पंजाब पुलिस ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित जिलों में चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन

– मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार पंजाब पुलिस लोगों की जान-माल की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध

– एनडीआरएफ की 15 टीमें और एसडीआरएफ की दो इकाइयां सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में तैनात, सेना को भी बुलाया गयाः डीजीपी गौरव यादव

– बाढ़ से निपटने के लिए 24 घंटे राज्य नियंत्रण कक्ष; किसी भी आपात स्थिति के दौरान लोग 112 पर कॉल कर सकते हैंः विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला

– पंजाब पुलिस ने बाढ़ के कारण उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए किए पुख्ता प्रबंध

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : राज्य में लगातार तीसरे दिन की बारिश को देखते हुए, पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों के साथ मिलकर राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव और जल निकासी अभियान तेज कर दिया है। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज यहां दी। उन्होंने कहा कि राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में एसएएस नगर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर ग्रामीण और पटियाला शामिल हैं।

राज्य में विस्तृत बाढ़ रोकथाम तंत्र सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के बाद, डीजीपी गौरव यादव और विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला व्यक्तिगत रूप से राज्य में बाढ़ की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं, जबकि सीपी/एसएसपी को फील्ड में रहकर नियमित अंतराल पर अपने-अपने जिलों में स्थिति की व्यक्तिगत रूप से निगरानी के लिए कहा गया है।

डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में जल भराव और निकासी के साथ-साथ बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें और एसडीआरएफ की दो इकाइयां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, रूपनगर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, जालंधर, एसबीएस नगर, एसएएस नगर और पठानकोट सहित जिलों में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना की 12 टुकड़ियों को भी बुलाया गया है।

उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के साथ हमारी टीमें बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में लोगों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए 24 घंटे काम कर रही हैं।

विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए राज्य नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे सक्रिय रूप से काम कर रहा है और संबंधित जिलों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए जिलों से प्रति घंटे रिपोर्ट ली जा रही है.

गुजवि के विद्यार्थियों का कंपनी में चयन

डेमोक्रेटिक फ्रंट 

हिसार/पवन सैनी 

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के ट्रेनिंग एंड प्लेसमैंट सैल के सौजन्य से ‘सकाटा इंक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’, गुरुग्राम के ई-कैंपस प्लेसमैंट ड्राइव में विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों का चयन किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई व कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी है। प्लेसमैंट निदेशक प्रताप सिंह ने बताया कि सकाटा इंक्स कॉर्पोरेशन प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग उद्योग के लिए एक व्यापक प्रदाता है। इसकी अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों ने फ्लेक्सिबल फिल्मस के लिए पानी-आधारित व विलायक-आधारित फ्लेक्सोग्राफिक व ग्रेव्योर लिंक, समाचार पत्र स्याही, पैकेजिंग व वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के लिए ऑफसेट स्याही जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर प्रिंटिंग इंक्स विकसित की हैं। प्लेसमैंट ड्राइव में प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी विभाग के लगभग 38 विद्यार्थियों ने भाग लिया। ऑनलाइन प्री-प्लेसमैंट टॉम के बाद हुए साक्षात्कार के आधार पर विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों को ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में 4.2 लाख रूपये वार्षिक पैकेज के साथ चयनित किया गया है।  प्लेसमैंट निदेशक ने इस ड्राइव के संचालन के लिए सकाटा इंक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की एचआर प्रियंका जोशी को धन्यवाद दिया। उन्होंने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. पंकज कुमार, ट्रेनिंग प्लेसमैंट कोर्डिनेटर्स अंकित बूरा व बिजेंद्र का भी आभार व्यक्त किया है।  सहायक निदेशक डॉ. आदित्यवीर सिंह ने बताया कि चयनित विद्यार्थियों में बीटेक प्रिंटिंग 2023 पासिंग आउट बैच के शिवम भार्गव, मुदित वर्मा, मनीष टुटेजा व अंकित वर्मा शामिल हैं। प्लेसमेंट ड्राइव का संचालन बीटेक प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी के जितेंद्र कुमार यादव ने किया। 

गुजवि कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने शुरू की दाखिला प्रक्रिया  

