दिल्ली शराब घोटाले में एक और नाम ‘राघव चड्ढा’

दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने अपनी दूसरी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी(आआपा) के  राज्यसभा सांसद संजय सिंह का नाम भी शामिल किया है। ED ने चार्जशीट में कहा कि अरुण पिल्लई के सहयोगी अभिषेक बोइनपल्ली बुचि बाबू थे। विजय नायर ने समीर महेंद्रु से कहा था कि अरुण और इसका सहयोगी ग्रुप दिल्ली शराब नीति में निवेश करने के लिए उत्सुक था, क्योंकि इस समूह के पास बहुत ज़्यादा पैसा, राजनैतिक संबंध और अरविंद केजरीवाल से दोस्ती थी। समीर महेंद्रू ने विजय नायर की विश्वसनीयता को परखने के लिए विजय नायर से केजरीवाल से मीटिंग कराने के लिए कहा था, जिसके बाद विजय नायर ने समीर महेंद्रु और केजरीवाल के बीच फेसटाइम मीटिंग अरेंज कराई थी। शुरुआत में राज्यसभा सांसद संजय सिंह से मुलाकात हुई, जिसके बाद वह दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से एक पार्टी में संपर्क में आया।

शराब घोटाले की चार्जशीट में आप के सांसद संजय सिंह का भी नाम
शराब घोटाले की चार्जशीट में संजय सिंह का नाम
  • ED के दूसरे सप्लीमेंट्री चार्जशीट में AAP नेता राघव चड्ढा का नाम आया है
  • ED ने अपनी सप्लीमेंट्री चार्जशीट कई और अहम खुलासे किए हैं

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, नई दिल्ली/चंडीगढ़ :

दिल्ली शराब कांड में आम आदमी पार्टी के नेता और केजरीवाल सरकार के मंत्रियों की मुसीबत बढ़ती ही जा रही है। दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में ईडी ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में राघव चड्ढा और कैलाश गहलोत का नाम लिया है। ईडी ने अपनी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कहा है कि आबकारी नीति बनाने के दौरान ग्रुप ऑफ मिनिस्टर के समूह में ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत भी शामिल थे।

कैलाश गहलोत नई आबकारी नीति पर विचार करने के लिए गठित मंत्रियों के समूह का हिस्सा थे। गहलोत जीओएम का हिस्सा थे, जिसने कैबिनेट नोट और नई नीति पर पब्लिक कमेंट पर विचार किया था। विजय नायर कैलाश गहलोत के आधिकारिक आवास पर रहते थे। दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने अपनी दूसरी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी(आआपा) के  राज्यसभा सांसद संजय सिंह का नाम भी शामिल किया है। ED ने चार्जशीट में कहा कि अरुण पिल्लई के सहयोगी अभिषेक बोइनपल्ली बुचि बाबू थे। विजय नायर ने समीर महेंद्रु से कहा था कि अरुण और इसका सहयोगी ग्रुप दिल्ली शराब नीति में निवेश करने के लिए उत्सुक था, क्योंकि इस समूह के पास बहुत ज़्यादा पैसा, राजनैतिक संबंध और अरविंद केजरीवाल से दोस्ती थी। समीर महेंद्रू ने विजय नायर की विश्वसनीयता को परखने के लिए विजय नायर से केजरीवाल से मीटिंग कराने के लिए कहा था, जिसके बाद विजय नायर ने समीर महेंद्रु और केजरीवाल के बीच फेसटाइम मीटिंग अरेंज कराई थी। शुरुआत में राज्यसभा सांसद संजय सिंह से मुलाकात हुई, जिसके बाद वह दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से एक पार्टी में संपर्क में आया।

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आप राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है। चड्ढा ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से दायर एक शिकायत में मुझे एक आरोपी के रूप में नामित किया गया, इस तरह की न्यूज/रिपोर्ट तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने के लिए दुर्भावनापूर्ण प्रचार का हिस्सा लग रहा है। उन्होंने कहा कि ईडी द्वारा दायर की गई किसी भी शिकायत में मुझे आरोपी या संदिग्ध के रूप में नामित नहीं किया गया है। उक्त शिकायतों में मुझ पर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि शिकायत में मेरा नाम किसी बैठक में उपस्थित व्यक्ति के रूप में उल्लिखित है, हालांकि इस तरह के आरोप लगाने का आधार स्पष्ट नहीं है। आप सांसद ने कहा कि मैं उक्त बैठक के संबंध में या अन्यथा किसी भी तरीके से किसी भी कथित अपराध के किए जाने का जोरदार और स्पष्ट रूप से खंडन करता हूं।

इससे पहले 25 अप्रैल को, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पहली बार मनीष सिसोदिया को इस मामले में सीबीआई कोर्ट के समक्ष दायर सप्लीमेंट्री चार्ज शीट में एक आरोपी के रूप में नामित किया था। सीबीआई ने हैदराबाद के रहने वाले सीए बुच्ची को भी नामजद किया है। सप्लीमेंट्री चार्जशीट में बाबू गोरंटला, शराब कारोबारी अमनदीप सिंह ढल्ल और अर्जुन पांडेय का भी नाम है। इन लोगों पर आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 201 और 420 के अलावा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप लगाया गया है।