रूढिवादी सोच को छोड लडकियों को सशक्त बनाने की जरूरत : डाॅ मीनू जैन

  • एफपीएआई से आई डाॅ ने छात्राओं को बताए यौन रोगों से बचने के उपाय

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर 01 मार्च :

 डीएवी गल्र्स काॅलेज के वुमेन सेल व रेड रिबन क्लब की ओर से शून्य भेदभाव दिवस के अवसर पर यौन प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकार विषय पर एक्सटेंशन लेक्चर करवाया गया। फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन इंडिया यमुनानगर शाखा की ब्रांच मैनेजर डाॅ अंजना तलूजा मुख्य वक्ता रही।

कालेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम का आयोजन वुमेन सेल इंचार्ज डाॅ मीनाक्षी सैनी व रेड रिबन क्लब इंचार्ज सुनामिका की देखरेख में हुआ। इस अवसर पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता भी हुई। विजेता प्रतिभागियों को काॅलेज प्रिंसिपल व मुख्य वक्ता ने मेडल पहना व प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। छात्राओं ने रैली निकालकर लोगों को शून्य भेदभाव दिवस के प्रति जागरूक भी किया।

डाॅ मीनू जैन ने कहा कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी महिलाओं को पूरी तरह से अपने अधिकार नहीं मिलें है। बच्चियों को मूलभुत सुविधाएं भी नहीं मिल रही है। महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए। रूढ़िवादी सोच को नकार कर लड़कियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की जरूरत है।डाॅ तलूजा ने छात्राओं को फैमिली प्लानिंग, सुरक्षित गर्भपात, एचआईवी एड्स के कारण व बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिन बीमारियों के बारे में महिलाएं डाॅक्टर से भी खुलकर बात नहीं कर पाती, उनके बचाव के तरीके बताए। साथ ही महिला अधिकारों के प्रति जागरूक किया।

काॅलेज प्रिंसिपल ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवना किया। जो कि रेलवे रोड, फव्वारा चैक, वर्कशाप रोड, छोटी लाइन, फव्वारा चैक से होती हई काॅलेज में संपन्न हुई। स्लोगन लेखन प्रतियोगिता मे ंबीए द्वितीय वर्ष की यशिका शर्मा ने पहला, राधिका चैहान ने दूसरा तथा बीए अंतिम वर्ष की ईशा देवी व अदिति वालिया ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान अर्जित किया।

बढ़ती महंगाई से व्यपारी वर्ग पर पड़ रहा है कुप्रभाव : अनिल भाटिया

व्यपारी वर्ग की अपेक्षाओं के प्रतिकूल रहा प्रदेश का आम बजट: अनिल भाटिया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर 01 मार्च :

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अनिल भाटिया ने प्रदेश के आम बजट तथा बुधवार को कमर्शियल सिलेंडर व घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में हुई बढ़ोतरी पर चिंता जताते हुए कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा पेश किया गया आम बजट आम न होकर एक अलग ही तरह का बजट है।

भाटिया ने बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा पेश किए गए दोनों बजट यदि ख़ास वर्ग के बजट का नाम लिया जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि केंद सरकार का बजट पूंजीपतियों के हित में दिखाई दे रहा है और प्रदेश सरकार का बजट व्यवस्था सुधार के लिए न होकर जनता को गुमराह करने वाला प्रतीत होता है। भाटिया ने कहा कि आज देश का हर वर्ग महंगाई की मार से जूझ रहा है परंतु प्रदेश व केंद्र सरकार की मंशा बड़े बड़े पूंजीपतियों को बढ़ावा देने तथा छोटे दुकानदारों व व्यपारियों का शोषण करने की स्प्ष्ट दिखाई दे रहा है।