डेमोक्रेटिक फ्रंट

 हिसार/पवन सैनी

 गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार ने दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से चलने वाले कोर्सों के लिए आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने सोमवार को दाखिला प्रक्रिया का शुभारंभ किया तथा संबंधित प्रोस्पेक्टस जारी किया। दूरस्थ शिक्षा के सभी कोर्सों में दाखिले के लिए अंतिम तिथि 31 जुलाई 2023 है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. देवेन्द्र कुमार व दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. खजान सिंह उपस्थित रहे।  कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है यह विश्वविद्यालय नैक से ‘ए प्लस’ ग्रेड प्राप्त है। इसके दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों के प्रति विद्यार्थियों में जबरदस्त रूझान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था न केवल समय की मांग है, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम भी है जो हर नागरिक के उच्च शिक्षा के सपने को पूरा कर सकता है। विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के माध्यम से चलाए जाने वाले कोर्स अत्यंत उपयोगी हैं। ये कोर्स विद्यार्थियों को शिक्षा तथा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे। विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय द्वारा इस बार कम अवधि के सर्टिफिकेट व डिप्लोमा कोर्स भी आरंभ किए गए है। बाजार की वर्तमान मांग को देखते हुए इन कोर्सिज को शुरु किया गया है।   दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. खजान सिंह ने बताया कि पूरी दाखिला प्रक्रिया ऑनलाइन है। आवेदन के लिए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में आने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए इच्छुक विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं। दाखिला संबंधित अधिक जानकारी के लिए विद्यार्थी 01662-276735 या 263638 या 9812399111 पर सम्पर्क कर सकते हैं।  ओपन डिस्टेंस लर्निंग कोर्सिज निदेशक प्रो. खजान सिंह ने बताया कि ओपन डिस्टेंस लर्निंग माध्यम के लिए इच्छुक विद्यार्थी बीए, बीए मास कम्युनिकेशन, बीकॉम, एमए मास कम्युनिकेशन, एमबीए, एमकॉम, एमएससी मैथेमेटिक्स, एमसीए एवं एमए इंगलिश पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकते हैं।  डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सिज डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सिज में डिप्लोमा/सर्टिफिकेट इंन कंप्यूटर एप्लीकेशन, डिप्लोमा इन फूड क्वालिटी एश्योरेंस, डिप्लोमा इन सांलिड एंड हजार्डस वेस्ट मैनेजमैंट, सर्टिफिकेट इन फूड क्वालिटी एश्योरेंस, सर्टिफिकेट इन वीडियो फिल्म प्रोडक्शन में दाखिले के इच्छुक विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं।  ऑनलाइन कोर्सिज इसके अतिरिक्त ऑनलाइन कोर्सिज में विद्यार्थी बीकॉम तथा एमबीए मार्केटिंग व एचआर में दाखिला ले सकते हैं।  

सूरतगढ़ की वीआईपी कॉलोनियायों के खाली भूखंडों से बुरा हाल, ऐसे में रहते हैं बड़े लोग 

नगर पालिका अधिशासी अधिकारी से 10 जुलाई को मिलकर  पत्र दिया गया है।  इसके बाद एक पत्र आयकर विभाग के एंटी विजन को दिया जाएगा कि पता लगाएं कि यह किन लोगों के भूखंड जिन्होंने खरीदे तो है लेकिन निर्माण नहीं कर रहे। आठ दस सालों में 

करणीदान सिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 10 जुलाई :

वीआईपी  कॉलोनिया में अधूरे छोड़े हुए बिना बनाए हुए खुले भूखंड जिनमें भयानक गंदगी गंदा पानी भरा हुआ है, सड़ांध मार रहा है। झाड़ियां कीकर आदि उगे हुए हैं जो अन्य निवासियों को परेशानियां पैदा कर रहे। आबोहवा खराब कर रहे हैं। 

* निर्माण कार्य कराने के लिए एक अवधि निर्धारित होती है जिसमें निर्माण करवाना जरूरी होता है लेकिन बड़ी कॉलोनियों में निर्माण नहीं करवाया गया जो जरूरी था। बसंत विहार कॉलोनी आनंद विहार कॉलोनी जो आपस में मिली हुई है वहां पर काफी भूखंड खाली चारदीवारी बने हुए या खाली पड़े हैं जिनमें चारदीवारी भी नहीं है उनमें कचरा पड़ा है गंदा पानी पड़ा है। एक बार आवाज उठी थी कि जिन लोगों ने मकान नहीं बनाए वे बना लें ताकि दूसरे के मकानों को नुकसान नहीं हो दूसरे मकानों की नींवे खराब नहीं हो  सीलन नहीं आए । लेकिन रहने वाले वीआईपी और जिनके भूखंड खाली पड़े हैं वह भी वीआईपी यानि कि बड़े लोग।

