डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ –20 मार्च :
हाल ही में नेशनल अकैडमी ऑफ़ इंडियन रेलवे ,भारतीय रेलवे में इंटीग्रेशन ऑफ ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक वर्कशॉप में चंडीगढ़ के ब्लॉकचैन एक्सपर्ट नरेंद्र शुक्ला सीटीओ चैन कोड कन्सल्टिंग एलएलपी ने भारतीय रेलवे में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की विस्तृत प्रेजेंटेशन दी , जिसे 52 रेलवे ऑफिसर ने खासी तवज्जो भी दी ।
वर्कशॉप में प्रमुख भूमिका निभाई डॉक्टर सत्य एन गुप्ता अध्यक्ष उत्पादकता फोरम , एनएआईआर के महा निर्देशक सुधीर कुमार, और चेनकोड कन्सल्टिंग एलएलपी के आलोक गुप्ता व नरेंद्र शुक्ला ने ।उन्होंने वर्कशॉप में भारतीय रेलवे को री इंजीनियर व डे टू डे ऑपरेशन को बेहतर करने की डेमोंस्ट्रेशन दी । उनका कहना है कि ब्लॉकचेन रेल उद्योग के काम करने के तरीके को बदल रहा है।
आईओटी डिवाइस, सेंसर और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स की मदद से रेलवे व्यवस्था को भरपूर विकसित कर मौजूदा समस्या करने वाली चुनौतियों का सुगम निवारण किया जा सकता है। स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स रेलवे मेंटेनेंस प्रोसेस को भी अभूतपूर्व सरलता देते हैं।. तथा यूनिफाइड सर्टिफिकेट वेलिडेशन को डिजिटाइजेशन व एन एफ टी सर्टिफिकेट द्वारा हल किया जा सकता है। ब्लॉकचेन तकनीक को लागू करके, भारतीय रेलवे का उद्देश्य पारदर्शिता, पता लगाने की क्षमता और जवाबदेही के माध्यम से विश्वास बढ़ाना, त्रुटियों को कम करना और सिस्टम में दक्षता में सुधार करना और समग्र ग्राहक अनुभव और समावेशन को बढ़ाना है।भारतीय रेलवे अपनी टिकटिंग प्रणाली में सुधार, पारदर्शी और सुरक्षित लेनदेन सुनिश्चित करने, अपने विक्रेता, आपूर्ति श्रृंखला और कार्मिक प्रबंधन को बेहतर बनाने और धोखाधड़ी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के साधन के रूप में ब्लॉकचेन तकनीक की खोज कर रहा है।
प्रक्रिया को शुरू करने के लिए, कंपनी ने नेशनल एकेडमी ऑफ इंडिया रेलवे के साथ साझेदारी में हाल ही में वडोदरा में भारतीय रेलवे में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और इसके कार्यान्वयन पर कार्यशाला का सह-आयोजन किया। इस मौके पर चैन कोड कन्सल्टिंग का ब्लॉकचैन उत्पाद – एन एफ ट्रेस को भी पेश किया, और कार्यशाला के प्रतिभागियों के लिए एन एफ ट्रेस और पॉलीगॉन पारिस्थितिकी तंत्र का उपयोग करते हुए भौतिक-डिजिटल हाइब्रिड गैर-बदली जाने योग्य टोकन एन एफ ट्रेस भागीदारी प्रमाणपत्र जारी किया।
ये प्रमाणपत्र, आसान सत्यापन, पता लगाने की क्षमता और सुरक्षा प्रदान करते हैं, और अद्वितीय, छेड़छाड़-रोधी और हमेशा के लिए स्थायी होते हैं।
चैन कोड कंसल्टिंग एलएलपी ने भारतीय रेलवे – कौशल और प्रशिक्षण पोर्टल भी विकसित किया है, जिसमें सभी प्रमाणपत्र, प्रशिक्षण और कौशल रिकॉर्ड एक ही स्थान पर होंगे, जो कौशल विकास और उत्तराधिकार योजना के लिए प्रशासकों और नेताओं दोनों के लिए सुलभ होंगे।
इस कार्यशाला में रेलवे प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्रों में मेटावर्स प्रौद्योगिकी की क्षमता पर भी मंथन किया गया। यह ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के साथ मेटावर्स (सर्वश्रेष्ठ एआर और वीआर) को एकीकृत करके डिजिटल प्रशिक्षण सामग्री एवं इसकी डिलीवरी में और अधिक सुधार प्रदान करेगा।
इसी वर्कशॉप के लिए एनएफटी सर्टिफिकेट दिए भी गए और भविष्य में रेलवे के साथ साथ अन्य क्षेत्रों में भी इस नेक्स्ट जेन टेक्नोलॉजी का उपयोग हो सकता है।