Laterite, a unique geological formation predominantly found in tropical regions, holds significance due to its applications in renowned monuments all along the western Ghat region of India. The event, held on 4th November 2023, gathered prominent scientists, researchers, and academicians and teachers from across the nation. Prof. Kaur’s lecture elaborated on the geological aspects of laterite, its historical importance, and its contemporary relevance.

She and her team have brought international recognition to four Indian stones of eminence (Makrana Marble, Jaisalmer Limestone, Deccan Basalt, and Alwar Quartzite) with designation as IUGS-Heritage Stones:

About Prof. Gurmeet Kaur

Prof. Gurmeet Kaur works with the Department of Geology at Panjab University, Chandigarh. She serves as the Chair of the IUGS Subcommission on Heritage Stones and has made significant contributions to the understanding of stone built architectural heritage. She is also a co-leader of IGCP-UNESCO Project on identifying Heritage Stones from emerging nations.

About the Indian Academy of Sciences

The Indian Academy of Sciences is a prestigious scientific institution that promotes scientific research and knowledge exchange among scientists and researchers in India. The annual meeting is a platform for intellectuals to collaborate and share their findings in various scientific disciplines.

About BITS Pilani Goa Campus

BITS Pilani Goa Campus is one of the premier institutions for higher education in India, known for its contributions to science and technology. It hosts various academic and research activities, providing an ideal environment for scientific gatherings and discussions.

About NCPOR and NIO

The National Centre for Polar and Ocean Research (NCPOR) and the National Institute of Oceanography (NIO) are leading research organizations in India, specializing in polar and ocean research. Their joint involvement in the annual meeting added depth and diversity to the scientific discussions.

Connecting the Dots: Startup Ideas into Business Plans

Koral ‘Purnoor’, Democratic Front, Chandigarh  –  06 November:

The Centre for Skill Development & Entrepreneurship,in collaboration with the DST-Technology Enabling Centre, Panjab University, Chandigarh, held the Valedictory Function of the Skill Enhancement Course onMastering the Art of Curating a Business Plan on 5th November.The Course enabled the students who had registeredfor the ‘75 Startup Ideas for Students’, where scientists presented 75 technologies, to convert an emerging technology into a Business Plan. The initiative was lauded by the Chief Guest and Keynote Speaker, Mr. Somveer Singh Anand, the CEO and MD of the Innovation Mission Punjab. He specified three mantras for embarking on an entrepreneurial journey̶ staying focused, eliminating the noise and doubts that come with running a business, and working in the direction of the common good. He detailed how the government was committed to rejuvenating entrepreneurship and creating new opportunities for job creation. Mr. Anand assured the students with the best business plans of support to enable them to turnthe fundable idea into a reality.

जगाधरी में  कोन बनेगा करोड़पति विजेता तेजिंदर कौर द्वारा विद्यार्थियों के लिए प्रेरक कार्यशाला का आयोजन

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, जगाधरी में  कोन बनेगा करोड़पति विजेता तेजिंदर कौर द्वारा विद्यार्थियों के लिए प्रेरक कार्यशाला का आयोजन

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 06  नवम्बर  :

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड़, जगाधरी में चेयरपर्सन डॉ० रजनी सहगल के दिशा-निर्देशन में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कौन बनेगा करोड़पति विजेता तेजिंदर कौर द्वारा एक स्पेशल सेशन का आयोजन किया गया । कार्यशाला के मुख्य वक़्ता  का सभी शिक्षकों और अधिकारियों ने स्वागत किया। सर्वप्रथम विद्यार्थियों को तेजिंदर कौर के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा गया कि कौन बनेगा करोड़पति के सीजन-15 में  50 लाख रुपये धनराशि की विजेता रही है। एक करोड़ रुपये का सवाल के लिए उनके पास दो लाइफ लाइन उपलब्ध होने के बावजूद  पक्का जवाब न मिलने की स्थिति में उन्होंने खेल से क्विट कर लिया और 50 लाख रुपये की विजेता बनीं। तेजिंदर कौर यमुनानगर में ही पीएनबी में मैनेजर थी और अभी कुछ समय पहले ही उन्होंने वीआरएस ली। उनके पति भी बैंक में ही कार्यरत हैं और बच्चे विदेश में सेवारत हैं। वक्ता तेजिंदर कौर ने बताया कि कौन बनेगा करोड़पति के पहले सीजन से शो में जाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कभी भी हर नहीं मानी और लम्बे अंतराल के बाद  इस बार उन्हें सफलता मिली और केबीसी की हॉट सीट पर जाने का मौका मिला। उन्होंने बताया कि हॉट सीट पर बॉलीवुड इंडस्ट्री के बादशाह अमिताभ बच्चन के सामने बैठकर खेलना उनके लिए एक अलग ही अनुभव रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने केबीसी की तैयारी और ज्ञानवर्धन के लिए अखबार के साथ-साथ मैग्जीन का बहुत प्रयोग किया। साथ ही टीवी के माध्यम से भी  देश दुनिया की सारी जानकारी एकत्रित की और  जनरल नॉलेज की किताबें भी पढ़कर ज्ञान अर्जन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को ज्ञानार्जन के लिए इन सभी बातो को प्रयोग में लाने के लिए प्रेरित किया। स्कूल के चेयरमेन विख्यात शिक्षाविद डॉ एम् के सहगल ने बताया कि केबीसी में पहली बार शुरू हुए सुपर संदूक को जीतने वाली वह पहली महिला बनीं जिन्होंने  90 सेकेंड में सभी 10 सवालों के सही जवाब दिए।उन्होंने विद्यार्थियों को उनसे प्रेरणा लेकर ज्ञानवर्धन के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पहले सीजन से रजिस्ट्रेशन का प्रयास करने पर उन्हें  सफलता नहीं मिली, इसके बावजूद हार ना मानकर वह सदैव अपने लक्ष्य की और अग्रसर रही और उसे प्राप्त किया। इससे विद्यार्थियों को जीवन में कभी भी हार ना मानने कि सीख लेनी चाहिए।  