 इस कॉलोनी के पास में बहता हुआ एक नाला टूटने के कारण उस इलाके के अंदर  जब गया तो देखा कि दोनों कॉलोनियों के अंदर हालात खराब है। नाला बंद रहता तो बाजार के अलावा इन 

कॉलोनियों में भी पानी भरता। नाला ठीक बहाव करवा दिया गया।

दोनों कॉलोनियों में अनेक मकान भूखंड खाली पड़े हैं जिनकी गंदगी से केवल कॉलोनियों की आबोहवा ही खराब नहीं होती बल्कि शहर की आबोहवा भी खराब होती है।

कॉलोनियों नगर पालिका क्षेत्र में आती है।

इनके अलावा भी बहुत से क्षेत्र में मकान खाली पड़े हैं जो सूरतगढ़ के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं।

👍 नगर पालिका प्रशासन को इस पर की कार्रवाई करनी चाहिए और जो लोग जानबूझकर मकान नहीं बना रहे हैं।उनके भूखंड के पट्टे निरस्त किए जाने चाहिए।  नगर पालिका सक्षम है।  नगर पालिका से अनुरोध किया गया है कि वे एक सार्वजनिक सूचना जारी करें। हालांकि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। कृषि भूमि की कॉलोनियों में निर्माण कार्य 10 साल में हो जाना चाहिए था लेकिन 15 साल 17 साल बीतने के बाद भी कॉलोनियों में निर्माण नहीं हो पाया। इन भूखंडों के मालिक कौन है? उन्होंने भूखंड क्यों खरीदे अगर उन्हें यहां रहना नहीं था।

 * नगर पालिका अधिशासी अधिकारी से 10 जुलाई को मिलकर  पत्र दिया गया है।  इसके बाद एक पत्र आयकर विभाग के एंटी विजन को दिया जाएगा कि पता लगाएं कि यह किन लोगों के भूखंड जिन्होंने खरीदे तो है लेकिन निर्माण नहीं कर रहे। आठ दस सालों में 

कॉलोनियां पूरे रूप में विकसित हो जानी चाहिए थी। आश्चर्य है कि वीआईपी इतने झाड़ झंखाड़ और गंदगी से घिरे रहते हैं और कहीं शिकायत नहीं करते।

बरवाला को राजनीतिक परिवर्तन की अवश्यकता – संजना सतरोड़

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट,सूरतगढ़ – 10 जुलाई :

बरवाला में स्थित मिजाज होटल में प्रमुख समाजसेवी संजना सातरोड की प्रेसवार्ता का आयोजन हुआ। प्रेसवार्ता में संजना सातरोड ने अपने जीवन से परिचित कराते हुए जागरूक स्वभाव के कारण समाज में फैली कृतियों पर भी काम किया। अब तक संजना ने अपनी शिक्षा की ताकत से बिजली, वातावरण, लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में काम किया।

2015 में जब संजना अपने पैतृक गांव में गई तो उन्होंने देखा को हर जगह गंदगी, सड़कों की टूट-फुट व गंदे पानी की निकासी की समस्या को देखते हुए उन्होंने MCD वार्ड 13 में उपचुनाव करवाया जिससे नागरिक रखरखाव हो से।

2016 में संजना ने याचिका दायर कर एमसीडी चुनाव में ईवीएम पर उम्मीदवार को फोटो लगवाई जिसको देखते हुए बाकी स्टेट इलेक्शन कमिशन ने भी इसे स्वीकार किया। 2018 में जब दिल्ली सरकार ने घोषणा की के बिजली के बिल कम कर दिए तब संजना ने डिजिटल यूपीआई से बिल भरकर दिखाया की बिल घटा नहीं बल्कि बढ़ गया फिर उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर फिक्स्ड चार्ज को कम कराया। ऐसे अनेक मुद्दे है जिन्हे संजना ने अपनी योग्यता से सुलझाया।

संजना हमेशा से ही लोगो की मदद एवं महिला सशक्तिकरण के लिए काम करती रहती है और आज बरवाला की खस्ता हालत को देखते हुए बरवाला की जनता से गुहार की इस बार अपना वोट सोच समझकर दें और बरवाला की जनता से वादा किया की व आगे भी इसी तरह समाज हित के कार्य करती रहेंगी।

