दूरदर्शन बचाओ संघर्ष समिति का धरना 97वें दिन भी जारी

डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी
हिसार। केंद्र सरकार द्वारा दूरदर्शन केंद्र हिसार को बंद कर चंडीगढ़ स्थानांतरित करने के विरोध में दूरदर्शन बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले धरना प्रदर्शन मंगलवार को 97वें दिन भी जारी रहा। दूरदर्शन के स्थानांतरण के विरोध में धरने पर बैठी दूरदर्शन बचाओ संघर्ष समिति को विभिन्न संगठनों का समर्थन मिल रहा है। समिति के सदस्यों ने कहा कि दूरदर्शन ही एकमात्र प्लेटफार्म है जो देश व प्रदेश की संस्कृति व लोक कला को दिखाता है, उसे बंद करना मतलब संस्कृति के प्रसार को बंद करना है। धरने पर समिति के सभी सदस्य मौजूद थे। आप नेता दलबीर किरमारा ने कहा कि ये दूरदर्शन प्रदेश के हर वर्ग और आयु से जुड़े लोगों के लिए था। स्कूल से छोटे बच्चे लोकनृत्य व लोकगीतों की रिकॉर्डिंग के लिए यहां आते थे। इसके अलावा छोटे बच्चों, युवा वर्ग, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए कार्यक्रम अलग से समय-समय पर प्रस्तुत किए जाते थे। आज उसी बहु जन हिताय बहु जन सुखाय का उद्देश्य लेकर चलने वाले दूरदर्शन को बिना किसी कारण के बंद कर दिया गया है जो सरासर गलत है।

जीवन जीने का ढंग सिखाती है रामायण : पंडित माधव

डेमोक्रेटिक फ्रंट/पवन सैनी
हिसार।श्रीहरियाणा कुरुक्षेत्र सनातन धर्म हनुमान मंदिर ट्रस्ट, नागोरी गेट के तत्वाधान में 67वें हनुमान जन्म महोत्सव के उपलक्ष्य में मंदिर प्रांगण में चल रही हनुमान चरित्र कथा के पांचवें व अंतिम दिन ऋषिकेश से आये पं. माधव प्रसाद ने कथा की शुरुआत रामायण की चौपाईयों से की। उन्होंने कहा कि रामायण हमें जीवन जीने का ढंग सिखाती है। मर्यादा पुरुषोतम श्रीराम के जीवन से प्रेरणा लेते हुए मर्यादा में रहकर जीवन यापन करना चाहिये। श्रीराम ने आदर्श पुत्र, आदर्श पति, आदर्श पिता व आदर्श भ्राता की भूमिका निभाई। हमें रामायण से मिली शिक्षाओं को अपने जीवन में उतार कर स्वयं को धन्य करना चाहिये। उन्होंने अश्वमेघ यज्ञ, सुबाहु, वीरभद्र व हनुमानजी के बल का वर्णन करके कथा का समापन किया। इसके बाद पं. माधव प्रसाद ने श्रीसुन्दरकाण्ड का पाठ आरंभ किया। उन्होंने बड़ी ही सरस व भावपूर्ण शैली में पाठ करके भक्तों को भक्ति रस से सरोबार कर दिया। आरती के साथ प्रशाद का वितरण किया गया।  मंदिर ट्रस्ट के प्रधान कैलाश चौधरी एडवोकेट ने बताया कि कथा आरंभ से पूर्व समाजसेवी नरेश जिंदल द्वारा परिवार सहित पूजन व आरती करवाई गई। इस अवसर पर बिमला चौधरी, डॉ. आशा गुप्ता, धर्मपाल गोयल, बृजभूषण जैन, हनुमान गोयल, अनिल यादव, रोमा लोहिया, अरविंद सहित अनेक गणमान्य लोगों ने कथा का आनंद लिया। मंदिर ट्रस्ट ने पांच दिवसीय कथा के समापन पर सभी भक्तों का आभार व्यक्त किया।