भाटिया ने कहा कि आम बजट में प्रदेश के व्यापारी वर्ग के लिए कोई खास सुविधा नहीं दिखाई दी वहीं यदि किसान वर्ग की बात करें तो देश के लगभग आधे से अधिक जनसंख्या किसानों की है परंतु सरकार ने किसानों के लिए कोई विशेष कदम नहीं उठाया जिसका सीधा असर बाजार में बैठे छोटे व बड़े दुकानदारों पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश के व्यापार की व्यवस्था हर वर्ग के लोगों पर आधारित है यदि आम जनता व किसान वर्ग के पास पैसा नहीं होगा तो वह बाजार में नहीं आएगा और व्यापारी वर्ग कोरोना काल की भांति पुनः उपेक्षा का शिकार होता दिखाई दे रहा है।

भाटिया ने महंगाई पर बोलते हुए कहा कि बजट के कुछ दिन बाद ही केंद्र सरकार द्वारा घरेलू सिलेंडर व कमर्शियल सिलेंडर के दामों में की गई बढ़ोतरी आम जनमानस व व्यपारियों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है। अनिल भाटिया ने बताया कि कमर्शियल सिलेंडर प्रयोग करने वाले दुकानदारों को पहले से ही खाद्य पदार्थों में हुई महंगाई के चलते विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था वहीं कमर्शियल गैस सिलेंडर के रेट बढ़ाकर उन्हें त्रस्त किया जा रहा है।

भाटिया ने मौजूदा सरकार का आह्वान करते हुए कहा कि सत्ता सदैव के लिए नहीं होती परन्तु जनता का वोट स्थाई है और भविष्य में जनता अपने वोट की चोट से करारा जवाब देगी और सरकार द्वारा स्थापित की गई अलोकतांत्रिक व्यवस्था इसके मुख्य कारण होंगे।

खाद्य आपूर्ति विभाग से जुड़ी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार किया जा रहा है निदान : राजेश सेठ

बीपीएल सूची अपडेट पर पात्रों को जल्द ही मिलेगा लाभ : राजेश सेठ             

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर 01 मार्च :

हरियाणा सरकार द्वारा चयनित किए एमिनेंट सिटीजन (सीएम विंडो) खाद्य आपूर्ति विभाग राजेश सेठ ने राशन डिपो से सम्बंधित आम जनता के समक्ष आ रही परेशानियों के बारे में मीडिया से बात करते हुए बताया कि भाजपा सरकार का लक्ष्य भ्रष्टाचार को जड़ मूल से समाप्त करना है जिसके अंतर्गत आए दिन राशन डिपो पर छापेमारी भी की जा रही है।

सेठ ने बताया कि इसी संदर्भ में सरकार के आदेशानुसार संबंधित विभागों द्वारा बीपीएल सूची को अपडेट किया जा रहा है, जिसमें बहुत अधिक संख्या में अपात्र लोगों के बीपीएल सूची से नाम रद्द किए गए हैं। राजेश ने बताया कि एक सर्वेक्षण के अनुसार यह पाया गया कि जो लोग बीपीएल सूची के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं के असल हकदार हैं उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा था लेकिन साधनसंपन्न लोग मिलीभगत से बीपीएल कार्ड का दुरुपयोग कर रहे थे।

राजेश सेठ ने बताया कि सरकार के द्वारा बीपीएल सूची को अपडेट किया जा रहा है तथा विभागीय व अन्य तकनीकी त्रुटियों को जल्दी ठीक कर के पात्र व्यक्तियों को बीपीएल कार्ड का लाभ पुनः प्राप्त होगा। राजेश सेठ ने कहा कि इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सरकार के द्वारा यह कदम उठाया गया है तथा अपात्र परिवारों के नाम बीपीएल सूची से निकाले गए हैं। उन्होंने राशन डिपो होल्डर पर बोलते हुए कहा कि उनके द्वारा पूरे हरियाणा में का सर्वे किया गया तथा इस दौरान बहुत अधिक संख्या के डिपो होल्डर से बात भी की गई तथा यह सुनिश्चित किया गया कि पात्र जनता को राशन सुविधाजनक ढंग से मिल सके।

