Panchang

पंचांग, 06 मार्च 2023

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 06 मार्च 2023 :

नोटः आज होलिका दहन है। प्रदोष काल में है। तथा श्री सत्यनारायण व्रत, लक्ष्मी नारायण व्रत है

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होलिका दहन

आज होलिका दहन है : इस बार होलिका दहन 07 मार्च को होगा और 8 मार्च को होली खेली जाएगी। पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 06 मार्च को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर होगी और इसका समापन 07 मार्च को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगी। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 07 मार्च, मंगलवार को शाम 06 बजकर 24 मिनट से रात 08 बजकर 51 मिनट तक रहेगा।

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लक्ष्मी नारायण व्रत

लक्ष्मी नारायण व्रत है: लक्ष्मी नारायण व्रत में देवी श्री लक्ष्मी और भगवान नारायण की संयुक्त रुप पूजा की जाती है। इस पूजा को करने से घर में धन संपदा की कभी कमी नहीं आती है। श्री लक्ष्मी नारायण व्रत दरिद्रता को दूर करने का एक अचूक उपाय भी बनता है। इस दिन घर में पूजा पाठ के साथ साथ हवन इत्यादि अनुष्ठान भी करने से संपन्नता के द्वार खुलते हैं।

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श्री सत्यनारायण व्रत

श्री सत्यनारायण व्रत : सत्यनारायण व्रत पूर्णिमा तिथि (पूर्णिमा के दिन) पर पड़ता है । लोग भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और कुछ भक्त एक योग्य पुजारी के माध्यम से सत्यनारायण व्रत का आयोजन भी करते हैं। पूर्णिमा के दिन का हिंदुओं के बीच एक बड़ा धार्मिक महत्व है। इस शुभ दिन पर भक्त चंद्रमा की पूजा करते हैं और व्रत तोड़ने से पहले अर्घ्य देते हैं।

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः फाल्गुन, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्दशी सांय कालः 04.18 तक है, 

वारः सोमवार।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः मघा रात्रि काल 12.05 तक है, 

योगः सुकृत सांय काल 08.54 तक,

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः कुम्भ, चंद्र राशिः सिंह,

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.45, सूर्यास्तः 06.20 बजे।