पंजाब को स्वस्थ राज्य बनाने का प्रण लेते हुए डॉ. बलबीर ने नर्सों से कहा, ‘एक गाँव को गोद लें, प्रत्येक निवासी का रक्तचाप, मधुमेह एवं वजऩ की जाँच करें’

लोगों से स्वस्थ जीवन शैली अपनाने, प्रतिदिन एक घंटा व्यायाम के लिए निकालने का किया आग्रह
पीएनआरसी ने ‘‘प्रशासनिक कौशल एवं नर्सिंग शिक्षा में नवीनतम रुझान’’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का किया आयोजन

चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री ने नर्सिंग संस्थानों के प्राचार्यों और शिक्षकों से नर्सिंग छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने का किया आह्वान

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच के अनुरूप पंजाब को एक स्वस्थ राज्य बनाने के उद्देश्य से पंजाब के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने मंगलवार को नर्सिंग के छात्रों को एक गाँव गोद लेने और गाँव में रहने वाले हरेक व्यक्ति का वजऩ, रक्तचाप (बीपी) एवं मधुमेह जाँचने का आह्वान किया, जिससे स्वस्थ और तंदरुस्त पंजाब बनाने का मार्ग प्रशस्त हो सकेगा।
उन्होंने कहा ‘‘इसके अलावा, लोगों को केवल पौष्टिक भोजन खाने के लिए शिक्षित करें और उन्हें दिन में एक घंटा व्यायाम करने के लिए प्रेरित करें, चाहे वह टहलना हो या योग, और उन्हें सदा खुश रहने के लिए कहें’’।  इसे सुनिश्चित बनाने के लिए उनकी तरफ से पूरा समर्थन और सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने आगे कहा, ‘‘अगर हम लोगों को इन तीन-चार चीज़ों के बारे में शिक्षित करने में सक्षम हो सके, तो वे कभी भी किसी भी तरह की बीमारी या मोटापे का शिकार नहीं होंगे।’’
डॉ. बलबीर सिंह यहां म्यूनिसिपल भवन में पंजाब नर्सेस रजिस्ट्रेशन कौंसिल (पीएनआरसी) की ओर से ‘‘प्रशासनिक कौशल एवं नर्सिंग शिक्षा में नवीनतम रुझान’’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला में भारतीय नर्सिंग परिषद् (आईएनसी) के अध्यक्ष डॉ. टी. दिलीप कुमार, सचिव डॉ. सरवजीत कौर और संयुक्त सचिव के.एस. भारती भी शामिल हुए।
डॉ. बलबीर सिंह ने नर्सिंग को पेशे की बजाए एक एक जुनून बताते हुए स्वास्थ्य नीतियों को लागू करने में नर्सों की भूमिका पर भी ज़ोर दिया और सभी प्रिंसिपलों को प्रशिक्षण के मानकों के अनुसार छात्रों को शिक्षित करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने नर्सिंग संस्थानों के प्राचार्यों और शिक्षकों को नर्सिंग छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए भी प्रेरित किया, ताकि वे इस काम को लगन एवं निष्ठा से करने के लिए उत्साहित और प्रेरित हो सकें।

आईएनसी अध्यक्ष डॉ. टी. दिलीप कुमार ने नर्सिंग शिक्षा और सिमुलेशन आधारित शिक्षण जैसे नर्सिंग शिक्षा में नए नवाचार पर ज़ोर दिया। पीएनआरसी के रजिस्ट्रार डॉ. पुनीत गिरधर ने पीएनआरसी की गतिविधियों और पंजाब में नर्सिंग शिक्षा के मानकों में सुधार के लिए उनकी पहल का संक्षिप्त विवरण दिया।
वक्ताओं ने नर्सिंग देखभाल अस्पतालों में सुधार के लिए नर्सिंग शिक्षा में सुधार की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
इस दौरान विभिन्न स्कूलों और नर्सिंग कॉलेजों के दो सौ से अधिक नर्सिंग प्राचार्यों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।

पंजाब ने कोविड की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए सफलतापूर्वक मॉक ड्रिल का किया आयोजन