उन्होंने हरिवंश रॉय बच्चन की कविता “हिम्मत करने वालो की कभी हार नहीं होती” भी पड़ी। कार्यशाला के दौरान डॉ एम् के सहगल, डॉ रजनी सहगल, प्रिंसिपल चारु डी राध्यान, डॉ. जी. बी. गुप्ता, गगन बजाज, ब्रह्मकान्ति शर्मा, सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

जो लोग साधना का करते हैं दुरपयोग उन्हें मिलता है नकारात्मक फल : स्वामी श्री कमलानंद जी महाराज 

  • श्री राम भवन में वार्षिक कार्तिक महोत्सव का नौवां दिन
  • महाराज जी ने स्वप्न पर भी की चर्चा, कहा-स्वप्न अनेकों बार करवा देते हैं पहले से ही अच्छा-बुरा होने का आभास 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतों- 06 नवम्बर  :

श्री कल्याण कमल आश्रम हरिद्वार के अनंत श्री विभूषित 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि स्वप्न भी व्यक्ति को कुछ न कुछ संदेश देते हैं। अनेकों बार स्वप्न पहले से ही अपने साथ होने वाली घटनाओं को आभास करवा देते हैं। सपने अच्छे और बुरे संदेश पहले ही दे देते हैं। अनेकों बार सपने बाद में साकार हो जाते हैं। भगवान शंकर के तेज से उत्पन्न जलंधर की पत्नी वृंदा को भी अपने पति को लेकर पहले ही दुस्वप्न आ गया था।  महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज ने ये विचार टिब्बी साहिब रोड स्थित श्री राम भवन में आयोजित वार्षिक कार्तिक महोत्सव के आठवें दिन श्रद्धालुओँ के विशाल जनसमूह के समक्ष कार्तिक महात्म्य पर चर्चा करते हुए व्यक्त किए। स्वामी जी ने कहा कि साधना देवता भी करते थे और राक्षस भी। मगर राक्षस हमेशा ही साधना का दुरपयोग करते थे। जबकि देवता साधना का हमेशा सदुपयोग करते थे। देवता व ऋषि-मुनि दूसरों के कल्याण के लिए साधना करते थे। जो लोग साधना का सदुपयोग करते हैं उनको सकारात्मक फल मिलता है। जो लोग साधना का दुरपयोग करते हैं उनको नकारात्मक फल मिलता है। महाराज जी ने कार्तिक माह में विष्णु जी व तुलसी पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि ये माह भगवान चतुर्भुज नारायण एवं तुलसी पूजा को समर्पित है। इस माह भगवान चतुर्भुज नारायण की पूजा-अर्चना एवं तुलसी पूजा का विशेष महत्व है। तुलसी पूजन करने वाला भक्त मुक्ति को पाता है। कार्तिक माह में गंगा स्नान का भी बहुत लाभ है। जो भक्त आंवला और तुलसी को पानी में मिलाकर स्नान करता है उसे भी गंगा स्नान का फल मिलता है। कार्तिक माह में जो भक्त आंवले के वृक्ष के नीचे बैठकर भगवान विष्णु का जप करता है सभी तीर्थों के फल को पाता है। महाराज जी ने श्रद्धालुओं को तुलसी, आंवला एवं रुद्राक्ष की माला धारण करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि तुलसी, आंवला एवं रुद्राक्ष की माला धारण करनी चाहिए। जितने दिन आंवला की माला गले में रहती है उतने हजार युग भक्त बैकुंठ धाम का आनंद ही लेता है। इस मौके श्रद्धालु भजनों की गंगा में डुबकियां लगाते झूमते हुए नजर आ रहे थे।प्रवक्ता रमन जैन ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज का जन्मदिवस भी इस बार श्री राम भवन मंदिर के प्रांगण में ही 21 नवंबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि दीपावली के बाद से एक सप्ताह लगातार शाम के समय श्री महांमृत्युंजय जाप, श्री दुर्गा स्तुति पाठ, श्री सुंदर कांड पाठ सहित अन्य पाठ शुरु होंगे।