लायंस क्लब बरवाला रॉयल ने लगाया आंखों व चर्म रोगों का निशुल्क कैंप 

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 06 मार्च :

समाजसेवी संस्था लायंस क्लब बरवाला रॉयल द्वारा प्रधान डॉक्टर प्रेम मेहता की अध्यक्षता में जनता अस्पताल बरवाला के प्रांगण में जनता अस्पताल बरवाला के सहयोग से आंखों एवं चर्म रोगो का निशुल्क कैंप लगाया गया| कोषाध्यक्ष हरीश कथुरिया ने बताया कि इस कैंप में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा 140 लोगों का चेकअप किया गया एवं उन्हें मुफ्त में दवाइयां भी दी गई| 

इस दौरान क्लब के पदाधिकारियों द्वारा चिकित्सक अमन बरवाला को स्मृति चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया गया| इस अवसर पर क्लब के प्रधान डॉक्टर प्रेम मेहता, लॉयन डॉ अमन बरवाला, लॉयन डॉक्टर अमित बरवाला, लायन हरीश कथुरिया, लायन डॉक्टर मयूर जोशी, देशराज बरवाला, लायन मुकेश मित्तल, लायन सुशील जैन, लॉयन रिचपाल सिंह व लॉयन प्रोफेसर पीसी चावला समेत क्लब के अन्य सदस्य एवं अस्पताल के स्टाफ सदस्यगण मौजूद रहे|

अर्जन के साथ विसर्जन जरूरी है और यही हमारी भारतीय संस्कृति भी है: क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 06 मार्च :

परम पूज्य श्रमण अनगाराचार्य श्री विनिश्चयसागर जी गुरुदेव के शिष्य परम पूज्य जिनवाणी पुत्र क्षुल्लक श्री प्रज्ञांशसागर जी गुरुदेव ने चण्डीगढ़ सेक्टर 27 बी में चल रहे सिद्धचक्र महामण्डल विधान के आठवें दिन धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीतना और लौटा देना हमारी संस्कृति है। बाहुबली ने भरत का राज्य जीता और उन्हें लौटा दिया। श्रीराम ने लंका का राज्य जीता और विभीषण को लौटा दिया। श्री कृष्ण ने मथुरा का राज्य जीता और उन्हें लौटा दिया। आधुनिक काल में लाल बहादुर शास्त्री ने पाकिस्तान से युद्ध जीता और जीती हुई जमीन उन्हें लौटा दी।

‘अर्जन के साथ विसर्जन जरूरी है और यही हमारी भारतीय संस्कृति भी है।’ और ऐसा ज्ञान हमें मात्र गुरुओं के माध्यम से मिलता है। गुरु ही हमें हमारे जीवन में सद राह दिखाते हैं, जीवन को जीवन्त बनाने की कला सिखाते हैं। जिसके ऊपर गुरु का हाथ होता है उसका जंगल में भी मंगल होता है। और जिसके जीवन में गुरु नहीं है उसके जीवन का प्रत्येक क्षण अमंगल है, उसका हर एक मंगल भी अमंगलमय ही है। जिस प्रकार मेले में बच्चा अपनी मां की उंगली पकड़ के सारे मेले को घूम लेता है और शाम को घर भी आ जाता है उसी प्रकार जिसने अपने जीवन में गुरु को स्थान दिया है वह संसार के सभी अभ्युदय को प्राप्त करके अन्त में अपने वास्तविक निवास स्थान अर्थात् मोक्ष/बैकुण्ठ को प्राप्त होता है।