स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने का किया आग्रह
डॉ. बलबीर सिंह ने अधिकारियों को कोविड के मामलों में संभावित उछाल से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के दिए निर्देश

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : देश भर में तेज़ी से बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों को देखते हुए पंजाब के अस्पतालों में सोमवार और मंगलवार को कोविड-19 की तैयारियों का पता लगाने और किसी भी तरह की आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की गई। दो दिवसीय अभ्यास सार्वजनिक और निजी, दोनों स्वास्थ्य सुविधाओं में कोविड की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल का हिस्सा था।
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, जोकि लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं, ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को किसी भी तरह की कोविड संबंधी चिकित्सकीय आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को दवाओं का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के अलावा बिस्तरों और वेंटिलेटर, फेस मास्क, पीपीई किट, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन प्लांट आदि सहित आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को बनाए रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को तुरंत कोविड टैस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा, हालांकि स्थिति नियंत्रण में है और लोगों को घबराने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख़्ती से पालन करें, जिसमें सामाजिक दूरी, उचित तरीके से मास्क पहनना और बार-बार हाथ धोना शामिल है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘अगर किसी को सर्दी, बुखार या खाँसी है, तो वह सार्वजनिक स्थानों पर न जाएँ और बाहर निकलने पर मास्क पहनें। जो लोग बीमार हैं, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन्हें कम से कम घर से बाहर निकलना चाहिए और भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाने से बचना चाहिए।’’
डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आदर्शपाल कौर ने मंत्री को अवगत करवाया कि पंजाब ने निजी और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड मरीजों के लिए लगभग 15000 बिस्तर आरक्षित किए हैं और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर, एलएमओ टैंक और पीएसए प्लांट उपलब्ध हैं।
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की भी अपील की।

कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर और स. लालजीत सिंह भुल्लर ने गाँव उसमां में 5 करोड़ रुपए की लागत के साथ बनने वाले सरकारी बाल घर का रखा नींव पत्थर  

