देशभर की विद्युत वितरण कंपनियों में हरियाणा सबसे अग्रणी राज्य : ऊर्जा मंत्री
बिजली पंचायत में सुनी जनसमस्याएं, अधिकारियों की बैठक भी ली
हिसार/पवन सैनी
ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा है कि देशभर की सभी डिस्कॉम यानी विद्युत वितरण कंपनियों में हरियाणा सबसे अग्रणी राज्य है। प्रदेश की चारों कंपनियां पूरी तरह से सक्षम और जवाबदेह है और इनकी ब्रांड वेल्यू पूरे देश में सबसे महत्वपूर्ण है। वे बुधवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता में पूछे गए सवालों का उत्तर दे रहे थे। इस अवसर पर राज्य सभा सांसद डॉ डीपी वत्स भी उनके साथ उपस्थित थे। ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि महत्वाकांक्षी कुसुम योजना में हरियाणा देश में दूसरे नंबर पर है। इसी प्रकार से प्रदेश देश का एक महत्वपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग हब है, जहां उद्योगपतियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलती है। धान कटाई मौसम में जब दिल्ली में प्रदूषण फैलता है, तो एनजीटी के निर्देशों के अनुरूप एनसीआर क्षेत्र में जनरेटर बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे हालात में भी हरियाणा अपने उद्योगों और घरेलू उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवाता है। ऐसी राजनीतिक पार्टियां जो हरियाणा में बिजली के नाम पर आंदोलन करने की बात कहती है, वे खुद अपने शासन वाले प्रदेशों में लोगों को बिजली उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। यहां तक की उनके कार्यालय के समय में भी बदलाव किया गया है।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बीते मंगलवार को 12 हजार मैगावाट की आपूर्ति उपभोक्ताओं को की गई, जोकि इस सीजन की सबसे अधिक है। राज्य सरकार के पास लगभग 13 हजार मैगावाट बिजली की उपलब्धता है। उन्होंने कहा कि योजना आयोग ने भी बिजली क्षेत्र की उपलब्धियों के लिए प्रदेश की सराहना की है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में बिजली के दामों में बढ़ोतरी नहीं की गई है, जबकि अन्य सभी चीजों के दाम बढ़ गए हैं। यमुना नगर बिजली प्लांट को शिफ्ट करने के मामले पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्र को शिफ्टिंग ना करने बारे लिखा गया था, जिस पर विचार किया जा रहा है। ऊर्जा मंत्री ने ब्लू बर्ड टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के शीर्ष अधिकारियों की मासिक बैठक भी ली और कहा कि जनसाधारण की समस्याओं का निवारण शीघ्रता से किया जाए। गर्मी के मौसम में गांव एवं शहरों में निर्बाध बिजली आपूर्ति, ओवर बिलिंग के मामलों का निपटान, लंबित ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने व बिजली चोरी की रोकथाम को लेकर निर्देश दिए गए। ऊर्जा मंत्री ने लंबित ट्यूबवेल कनेक्शनों, विद्युत ट्रांसफार्मो में उच्च गुणवत्ता वाले मटेरियल का प्रयोग तथा सौर ऊर्जा संबंधी मामलों पर विस्तार से चर्चा की। इसके बाद ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने स्थानीय लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा आयोजित बिजली पंचायत में जन-समस्याओं को भी सुना और उनके निवारण की दिशा में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि बिजली पंचायत में लगभग 50 गांवों की पंचायतों द्वारा अपनी समस्याएं व मांगें रखी गई है।
ऊर्जा मंत्री ने निगम के अधिकारियों से कहा कि हाई वोल्टेज लाइन पर अतिरिक्त सावधानियां बरती जाएं ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो। भूमिगत बिजली लाइनों को बिछाने में आ रही दिक्कतों को दूर किया जाए। शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अधिकारी नियमित रूप से निरीक्षण करें। स्मार्ट मीटर के लंबित कार्यों को जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी ट्रांसफार्मर की गुणवत्ता और अन्य पैरामीटर की जांच जल्द पूरी करें ताकि कनेक्शन देने में किसी प्रकार की देरी न हो। इसके अतिरिक्त सब-स्टेशनों पर जो भी कार्य लंबित हैं उन्हें भी जल्द पूरा किया जाए। ऊर्जा मंत्री ने निगम के अधिकारियों को ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में निर्धारित शेड्यूल के अनुसार उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति करने तथा जनसमस्याओं का निराकरण प्राथमिक स्तर पर करने के भी निर्देश दिए।