 सिद्धचक्र महामण्डल विधान के आठवें दिन अंतिम दिन धर्म श्रेष्ठी श्रीमान धर्म बहादुर जैन सपरिवार  एवं जैन समाज के प्रबुद्ध वर्ग में नवरत्न जैन एवं संत कुमार जैन आदि सभी भक्तों ने मिलकर बड़े ही धूमधाम एवं मनोभावों के साथ भगवान की 1024 अर्घों के माध्यम से पूजन-अर्चन किया। और आज के ही दिन दिगम्बर जैन समाज के महान आचार्य वात्सल्य रत्नाकर श्री 108 विमलसागर जी महाराज का 70वां संयम दिवस मनाने का भी सभी भक्तों को सौभाग्य प्राप्त हुआ। और भक्तों ने गुरुदेव की जाप से सम्पूर्ण मन्दिर परिसर को गुंजायमान कर दिया।कल सिद्धचक्र महामण्डल विधान का समापन दिवस है समापन दिवस के उपलक्ष्य में शान्ति विधान के बाद पूर्ण आहुतियों के साथ हवन होगा। हवन के पश्चात पालकी में श्री जी को विराजमान करके शोभायात्रा निकाली जाएगी।

पार्षद दुबे के प्रयासों से नए छठ घाट का निर्माण कार्य शुरू

मेयर अनूप गुप्ता ने नारियल तोड़कर कार्य की शुरुआत की

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चण्डीगढ़ – 06 :

सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा के व्रतधारियों की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए सुंदर नगर मौली जागरां पार्ट -2 में पूर्व डिप्टी मेयर अनिल दुबे व एरिया पार्षद बिमला दुबे के प्रयासों से चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता जी के द्वारा नए बडे छठ घाट (झील)का शिलान्यास करवाया गया। एरिया पार्षद बिमला दुबे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र गाँव दरिया व सुंदर नगर, संजय कॉलोनी का विकास उनकी प्राथमिकता है। क्षेत्र के विकास में धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। ग्रामीण क्षेत्र गाँव दरिया में सड़कों के निर्माण के साथ साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करने के लिए वह लगातार प्रयासरत है।

इस मौक़े पर पूर्व डिप्टी मेयर अनिल दुबे, एरिया पार्षद बिमला दुबे, मंडल अध्यक्ष जेपी राणा, सतीश शुक्ला, सरदार स्वर्ण सिंह, डॉ. विश्वकर्मा, लाल बहादुर पटेल, सुंदर लाल, विजय ठाकुर, राम तुल्ला, राजेश कुमार, शानू दुबे व अन्य लोग मौजूद थे।

राजबाला-मेधावी विवाद मामले में शिक्षक व कर्मचारी संगठन सामने आए

  • प्रिंसीपल व अध्यापक के बीच संबंधों के मद्देनजर जांच की जाए: टीचर्स यूनियन
  • अध्यापकों के सम्मान का मामला, दबाब में आकर जांच न करे पुलिस: यूनियन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 6 मार्च : 

गवर्नमेंट गर्ल्स मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चंडीगढ़ की प्रिंसीपल राजबाला और उसी स्कूल की शिक्षिका मेधावी के बीच चल रहे विवाद में आज एक नया मोड़ आया जब डेपुटेशन यूनियन पंजाब एवं हरियाणा, समग्र शिक्षा यूनियन चंडीगढ़, यूटी कैडर चंडीगढ़ आदि ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रिंसीपल  और शिक्षिका के गहन संबंधों को ध्यान में रखते हुए जांच की मांग उठाई। 

अध्यापक संगठनों का कहना है 2017 से 26 जनवरी, 2023 तक प्रिंसीपल और शिक्षिका के बीच परिवार जैसे संबंध रहे हैं। इस बारे में उन्होंने कुछ दस्तावेज भी पेश किए, जिनसे साबित होता है कि शिकायतकर्ता शिक्षिका को लगातार आउटस्टैंडिंग ए.सी.आर दिए गए और प्रशासन ने प्रिंसीपल को मेधावी पर कार्रवाई करने को कहा, इसके बावजूद प्रिंसीपल द्वारा उस पर कार्रवाही नहीं की गई। इतना ही नहीं, प्रिंसीपल ने उसके रिश्तेदारों को मां जैसा प्रेम दिया, संबंधित कक्षा न होते हुए भी उसे स्कूल के टूरों पर भेजा, उसे रोटरी क्लब से  सम्मान दिलवाया और कमेंडेशन अवार्ड के लिए भी उसके नाम की सिफारिश की। 

