हिमाचल प्रदेश की हसीन वादियों में फिल्माया गया  है

तसवीर 11 दिनों में 14 लाख लोगों ने दिया प्यार केक काटकर हुई सेलेब्रेशन 

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 23 मार्च :

इजीवे एंटरटेनमेंट के गुरतेज संधू ने कहा कि सालों से पंजाब के स्टूडेंट्स को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेज रहे हैं तो उन्हें कहीं न कहीं ऐसा महसूस होता था कि पंजाब के स्टूडेंट बाहर जाकर अपने कल्चर से दूर हो रहे हैं इसलिए उन्होंने इजीवे एंटरटेनमेंट बैनर के तले यह दूसरा गीत सिंगर बॉबी बाजवा की आवाज़ में मॉडल गीत व मनिंदर गिल को फीचर कर फिल्माया है ।  11 दिनों में 14 लाख व्यूज  ने सिद्ध किया है कि साफ सुथरे खूबसूरत लोकेशन पर फिल्माए गीत सदाबहार रहेंगे ।

सिंगर बॉबी बाजवा ने कहा की साफ-सुथरे रोमांटिक गीत सदा से ही हिट रहे हैं। 900 से अधिक गानों की विडियो को डायरेक्शन दे चुके बॉबी बाजवा अब तक पंजाब की इंडस्ट्री के लगभग हर बड़े कलाकार के साथ काम कर चुके हैं चाहे वह सुरेंद्र शिंदा हो या फिर लेजेंड हंस राज हंस जिनके साथ उनका गाना बहुत जल्द आ रहा है।

सिंह वॉरियर क्लब थांग – टा स्पोर्ट्स में ओवरऑल चैंपियन

  • उपविजेता अटवाल स्पोर्ट्स क्लब व सेकेंड रनर अप पीयू क्लब रहे

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 23 मार्च :

थांग-टा स्पोर्ट्स एसोसिएशन, चण्डीगढ़ ने आंचल इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 41-डी में स्टेट चैंपियनशिप का आयोजन किया। इसमें जूनियर कैटेगरी बॉयज- 46 किग्रा वजन वर्ग में उदय (स्वर्ण), हिमांशु (रजत) व पवनप्रीत (कांस्य) विजेता रहे जबकि वजन 48 किग्रा वर्ग में चंद्र मोहन (एसबी क्लब) ने स्वर्ण, वंश (रगर्स क्लब) ने रजत व अंशुल यादव (सिंह वॉरियर क्लब) ने कांस्य पदक हासिल किया। 55 किलो वजन वर्ग में साहिल (सिंह वॉरियर) ने स्वर्ण, गौरव (एसबी क्लब) ने रजत व राहुल (अटवाल स्पोर्ट्स) ने कांस्य, वजन 58 किग्रा में अंगद (पीयू क्लब) ने स्वर्ण, शुभम (एसबी क्लब) ने रजत व साहिल (सिंह वॉरियर) ने कांस्य,  वजन 80+ किग्रा में बरिंदर यादव (पीयू क्लब) ने स्वर्ण, श्रीकांत (विवेक हाई क्लब) ने रजत व अमित कुमार (एपीएस क्लब) ने कांस्य, वजन 85+किग्रा में रणबीर संधू (एपीएस क्लब) ने स्वर्ण, विनायक (अटवाल स्पोर्ट्स) ने रजत व वंशु (रगर्स क्लब) ने कांस्य, जूनियर वर्ग बालिका – वजन 40 किग्रा में नंदनी (एसबी क्लब) ने स्वर्ण, महक (अटवाल स्पोर्ट्स) ने रजत व सोनिया ने कांस्य, सीनियर कैटेगरी बॉयज- वजन 70 किग्रा में कृष्णा (सिंह वॉरियर) ने स्वर्ण, मोहित (अटवाल स्पोर्टस) ने रजत व अभिनव (पीयू क्लब) ने कांस्य, वजन 80 किग्रा में रणजोध (सिंह वॉरियर) ने स्वर्ण, हरकरनवीर (रगर्स क्लब) ने रजत व अनुज (रगर्स क्लब) ने कांस्य, वजन 80+ किग्रा में सिमरनजीत (एसबी क्लब) ने स्वर्ण, आशीष (पीयू क्लब) ने रजत, व राहुल (अटवाल स्पोर्ट्स) ने कांस्य, सीनियर कैटेगरी गर्ल्स – वजन 52 किग्रा में रितु (सिंह वॉरियर) ने स्वर्ण, मित्तुल (एसबी क्लब) ने रजत व कल्पना (सिंह वॉरियर) ने कांस्य, वजन 56 किलो में तमन्ना (अटवाल स्पोर्ट्स ) ने स्वर्ण, मनप्रीत कौर (एसबी क्लब) ने रजत व गगनप्रीत (रगर्स क्लब) ने कांस्य, वजन 76 किग्रा में सृष्टि जैन (पीयू क्लब) ने स्वर्ण, अक्षिता (पीयू क्लब) ने रजत व गीता (एसबी क्लब) ने कांस्य पदक हासिल किये। ओवरऑल चैंपियन सिंह वॉरियर क्लब, उपविजेता- अटवाल स्पोर्ट्स क्लब व सेकेंड रनर अप -पीयू क्लब रहे। चैम्पियनशिप के समापन समारोह के मुख्य अतिथि परमजीत सिंह (शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष) ने पुरस्कार बांटे। 