पंजाब सरकार द्वारा राज्य में बच्चों, औरतों और बुज़ुर्गों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे हैं बहुपक्षीय प्रयास: डॉ. बलजीत कौर  
बाल घर के बनने से इलाके के अनाथ और बेसहारा बच्चों को रहन-सहन, खाने-पीने और पढ़ाई आदि की मिलेगी मुफ़्त सुविधा: स. लालजीत सिंह भुल्लर  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर और कैबिनेट मंत्री पंजाब स. लालजीत सिंह भुल्लर द्वारा आज गाँव उसमां, जि़ला तरन तारन में लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत से 4 कनाल में बनने वाले सरकारी बाल घर का नींव पत्थर रखा गया।  
 इस अवसर पर संबोधन करते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री पंजाब स. भगवंत मान के नेतृत्व अधीन राज्य में बच्चों, औरतों और बुज़ुर्गों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बहुपक्षीय प्रयास किए जा रहे हैं।  
उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग, पंजाब द्वारा बच्चों की सुरक्षा और कल्याण के लिए, बाल सुरक्षा योजना चलाई जा रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य 0 से 18 साल तक के जरूरतमंद बच्चों की सही देखभाल, सुरक्षा, विकास, इलाज और समाज में पुनर्वास करना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा जुवेनाइल जस्टिस केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन एक्ट 2015 के अधीन राज्य में 07 सरकारी बाल घर चलाए जा रहे हैं। यह बाल घर बठिंडा, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, गुरदासपुर और होशियारपुर में स्थापित हैं। इन बाल घरों में अनाथ, बेसहारा और सुपुर्द किए गए बच्चों को रखने का प्रबंध है। इन बाल घरों में 238 बच्चे रह रहे हैं।  
 उन्होंने बताया कि जि़ला तरन तारन में कोई भी सरकारी या ग़ैर-सरकारी बाल घर न होने के कारण सरकार द्वारा 50 की क्षमता वाला लडक़ों के लिए बाल घर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बाल घर में जरूरतमंद और बेसहारा बच्चों के रहन-सहन के लिए इमारत का निर्माण करने और अन्य ज़रूरी सुविधाओं के लिए लगभग 05 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस बाल घर में बच्चों के रहन-सहन, खाने-पीने, पढ़ाई, स्वास्थ्य सुविधाओं और सर्वांगीण विकास के लिए ज़रूरी सुविधाएँ मुफ़्त उपलब्ध करवाई जाएंगी, जिससे कोई भी जरूरतमंद बच्चा सुरक्षा से वंचित न रहे।  
 इस अवसर पर बोलते हुए कैबिनेट मंत्री पंजाब स. लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों का शिकार अनाथ और बेसहारा बच्चों की सुरक्षित देखभाल के लिए बाल घर हमारे इलाके की बहुत समय पुरानी माँग थी। उन्होंने कहा कि इस बाल घर के बनने से इलाके के अनाथ और बेसहारा बच्चों को रहन-सहन, खाने- पीने और पढ़ाई आदि की मुफ़्त सुविधा मिलेगी, जिससे वह समाज में अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें।  
 उन्होंने कहा कि इस बाल घर की दो मंजि़ला इमारत का निर्माण कर जल्द ही इलाके के लोगों के सुपुर्द किया जाएगा, जिससे अनाथ और बेसहारा बच्चे यहाँ रह कर अपना जीवन बसर कर सकें। उन्होंने कहा कि बच्चों की 18 साल की उम्र तक का सारा ख़र्च सरकार द्वारा किया जायेगा और 18 साल के बाद बच्चे आत्मनिर्भर होकर समाज में अपना पुनर्वास करने के काबिल बन सकेंगे।  
 इसके उपरांत कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर और स. लालजीत सिंह भुल्लर द्वारा आंगनवाड़ी वर्करों की समस्याएँ भी सुनी गईं और सरकार द्वारा उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर करवाए गए संक्षिप्त समागम के दौरान माताओं और नवजात बच्चों को पोषण किटें और बेबी सूट भी बाँटे गए।  
 इस दौरान हलका विधायक तरन तारन डॉ. कश्मीर सिंह सोहल, चेयरमैन नगर सुधार ट्रस्ट तरन तारन स. रजिन्दर सिंह उसमां, स. चरणजीत सिंह ज्वाइंट डायरैक्टर सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग पंजाब, एस.डी.एम. तरन तारन श्री रजनीश अरोड़ा और जि़ला बाल सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार के अलावा विभाग के अन्य अधिकारी और आदरणीय भी उपस्थित थे।  

भगवंत मान सरकार पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध: चेतन सिंह जौड़ामाजरा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के पूर्व सैनिकों की भूमिका की सराहना की: चेतन सिंह जौड़ामाजरा
चेतन सिंह जौड़ामाजरा मुख्यमंत्री पंजाब की ओर से केंद्रीय सैनिक बोर्ड की बैठक में हुए शामिल

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री पंजाब की ओर से रक्षा सेवा कल्याण पंजाब संबंधी कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा द्वारा विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित 31वीं केंद्रीय सैनिक बोर्ड की बैठक में भाग लिया। यह भारत के माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। इस बैठक में विभिन्न राज्यों के मंत्रियों, रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारियों और केंद्रीय सैनिक बोर्ड, संबंधित राज्य सैनिक बोर्डों के अन्य उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।
इस बैठक के दौरान माननीय रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व सैनिक एक राष्ट्रीय संपत्ति हैं। मातृभूमि की रक्षा, राष्ट्र निर्माण और अन्य विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं में उनका योगदान अत्यंत सराहनीय रहा है। कोविड-19 के दौरान उनके योगदान को विशेष उल्लेख की आवश्यकता है। उन्होंने पंजाब के पूर्व सैनिकों की भी सराहना की, जिन्होंने हमेशा हमारी सीमाओं की रक्षा के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी है और पूरा देश उनका ऋणी है।
भूतपूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की गई और बहुत कम उम्र में सेवानिवृत्त होने वाले भूतपूर्व सैनिकों के पुनर्वास के प्रयासों पर विशेष बल दिया गया।
चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार हमारे पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और रक्षा मंत्री ने पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता की सराहना की। कैबिनेट मंत्री पंजाब ने सभी नौकरियों, पूर्व सैनिकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं और पंजाब सरकार द्वारा प्रदान किए गए बुनियादी ढांचे में 13 प्रतिशत आरक्षण कोटा प्रदान करने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
पंजाब के पूर्व सैनिकों के योगदान को स्वीकार करते हुए जौड़ामाजरा ने कहा कि उनकी सरकार देश की सेवा के लिए सभी पूर्व सैनिकों को सलाम करती है।