राजेश सेठ ने कहा कि एनिमेन्ट सिटीजन की जिम्मेदारी होने के नाते उनके पास आम जनता की विभिन्न प्रकार की समस्याएं आती रहती है जिनका संज्ञान लेने के लिए वह समय-समय पर इस ओर गंभीरता और प्राथमिकता के आधार पर  कार्य कर रहे हैं। उन्होंने आम जनता का आह्वान करते हुए कहा कि खाद्य आपूर्ति विभाग को लेकर किसी भी समस्या के समाधान के लिए उनसे संपर्क किया जा करें और भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।

सेठ ने बताया कि हरियाणा की भाजपा सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है जिसके चलते प्रदेश भ्रष्टाचार मुक्त होने की ओर निरंतर अग्रसर है। 

पंजाबी युगल जोड़ी ने गुरु नानक देव जी की यात्रा को आगे बढ़ाया, जारी की हिंदी डॉक्युमेंट्री

अंग्रेजी, पंजाबी (गुरुमुखी) और पंजाबी (शाहमुखी) डॉक्युमेंट्री के 6.5 लाख से अधिक व्यूवरशिप  की शानदार सफलता के बाद अब इस  डॉक्युमेंट्री का हिंदी संस्करण दर्शकों में अपनी छाप छोड़ने लिए तैयार।

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 01 मार्च : 

भारत ,पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, इराक, सऊदी अरब, तिब्बत, बांग्लादेश, औरश्रीलंका की सुदूर भूमि में गुरु नानक की प्रतिष्ठित यात्राओं पर अंग्रेजी और पंजाबी डॉक्यूमेंट्री का हिंदी संस्करण आज यहां सिंगापुर में रहने वाले युगल अमरदीप सिंह और विनिंदर कौर द्वारा जारी किया गया। 

गुरु नानक की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए, इस युगल जोड़ी ने 9 देशों की यात्रा की और ‘रूपक: गुरु नानक के कदमों की रूहानी छाप’  नामक हिंदी डॉक्यूमेंट्री जारी किया, जो आध्यात्मिक संवादों के लिए गुरु नानक के द्वारा भ्रमण किये गए बहुविश्वास स्थलों के विशाल विस्तार की पेशकश है। इस सीरीज को निःशुल्क रूप से https://thegurunanak.com पर उपलब्ध किया गया है।

इस डॉक्यूमेंट्री का अंग्रेजी संस्करण सितंबर 2021 में ‘एलेगरी, ए टेपेस्ट्री ऑफ गुरु नानक ट्रेवल्स’ शीर्षक के तहत जारी किया गया था और इस डॉक्यूमेंट्री के गुरुमुखी और शाहमुखी में पंजाबी संस्करण जून 2022 में ‘सैनत, गुरु नानक दे पेंडेयान दी रूहानी छाप’ शीर्षक के तहत जारी किया गया था। अंग्रेजी, गुरुमुखी और शाहमुखी सीरीज को भी निःशुल्क रूप से https://thegurunanak.com पर उपलब्ध किया गया है।

गुरु नानक पर 24 एपिसोड की यह डॉक्यूमेंट्री सिंगापुर स्थित प्रोडक्शन हाउस ‘लॉस्ट हेरिटेज प्रोडक्शंस’ और यू.एस.ए स्थित ‘सिखलेंस प्रोडक्शंस’ का संयुक्त उत्पादन है। इसे 9 देशों में 150 से अधिक बहुविश्वास (मल्टी-फेथ) स्थलों में फिल्माया गया है जहां गुरु नानक ने 15वीं शताब्दी में 22 साल की लंबी आध्यात्मिक यात्रा की थी।