अध्यापक संगठनों ने कहा कि ऐसा  नहीं है कि प्रिंसीपल अपने कर्मचारियों की जाति के बारे में अनभिज्ञ थीं, क्योंकि सभी दस्तावेज प्रिंसीपल के पास ही होते हैं, इसके बावजूद प्रिंसीपल ने शिकायतकर्ता अध्यापिका को किसी भी सुअवसर से वंचित नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रिंसीपल व अध्यापक का रिश्ता सम्मानपूर्ण होता है, अगर इस मामले में न्याय नहीं मिला तो आगामी समय में विद्यालयों में माहौल बिगड़ेगा। संगठनों की दोनों पक्षों से अपील है कि वे आपस में बात करके विवाद को निबटा लें। 

अध्यापक संगठनों ने पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि अफसरों की एक टीम गठित कर दोनों पक्षों के बीच सुलह करा दें। उन्होंने सामाजिक संस्थाओं और राजनीतिक दलों से भी अनुरोध किया है कि इस मसले को कोई अन्य रंग न दिया जाए। विवाद जारी रहने पर स्कूलों और शिक्षा का माहौल खराब होगा। बच्चों का भविष्य भी प्रभावित हो सकता है क्योंकि यह परीक्षाओं का समय है।

एडवोकेट हरचंद सिंह बाठ को एप्सो का प्रधान चुना गया

छह दशक में पहली बार पंजाब को मिला प्रतिनिधित्व-सतनाम दाओं

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 06 मार्च :  

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बम गिराए गए थे, जिससे लाखों लोग सेकेंडों में ही मारे गए थे और युद्ध की समाप्ति के बाद भी उन परमाणु बमों का विकिरण जापान की भावी पीढ़ियों को प्रभावित कर रहा है। शारीरिक दोष हो रहे हैं। उस विश्व युद्ध ने पूरी दुनिया में लाखों लोगों की मृत्यु और बड़े पैमाने पर विनाश का कारण बना। इस युद्ध के कारण यह आशंका जताई जाने लगी कि यदि कभी तीसरा विश्व युद्ध शुरू हुआ तो इससे भी अधिक घातक परमाणु और अन्य हथियारों से पूरी दुनिया को कई बार पूरी तरह से नष्ट किया जा सकता है, जिससे मनुष्य समेत पूरी पृथ्वी के जीव-जंतुओं का सफाया हो जाएगा। इस धरती से वनस्पतियों को समाप्त किया जा सकता है। जिसके कारण दुनिया के लगभग डेढ़ सौ देशों की जनता और सरकारों ने एक ऐसी दुनिया बनाने की शपथ ली थी कि वे देश हर संभव कोशिश करेंगे कि तीसरा विश्व युद्ध कभी शुरू न हो सके और दुनिया में आपसी समुदाय मजबूत बनें ताकि लोगों को शांति मिल सके। शांति से रह सकें इस उद्देश्य के लिए विश्व शांति परिषद की स्थापना की गई थी।

विश्व शांति परिषद में भारत का विशेष योगदान और प्रतिनिधित्व रहा है और इस उद्देश्य के लिए अखिल भारतीय शांति और एकजुटता संगठन की स्थापना की गई जो विश्व शांति परिषद में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। विश्व शांति परिषद से जुड़े देश आपसी समुदायों और शांति को बढ़ाने का प्रयास करते रहते हैं और इस उद्देश्य से युवाओं और लोगों को शिक्षित करते रहते हैं। पंजाब के हरचंद बाठ जो आज चंडीगढ़ में रहते हैं, छात्र नेता के रूप में लगभग 100 देशों की यात्रा कर चल रहे युद्ध के दौरान भी दुनिया के युवाओं, लोगों और सरकारों को युद्ध के खिलाफ लामबंद कर रहे हैं। जिसके कारण दुनिया भर के क्रांतिकारियों से उनके बहुत अच्छे संबंध हैं।

