सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 17 अप्रैल :
अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह के तहत सोमवार को डीएवी गल्र्स कालेज में यमुनानगर दमकल केंद्र की ओर से माॅक ड्रिल कर छात्राओं व स्टाफ सदस्यों को आग बुझाने की जानकारी दी।
फायर सेफ्टी आॅफिसर प्रमोद दुग्गल व उनकी टीम ने छात्राओं को आग के प्रकार व बचाव की विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम का आयोजन यूथ रेडक्रास सोसायटी व जनसंचार विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन, यूथ रेडक्रॉस सोसायटी इंचार्ज डाॅ मोनिका शर्मा व डाॅ नताशा बजाज व जनसंचार विभाग अध्यक्ष परमेश कुमार, ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
फायर ऑफिसर प्रमोद दुग्गल ने कहा कि आग चार प्रकार की होती है। जिन्हें ए,बी,सी व डी टाइप का नाम दिया गया है। ए टाइप में लकड़ी, कागज व कपडे में लगी आग आती है। बी टाइप में ज्वलनशील द्रव व गलनशील ठोस में लगी आग शामिल है। गैस व द्रवित गैस में लगी आग सी टाइप में आती है। डी टाइप में धातु व विद्युत में लगी आग शामिल है। इसके बाद उन्होंने आग लगने की स्थिति में बरते जाने वाले आवश्यक सावधानियां के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि रसोई घरों में रखे गए एलपीजी गैस सिलेंडर में आग लगने से लोग घबरा जाते हैं। मगर उसमें घबराने जैसी कोई बात नहीं होती। एलपीजी गैस सिलेंडर में आग लगने पर उसे बुझाने के तरीके बताए। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की आग पर काबू पाने के लिए गीली चादर का प्रयोग करना चाहिए। रसोई में कभी भी एक सिलेंडर के पास दूसरा नहीं रखना चाहिए। साथ ही उन्होंने फायर एक्सटिंग्विशर के सही इस्तेमाल के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
माॅक ड्रिल के दौरान फायर एक्सटिंग्विशर व पानी के पाइप के जरिए आग पर काबू पाने के बारे में डेमो भी दिया।