शहीदों की कुर्बानी से खुली हवा में सांस ले रहे हैं देशवासी : राजेश सपरा

  • शहीदों की वीरता और देशभक्ति युगों युगों तक प्रेरणा देती रहेगी : निश्चल चौधरी

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 23 मार्च :

भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने बताया कि भाजपा जिला कार्यालय जगाधरी में शहीदों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के ‌चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उनकी शहादत को नमन किया गया,शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने देश के स्‍वतंत्रता संग्राम में अतुलनीय योगदान दिया। इन महान स्वतंत्रता सेनानियों को नमन। आजादी के दीवानों के इस बलिदान को हम कभी भूल नहीं सकते। स्वतंत्रता के नायकों ने अपने प्राणों का उत्सर्ग कर देशवासियों में वैचारिक क्रांतिकारी शंखनाद किया ताकि देश आजाद हो सके और भारतवासी एक स्वतंत्र और सम्मानजनक जीवन जी सकें।

भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी ने कहा कि शहीदों ने कुर्बानी न दी होती तो आज हम खुली हवा में सांस न ले पाते। शहीदों के बिना देश अधूरा था। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। इन शहीदों की वीरता और देशभक्ति युगों युगों तक प्रेरणा देती रहेगी। शहीद दिवस मनाने का उद्देश्य भारत माता के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी देने वाले वीरों को श्रद्धांजलि प्रदान करना है। पूर्व सीएमओ वरिष्ठ भाजपा नेता विजय दहिया ने कहा कि 23 मार्च 1931 को ही भारत के सबसे क्रान्तिकारी देशभक्त भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेजों ने निर्धारित समय से पहले ही फांसी दे दी थी। उनके  बलिदान को कभी भुलाया जा नहीं सकता।

उन्होंने कहा कि देश के लिए मर मिटने की भावना प्रत्येक देशवासी में होनी चाहिए। सीमाओं पर जवान और देश के सामान्य नागरिक भी सेना के जवान की तरह सजग रहकर आंतरिक सुरक्षा को चाक चौबंद रखेंगे, तभी देश अपनी गरिमा से पूर्ण रहेगा।

एससीमोर्ची जिलाध्यक्ष धर्मसिंह मट्टू ने कहा कि  देश की आजादी के लिए जिस प्रकार शहीद भगत सिंह ,सुखदेव,  राजगुरु ने अपना अमर बलिदान दिया, उसी प्रकार देश की आजादी  के लिए अनगणित लाखों शहीदों ने भी अपने प्राणों की आहुति दी है, हमें यह बात याद रखनी चाहिए कि यह आजादी हमें कितने संघर्षों व कितने बलिदानों के बाद मिली है ,आजादी की कीमत वही जानता है जिसने गुलामी देखी हो, हम सब आजाद भारत में पैदा हुए हैं हमें आज़ादी की कीमत समझनी चाहिए।

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घडूआँ में आयोजित मेगा ब्लड डोनेशन कैम्प में 507 स्टूडेंट्स ने किया रक्तदान

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, खरड़/घरूआँ – 23 मार्च :

शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु के शहादत के उपलक्ष्य पर ट्राईसिटी के अस्पतालों में आई रक्त की कमी को पूरा करने के लिए मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह  रक्तदान शिविर एनएसएस, विश्वास फाउंडेशन पंचकूला, रोटरी क्लब, खरड़ द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के अकेडेमीक ब्लॉक डी 4 एवं ब्लॉक डी 5 में लगाया गया। इस रक्तदान शिविर में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी जिला शाखा मोहाली ने एहम भूमिका निभाई।

विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि शिविर का उद्घाटन मुख्यातिथि मनप्रीत सिंह मुन्ना, प्रो वाईस चांसलर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने रक्तदाताओं को बैज लगाकर किया। इस मौके पर उनके साथ डॉक्टर अरवीन्द्र सिंह कंग कार्यकारी निदेशक डीएसडब्ल्यू, अडिश्नल डायरेक्टर सोशल वेल्फेयर विंग कमांडर जसबीर सिंह मिनहास, सहायक निदेशक प्रोफेसर जगवीन्द्र सिंह, प्रोफेसर कृष्ण कान्त, गुरचेत सिंह  सचिव इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी मोहाली कमलेश कुमार कौशल भी मौजूद रहे।

ब्लड बैंक जीएमसीएच सेक्टर 32, रजिन्द्रा अस्पताल पटियाला, सिविल अस्पताल खरड़ व मैक्स अस्पताल मोहाली की टीमों ने मिलकर कुल 507 यूनिट्स रक्त एकत्रित किया। शिविर सुबह 10 बजे शुरू हुआ ओर दोपहर बाद 3 बजे तक चला। इस रक्तदान शिविर में आये सभी रक्तदाताओं को प्रशंसा पत्र व गिफ्ट देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर विश्वास फाउंडेशन से ऋषि सरल विश्वास, ऋषि मोहित विश्वास, रमेश सुमन, वरीन्द्र कुमार गांधी, सुरभि गुप्ता, आशा तेजी, अनिरुद्ध पठानिया, विकास कुँवर, प्रोफेसर संजय व अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

शहीदी दिवस पर थैलेसिमिया पीड़ित बच्चों के लिए पीजीआई में रक्तदान शिविर आयोजित

एनबीएफ, एसएपीटी इंडिया एवं थेलेसिमिया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया गया आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 23 मार्च :

प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान पीजीआई, चण्डीगढ़ में अमर शहीदों,  शहीद-ऐ-आजम सरदार भगत सिंह, राजगुरु  एवं सुखदेव के शहीदी दिवस के अवसर पर नव्य भारत फाउंडेशन (एनबीएफ), स्टूडेंट एसोसिएशन ऑफ फिजीकल थैरेपी (एसएपीटी इंडिया) एवं थेलेसिमिया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रव्यापी “मिशन जीवन रेखा” रक्तदान अभियान के अंतर्गत रक्तदान शिविर आयोजित करवाया गया।

शिविर का उद्घाटन पंजाब के पूर्व प्रधान सचिव (चिकित्सा शिक्षा) हुस्न  लाल (आईएएस ), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, चण्डीगढ़ के महानगर प्रचारक सुमित, पीजीआई चण्डीगढ़ में मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर विपिन कौशल, पीजीआई के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रति राम शर्मा की उपस्थिति में हुआ। इस मौके पर पीजीआई के डाक्टर, नर्सेस, फिजीयोथेरेपीसट, विद्यार्थियों एवं स्टाफ ने बढ़चढ़ कर रक्तदान शिविर में भाग लिया और दान किए हुए रक्त को थैलेसिमिया से पीड़ित बच्चो को समर्पित किया गया। साथ ही रोटो के साथ मिलकर आम जनमानस को अंगदान के लिए भी जागरूक किया गया।

इस मौके पर एनबीएफ एवं एसएपीटी इंडिया के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनिरुद्ध उनियाल ने बताया कि रक्तदान और अंगदान के माध्यम से हम लोगो को नया जीवन प्रदान करते है और मिशन जीवन रेखा इसी महान लक्ष्य का एक अंश है। साथ ही उन्होने सभी से इस महान कार्य में सहयोग करने का आह्वान किया।

