Panchang

पंचांग, 04 मार्च 2023

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 04 मार्च 2023 :

नोटः आज गोविन्द द्वादशी तथा शनि प्रदोष व्रत है।

Narsimha Dwadashi Govinda Dwadashi Date, Vrat And Puja Shubh Muhurt, Ndtv  Hindi Ndtv India - Govinda Dwadashi: मार्च के पहले हफ्ते में मनाई जाएगी गोविंद  द्वादशी, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त |
इस दिन भगवान विष्णु के ‘नरसिंह’ अवतार की पूजा की जाती है

गोविन्द द्वादशी : गोविंदा द्वादशी व्रत को हिन्दू धर्म में विशेष माना जाता है। यह व्रत हिन्दू मास के ‘फाल्गुन’ के दौरान शुक्ल पक्ष की द्वादशी पर आता है। अंग्रेजी कैलेंडर के फरवरी महीने में आता है। भगवान विष्णु के भक्तों के लिए गोविंदा द्वादशी का बहुत महत्व है। इस दिन हिंदू भक्त सुखी और समृद्ध जीवन के लिए भगवान विष्णु का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा करते हैं। गोविंदा द्वादशी को ‘नरसिंह द्वादशी’ के रूप में भी मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु के ‘नरसिंह’ अवतार की पूजा की जाती है।

शनि प्रदोष व्रत

शनि प्रदोष व्रत : हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। प्रत्येक मास की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत रखा जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास का अंतिम प्रदोष व्रत कल यानि 04 मार्च 2023, शनिवार के दिन रखा जाएगा। शनिवार दिन पर पड़ने के कारण इस व्रत को शनि प्रदोष के नाम से जाना जाएगा। शास्त्रों में बताया गया है कि शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की उपासना के साथ-साथ शनि देव की उपासना का भी विशेष महत्व है।

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः फाल्गुन, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः द्वादशी प्रातः कालः 11.44 तक है, 

वारः शनिवार।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

नक्षत्रः पुष्य सांय काल 06.41 तक है, 

योगः शोभन सांय काल 07.36 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः कुम्भ, चंद्र राशिः कर्क, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्योदयः 06.48, सूर्यास्तः 06.19 बजे।