First Arthroscopy conference CACRC 2023 held in Chandigarh over weekend 

  • Experts acrossed country gathered and shared their experience by performing live surgeries
  • A special series of workshops held for skill enhancement of the medical professionals
  • Dr. MS Dhillon(HOD PGI), Dr.  Sudhir Garg (HOD GMCH 32) and Dr. Ravi Gupta (Senior consultant Fortis Mohali)

Demokratic Front, Chandigarh – 11 April : 

With motto of education the routine orthopedic surgeon, a special dedicated arthroscopy conference CACRC 2023 held in Chandigarh. This was for the first time in north india that city based society OERT ( Orthopedic Education Research and Trust) Chandigarh held  a special arthroscopy conference CACRC 2023 (Chandigarh Arthroscopy Confrence and Rehab Course) over weekend in Chandigarh. The event was honoured with the presence of esteemed and renowned experts in the field of arthroscopy Dr. MS Dhillon (HOD PGI), Dr.  Sudhir Garg (HOD GMCH 32) and Dr. Ravi Gupta (Senior consultant Fortis Mohali).  Apart from city, over 300 Doctors and medical professionals from Mumbai, Amritsar, Banglore, Coimbature, Rajasthan, Jammu, Kolkata, Bihar, Jharkhand, Madhya Pradesh and Chattisgarh attended this two days confrence. Seven live surgeries, Eleven lectures sessions cum pannel discussion and Nine workshops were held during the event. Many experts from all over the country shared their experience in different session held during the confrence thereby performing live surgeries. Also hands on workshops in continual bid of skill enhancement of the medical professionals.

The leading orthopaedic surgeons from Chandigarh and Punjab – Dr. Siddharth Aggarwal and Dr. Inderdeep singh has taken this initiative in northern india of organaising this arthroscopy confrence. Dr. Siddharth Aggarwal said, As we are aware, Arthroscopy is a minimally invasive keyhole surgery. Its advancement will help many sports enthusiasts and players to recover and continue playing in field even after injury. Many a times after injury career of a player is finished but with this technique and proper rehab it is possible for the player to come back on field and win accolades for the country. The basic purpose of this conference is to educate and train orthopedic surgeons to provide treatment and expertise to perform ligament surgeries in routine with standard care that people are anaware of. While Dr. Inderdeep Singh said, Sports medecine and arthroscopy is quite weak link and there are less expert doctors in this area. We have tried to get across doctors across the country and educate the routine and orthopedic surgeon. So that it ultimately add to patient care. 

Also, the experts added that these kind of events are the need of hour and therefore it should be conducted on regular basis to train the budding surgeons.

भाजपा ओबीसी मोर्चा ने ज्योतिबा फूले की जयंती पर दी श्रद्धांजलि 

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस से शुरू हुए सामाजिक न्याय सप्ताह के अंतर्गत आज देशभर में भाजपा ओबीसी मोर्चा द्वारा ज्योतिबा फुले की जयंती पर कार्यक्रम किए जाए रहे हैं। 