इस मौके पर थेलेसिमिया चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव राजिंदर कालरा, एसएपीटी एवं एनबीएफ से डॉ. हैप्पी, शिवम, पंकज, सिमरन, महक, संजीवनी, अंकुर आदि सदस्य उपस्थित रहे।

भाजपा की नीतियों को देखते हुए भारी संख्या में लोग आए दिन हो रहे हैं शामिल : अशोक चौधरी

: गांव पीपली माजरा से अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज के 20 से ज्यादा लोग हुए भाजपा में शामिल हुए : अशोक चौधरी

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 23 मार्च :

हरियाणा सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के छोटे भाई वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक चौधरी बहादुरपुर ने जानकारी देते हुए बताया कि जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के गांव पीपली माजरा में भाजपा नेता विरेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में गांव पीपली माजरा के अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज के इनाम ,निसार, आशिक अली सदस्य ब्लॉक समिति ,सलमान,नसीम ,अरबाज ,अनीस ,फारुख ,मुन्ना ,अरसद, परवेज ,नाजिम, दिलशाद, शौकत, मुनव्वर,इकबाल,जिसान,फरहान, तासिन,नोमिन,नाजीम,लियाकत, शमशद, साजिद आदि लोगों ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को छोड़कर अपने परिवार व साथियों सहित भाजपा की सदस्यता ग्रहण की,वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक चौधरी बहादूरपूर ने कहा कि स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल की विकास नीतियों से प्रभावित होकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भाजपा में शामिल हुए है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार अल्पसंख्यक समुदाय के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू कर रहे है,वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक चौधरी ने कहा कि शिक्षा मंत्री कंवरपाल हर गांव व शहर के हर कालोनी में जाकर विकास कार्यों का स्वयं जायजा ले रहे हैं और  सड़क ,नाली ,बिजली ,पानी आदि आम आदमी की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। इस दौरान चेयरमैन विरेंद्र चौधरी गुलाबगढ़, पिपलीमाजरा सरपंच यासीन,बलिंद्र नम्बरदार, गोपाल कुमार, अरूण शर्मा,भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी, भाजपा नेता मुदित बंसल प्रतापनगर, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।

देश के महान क्रांतिकारी अमर शहीद सरदार भगत सिंह जी शिवराम हरि राजगुरु  सुखदेव जी को सादर नमन : शुक्ला

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अंबाला  – 23 मार्च :

     हरियाणा प्रदेश स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार जन कल्याण समिति के प्रदेशाध्यक्ष आंनद मोहन शुक्ला ने कहा कि जिन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की लाशों पर चलकर यह आजादी आई है ।उन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की याद पुरानी फिर आज हमने दोहराई है ।

        सरदार भगत सिह शिवराम हरि राजगुरु क्रान्तिकारी सुखदेव ने अपने बलिदान से देश की जनता मे आजादी की जो तड़प  उत्पन्न की देश भक्ति की जो आग फैलाई वह आज भी लोगों के हृदय तरंगों को झक झोरती  हैं ।

     अपने बलिदान से इन महान क्रांतिकारियो /स्वतंत्रता सेनानियों ने एक एेसी क्रांति की लहर शुरू की थी जिसके परिणाम स्वरुप देश का हर व्यक्ति आजादी की लड़ाई लड़ने के लिये बलिदान होने के लिये कन्धे से कन्धा मिलाकर आगे आने लगा ।क्रांति की जो चिंगारी स्वतंत्रता सेनानियों ने पेैदा की उसकी तपन आज भी देश वासी महसूस  करते हैं ।

    क्रांति इन्कलाब का मतलब अनिवार्य रुप से सशस्त्र अन्दोलन नहीं होता ।’,,,,,,,,,,विद्रोह को क्रांति नहीं कहा जा सकता यद्यपि यह हो सकता है कि विद्रोह का अन्तिम परिणाम क्रांति हो ।सन 1930 मे संपादक माडर्न रिव्यू के नाम से सरदार भगत सिह जी ने एक पत्र लिखा था जो भगत सिह सुखदेव राजगुरु के दस्तावेज के नाम मे संकलित हैं ।इस पत्र मे उन्होने क्रांति के प्रति अपना दृस्टि कोण की व्याख्या की है ।