पंजाब में पहली बार विश्व शांति परिषद से जुड़े संगठनों के छह देशों और पूरे भारत के सैकड़ों प्रतिनिधि दो दिवसीय सम्मेलन के लिए चंडीगढ़ में एकत्र हुए। इस सम्मेलन के अंतिम दिन देर शाम को एडवोकेट हरचंद बाठ को एप्सो का राष्ट्रीय महासचिव चुना गया है जो शांति और सामुदायिक विकास में उनके योगदान को देखते हुए संस्था के प्रमुख हैं. साथ ही पंजाब के रोशन लाल मोदगिल व जसपाल दप्पर को उपाध्यक्ष, लवनीत ठाकुर को राष्ट्रीय सचिव, सतनाम दाओं को राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, अमरजीत सिंह लोंगियां को जर्नल कौंसिल का सदस्य चुना गया है जो पंजाब के लिए गौरव की बात है क्योंकि बाठ के नेतृत्व में पहली बार विश्व स्तरीय संगठन पंजाब का प्रतिनिधित्व किया है।

इस सम्मेलन के दौरान चंडीगढ़ डिक्लेरेशन नाम से एक प्रस्ताव पारित किया गया कि सभी शांतिप्रिय ताकतों और भारत की अच्छी सोच के लोगों को एक साथ लामबंद किया जाए ताकि युद्ध की बारी न आए और सामाजिक न्याय प्रणाली को मजबूत किया जा सके।

23वें अखिल भारतीय पुलिस बैंड प्रतियोगिता के दौरान उत्‍कृष्‍ट कार्य करने वाले पदाधिकारियों तथा आईटीबीपी बैंड टीम को किया सम्‍मानित 

बीटीसी, आईटीबीपी, भानू, पंचकुला (हरियाणा) में 23वें अखिल भारतीय पुलिस बैंड प्रतियोगिता के दौरान उत्‍कृष्‍ट कार्य करने वाले पदाधिकारियों तथा आईटीबीपी बैंड टीम को किया सम्‍मानित 

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, भानू, पंचकुला – 06 मार्च :

प्राथमिक प्रशिक्षण केन्‍द्र, भारत तिब्‍बत सीमा पुलिस बल, भानू, (हरियाणा) में ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक के कुशल मार्गदर्शन में दिनांक-28.02.2023 से 04.03.2023 तक 23वीं अखिल भारतीय पुलिस बैंड प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया।

इस 5 दिवसीय अखिल भारतीय बैंड प्रतियोगिता में 14 राज्‍यों, 03 केन्‍द्र शासित राज्‍यों की पुलिस तथा 06 केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बलों की कुल 23 टीमों के कुल 1500 प्रतिभागियों जिसमें 114 महिलाओं ने इस प्रतियोगिता भाग लिया। इस प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक एवं सुचारू रूप से आयोजित करवाने हेतु विभिन्‍न समितियों का गठन किया गया था।

  इस प्रतियोगिता को सफलता पूर्वक आयोजित करवाने एवं आईटीबीपी की टीम को प्रतियोगिता में प्रथम स्‍थान प्राप्‍त करने के उपलक्ष्‍य में ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, बीटीसी, आईटीबीपी द्वारा एक सम्‍मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अश्‍वनी कुमार डोगरा, उप महानिरीक्षक राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक, विक्रांत थपलियाल, सेनानी, अधिकारीगण, अधीनस्‍थ अधिकारीगण एवं अन्‍य पदाधिकारी तथा प्रतियोगिता में भाग लेने वाली बैंड टीम के सदस्‍य उपस्थित थे । 

23वीं अखिल भारतीय पुलिस बैंड प्रतियोगिता के सफल आयोजन करवाने हेतु बीटीसी, आईटीबीपी की ओर से श्री ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक को सम्‍मानित किया गया।

ईश्‍वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक ने 23वीं अखिल भारतीय पुलिस बैंड का सफल आयोजन के लिए समस्‍त पदाधिकारियों को धन्‍यवाद दिया और कहा, कि जो भी पदाधिकारी जिस समिति में था सबने बडे लगन एवं मेहनत से कार्य किया है जिस कारण यह राष्‍ट्रीय स्‍तर की प्रतियोगिता सफल हो पाई है।इस अवसर पर आईटीबीपी बैंड टीम को इस प्रतियोगिता में प्रथम स्‍थान प्राप्‍त करने पर शुभकामनाएं दी तथा प्रतियोगिता के दौरान सराहनीय कार्य करने वाले पदाधिकारियों तथा आईटीबीपी बैंड टीम को सम्‍मानित किया। 