डॉक्युमेंट्री के डायरेक्टर व एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर अमरदीप सिंह को नवंबर 2022 में हॉफस्ट्रा यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क द्वारा 8वें द्विवाषिक ‘गुरु नानक इंटरफेथ अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।  इन्होंने एकता के संदेश के उत्पति प्रयासों का नेतृत्व किया है। तिब्बत के परम पावन, 14वें दलाई लामा, तेनज़िन ग्यात्सो, 2008 में इस पुरस्कार से सम्मानित किए गए थे। तब से, केवल आठ व्यक्तियों और संगठनों को यह पुरस्कार दिया गया है।

हॉफस्ट्रा कॉलेज ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइंसेज के एक्टिंग डीन डेनियल सीबोल्ड ने कहा, “फैकल्टी और एडमिनिस्ट्रेटर्स की एक कमेटी ने सर्वसम्मति से 18 नामांकितों में से अमरदीप सिंह को चुना।

सीबोल्ड ने आगे कहा, “विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच सार्वभौमिक भाईचारे की तलाश में गुरु नानक की रुचि के बारे में अमरदीप सिंह और विनिंदर कौर के काम से यूनिवर्सिटी कमेटी बहुत प्रभावित हुई।” सदस्यों ने कई योग्य संगठनों पर विचार किया, जिनका काम बड़े पैमाने पर है, लेकिन तय किया कि श्री सिंह इस पुरस्कार के योग्य पात्र हैं।

अमरदीप ने कहा कि दुनिया को यह समझने की जरूरत है कि गुरु नानक ने अपने अनुभवात्मक ज्ञान को साझा करने और मानव जाति की एकता का प्रचार करने के लिए 22 साल की यात्रा की। इस डॉक्युमेंट्री की सामग्री के बारे में विस्तार से बताते हुए, विनिंदर कौर ने साझा किया कि गुरु नानक के 260 से अधिक सबदों को रागों में महत्वपूर्ण सोच का आह्वान करने के लिए प्रस्तुत किया गया है, जो इस डॉक्युमेंट्री की नींव है।

 इसके अलावा, उप-महाद्वीप के 14 संतों, गुरु नानक के समकालीन और पूर्ववर्तियों के आख्यान, जिनके सबद गुरु ग्रंथ साहिब में निहित हैं, उनको डॉक्यूमेंट्री में प्रस्तुत किया गया है।

सबसे पुरानी ‘जनमसाखियों’ (गुरु नानक की जीवनी) के विश्लेषणात्मक अध्ययन द्वारा सहायता प्राप्त और गुरु नानक के सबदों में अलंकारिक संदेशों द्वारा समर्थित, टीम ने गुरु नानक द्वारा दौरा किए गए भौगोलिक क्षेत्रों में सभी बहुविश्वास स्थलों को अनुसंधान और फिल्माने में तीन साल से अधिक समय बिताया। इसके बाद, 24-एपिसोड की डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए डेटा को संपादित करने में उन्हें दो साल से अधिक का समय लगा।

अमरदीप और विनिंदर के लिए गुरु नानक के पदचिन्हों पर चलने वाला हर पल दार्शनिक रूप से मुक्तिदायक रहा है। इसने उन्हें अपनी स्वयं की सोच को चुनौती देने और विविधता में एकता की सुंदरता को आत्म-निरीक्षण करने के लिए प्रोत्साहित किया।

अमरदीप ने कहा कि हम दुनिया भर में सकारात्मकता और सद्भाव का संदेश फैलाने के लिए समान विचारधारा वाले लोगों के साथ सहयोग करना चाहते हैं। इस अभियान की एक झलक प्रदान करते हुए, अमरदीप ने कहा, “हमने सऊदी अरब में मक्का के रेगिस्तान से तिब्बत में कैलाश पर्वत तक की यात्रा की, अस्थिर अफगानिस्तान के दूर दराज के क्षेत्रों मे खोज की, इराक में चिल-चिलाती गर्मी का अनुभव किया, पाकिस्तान में शुष्क बलूची पहाड़ों को नापा, श्रीलंका में उतरने के लिए हिंद महासागर को पार किया। इतना ही नहीं, हम ईरान में फ़ारसी संस्कृति से भी घुलमिल गए। बांग्लादेश में डेल्टा क्षेत्र को पारकिया और भारत में चारों दिशाओं का भ्रमण किया।”