          महात्मा गाँधी जी के दार्शन से महत्वपूर्ण मतभेद रखते हुए भी कांग्रेस द्वारा संचालित जन अन्दोलन के प्रति भगत सिंह  का दृस्टि कोण सकारत्मक था ।इतिहास के इस निर्णायक छण मे उनकी मंशा यही थी कि नौजवान बम पिस्तौल छोड़ अन्दोलन के प्रचार प्रसार मे लग जायें ।

अन्दोलन किसका है उसका नेत्रत्व कौन कर  रहा है आदि अना वस्यक  सवालो को उन्होने महत्व  नही दिया । उनके लिये अन्दोलन महत्वपूर्ण था उनका सन्देश जन जन तक खासकर गरीबो तक  पहुंचाना था ।उन्हे पता था कि जन अन्दोलन को जब व्यापकता मिलेगी तब स्वतः क्रांति हो जायेगी ।

     सरदार भगत सिह राजगुरु सुखदेव की सम्पूर्ण जिन्दगी क्रान्तिकारी रणनीतियो को लेकर दुह साहसिक प्रयोगो से भरी हुई थी ।वे भारत माता के सच्चे सपूत थे । 

   आज उनकी इस जायँती 23 मार्च पर उनके बलिदान को याद करते हुए हम सभी देश वासी उनके आगे नतमस्तक हैं ।और  उन्हे हृदय से स्मरण करते हैं ।

            इनका बलिदान आज सरकारो को भले ही मिथ्या व अवास्तविक जान पड़ें किन्तु प्राणॉ को झकझोर देने वाले बलिदान की अर्थवत्ता से इन्कार नही किया जा सकता ।क्योकी अब वेसे बलिदानियों की परम्पराएं देश मे विरल हो गई हैं ।


      आज भले ही अमर शहीदो देश के महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी परिवारो की उपेक्षा वर्तमान सरकार कर  रही है ।स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी शहीदो को भुला दिया जाना किसी की हार नहीं होती ।


      कालजयी महान शहीदो एवम स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियो की चंदन गन्ध जेसी रहस्य मयता विस्मृति के बावजूद भी अछरो की वीथियो मे बरकरार रही आती हैं ।
आज जिन महान स्वतन्त्रता सेनानियों की अस्थियो पर स्वतंत्रता की यह भव्य इमारत खड़ी हो सकी है ,,,,,,,, उन्हें शत शत नमन। प्रमोद कुमार, चंद्र शील अरोड़ा, राकेश कुमार, संजीव छिब्बर, दीपक कुमार,

मिनर्वा ट्रेनी ने दिलाई भारतीय टीम को जीत

  • ट्राई नेशन इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत ने म्यांमार को 1-0 से दी शिकस्त

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 23 मार्च :

मिनर्वा एकेडमी के ट्रेनी रहे अनिरुद्ध थापा ने भारतीय टीम को ट्राई नेशनल इंटरनेशनल फुटबॉल टूर्नामेंट में रोमांचक जीत दिलाई। थापा ने मैच का एकमात्र गोल दागा और म्यांमार को 1-0 से हार का सामना करना पड़ा। थापा को सेंट स्टीफंस फुटबॉल एकेडमी में सिटी कोच सुरिंदर सिंह ने तैयार किया और इसके बाद वे मिनर्वा एकेडमी के लिए अंडर-18 लीग के साथ आईलीग में भी खेले।  

इंफाल में खेले मैच में भारत ने अच्छी शुरुआत की और टीम ने मौके बनाने शुरू कर दिए। मैच में भारत के लिए तीन मिनर्वा के स्टार खेल रहे थे। गोल करने वाले अनिरुद्ध थापा के अलावा जैक्सन सिंह और मनवीर को कोच ने मौका दिया। भारतीय टीम मौका तलाश रही थी और इसी बीच उन्होंने कई चांस गंवाए भी। सुनील छेत्री के पास एक अच्छा मौका थापा की क्रॉस पर आया, लेकिन वे चूक गए। दूसरी ओर से म्यांमार को भारतीय खिलाड़ियों ने रोककर रखा और इसका बड़ा कारण जैक्सन सिंह थे। भारत के गोलकीपर अमरिंदर सिंह भी मजबूती के साथ डटे रहे। हाफ टाइम से कुछ सेकंड पहले भारत को मौका मिला। इंजरी टाइम में एक अटैकिंग मूव पर थापा को रिबाउंड मिला और मिनर्वा के स्टार ने इसे गंवाया नहीं। उन्होंने बॉल को गोलपोस्ट में पहुंचाया और टीम को 1-0 से आगे कर दिया।