सावन माह का पहला सोमवार: सेक्टर 46 मन्दिर में पूजा अर्चना कर भोलेनाथ का किया जलाभिषेकशिव भक्तों के लिए लगाया खीर मालपुए का लँगर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 10जुलाई :

पवित्र श्रावण मास, जिसे देवों के देव महादेव की भक्ति के लिए खास माना जाता है और इस माह में पड़ने वाले सोमवार का महत्व अत्यधिक माना जाता है। सावन माह के पहले सोमवार को शहर भर के शिवालयों में शिवभक्तों की धूम मची रही और पूरा शहर शिवमय नजर आया।

सावन माह के पहले सोमवार को सेक्टर 46 के सनातन धर्म मंदिर में भी भक्तों की खासी भीड़ उमड़ी। हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच श्रद्धालुओं ने शिवलिंग में जलाभिषेक कर समस्त मानव कल्याण की सुख-समृद्धि की कामना की। भारी बारिश के बाबजूद मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। शिव भक्तों ने शिवालय में गंगाजल, दूध, दही से जलाभिषेक कर बेलपत्र, चावल व पुष्प से अपने आराध्य भगवान शिव की पूजा की।

     इस अवसर पर  मंदिर में खीर मालपुए का अखंड भंडारा भी प्रभु भक्तों में बांटा गया।मन्दिर के पुजारी पंडित राहुल जी ने बताया किश्रावण मास को बहुत ही पवित्र माना गया है।  सावन माह को देवों के भगवान शिव की भक्ति के लिए बेहद ही खास माना जाता है। भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए भक्त आज बारिश के बाबजूद भी आज पहले सोमवार की अलसुबह से ही मंदिर में पहुंचने शुरू हो गए थे। अपने आराध्य प्रभु का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लम्बी लाइन देखने को मिली। सुबह लगभग 4 बजे मन्दिर का पट खुल गया और मन्दिर प्रबंधन द्वारा विधि विधान से सावन के पहले सोमवार की पूजा अर्चना की गई।

   इस अवसर पर सनातन धर्म सभा के महामंत्री सुशील सोबत, नरेंद्र भाटिया, डीडी शर्मा, अशोक भगत, राकेश जोशी,बीआर सहीवाल, संदीप शर्मा, उपेंद्र तिरखा सुर अन्य सभी उपस्थित रहे। मंदिर के चारों पुजारी पंडित हरिकिशन , पंडित शैलेंद्र ,पंडित राहुल, पंडित गोपाल जी भी मौजूद रहे।

श्री बाबा बालकनाथ मंदिर में आयोजित श्री शिव महापुराण के भव्य कार्यक्रम के तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने शिव कथा सुनने में आनंद लिया

श्री शिव महापुराण के भव्य आयोजन में शामिल श्रद्धालु और महा आरती में शामिल महिला श्रद्धालु
  • जब आप सावन सोमवर की कथा और महान शिव पुराण की किंवदंतियों को सुनने जाते हैं तो सभी दुख समाप्त हो जाते हैं: कथा व्यास

संदीप सैंडी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/मोहाली – 10 जुलाई :

सावन का पवित्र महीना 4 जुलाई से शुरू हो गया है । ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने में सावन सोमवर के व्रत का पालन करने से, यदि सावन सोमवर की कथा का पाठ किया जाता है और महा शिव पुराण की किंवदंतियों का पाठ किया जाता है तो सभी दुख समाप्त हो जाते हैं और भोलेनाथ अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं । अपने मन में भोलेनाथ नाम के साथ सावन के हर सोमवार को इस पवित्र कथा का जाप करें, भगवान शिव की कृपा हमेशा आपके साथ रहेगी और इसके अलावा भगवान शिव का सबसे प्रिय पत्र बेल पत्र चढ़ाया जाना चाहिए ।

श्री बाबा बाल भारती कल्याण समिति एवं महिला मंडल की अध्यक्षता में सावन माह के उपलक्ष्य में 8 से 16 जुलाई तक श्री शिव महापुराण के भव्य आयोजन के तीसरे दिन श्री बाबा बाल भारती समद प्राचीन शिव मंदिर मटौर में कथा व्यास पंडित किशोर शास्त्री ने संगत को कथा सुनाई । इससे पहले बाबा बाल भारती कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं मंदिर के मुख्य सेवक तिरलोचन सिंह बेदवान, मास्टर वासुदेव कौशिक व उनकी पूरी टीम ने मंदिर में श्रद्धालुओं का स्मृति चिह्न लगाकर स्वागत किया ।