वर्तमान मे, गुरु नानक की व्यापक यात्राओं के दस्तावेजीकरण के दौरान, भूराजनीतिक और सांस्कृतिक प्रतिबंधों को पराजित करना, अमरदीप और विनिंदर के लिए आसान नहीं था। प्रतिकूलताओं से ना विचलित हो कर, गुरु नानक देव की भावना में दृढ़ता के परिणाम स्वरूप, यह अमूल्य दस्तावेज, आने वाली पीढ़ियों के लिए तैयार किये गये हैं।

सरकार भ्रष्ट अधिकारियों पर जो विश्वास करती है मगर जनता के चुने हुए सरपंचों पर नहीं – बजरंग गर्ग

 पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार  – 01 मार्च :

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सीनियर प्रवक्ता बजरंग गर्ग ने कहा कि पंचायत मंत्री द्वारा बार-बार गलत बयानबाजी से सरपंचों में बड़ी भारी नाराजगी है। यहां तक कि अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में यह कहना कि उनका काम संगठन चलाना है वह संगठन का काम देखे सरकार चलाने का काम हमारा है ऐसे गलत बयानों से यह सिद्ध हो जाता है कि जेजेपी पार्टी में अंदरूनी मतभेद है।

सरकार को सरपंचों से बातचीत करके इस समस्या का तुरंत समाधान निकालना चाहिए। श्री गर्ग ने कहा कि सरकार ने सारे अधिकार अपने पास ही रखने थे तो पंचायत चुनाव कराने की क्या जरूरत थी। सरपंच लगभग तीन महीने से अपने अधिकारों के लिए आंदोलन कर रहे हैं जबकि 2 सालों से गांवों में सारे विकास कार्य रुके हुए हैं क्योंकि सरकार ने 2 साल से पहले पंचायत के चुनाव ही नहीं करवाएं।

बजरंग गर्ग ने कहा कि जिस प्रकार विधायक व लोकसभा सांसद चुनकर आते हैं इसी प्रकार जनता द्वारा गांव के सरपंचों को चुनती है। यह गांव की छोटी सरकार होती है। सरपंच व गांव के वासी मिलजुल कर गांव के विकास करवाते हैं मगर सरकार ने सरपंचों के अधिकार कम करके सिर्फ 2 लाख रुपए तक के काम करवाने का अधिकार देकर गांव वासियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।

गर्ग ने कहा कि पंचायत मंत्री द्वारा सरपंचों को बेईमान कहना बहुत घटिया बयान है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए थोड़ी है। इस बात की क्या गारंटी है कि मंत्री ईमानदार है और सरकारी अधिकारी ईमानदार है। एक भी ऐसा सरकारी विभाग नहीं है जहां पर बिना रिश्वत लिए काम होता हो।

बजरंग गर्ग ने कहा कि आज हजारों सरपंच व गांव वासियों ने पंचकूला में इकट्ठे होकर ई ट्रेडिंग प्रणाली के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया।

एचएयू में आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर में स्वयंसेवकों ने निकाली रैलीजल व पर्यावरण संरक्षण करने का दिया संदेश