दूसरे हाफ में कोच इगोर स्टीमैक ने बदलाव किए और नए खिलाड़ियों को मौका दिया। मिनर्वा के मनवीर सिंह भी इस चेंज लिस्ट में शामिल थे। भारत ने मूव बनाने शुरू किए और फिर से थापा ने मौका बनाया। छेत्री गोल करने के काफी करीब थे, लेकिन म्यांमार ने इसे सेव कर लिया। मैच इसी स्कोर के साथ खत्म होने के करीब था, लेकिन म्यांमार ने मौका बनाया। भारत के स्टार गोलकीपर अमरिंदर ने इसे सफल नहीं होने दिया और थापा के गोल के दम पर भारत ने जीत दर्ज कर ली। सिटी सॉकर स्टार को हीरो ऑफ द मैच चुना गया।

शहीदी दिवस पर वाटर कूलर किया जनता को समर्पित

  सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 23 मार्च :

शहीदी दिवस के मौके पर स्वतंत्रता संग्राम की अलख जगाने वाले तथा 1857 में अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह करने वाले स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद मंगल पांडे की वंशज शिक्षाविद कविता त्यागी द्वारा भगवान परशुराम समुदायिक केंद्र में लगाए गए वाटर कूलर को जनता को समर्पित किया गया।

इस मौके पर उनके साथ किरण त्यागी, प्रियंका त्यागी, पूजा त्यागी, सुधा, अरुण त्यागी, अजय त्यागी, नरेश बाबा जी, विक्रम त्यागी बिट्टू, संजीव चौहान तथा वीरेंद्र त्यागी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

इस मौके पर कविता त्यागी ने कहा कि अमर शहीद मंगल पांडे की शहादत को सदा ही याद रखा जाएगा और वह सदा ही युवाओं के प्रेरणा स्रोत रहेंगे। इस मौके पर उन्होंने शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु को याद करते हुए कहा कि ऐसे ही शहीदों की शहादत की बदौलत आज हम आजाद देश की हवा में सांस ले रहे हैं।

उनका कहना था कि गर्मी के इस मौसम को देखते हुए जबकि हर किसी को शीतल जल की आवश्यकता होती है, ऐसे में भगवान परशुराम समुदायिक केंद्र में लगा यह वाटर कूलर आम जनमानस की प्यास बुझाने का काम करेगा जो कि एक पुण्य का कार्य है। उन्होंने इस मौके पर युवाओं से आह्वान किया कि वे अमर शहीदों द्वारा बताए गए रास्ते पर चलते हुए देश को उन्नति की राह पर अग्रसर करने का प्रयास करें और देश से भ्रष्टाचार को समाप्त करें।

वर्ल्ड ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) डे

  • बुखार, वजन कम होना, किसी भी इम्युनो कॉम्प्रोमाइज व्यक्ति में लगातार खांसी का मूल्यांकन टीबी के लिए किया जाना चाहिए: डॉ जफर इकबाल

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, मोहाली  – 23 मार्च :

तपेदिक या ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) दुनिया भर में मृत्यु का 13वां प्रमुख कारण है और कोविड-19 के बाद दूसरा प्रमुख कारण है।टीबी फैक्ट.ऑर्ग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी ने 2021 में दुनिया भर में 1.6 मिलियन से अधिक लोगों की जान ले ली। पिछले साल प्रति लाख जनसंख्या पर 188 मामलों की घटना दर के साथ भारत में विश्व स्तर पर टीबी संक्रमण की संख्या सबसे अधिक थी।

तपेदिक के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बीमारी को खत्म करने के प्रयासों को शुरू करने के लिए हर साल 24 मार्च को वर्ल्ड ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) डे मनाया जाता है। इस वर्ष के आयोजन का विषय है “हाँ! हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं!”।

डॉ. जफर अहमद इकबाल, डायरेक्टर, पल्मोनोलॉजी, क्रिटिकल केयर एंड स्लीप स्टडीज, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली ने एक एडवाइजरी के जरिए टीबी से बचाव के जोखिम कारकों और उपायों के बारे में चर्चा की।

