सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 13 अक्टूबर :
डीएवी गर्ल्स कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग व जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय सिनेमा दिवस सेलिब्रेट किया गया। वृर्ता फाउंडेशन की ओर से महिला सशक्तिकरण पर आधारित शॉर्ट फिल्म थपकी दिखाई गई। फाउंडेशन की को-फाउंडर आयशना कल्याण व बलजीत यादव, प्रोजेक्ट ऑफिसर नीलम सैनी व प्रतिभा पहावा ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकत की। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम मनोविज्ञान विभाग अध्यक्षा शालिनी छाबडा व जनसंचार विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार की देखरेख में हुआ। आयशना ने कहा कि सिनेमा समाज का आइना है। समाज में फैली कुरीतियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सिनेमा बनाया जाता है। सिनेमा लोगों को जागरूक करने का कार्य करता है। शॉर्ट फिल्म थपकी के जरिए उन्होंने महिला सशक्तिकरण को दर्शाया है। फाउंडेशन की ओर से ग्रामीण महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उनकी शिक्षा व स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाता है।
बलजीत यादव ने कहा कि 28 सितंबर 1895 को लुमियर बन्दुओं ने जब ऐसी मशीन का निर्माण किया, जो तस्वीरों को चलता दिखा सकती थी। तभी से सिनेमा जगत में क्रांतिकारी परिवर्तन देखने को मिला। आज भारत में विश्व की सबसे ज्यादा फिल्मों का निर्माण किया जा रहा है। प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कहा कि आज देश में सिनेमा से कोई भी विषय अछूता नहीं है। सिनेमा का जादू आज सभी पर छाया हुआ है। कार्यक्रम के सफल आयोजन में जनसंचार विभाग की प्राध्यापिका पायल, वंशिका गुप्ता, मनोविज्ञान विभाग की प्राध्यापिका डॉ सुमन, मीनाक्षी सैनी, डोली मेहता ने सहयोग दिया। डीएवी गर्ल्स कॉलेज के सभागार में अर्थशास्त्र विभाग की ओर से रिसर्च मैथडोलॉजी पर एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। शाहाबाद के मारकंडा नेशनल कालेज के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ प्राची अरोडा ने छात्राओं को शोधपत्र लिखने के टिप्स दिए। कार्यक्रम विभाग अध्यक्ष डॉ अनीता मौदगिल की देखरेख में हुआ। डॉ प्राची अरोडा ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए रिसर्च क्या होती है, रिसर्च कैसे की जाती है। रिसर्च को प्रकाशित करवाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के सफल आयोजन में शैली चौहान, जसमीत कौर, वृंदा भाटिया व परिका ने सहयोग किया।