  • सांयकालीन में विभिन्न राज्यों से आए स्वयंसेवकों ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 10 मार्च :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा 7 दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 13 राज्यों से आए स्वयंसवेक भाग ले रहे हैं। शिविर के चौथे दिन जलवायु परिवर्तन विषय पर स्वयंसेवकों ने विश्वविद्यालय के गेट नंबर 4 से रैली निकाली। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर काम्बोज ने हरी झंडी दिखाकर रैली की शुरुआत की। यह रैली विश्वविद्यालय के गेट नंबर 4 से शुरू होकर जवाहर नगर मार्केट, सेक्टर 15, मेन राजगढ़ रोड से होते हुए वापिस विश्वविद्यालय पहुंची। इस दौरान युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, राष्ट्रीय सेवा योजना, नई दिल्ली में क्षेत्रीय निदेशक जैंगजिलांग ने भी स्वयंसेवकों का हौंसला बढ़ाया। अलग-अलग राज्यों से आए स्वयंसेवकों ने अपनी वेशभूषा के साथ नृत्य कर संस्कृति, विविधता व अखंडता का परिचय दिया, जोकि आकर्षण का केंद्र रहा।

कुलपति प्रो. बी.आर काम्बोज ने संबोधन में कहा कि समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में स्वयंसेवक हर अहम भूमिका निभा सकते हैं। साथ ही हमें पर्यावरण और जल संरक्षण करने की भी जरूरत है। तभी हम देश की उन्नति में बेहतरीन भागीदारी निभा सकते हैं। इसलिए हमें इन कर्तव्यों का पालन कर अच्छा नागरिक बनाना चाहिए व दूसरों को भी ऐसे कार्यो को करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। रैली के दौरान स्वयंसेवकों ने इससे पहले की हम मिट जाएं-चलो हम ग्लोबल वार्मिंग मिटाएं, प्रकृति का न करें हरण, आओ बचाए पर्यावरण, पर्यावरण बचाओ-जीवन बचाओ, जन जन का है यहीं नारा-पर्यावरण बचाना लक्ष्य हमारा के स्लोग्न के माध्यम से लोगों को पर्यावरण व जल संरक्षण का संदेश दिया।

स्वयंसेवकों को अलग-अलग राज्यों की संस्कृति से जोडऩे के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया, जिसमें मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. बी.आर काम्बोज रहे, जबकि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के पूर्व चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान आंध्र प्रदेश,

चर्तुग्रही योग में किया जाएगा होलिका दहन : आचार्य राममेहर शास्त्री

पवनसैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 01 मार्च :

 ऋषि नगर स्थित विश्वकर्मा मंदिर के पुजारी आचार्य राममेहर शास्त्री ने बताया कि अबकी बार होली 7 मार्च 2023 पूर्णिमा तिथि दिन मंगलवार पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र और सूर्य चंद्र बुध और शनि ग्रह कुंभ राशि में होने से चर्तुग्रही योग में मनाई जाएगी।

 इससे अगले दिन 8 मार्च  बुधवार को रंगों की होली खेली जाएगी यानि कि अगले दिन फाग का त्यौहार मनाया जाएगा  जिसे कई स्थानों पर धुलंडी भी कहते हैं। होली से 8 दिन पहले होलाष्टक लग जाते हैं जो 27  फरवरी से शुरू हो चुके हैं और 7 मार्च होली के दिन समाप्त होंगे। इन दिनों नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा सक्रिय रहती है जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता जैसे भवन निर्माण, गृह प्रवेश विवाह-शादी, मुंडन आदि इसलिए इन दिनों में ज्यादा से ज्यादा ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। अबकी बार होलिका दहन को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। शास्त्रों के अनुसार इस वर्ष फाल्गुन पूर्णिमा पहले दिन 6 मार्च  2023 को ही प्रदोष व्यापिनी है। 7 मार्च को तो वह उत्तरी भारत में प्रदोष को बिल्कुल भी स्पर्श नहीं कर रही। 6 मार्च 2023 ईस्वी को प्रदोष काल जोकि लगभग शाम 6 बजकर 25 मिनट से रात्रि 8 बजकर 55 मिनट तक रहेगा  और भद्रा निश्चिथ अर्धरात्रि से कहीं आगे जाकर अगले दिन प्रात: 5 बजकर 14 मिनट तक समाप्त हो रही है। प्रतिपदा का मान पूर्णिमा के कुल मान से कम होने के कारण पहले दिन 6 मार्च को प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा में भद्रा मुख पूछ का विचार न करके भद्रा में ही होलिका दहन किया जाएगा। शास्त्रों की मानें तो होलिका दहन 6 मार्च सोमवार को होना चाहिए क्योंकि यहां पर सूर्यास्त 6 बजकर 21 मिनट के बाद होगा। लौकिक परंपरागत लोग 7 मार्च को ही होलिका दहन करेंगे क्योंकि हमारी धारणा है कि फाग से पहले दिन होली मनाई जानी चाहिए इसलिए होली 7 मार्च को ही मनाई जाएगी।

