हरियाणा के राज्यपाल ने राजकीय महाविद्यालय सेक्टर-1 पंचकूला में 27वें दीक्षांत समारोह में मुख्यातिथि के रूप में की शिरकत

  • वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के 251 स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को प्रदान की डिग्रीया
  • यह उपाधि पत्र महज एक कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि समाज के प्रति उनके अपेक्षित सहयोग का उम्मीद पत्र- श्री बंडारू दत्तात्रेय

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 12   मई  :

      हरियाणा के राज्यपाल और कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी कुरुक्षेत्र के कुलपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजकीय महाविद्यालय सेक्टर-1 पंचकूला में 27वें दीक्षांत समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की और वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के 251 स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को डिग्रीया प्रदान की, इसमें 181 स्नातक और 70 स्नातकोत्तर शामिल है।

                इस अवसर पर उच्चतर शिक्षा विभाग, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, उपायुक्त डाॅ. प्रियंका सोनी, महाविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती बबिता वर्मा और उप प्राचार्य श्री देवेंद्र लांबा भी उपस्थित थे।

                राज्यपाल ने डिग्रीया प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनायें देते हुये कहा कि उन्हें प्रसंता है कि विद्यार्थियों ने कला, वाणिज्य, विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान और पत्रकारिता के शैक्षणिक पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है। उन्होंने कहा कि आज का यह महत्त्वपूर्ण दिन विद्यार्थियों के सपनों और उपलब्धियों से परिपूर्ण सुनहरे भविष्य के प्रवेश द्वार के रूप में उनकी वर्षों की मेहनत और बौद्धिक   उत्कृष्टता के लिए किए गए अथक श्रम के कारण सुलभ हुआ है। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों सहित राजकीय महाविद्यालय के सभी संकाय सदस्यों, शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को अपने माता-पिता, गुरूजनों सहित अन्य मार्गदर्शकों को अपनी उपलब्धियों के लिए मिले उनके गहन सहयोग के लिए हमेशा याद रखना चाहिए।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि सभागार में बैठे सभी उर्जावान छात्रों की आँखों में उन्हें आत्मविश्वास से लबरेज एक चमक दिखाई दे रही है। आँखों की ये चमक निश्चित रूप से उनके द्वारा बुने गए भविष्य के सपनों को साकार करने और भविष्य में आने वाली चुनौतियों से जूझने में मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा कि यह उपाधि पत्र महज एक कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि ये उनके घर-परिवार जनों के साथ ही समाज के प्रति उनके अपेक्षित सहयोग का उम्मीद पत्र है।

राज्यपाल ने कहा कि आज टेक्नोलॉजी की तेजी ने तमाम व्यवस्थाओं में आमूल-चूल परिवर्तन कर दिया है। इस रफ्तार के साथ अगर कोई कदम मिलाकर चल सकता है तो वो देश का नौजवान है। हमारा देश जोशीले और हुनरमंद युवाओं से समृद्ध है। निश्चित रूप से विद्यार्थियों ने अपने-अपने पाठ्यक्रमों की निर्धारित शिक्षा भले ही अर्जित कर ली हो, लेकिन दीक्षांत का मतलब शिक्षा का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे कौशल निपुण बने और रोजगार ढूंढने वाले की बजाय रोजगार देने वाले बने। उन्होंने उच्चतर शिक्षा विभाग, हरियाणा के नवाचारी प्रयास ’रैंकिग फ्रेमवर्क’ में राजकीय महाविद्यालय, पंचकूला द्वारा अपने पहले ही प्रयास में पूरे हरियाणा राज्य में पहला स्थान हासिल करने पर बधाई एवं शुभकामनायें दी।महाविद्यालयों के बीच एक प्रतिस्पर्धी माहौल को प्रोत्साहित करने और महाविद्यालयों के भीतर टीमवर्क और गुणवत्ता की भावना को बढ़ाने के उद्देश्य से रैंकिग फ्रेमवर्क’ तैयार किया गया है। 

श्री दत्तात्रेय ने दीक्षांत कार्यक्रम के अवसर पर सभी विद्यार्थियों से अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने के साथ ही राष्ट्र के निर्माण में अपने योगदान की आहूति डालने का दृढ़ संकल्प लेने का आह्वान किया।

                कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि उच्चतर शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण ने 27वें दीक्षांत समारोह के सफल आयोजन के लिये महाविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजकीय महाविद्यालय सेक्टर-1 पंचकूला राज्य के बेहतरीन महाविद्यालय में से एक है, जिसमें स्नातक और स्नातकोत्तर के विभिन्न संकायों के लगभग 3 हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा राज्य में नई शिक्षा नीति 2020 लागू की जा रही है, जिससे उच्चतर शिक्षा विभाग में एक प्रतिमान बदलाव आयेगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति को बेहतर ढंग से लागू करने में शिक्षकों का विशेष योगदान रहने वाला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में एक ऐसा इको सिस्टम तैयार किया जाये जहां विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिये बेहतर वातावरण मिलने के साथ साथ शिक्षा पूर्ण होने के पश्चात रोजगार के पर्याप्त अवसर मिले।

                इस मौके पर श्री दत्तात्रेय ने महाविद्यालय में उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा संचालित स्टार्टअप इन क्यूबेटर कम सेंटर आॅफ एक्सीलेंस का भी निरीक्षण किया और वहां युवा स्टार्ट अप्स के लिये शुरू किये गये विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी ली। उन्होंने महाविद्यालय परिसर में पोधारोपण भी किया।

                राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती बबीता वर्मा ने महाविद्यालय की गतिविधियों के बारे में विस्तापूर्वक जानकारी दी।

                इस अवसर पर महाविद्यालय के टीचिंग और नाॅन टीचिंग स्टाफ के साथ साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति व विद्यार्थी उपस्थित थे।