क्षय रोग (टीबी) क्या है, पर बात करते हुए डॉ. जफर अहमद इकबाल ने बताया कि टीबी बैक्टीरिया (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस) के कारण होता है और मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है। हालांकि, अन्य अंग जैसे लिम्फ नोड्स, मस्तिष्क, हड्डियाँ, आंतें, गुर्दे, आँखें, त्वचा आदि भी प्रभावित हो सकते हैं।

उन्होंने बताया कि टीबी ड्रॉपलेट ट्रांसमिशन के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। स्वास्थ्य की स्थिति पर चर्चा करते हुए, डॉ जफर ने कहा, “जब पल्मोनरी टीबी का रोगी खाँसता, छींकता या थूकता है, तो टीबी जीवाणु बूंदों के कणों के माध्यम से हवा में फैल जाते हैं। ये कण, जब एक स्वस्थ व्यक्ति द्वारा साँस में लिए जाते हैं, तो बैक्टीरिया को स्वस्थ फेफड़ों में स्थानांतरित कर देते हैं और संक्रमण का कारण बनते हैं। इम्यूनिटी के आधार पर, संक्रमित व्यक्ति को रोग हो सकता है। सौभाग्य से, संक्रमित होने के बाद केवल कुछ प्रतिशत लोगों को यह बीमारी होती है। फेफड़ों की टीबी के अलावा अन्य प्रकार की बीमारी गैर-संक्रामक होती है।”

डॉ जफर ने कहा कि शामिल अंग के आधार पर, टीबी को पल्मोनरी और एक्स्ट्रा पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस के रूप में वर्गीकृत किया गया था। “दवा प्रतिरोधी तपेदिक में, बैक्टीरिया उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली मुख्य दवाओं में से एक या अधिक के लिए प्रतिरोध विकसित करते हैं, या तो रोगी द्वारा इलाज के लिए गैर-अनुपालन, खराब गुणवत्ता वाली दवाएं, गलत नुस्खे या नशीली दवाओं के दुरुपयोग से। एचआईवी के साथ टीबी का सह-अस्तित्व चिंता का एक और वैश्विक महामारी है जो टीबी से होने वाली मौतों का 10% से अधिक है।

डॉ जफर ने कहा कि टीबी के लक्षणों में थूक के साथ खांसी (लक्षण 2 सप्ताह से अधिक समय तक बने रहना), बुखार, कमजोरी, भूख न लगना, वजन कम होना, थूक में खून आना और सीने में दर्द शामिल हैं। “अंग-विशिष्ट लक्षणों में पेट में दर्द, असामान्य मल त्याग, सांस फूलना, सिर दर्द, परिवर्तित सेंसेरियम, मूत्र में रक्त, बांझपन आदि शामिल हैं।

मुख्य परीक्षणों में ट्यूबरकल बेसिली के लिए थूक की जांच, एक्स-रे के अलावा विशेष परीक्षण जैसे फाइन नीडल एस्पिरेशन साइटोलॉजी (एफएनएसी), बायोप्सी, प्ल्यूरल फ्लूड एनालिसिस आदि शामिल हैं। सरकारी डॉट्स केंद्रों में उपचार मुफ्त है। टीबी के उपचार के लिए स्वस्थ आहार सर्वोपरि है।

डॉ जफर ने आगे कहा, “जन्म के समय दिया जाने वाला बीसीजी का टीका टीबी को रोकने के लिए एक प्रभावी उपकरण है। स्वस्थ जीवन शैली के साथ संतुलित आहार, धूम्रपान से परहेज और खांसी शिष्टाचार बनाए रखना महत्वपूर्ण है। पर्याप्त धूप के साथ स्वच्छ और अच्छा वेंटिलेशन बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है। शीघ्र निदान और उपचार के लिए पल्मोनरी टीबी रोगियों और एचआईवी से प्रभावित अन्य उच्च जोखिम वाले समूहों जैसे इम्यूनोसप्रेशन, मधुमेह आदि के करीबी संपर्कों की निगरानी की जानी चाहिए। जागरूकता फैलाने और सक्रिय भागीदारी से इस बीमारी को खत्म करने में मदद मिल सकती है।”