इसी कड़ी में चंडीगढ़ भाजपा ओबीसी मोर्चा द्वारा चंडीगढ़ ओबीसी मोर्चा प्रभारी एवं प्रदेश सचिव हुकम चंद  की अध्यक्षता में  जिला और मंडल पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश सचिव हुकम चंद ने कहा की ओबीसी मोर्चा की  राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं कोऑर्डिनेटर “गांव गांव चलो घर घर चलो कार्यक्रम, सह प्रभारी हरियाणा प्रदेश ओबीसी मोर्चा सुरेन्द्र बदलिया विशेष रूप से इस कार्यक्रम उपस्थित रहे।  

सुरेन्द्र बदलिया  ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए, जातिगत भेदभाव और समाज में फैले अंधविश्वास को ख़त्म करने के लिए और महिला सशक्तिकरण के लिए निरंतर संघर्ष किया। उन्होंने समाज कि कुरीतियों से मुक्त कराने, बालिकाओं और दलितों को शिक्षा से जोड़ने का काम किया उन्होंने कहा कि उनके विचार करोड़ों लोगों को आशा और शक्ति प्रदान करते हैं। 

इस अवसर ओबीसी मोर्चा के महामंत्री राजेंद्र बग्गा, ओम प्रकाश मेहरा, मंडल अध्यक्ष नारायण प्रसाद, जिला अध्यक्ष मनु भसीन, जिला महामंत्री संजीव वर्मा शामिल रहे ।

पैक में ब्लड डोनेशन कैंप लगा, 223 व्यक्तियों ने खूनदान किया

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : 

पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ में आज ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किया गया जिसमें 223 व्यक्तियों ने खूनदान किया। ब्लड डोनेशन कैंप कॉलेज के एनएसएस यूनिट ने ब्लड बैंक पीजीआई चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित किया। इस मौके पर पैक के डायरेक्टर प्रोफेसर बलदेव सेतिया व चंडीगढ़ पुलिस की एसएसपी कंवरदीप कौर भी शामिल हुईं।

इस अवसर पर एसएसपी पुलिस कंवरदीप कौर ने कहा कि जीवन में सबसे बड़ा दान खूनदान करना है। इस मौके पर कई खूनदानियों को सम्मानित भी किया गया।

       उल्लेखनीय है कि सरदार जसवंत सिंह ने 46वीं बार ब्लड डोनेट किया है जबकि ललित चौधरी, नवीन शर्मा, अमित पठानिया, सुभाष, उपेंद्र सिंह तथा दीपक कुमार ने भी कई बार ब्लड डोनेट किया है । पैक के डायरेक्टर सेतिया ने खून दानियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि खून दान करके हम मानवता की सबसे बड़ी सेवा करते हैं क्योंकि इस पुण्य कार्य से कई बहुमूल्य जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।

गुरू तेग़ बहादुर जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री ने संग्रहालय किया लोगों को समर्पित  

  • अति-आधुनिक तकनीक और ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति से लैस संग्रहालय गुरू साहब की सोच लोगों तक पहुँचाने में सहायक होगा  
  • राज्य का एक और टोल प्लाज़ा बंद करवाने का किया ऐलान  
  • राज्य सरकार द्वारा की गईं लोक-हितैषी पहलें गिनाईं
  • शानदार पँज प्यारा पार्क में हुए विकास कार्यों की भी की समीक्षा  
  • नौवें पातशाह के प्रकाश पर्व के अवसर पर उनके चरण स्पर्श प्राप्त गुरुद्वारा भौरा साहिब में हुए नतमस्तक  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को नवीनीकरण के बाद गुरू तेग़ बहादुर संग्रहालय लोगों को समर्पित किया और लोगों को नौवें पातशाह द्वारा दिखाए गए धर्म निरपेक्षता और मानवता की सेवा के ऊँचे एवं शुद्ध विचारों को अपने जीवन में अपनाने के लिए कहा।  


