छोटा व्यापारी आज मंदी, मंहगाई व ऑनलाइन मार्केटिंग की मार से जूझ रहा है : बजरंग गर्ग
मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 11 सितम्बर :
हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों का सम्मेलन जींद में हुआ। जिस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग थे और कार्यक्रम की अध्यक्षता व्यापार मंडल जिला प्रधान महावीर कम्पयूटर ने की। व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हरियाणा प्रदेश का छोटा व्यापारी पहले तो मंदी का दौर, मंहगाई की मार, ऑनलाइन की मार इत्यादि से जूझ रहा है।
ऊपर से भ्रष्ट अधिकारियों व सरकार की गलत नीतियों के कारण गांव स्तर पर लघु उद्योग व व्यापार काफी हद तक बंद हो गए है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने हाल ही में नया कानून बनाकर जीएसटी को मनी लान्ड्रिग रोकथाम कानून में लाकर जीएसटी का एक्सेस ईडी को दे दिया है। जिससे व्यापारियों में भय का माहौल है।
बजरंग गर्ग ने कहा कि व्यापारियों द्वारा हर प्रकार का टैक्स जैसे की इनकम टैक्स, एक्साईज ड्यूटी, मार्केट फ्रीस, लाइसेंस फ्रीस आदि ईमानदारी से देने के बाबजूद भी केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी का एक्सेस ईडी को देना उचित नहीं है। इसका दुष्प्रभाव यह पड़ेगा की व्यापारी जो व्यापार कर रहे है वह उसे बढ़ाने से डरेगा और बेरोजगार युवा व्यापार में नहीं आएगा। सरकार को चाहिए की बेरोजगारी कम करने के लिए बेरोजगार युवाओं को व्यापार व उद्योग में लाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इसके विपरीत सरकार गलत कानून लाकर बेरोजगार युवाओं को व्यापार जगत से दूर कर रही है।
बजरंग गर्ग ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरियाँ देने का वादा किया था और हरियाणा सरकार ने उद्योगों के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को 75 प्रतिशत नौकरी देनी की घोषणा की थी वह भी एक जुमला सिद्ध होकर रह गया। सरकार को झूठी घोषणा करने की बजाए बेरोजगारों को रोजगार देने का काम करना चाहिए मगर इस सरकार ने नौकरी देने की बजाय रोजगार छिनने का काम किया है।
सरकार को व्यापारी व आम जनता के हित में बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए व्यापार व उद्योग को बढ़ावा देना चाहिए। जिसमें केंद्र व प्रदेश सरकार को हर प्रकार की सुविधा व्यापारी व उद्योगपतियों को देनी चाहिए जो सरकार नहीं दे रही है।