बद्री नारायण मंदिर, सोहाना के मुख्य पुजारी पंडित किशोर शास्त्री और कथा व्यास 8 जुलाई से 16 जुलाई तक सेक्टर 71 मंदिर में श्री शिव महापुराण का भव्य कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिसमें संगत ने तीसरे दिन बड़े उत्साह के साथ भाग लिया और कार्यक्रम के समापन के दिन महा आरती में भी भाग लिया । इसके बाद मंदिर में भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया ।

उन्होंने मोहाली शहर के संघों और अन्य भक्तों से मंदिर में आयोजित की जा रही महा शिव पुराण कथा में अधिक से अधिक भाग लेने और भगवान शिव का आशीर्वाद लेने की अपील की है । उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम श्री बाबा बाल भारती समाधि प्राचीन शिव मंदिर, मत्तूर में पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है ।

आरएमपी चिकित्सक एसोसिएशन ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 10 जुलाई :

आरएमपी एवं अनुभवी चिकित्सक एसोसिएशन द्वारा आज प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर मांगों को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसी कड़ी में यमुनानगर में भी आज बारिश के बावजूद जिलाभर से भारी संख्या में आरएमपी चिकित्सक अनाज मंडी में इकठ्ठा हुए और एक ज्ञापन एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. ऋषिपाल सैनी की अगुवाई में को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम जगाधरी अमित गुलिया को सौंपा।

मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में मांग की गई कि हरियाणा हेल्थ केयर डॉ ऋषिपाल सैनी का कार्यकाल 30 अप्रैल 2020 को पूरा हो गया था, जिसके बाद बोर्ड का कोई भी रजिस्ट्रार नियुक्त नहीं हुआ और ना ही स्टॉफ है। इसलिए बोर्ड का दोबारा चेयरमैन नियुक्त करें। इसके साथ ही पुराने स्टाफ को बहाल कर रजिस्ट्रार की नियुक्ति करें ताकि बोर्ड का काम सुचारू रूप से चल सके।

ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि तुरंत प्रभाव से किसी एच.ओ. या ए.एम.ओ. को रजिस्ट्रार नियुक्त किया जाए। इस मौके पर डॉ ऋषिपाल सैनी ने कहा कि पूर्व में बोर्ड में जो नियम एक्ट के आधार पर पास किए थे उनको सरकार अपनी कैबिनेट में पास करके दोबारा हैल्थ केयर वर्कर बोर्ड को भेजे ताकि बोर्ड में सूचीकरण का काम शुरू हो सके।

उन्होंने कहा कि हरियाणा स्वास्थ्य कर्मकार विधेयक 2004 की सैक्शन 12 के तहत किसी भी यूनिवर्सिटी या बोर्ड या काउंसिल से पंजीकृत सदस्य को ट्रेनिंग से छूट देकर उनको तुरंत सूचिकृत किया जाए व अनरजिस्टर्ड स्वास्थ्य मित्रों को अगर सरकार चाहे तो छः महीने की ट्रेनिंग दे या किसी भी रजिस्टर्ड मैडिकल प्रैक्टिशनर से पाँच साल का अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर भी सूचिकृत किया जा सकता है।

  इस अवसर पर डॉ.जरनैल सिंह कालिया,डॉ.कुलदीप रामपुर, डॉ. देशराज,डॉ० यशपाल, डॉ० निर्मल सदोरा, डॉ० दिनेश , डॉ० मनोज शर्मा, डॉ० सुरेश  डॉ० समय सिंह, डॉ० रामकुमार ,डॉ० मायाराम, डॉ० सुलेमान,डॉ० राजबीर आदि मौजूद रहे।

शहर और गाँव के बाढ़ प्रबन्धन में भाजपा सरकार बुरी तरह विफ़ल : श्याम सुंदर बतरा

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 10 जुलाई :

हल्का यमुनानगर के बाढ़ प्रभावित कई गाँव का दौरा किया कोर्डिनेटर जिला काँग्रेस कमेटी एवं पूर्व चेयरमैन जिला परिषद यमुनानगर श्याम सुन्दर बतरा ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ  प्रतिनिधि सदस्य जिला परिषद वार्ड नं 7 आकाश बतरा युवा काँग्रेस नेता ने सुबह 4 बजे शेखुपुर में बाढ़ के खतरे से घबराए लोगों के बीच पहुँचकर उनको हौंसला दिया। गाँव की पानी निकासी की पाइपों व नालियों से नदी का पानी गांव में घुस गया था गाँव वालों ने बहादुरी से पाइपों व नालियों के सामने मिट्टी के कट्टे लगाकर गाँव मे पानी घुसने से रोका इसके बाद पुलिस प्रशासन भी सुबह 5 बजे श्याम सुन्दर बतरा के साथ पहुँचे।