यहाँ पँज प्यारा पार्क में चल रहे कार्य की समीक्षा करने के बाद में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नौवें पातशाह द्वारा बसाया गया पवित्र शहर श्री आनन्दपुर साहिब सामाजिक समानता एवं धर्म निरपेक्षता का केंद्र है, क्योंकि नौवें पातशाह ने मानवीय अधिकारों की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। भगवंत मान ने लोगों से अपील की कि वह ‘हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग़ बहादुर जी द्वारा दिखाए गए आत्म- बलिदान के रास्ते को जि़ंदगी में अपनाएँ। उन्होंने कहा कि नौवें पातशाह ने मानवता और धर्म निरपेक्षता के नैतिक-मूल्यों को बरकरार रखने के अलावा धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज श्री गुरु तेग़ बहादुर जी की बाणी में सभी मनुष्य के एक ही ज्योति से उपजने, आपसी-भाईचारे, सत्य के मार्ग पर चलने, बहादुरी और दया का मार्ग दिखाया गया है, जिस पर सभी को चलने की ज़रूरत है।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवता के इतिहास में धर्म की रक्षा के लिए गुरू तेग़ बहादुर जी द्वारा दिया गया बलिदान अद्वितीय है और यह समूची मानवता के लिए एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय नौवें पातशाह को विनम्र सी श्रद्धाँजलि है, जिन्होंने धार्मिक स्वतंत्रता और सत्य के मार्ग पर चलने वाले नैतिक-मूल्यों को बरकरार रखने के लिए बेमिसाल बलिदान दिया। भगवंत मान ने कहा कि श्री गुरु तेग़ बहादुर जी का महान बलिदान हम सभी को याद रखना चाहिए और गुरू साहब की शिक्षाओं को दुनिया के कोने-कोने तक ज़रूर पहुंचाना चाहिए।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु तेग़ बहादुर जी का जीवन और दर्शन समूची मानवता के लिए मार्ग-दर्शक है और यह संग्रहालय जहाँ एक ओर इस गौरवमयी विरासत के बारे में लोगों को अवगत करवाएगा, वहीं दूसरी ओर लोगों के आपसी रिश्तों को मज़बूत करेगा। श्री आनन्दपुर साहिब के नींव पत्थर को भारतीय इतिहास की क्रांतिकारी घटना बताते हुए उन्होंने कहा कि नौवें पातशाह ने इसी पवित्र धरती पर सामाजिक समानता एवं धर्म निरपेक्षता की नींव रखी। उन्होंने कहा कि दसवें पातशाह श्री गुरु गोबिन्द सिंह ने इस पवित्र धरती पर ख़ालसा पंथ की नींव रखी, जो देश में जात-पात रहित धर्म निरपेक्ष समाज को कायम रखने के लिए मील पत्थर साबित हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि यह संग्रहालय अति-आधुनिक तकनीक और ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति से लैस होने के बाद लोगों को फिर समर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले संग्रहालय में गुरू साहिब के जीवन और शिक्षाओं के बारे में दीवारों पर लगी पेंटिंग के द्वारा ही दिखाया जाता था और ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति और विशेष प्रकाश का कोई प्रबंध नहीं था। भगवंत मान ने कहा कि इस संग्रहालय के नवीनीकरण का काम पिछले एक साल के दौरान बहुत तेज़ गति से चला और इस पर तकरीबन 2 करोड़ रुपए की लागत आई है।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू साहिब द्वारा धर्म की रक्षा के लिए दिए बलिदान संबंधी विषय-वस्तु और शिक्षाओं को 2डी जैसी आधुनिक प्रौद्यौगिकी का प्रयोग के द्वारा एनिमेशन वीडियोज़, विशेष प्रकाश और मौखिक जानकारी के द्वारा दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धी एक मोबाइल एप्लीकेशन भी विकसित की गई है, जिसे अपने मोबाइल फ़ोन के द्वारा प्रयोग से कोई भी व्यक्ति यहाँ सारी जानकारी हासिल कर सकता है। भगवंत मान ने कहा कि यह नवीनीकृत अति-आधुनिक संग्रहालय, जो श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के प्रकाश पर्व अवसर पर लोगों को समर्पित किया गया है, श्रद्धालुओं और अन्य आने वालों को ऐतिहासिक तथ्यों के बारे में अवगत करवाएगा और नौजवानों को विरासत में मिले बलिदान के जज़्बे से रूबरू करवाएगा।  


