Thursday, December 5

जल संरक्षण एवं गुणवत्ता को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 13 अप्रैल :

रादौर, जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहयोग संगठन के सौजन्य से बरहेड़ी के राजकीय मिडिल स्कूल में जल संरक्षण एवं उसकी गुणवत्ता को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता अध्यापक त्रिलोकचंद ने की।

इस अवसर पर जिला सलाहकार रजनी गोयल ने स्कूली विद्यार्थियों एवं उपस्थित जनों, अध्यापकों, आशा वर्कर एवं ग्रामीण महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि गर्मी आ चुकी है सभी पानी को लेकर सतर्कता बरतें और जितनी आवश्यकता हो उतना ही पानी का इस्तेमाल करें। पानी का दुरुपयोग बिल्कुल ना करें, क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग के चलते पानी का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है इसलिए हमें सजग होकर पानी का इस्तेमाल करना होगा।

उन्होंने बताया कि लगातार भूजल दोहन के कारण भूजल स्तर बहुत नीचे जा चुका है और जिला यमुनानगर की 251 ग्राम पंचायते डार्क जोन में आ चुकी हैं। जिनमें से रादौर की पंचायतें भी शामिल है। उन्होंने कहा कि पानी बिल्कुल भी व्यर्थ ना करें पानी का सोच समझकर इस्तेमाल करें। इस अवसर पर उन्होंने स्कूली बच्चों से हाथ उठाकर नलों पर लगी टूटियां की स्थिति भी जांची, जिसमें सभी ने हाथ उठाकर कहा कि हमारे सभी के घर में नलों पर टूंटी  लगी हुई है।

गोयल ने यह भी कहा कि पानी हर घर को शुद्ध व स्वच्छ पानी मिले इसके लिए विभाग प्रयासरत है और समय-समय पर पानी की शुद्धता की जांच भी करवाई जाती है। इसी उद्देश्य को लेकर आज बरहेडी में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने मौके पर पानी की जांच के लिए फील्ड टेस्टिंग कीटे वितरित की और इसका इस्तेमाल करने का तरीका भी बताया। स्कूली विद्यार्थियों को साफ सफाई के बारे में जागरूक किया और कहा कि बच्चों समय समय पर अपने हाथ धोते रहें और अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ अवश्य रखें ताकि कोई बीमारी आपके पास फटकने भी ना पाए। जल जनित 80% बीमारियां दूषित जल से होती है अतः अपने आसपास साफ-सफाई का अवश्य ध्यान रखें और पानी  को ढक कर रखें और डंडी दार लोटे का प्रयोग करें।

इस अवसर पर बीआरसी जसविंदर सिंह ने विभाग के टोल फ्री नंबर 1800180 5678 नंबर के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर अध्यापक सुनील कुमार, कुक रेखा, आशा वर्कर सरिता, जल कर्मी देव, कृष्ण कुमार,डोली, अंकुश एवं अनेकों ग्रामीण मौजूद रहे।