पंचांग 25, मार्च 2023
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 23 मार्च 2023 :
नोटः आज गणगौरी चतुर्थी , दमन चतुर्थी है।
आज गणगौरी चतुर्थी : इन दिनों चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा-आराधना की जाती है। अपनी मंद, हल्की हंसी द्वारा अंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्मांडा देवी के रूप में पूजा जाता है। संस्कृत भाषा में कूष्मांडा को कुम्हड़ कहते हैं। बलियों में कुम्हड़े की बलि इन्हें सर्वाधिक प्रिय है। इस कारण से भी मां कूष्माण्डा (कूष्मांडा) कहलाती हैं।
आज दमन चतुर्थी है : आज 25 मार्च को दमनक चतुर्थी का शुभ दिन है। सोने पर सुहागे का काम कर रहा है बुधवार, जो गणेश जी के प्रिय दिनों में से एक है। चैत्र महीने के शुल्क पक्ष में जो चतुर्थी आती है उसे शास्त्रों में दमनक चतुर्थी कहकर संबोधित किया जाता है। इस चतुर्थी को चैत्र शुक्ल चतुर्थी और गणेश दमनक चतुर्थी भी कहा जाता है। दमनक चतुर्थी का त्योहारों और व्रतों में अपना अलग स्थान है। अतः दमनक चतुर्थी पर किया जाने वाला व्रत श्री सिद्धिविनायक गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। शास्त्रों में श्री गणपति जी को विघ्नहरण भी कहा गया है तथा सभी देवी देवताओं में सबसे पहले श्री गणपति जी का ही पूजन करने का विधान है। इस चतुर्थी का संबंध दमन कारोपण परंपरा से है।
विक्रमी संवत्ः 2080,
शक संवत्ः 1945,
मासः चैत्र,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः चतुर्थी सांय कालः 04.24 तक है,
वारः शनिवार।
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी,गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
नक्षत्रः भरणी दोपहर काल 01.19 तक है,
योगः विष्कुम्भक रात्रि काल 12.19 तक,
करणः विष्टि,
सूर्य राशिः मीन, चंद्र राशिः मेष
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्योदयः 06.22, सूर्यास्तः 06.32 बजे।