धार्मिक शहरों के विकास को नजऱअन्दाज़ करने के लिए अकाली लीडरशिप की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल चाहे हमेशा बड़ी-बड़ी शेखियाँ मारते हैं परन्तु उन्होंने इन शहरों के विकास के लिए कुछ भी व्यवहारिक कार्य नहीं किया। उन्होंने कहा कि अकाली लीडरशिप की इसी उदासीनता के कारण लोगों ने उनको बाहर का रास्ता दिखाया। भगवंत मान ने कहा कि बादलों ने राज्य और इसके लोगों की अपेक्षा अपने स्वार्थों को अहमीयत दी।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवायती राजनीतिक पार्टियाँ उनसे ईष्र्या करती हैं, क्योंकि इन पार्टियों को साधारण घर के बेटे द्वारा समर्पित भावना से की जा रही सेवा बर्दाश्त नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि पंजाब निवासियों ने इन पार्टियों के पंजाब विरोधी और लोक विरोधी पैंतरों के कारण ही राज्य से इनका सफाया कर दिया है। भगवंत मान ने कहा कि यह पार्टियाँ और इनके नेताओं ने हमेशा अपने स्वार्थ ही पूरे किए हैं, जबकि लोगों ने राज्य की सेवा के लिए साधारण परिवारों के बच्चों को अवसर दिया है।  


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को मानक स्वास्थ्य सेवाएँ देने के लिए राज्य भर में 500 आम आदमी क्लीनिक समर्पित किए हैं। उन्होंने कहा कि यह क्लीनिक विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ मुफ़्त मुहैया करवा रहे हैं और अब तक 21.21 लाख मरीज़ इलाज करवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि लाखों मरीज़ों ने केवल कुछ महीनों में मुफ़्त टैस्ट करवाए हैं।  


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने फसलों के हुए नुकसान की मुआवज़ा राशि में 25 प्रतिशत की वृद्धि कर किसानों को बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा कि फ़सल का 75 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने की सूरत में किसानों को प्रति एकड़ 15000 रुपए का मुआवज़ा दिया जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य किसानों के कल्याण को हर कीमत पर सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा कि राज्य में विशेष गिरदावरी चल रही है और बैसाखी से पहले मुआवज़ा बाँट दिया जाएगा।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बच्चों को मानक शिक्षा देने के लिए 23 जि़लों में 117 स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए हैं। भगवंत मान ने कहा कि यह स्कूल इंजीनियरिंग, लॉ, कॉमर्स, यू.पी.एस.सी. और एन.डी.ए. समेत पेशेवर और प्रतियोगी पाठ्यक्रमों की तैयारी करवाएंगे। उन्होंने कहा कि यह स्कूल विद्यार्थियों को राज्य से बाहर के हिस्सों में पढ़ रहे विद्यार्थियों से प्रतियोगिता करने के काबिल बनाएंगे।  


मुख्यमंत्री ने एक और ऐलान करते हुए कहा कि कल बुधवार को समाना में एक और टोल प्लाज़ा बंद किया जाएगा, जिससे लोगों की लूट बंद की जा सके। उन्होंने कहा कि यह टोल प्लाज़े पिछली सरकार की मिलीभगत के कारण ग़ैर-कानूनी ढंग से लोगों की लूट करती आ रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि जब आम आदमी सत्ता में है तो लोगों के पैसों की लूट बंद होकर रहेगी।  


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पिछली सरकारों ने हमारी सरकार को पावरकॉम का 9020 करोड़ रुपए का ऋृण विरासत में दिया था और अब उनकी सरकार 1804 करोड़ रुपए की पाँच किस्तों में यह ऋृण वापस कर रही है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 28,000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ दी हैं।  


मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारा भौरा साहिब में माथा टेका और राज्य की अमन-शान्ति, तरक्की और ख़ुशहाली के लिए प्रार्थना की।