प्रेग्नेंसी में न्यूट्रिशन का है विशेष महत्व, गर्भ में शिशु को रखता है हेल्दी – डॉ नीरज
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 09सितम्बर :
देशभर में हर साल 1 से 7 सितंबर तक ‘नेशनल न्यूट्रिशन वीक 2023’ सेलिब्रेट किया जाता है. पूरे एक सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम का मतलब उचित खानपान और पोषण के बारे में लोगों को जागरूक करना है. दरअसल, देश में आज भी लाखों बच्चे कुपोषण के शिकार हैं , बताया डॉ नीरज , साहिबा अग्रवाल व नीलू मल्होत्रा ने । ट्राइसिटी में भी उचित खान पान व पोषण के बारे में कई कार्यक्रमों द्वारा शहर वासियों को जागरूक किया गया सेक्टर 44 व मोहाली में विशेष कार्यक्रमों में गर्भावस्था के दौरान बैलेंस डाइट पर फोकस किया गया ।गर्भवती माताओं के लिए कैल्शियम और आयरन से भरपूर आहार को प्राथमिकता देने की आवश्यकता पर जोर दिया। एक महिला की गर्भावस्था एक महत्वपूर्ण और जीवन बदलने वाला समय होता है, और अच्छा आहार गर्भवती मां और अजन्मे बच्चे दोनों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए आवश्यक है, बताया साहिबा ने ।
“गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण सिर्फ दो लोगों के खाने के बारे में नहीं है, यह एक माँ और उसके बच्चे दोनों के आजीवन स्वास्थ्य का पोषण करने के बारे में है। यह एक स्वस्थ गर्भावस्था, इष्टतम भ्रूण विकास और जीवन में एक मजबूत शुरुआत की नींव रखता है। याद रखें, आप जो खाते हैं उसकी गुणवत्ता और मात्रा आपके नन्हे-मुन्नों के स्वास्थ्य और कल्याण को आकार दे सकती है, इसलिए संतुलित भोजन को प्राथमिकता दें और हर निवाले का ध्यान रखें।”
पोषक तत्वों की गर्भवती महिला की सेहत में अहम भूमिका निभाता है इसी लिये न्यूटिशन प्रतिभागियों के माध्यम से गर्भावस्था के दौरान आवश्यक महत्वपूर्ण पोषक तत्वों, जैसे फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन के बारे में सीखा और ये पोषक तत्व माँ और बच्चे दोनों को कैसे लाभ पहुंचाते हैं , बताया नीलू ने ।
सप्ताह भर चले जागरूकता कार्यक्रम में बच्चों व माओं के लिए खेल खेल में सही पोषण की जानकारी दी गई ।