‘सत्ता में आने पर हम पीयू का खोया हुआ गौरव फिर से स्थापित करेंगे: अशोक कुमार

  • टीवीयूएफ ने पुटा चुनाव के लिए अपने पैनल की घोषणा की, प्रभावशाली घोषणापत्र किया जारी 
  • टीवीयूएफ पैनल गठित, प्रेसिडेंट बने अशोक कुमार, अन्यो में वाईस प्रेसिडेंट के लिए हरमेल सिंह, सेक्रेटरी कुलविंदर सिंह, जॉइंट सेक्रेटरी विनोद कुमार और कैशियर जगेत सिंह सर्वसम्मति से घोषित 
  •  ‘सत्ता में आने पर हम पीयू का खोया हुआ गौरव फिर से स्थापित करेंगे: अशोक कुमार

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 02 अक्टूबर :

शिक्षण समुदाय में अनैतिक समूह के नेतृत्व को तोड़ने के एक गंभीर प्रयास में, टीचर्स वॉयस यूनाइटेड फ्रंट (टीवीयूएफ) ने आगामी पुटा चुनाव के लिए अपने पैनल की घोषणा की है। पैनल के सदस्यों ने यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में टीवीयूएफ का घोषणा पत्र भी जारी किया।
टीवीयूएफ के घोषणा पत्र का अनावरण करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए अशोक कुमार ने कहा “हम पंजाब यूनिवर्सिटी की खोई हुई गरिमा को बहाल करने की दिशा में काम करेंगे। शिक्षण, शिक्षकों और प्रशासन से संबंधित कई गंभीर मुद्दे हैं जिन्हें हम अब उन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकते।”
हिंदी विभाग में पढ़ाने वाले अशोक कुमार प्रेसिडेंट पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. पैनल के अन्य सदस्यों में वाईस प्रेसिडेंट के लिए हरमेल सिंह (सीडीओई/यूएसओएल); सेक्रेटरी के लिए कुलविंदर सिंह (यूबीएस); जॉइंट सेक्रेटरी के लिए विनोद कुमार (सोशलॉजी); कैशियर के लिए जगेत सिंह (यूआईईटी); ग्रुप I के लिए सुधीर मेहरा (अंग्रेजी और कल्चरल स्टडीज); और ग्रुप III के लिए मिंटो रतन (यूआईईटी) शामिल हैं।
पैनल के  सदस्यों ने कहा कि मौजूदा पुटा टीम हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल रही है। टीवीयूएफ के सदस्यों ने कहा कि, मौजूदा पुटा टीम  उन उपलब्धियों 

का श्रेय ले रही है जो शिक्षकों द्वारा किए गए आंदोलन के कारण हुई हैं,संघर्ष के किसी भी चरण में मौजूदा पुटा पैनल द्वारा  कोई भी हस्तक्षेप नहीं हुआ ।

हरमेल सिंह ने कहा, “सातवें वेतन आयोग का बकाया जारी करने के लिए पिछले 70 दिनों से अधिक समय से चल रही मोमबत्ती जलाने की गतिविधि को संबंधित शिक्षकों ने उठाया है और वर्तमान पुटा सदस्यों द्वारा इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई गई है। वास्तव में, यह एक शुरुआती बिंदु था जिसने हमें इस पैनल को बनाने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि हमने सोचा कि चीजों को अपने हाथ में लेने की जरूरत है।”

कुलविंदर सिंह ने कहा, “चेयरपर्सन हमारे प्रशासनिक ढांचे का एक महत्वपूर्ण घटक हैं। उनके लिए सहायक प्रणाली – मैनपावर और फाइनेंस दोनों को सुव्यवस्थित किया जाएगा। हम उन्हें ये सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम करेंगे। एकेडमिक एक्सीलेंस  के स्तर को बढ़ाने के लिए एक फियर फ्री इकोसिस्टम स्थापित किया जाएगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि फैकल्टी रिचार्ज प्रोग्राम (एफआरपी कार्यक्रम) के तहत यूजीसी फैकल्टी को सीनियोरिटी लिस्ट में शामिल किया जाए और टीवीयूएफ शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष तक बढ़ाने की दिशा में निर्णायक रूप से कार्य करेगा।”

टीवीयूएफ घोषणापत्र के अनुसार, सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना के लिए पंजाब सरकार के स्तर पर दबाव डाला जाएगा और टीवीयूएफ हरियाणा की तरह एलटीसी नीति लागू करेगा।  उस राशि की प्रतिपूर्ति की जाएगी जो कर्मचारी ने आवासीय परिसर में अपने घर की मरम्मत के लिए खर्च की है। पैनल फैकल्टी की भर्ती पर ध्यान देगा और पैनल एक नीति बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है ताकि सत्र शुरू होने से पहले किसी भी विभाग में कोई सीट खाली न रहे। विभिन्न समितियों में असिस्टेंट प्रोफेसरों का अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व भी होगा।विनोद कुमार ने कहा, “अन्य प्रमुख मुद्दे जिन पर हम ध्यान केंद्रित करेंगे उनमें प्रशासनिक स्तर पर एक व्यक्ति एक पद की नीति, आवासीय परिसरों में वाई-फाई सेवाएं, शिक्षकों के लिए स्वास्थ्य देखभाल की गारंटी शामिल हैं। हम सत्ता संभालने के पहले दो महीनों में आरपीडब्ल्यूडी (दिव्यांगों के अधिकार) के लिए एक्सेसिबिलिटी ऑडिट भी पूरा कर लेंगे।”

पैनल ने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) को औपचारिक बनाने की प्रक्रिया फिर से शुरू की जाएगी क्योंकि इस प्रक्रिया को प्रोफेसर सुपिंदर और प्रोफेसर नौरा के नेतृत्व वाले पुटा 2022-23 द्वारा विफल कर दिया गया था। साथ ही पीएचडी इंक्रीमेंट का मुद्दा भी सुलझ जाएगा, जिसे लेकर पिछली पुटा ने काफी भ्रम पैदा किया था।

जगेत सिंह ने कहा, “टीवीयूएफ यह सुनिश्चित करेगा कि करियर एडवांसमेंट स्कीम (सीएएस) प्रमोशन किसी भी व्यक्ति के लिए समस्या न बने और इसमें शामिल प्रक्रियाओं में तेजी और पारदर्शिता बनी रहे।”

पैनल ने आरोप लगाया कि इससे पहले पुटा प्रेसिडेंट ने एक भी जीबीएम और कार्यकारिणी की बैठक आयोजित न करके पुटा संविधान का उल्लंघन किया था। साथ ही चुनाव की घोषणा वार्षिक आमसभा की बैठक में नहीं बल्कि ईमेल के जरिये की।

टीवीयूएफ के मनोनीत अध्यक्ष अशोक कुमार ने अंत में कहा, “हम पुटा संविधान का ईमानदारी से पालन करेंगे।”