मुख्यमंत्री ने तख़्त श्री केसगढ़ साहिब में माथा टेका, होला महल्ला सम्बन्धी समागमों में भी की शिरकत

राज्य की तरक्की, खुशहाली और शांति के लिए की अरदास
अधिकारियों को पवित्र नगरी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पुख़ता प्रबंध यकीनी बनाने के लिए कहा

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज तख़्त श्री केसगढ़ साहिब में माथा टेका और होला महल्ले के रिवायती त्योहार की शुरुआत के मौके पर करवाए समागमों में शमूलियत की।
मुख्यमंत्री ने राज्य में अमन-शांति, तरक्की और खुशहाली के लिए परमात्मा के आगे अरदास की। उन्होंने यह भी कामना की कि राज्य में भाईचारक सांझ बरकरार रहे और पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करे।
भगवंत मान ने कहा कि यह त्योहार जो आम तौर पर पंजाबियों और ख़ास तौर पर सिख कौम की जुझारू भावना का प्रतीक है, के शुरुआती समागम में शामिल होने पर वह अपने आप खुशकिस्मत समझते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको इस पवित्र नगरी श्री आनन्दपुर साहिब में माथा टेकने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जिसकी स्थापना नौवें गुरू श्री गुरु तेग़ बहादुर जी ने साल 1665 में से थी, जिन्होंने मानवीय मूल्यों और अधिकारों की रक्षा करने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह पवित्र स्थान ख़ालसे की जन्म भूमि भी है क्योंकि साल 1699 में सिखों के दसवें गुरू श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी ने वैसाखी के ऐतिहासिक दिवस पर इस पवित्र धरती पर खालसा पंथ की नींव रखी थी। भगवंत मान ने कहा कि इस पवित्र धरती ने हमेशा ही पंजाबियों को ज़ुल्म और बेइन्साफ़ी के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया है।
इस मौके पर अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री आनन्दपुर साहिब की पवित्र धरती पर इस त्योहार के मौके पर अलग-अलग वर्गों के लोग भारी संख्या में माथा टेकने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि होले महल्ले के दौरान पवित्र नगरी में आने वाली संगतां के लिए विश्व स्तरीय और पुख़ता प्रबंधों को यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार पूरी तरह वचनबद्ध है। भगवंत मान ने कहा कि हर साल श्रद्धालु इस रिवायती त्योहार को एकता, सहनशीलता, भाईचारक सांझ के रंगों के साथ मनाते हैं।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के लिए ट्रैफ़िक व्यवस्था, वाहनों की पार्किंग, सुरक्षा प्रबंधों, रहन-सहन और अन्य सहूलतों के लिए विस्तृत प्रबंधों की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को यह भी यकीनी बनाने के लिए कहा कि इस पवित्र धरती पर माथा टेकने के लिए आने वाली संगतों की सुविधा के लिए कोई कसर बाकी न छोड़ी जाये।
भगवंत मान ने लोगों को धर्म निरपेक्षता और सहनशीलता की भावनाओं को दिखाने के लिए जाति, रंग, नस्ल और धर्म के भेदभाव से ऊपर उठ कर इस महान समागम को सामूहिक तौर पर पूरे उत्साह के साथ मनाने का न्योता दिया।

पंजाब का ख़ज़ाना लूटने वाला अपना हो या बेगाना बख़्शा नहीं जायेगा  – मुख्यमंत्री

कई भ्रष्टाचारी तो अभी भी आपके के बीच बैठे हैं, सभी का नंबर आयेगा  – मुख्यमंत्री

कांग्रेस के पुराने मुख्यमंत्री ने बनाई थी अपने भ्रष्टाचारियों की सूची, आपकी हाईकमान ने बदनामी के डर से लिस्ट दबा ली – मुख्यमंत्री