श्याम सुंदर बतरा ने तहसीलदार अमित कुमार से बात करने पर उन्होंने भी बाढ़ बचाव के प्रबंध करने की बात की। मौके पर ही प्रतिनिधि सदस्य जिला परिषद आकाश बतरा ने गाँव मे पटड़ी की मरम्मत के लिए 2 लाख रुपये देने का आश्वासन दिया। इसके बाद बाढ़ प्रभावित गांव कैत, मंडी ,लापरा, उर्जनी का भी दौरा किया और  जगाधरी व यमुनानगर शहर की कई कालोनियों का दौरा किया शहर की सभी कालोनियां जलमग्न है बरसात से हुए जलभराव से सरकार के दावों की पोल खुली । कई कालोनियों में जलभराव की वजह से सभी मार्ग बन्द । जनता त्राहि त्राहि कर रही है मौके पर मौजूद ग्रामीणों को प्रशासन से मदद दिलवाने के लिए तहसीलदार और प्रशासन से बातचीत की ।

इस मौके पर समय सिंह पूर्व सरपंच , अरशद पोसवाल,पूर्व सरपंच अमर सिंह मंडी ,सालिम पूर्व सरपंच , हसन पूर्व सरपंच ,आकाश बतरा ,परवीन कुमार, अमर सिंह, अरुण , संजय कुमार , सालिम, मारूफ,महताब, कमल , संजीव , मनीष, मोनी, पूर्णचन्द, करण , मान सिंह ,भंगी राम आदि मौजूद रहे।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का विधायक प्रदीप चौधरी ने मुआयना किया, बोले हालात बेहद खराब


सुभाष कोहली, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालका – 10 जुलाई : 

कालका विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रदीप चौधरी ने बरसात से हुई भारी तबाही का जायजा लिया। उन्होंने रज्जीपुर, रामपुर सियुडी और सूरजपुर का मौका देखा, जहां घग्घर नदी ने भारी नुकसान कर दिया। जिसको लेकर विधायक प्रदीप चौधरी ने उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत करते हुए पूरे कालका विधानसभा क्षेत्र में जहां भी भारी बरसात से हालात बिगड़े हुए हैं, वहां जल्द से जल्द प्रशासन द्वारा राहत पहुंचाने की बात कही। इस दौरान विधायक प्रदीप चौधरी ने पीड़ित लोगों से भी बातचीत की और उनका हालचाल जाना। विधायक प्रदीप चौधरी को लोगों ने बताया कि दर्जनों मकान पानी में बह गए हैं और 3 से 4 लोगों की जान भी गई है। शेड गिरने और पानी में बहने से पशु मर गए। विधायक प्रदीप चौधरी ने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र के रायतन, दून, पिंजौर, कालका, मोरनी, रायपुररानी क्षेत्रों में हालात बेहद खराब हैं। रास्ते, पुल, मकान, खेत और बिजली सप्लाई ठप्प होने से पेयजल संकट बना हुआ है। 

कांग्रेस पार्टी ने भी अपने कार्यकर्ताओं, नेताओं और पदाधिकारियों से आह्वान किया है कि वह अपने आसपास के क्षेत्र में हर संभव मदद करने का प्रयास करें। इस आपदा के समय में प्रशासन हेल्पलाइन नंबर भी जल्दी जारी करे और लोगों तक पहुंच कर उन तक संपर्क किया जाए। लोगों को खाने-पीने जैसी समस्याएं और कई जगहों पर पानी मकानों में भरने की वजह से लोगों को अस्थाई तौर पर आशियाना उपलब्ध कराने का भी काम किया जाए। इसके अलावा लोगों तक खाने की व्यवस्था भी होनी चाहिए, क्योंकि बरसात ने लोगों के अनाज और राशन को भी खराब कर दिया है। क्षेत्र में बरसात की वजह से जहां पर जान और माल का नुकसान हुआ है उन लोगों को भी अति शीघ्र मुआवजा जारी किया जाए। मुख्य मार्गों पर जो पुल टूटे है वहां पर व वैकल्पिक व्यवस्था जल्द से जल्द बनाई जाए।