सरकार को उपमंडल स्तर पर किसानो की सब्जियों/फलों को स्टोरेज करने के लिये कोल्ड स्टोरेज खोलने चाहिए : ओ पी सिहाग

संदीप सैनी,डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 01     जुलाई    :

आज टमाटर के भाव में पिछले दिनों आए अप्रत्याशित उछाल ने गरीब व मध्यम वर्ग की रसोई का स्वाद किरकिरा कर दिया है। य़ह बात जजपा पंचकुला के नेता एवं  “अपना पंचकुला” एनजीओ  के प्रधान ओ पी सिहाग ने  जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कही । ओ पी सिहाग ने कहा कि कुछ  दिनों पहले जो टमाटर 20-25 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, अचानक उसका भाव आसमान को छूने लगा तथा अब उपभोक्ताओं को यही टमाटर  100 -150  रुपये प्रति किलो रेहड़ी फड़ी वालों से मिल रहा है। सिहाग ने कहा कि जो लोग टमाटर पैदा करते हैं उनको अपनी फ़सल 4-5 रुपये प्रति किलो से कम दामों पर बेचनी पड़ती है, कई दफा तो उनको वाजिब दाम न मिलने पर अपनी फ़सल सडकों पर फेंकनी पड़ती है। इसके अतिरिक्त गोभी 80 रुपये  प्रति किलो, भिंडी 60 रुपये किलो, हरी मिर्च 80 रुपये किलो और तो और घीया भी 60 रुपये किलो हो गई है। 

जजपा नेता ने कहा कि टमाटर या अन्य सब्ज़ियों के भाव एक बहुत बड़ी साजिश के तहत बढ़ाये जाते हैं। य़ह कार्य बड़े बड़े कोल्ड स्टोरेज के मालिक व कुछ जमाखोरी करने वाले  व्यापारी करते हैं, वो किसानों से बहुत ही सस्ते दामों पर पहले सब्जियां खरीद कर इन कोल्ड स्टोरेज/गोदामों में भंडारण कर लेते हैं और बाद में मोका देखकर अचानक इनकी आमद बंद कर कृत्रिम रूप से इनकी उपलब्धता कम दिखाकर इनके रेट बढ़ा देते हैं तथा कई गुणा मुनाफा कमाने के चक्र में उपभोक्ताओं की जेब ढीली कर देते हैं। सिहाग ने कहा कि ये लोग बड़े ही शातिर राना तरीके से बिचौलियों व फुटकर सब्जियां बेचने वालों को भी इस खेल में शामिल कर लेते हैं। सिहाग ने कहा कि चंद  दिनों में ही उपरोक्त सभी जमाखोर लोग तो चांदी कूट लेते हैं, इस सबका खामियाजा भुगतना पड़ता है टमाटर या अन्य सब्जियां उगाने वाले किसानों तथा इन सब्जियों का  उपयोग  करने  वाले उपभोक्ताओं को। 

जजपा नेता ने कहा कि ये कोई पहला मोका नहीं है कि इस तरह टमाटर या अन्य सब्जियों के रेट अप्रत्याशित रूप से बढ़े हैं, इससे पहले भी हर सरकारों के समय ऐसा होता आया है कभी प्याज के दाम  तो कभी किसी अन्य सब्जियों के दाम या फलों के दाम या दालों तिलहनों के दाम,आम आदमी को खून के आंसू रुलाते रहे हैं । 

जजपा नेता ने कहा कि इस सबसे बचने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। हर जिले के जिम्मेदार प्रशासन के अधिकारियों व पुलिस को सख्त निर्देश देने चाहिए कि वो जमाखोरों के गोदामों व कोल्ड स्टोरेज के मालिकों के यहां छापेमारी करे तथा जमा किया गया हजारों टन  टमाटर या अन्य सब्जियां वाजिब दामों पर उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराए तथा  जमाखोरों  के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। इसके अतिरिक्त सरकार का य़ह दायित्व बनता है कि जो किसान इन सब्जियों को पैदा करता है उसको भी सही भाव मिले तथा उपभोक्ताओं के साथ भी लूट न हो ।सिहाग ने कहा कि सरकार को मेरा सुझाव है कि सरकार खुद  सम्बन्धित विभाग से हर उपमंडल स्तर पर बड़े बड़े कोल्ड स्टोरेज बनवाये, जहां किसानों के द्वारा पैदा की गई सब्जियों/फलों को लंबे समय तक सस्ती दरों पर रखने की सुविधा मिले तथा बाद में वो सरकार से बात करके  वाजिब दामों पर सब्जियां/फल सीधे उपभोक्ताओं को या रेहड़ी फड़ी वालों को ठीक दामों पर उपलब्ध कराए । इस से सभी को फायदा होगा। इसके अलावा उपभोक्ताओं को तुरंत राहत प्रदान करने के लिए टमाटर सस्ते दामों पर उपलब्ध कराने हेतू  हर शहर/कस्बे में सरकारी स्टॉल खोले जाने चाहिए।