भ्रष्टाचारियों पर विजीलैंस कार्रवाई को गलत बताने वाले विरोधी पक्ष के नेता प्रताप बाजवा को मुख्यमंत्री ने दिया करारा जवाब

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : राज्य का ख़ज़ाना लूटने के लिए विरोधी पक्ष पर बरसते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को कहा कि जनता का पैसा लूटने वाले किसी भी व्यक्ति को बख़्शा नहीं जायेगा।
मुख्यमंत्री ने विरोधी पक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की दाग़ी नेताओं के विरुद्ध विजीलैंस की कार्रवाई का विरोध करके भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए आलोचना करते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई लिहाज़ न बरतने की नीति अपनाई है और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध मिसाली कार्रवाई यकीनी बनाई जायेगी। राज्य को बेरहमी से लूटने और तबाह करने वाले इन गुनाहगारों के विरुद्ध कार्रवाई करने से उनको कोई नहीं रोक सकता। भगवंत मान ने कहा कि बड़े अफ़सोस की बात है कि कांग्रेसी नेता उन लोगों को सरप्रस्ती देने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने लोगों की तरफ से दी ताकत का दुरुपयोग करके राज्य की दौलत की अंधाधुंध लूट की है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भ्रष्ट नेता चाहे वह सत्ताधारी पक्ष के हों या विरोधी पक्ष के किसी भी कीमत पर बख़्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने भ्रष्टाचार में गहरे धँसे होने पर कांग्रेस की आलोचना करते हुये कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने अपने पद का दुरुपयोग करके जनता की दौलत लूटी। भगवंत मान ने सदन को भरोसा दिलाया कि उनको भ्रष्ट नेताओं के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करने से कोई नहीं रोक सकता।
कांग्रेसी नेताओं पर तीखे हमले करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी बैचों पर बैठे बहुत से कांग्रेसी नेता दाग़ी हैं। उन्होंने बाजवा को कहा कि चाहे यह नेता इन सीटों पर आपके बीच बैठे हैं परन्तु उनको भी जल्द ही अपने गुनाहों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा क्योंकि इनके विरुद्ध कार्रवाई होनी लाज़िमी है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के खि़लाफ़ हुए अपराधों में कई कांग्रेसी नेताओं के नाम शामिल हैं और उनकी सरकार ऐसे नेताओं को अपनी नापाक हरकतों के लिए जवाबदेह बनाऐगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे उनकी सरकार का फर्ज बनता है कि वह भ्रष्ट नेताओं के खि़लाफ़ सख़्त कार्रवाई करे परन्तु कांग्रेस ने हमेशा ऐसे नेताओं का बचाव किया है। उन्होंने प्रताप सिंह बाजवा को याद करवाया कि उनकी पार्टी के एक पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्ट मंत्रियों और विधायकों की सूची कांग्रेस हाईकमान को सौंपी थी। भगवंत मान ने व्यंग्य कसते हुये कहा कि कांग्रेस हाईकमान इन भ्रष्ट नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई करने की बजाय पार्टी को नमोशी से बचाने के लिए सूची के मामले में झुक गई, जिससे कांग्रेस का असली चेहरा नंगा हो गया है।

ताहरपुर कलां में करोड़ों की लागत से तैयार कन्या विद्यालय की बिल्डिंग बनी सफेद हाथी

ठेकेदार ने काम पूरा कर दो साल पहले सौंप दिया था पीडब्ल्यूडी विभाग को

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, छछरौली- 06 मार्च :

ताहरपुर कलां में मुख्यमंत्री की घोषणा से करोड़ों रुपए की लागत से तैयार कन्या विद्यालय की बिल्डिंग पिछले दो साल से सफेद हाथी बनकर खड़ी हुई है। पूरी तरह से तैयार बिल्डिंग विद्यालय स्टाफ व छात्राओं की राह तक रही है कि आखिर वह दिन कब आयेगा जब बिल्डिंग में क्लासें लगना शुरू होगी। बिल्डिंग तैयार होने के बाद क्लासें ना लगने पर स्थानीय लोगों का कहना है कि आखिर सरकार ने इतने पैसे क्यों खर्च किए हैं जब बिल्डिंग का इस्तेमाल ही नहीं हो पा रहा है।

