समाजसेवी एवं पर्यावरण प्रेमी रनदेव त्यागी ने एक लाख मछलियों का बीच विसर्जित किया
- पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुहिक प्रयास जरूरी : रनदेव त्यागी
- जल संपदा का सरंक्षण मछलियों की बढ़ी हुई संख्या पर निर्भर है : रनदेव त्यागी
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 27 मार्च :
सुप्रसिद्ध समाजसेवी एवं पर्यावरण प्रेमी रनदेव त्यागी व उनके सुपुत्र अनमोल देव त्यागी द्वारा पश्चिमी यमुना नहर में कॉमन कार्प(गोल्डन) प्रजाति की मछली का बीज विसर्जित किया गया। इस अवसर पर जिला मत्स्य विभाग अधिकारी अजय सिन्हा भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
गौरतलब है कि रनदेव त्यागी व उनके सम्पूर्ण परिवार द्वारा विभिन्न प्रकार के समाज सेवा के कार्य किए जा रहे हैं जिनमें विशेष रूप से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया जा रहा है। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए रनदेव त्यागी व अनमोल देव त्यागी ने एक लाख कॉमन कार्प प्रजाति की मछली का बीज यमुना नहर में छोड़ा गया। गौरतलब है कि अभी तक त्यागी के द्वारा 10 लाख से अधिक मछलियों का बीच जिला के अलग-अलग जल स्रोतों में छोड़ा जा चुका है।
इस बारे में जानकारी देते हुए समाजसेवी एवं पर्यावरण प्रेमी रनदेव त्यागी ने बताया कि उनके पूर्वजों से चली आ रही समाज सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से वह इस प्रकार के कार्यो में रुचि रखते हैं। त्यागी ने बताया कि मछलियों के बीज को विसर्जित करने का उद्देश्य जलसंपदा को स्वच्छ व संरक्षित करना है तथा इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी यह प्रयास मील का पत्थर साबित हो रहा है। अनमोल देव त्यागी ने बताया कि प्रतिवर्ष एक से डेढ़ लाख मछलियों का बीज छोड़ा जाता है जिससे जल स्तर में सन्तुलन बना रहता है तथा मछलियों की विलुप्त होने वाले प्रजातियों को भी बचाया जा सकता है।
उन्होंने संपूर्ण समाज का आह्वान करते हुए कहा कि वर्तमान में मनुष्य के समक्ष ग्लोबल वार्मिंग की समस्या आ रही है, जिसका मुख्य कारण पर्यावरण में बढ़ रहा प्रदूषण है। त्यागी ने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए तथा जल स्रोतों को स्वच्छ बनाने के लिए इस प्रकार के काम करने अति अनिवार्य है। बता दें कि रनदेव त्यागी के परिवार के द्वारा जिला की तीन आंगनवाड़ियों को भी गोद लिया गया है जिनकी रेख देख व आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चों का लालन-पालन की जिम्मेदारी त्यागी परिवार द्वारा उठाई गई है। रनदेव त्यागी द्वारा अपने पूर्वजों की याद में दादूपूर हेड पर पवन चक्की पुनः स्थापित की गई ताकि लोगों को अपनी पुरातन संस्कृति का ज्ञान हो सके। जिला मत्स्य विभाग अधिकारी अजय सिन्हा ने त्यागी परिवार के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि जल संपदा को संरक्षित करने के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए ताकि समाज व सरकार के सामुहिक प्रयास से पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके। अनमोल त्यागी ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में युवाओं को आगे आना होगा तथा अपने आसपास हो रहे जल एवं वायु प्रदूषण को रोकने के लिए इस प्रकार के कार्य करने होंगे।