क्षेत्रवासी रमजान, शालिम, अकबर, चरणजीत सिंह, महिमा सिंह, वेदपाल, करनैल सिंह, रामसिहं ने बताया है कि पिछले प्लान मे छछरौली अनाज मंडी में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि घाड क्षेत्र की बच्चियों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए शहर की आना पड़ता है। बच्चियों के लिए घाड क्षेत्र के ताहरपुर कलां में एक कन्या विद्यालय बनवाया जाएगा। ताकि बच्चियों को घर के पास ही शिक्षा मिल सकें। घोषणा के तहत ताहरपुर कलां में लगभग पांच करोड़ की लागत से कन्या विद्यालय की बिल्डिंग का निमार्ण किया गया। ठेकेदार ने बिल्डिंग निमार्ण कार्य दो साल पहले पूरा कर सम्बंधित विभाग को हैंडओवर कर दिया है। लोगों का कहना है कि कन्या विद्यालय की बिल्डिंग पर सरकार के करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं। प्रशासन ने बिल्डिंग तो बनवा दी पर उसमें क्लासें लगाने का कार्य दो साल बीतने के बाद भी नहीं किया गया। जिसकी वजह से करोड़ों रुपए की लागत से बनी बिल्डिंग सफेद हाथी नजर आ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि जब बिल्डिंग इस्तेमाल ही नहीं करनी थी तो फिर करोड़ों रुपए की बर्बादी आखिर क्यों की गई।

वर्तमान में भाजपा सरकार में शिक्षा मंत्री चौधरी कंवर पाल जब विधानसभा अध्यक्ष थे उस समय वर्ष 2018 में ताहरपुर कला घाड क्षेत्र में ग्रामीणों की मांग पर यह स्कूल मंजूर करवाया गया था। जिसका वर्ष 2018 में टेंडर हो चुका था और लगभग 2 साल में यह बनकर तैयार हो गया था। 2020 में बनकर तैयार हुए इस भवन में इतना समय बीतने के बाद भी नियमित रूप से कक्षाएं नहीं लग पा रही है। वही इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी अशोक राणा ने बताया की उन्होंने अभी एक सप्ताह पहले ही चार्ज संभाला है। वे इस बारे में मौके पर जाकर चेक करेगे और उच्चाधकारियो से भी बात करेगे की अभी तक कक्षाएं क्यों नही लगाई जा रही है।

आदर्श पब्लिक स्मार्ट स्कूल सेक्टर 20, चंडीगढ़ ने फन, फ़ूड और कल्चर फेस्टिवल 2023 मनाया 

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 06 मार्च :

आदर्श पब्लिक स्मार्ट स्कूल (एपीएस 20) सेक्टर 20, चंडीगढ़ ने फन, फ़ूड और कल्चर फेस्टिवल २०२३ चंडीगढ़  स्कूल परिसर में मनाया गया। 

चंडीगढ़ के नगर निगम के महापौर श्री अनुज गुप्ता मुख्य अतिथि थे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परीक्षा से पहले छात्रों के तनाव से छुटकारा पाना था। स्टुडेंट्स ने ‘ स्वछता  अभियान’ पर एक नाटक प्रस्तुत किया और गिधा , भांगरा भी किया। बच्चों के लिए विभिन्न मजेदार खेल थे। छोटे बच्चों के लिए मैजिक शो भी दिखाया गया। 

उन्होंने मिकी माउस स्विंग का भी आनंद लिया और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों का आनंद लिया। पेरेंट्स ने अपने प्यारे बच्चों के साथ मजेदार खेलों का आनंद लिया।

स्कूल की प्रिंसिपल सुनीता ठाकुर ने बताया की हम हर साल ये फेस्ट मनाते है जिसमे बच्चों के लिए काफी एन्जॉयमेंट की एक्टिविटी होती है साथ में पेरेंट्स के लिए भी काफी कुछ होता है I