       ध्यान रहे भारत के उत्तर पूर्वी प्रदेशों लखनऊ से पूर्व पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी छत्तीसगढ़, उड़ीसा, बंगाल, असम आदि में जहां पर सूर्यास्त 6 बजकर 10 मिनट से पहले होगा, वहां पर होलिका दहन 7 मार्च 2023 को ही किया जाना चाहिए क्योंकि इन पूर्वी प्रदेशों में पूर्णिमा प्रदोष काल को 6 बजकर 10 मिनट बाद स्पर्श कर रही होगी। फाल्गुन मास की पूर्णिमा साल की सभी पूर्णिमाओं में श्रेष्ठ होती है क्योंकि इसी दिन होलिका दहन किया जाता है और होली मिलन समारोह किए जाते हैं। हिंदू धर्म में होली का बहुत  महत्व होता है। हर वर्ष इस दिन का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। शास्त्री ने बताया कि होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। होलिका दहन की पूजा  शुभ मुहूर्त में करनी चाहिए। होलिका दहन सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में किया जाता है।

 फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 6 मार्च शाम 4 बजकर 18 मिनट पर शुरू हो जाएगी। 6 मार्च को ही पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। इसका समापन 7 मार्च को शाम 6:12 पर होगा। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर  31 मिनट से रात्रि 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। होलिका दहन की कुल अवधि 2 घंटे 27 मिनट रहेगी।

रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाकर केन्द्र ने जनता पर नया बोझ डाला : वजीर पूनिया

  • बिना टैक्स बढ़ाए पेश किए गए बजट के असली परिणाम आने शुरू हुए

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 01 मार्च :

वरिष्ठ कांग्रेस नेता वजीर सिंह पूनिया ने केन्द्र सरकार द्वारा घरेलू गैस के दाम बढ़ाए जाने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि बजट में कोई नया कर न लगाने का राग अलापकर वाहवाही बटोरने वाली भाजपा सरकार ने घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 50 रुपये बढ़ाकर महंगाई का तड़का लगा दिया है।

एक बयान में वजीर सिंह पूनिया ने कहा कि बिना कोई टैक्स बढ़ाए पेश किए गए बजट के असली परिणाम सामने आने शुरू हो गए हैं। वास्तव में भाजपा सरकार बजट तो बिना टैक्स का पेश करती है, उसके नाम पर वाहवाही बटोरती है और सरकार समर्थक लोग अपने गले में बंधा पार्टी का ढोल बजाते हैं। अब ऐसे लोगों को अपनी सरकार से भी जवाब मांगना चाहिए कि जिस सरकार की हमने बजट के नाम पर प्रशंसा की थी, उस सरकार ने बजट के कुछ समय बाद ही घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी करके अपनी असलियत दिखा दी। उन्होंने कहा कि केन्द्र के इस कदम से आम जनता का रसोई का बजट बिगड़ेगा और महंगाई की मार पड़ेगी। ऐसे में सरकार को गैस सिलेंडर के दामों में की गई बढ़ोतरी वापिस लेनी चाहिए।

कांग्रेस नेता वजीर सिंह पूनिया ने कहा कि यूपीए शासन के दौरान रसोई गैस सिलेंडर सड़कों पर रखकर प्रदर्शन करने वाले भाजपा के बड़े नेता अब केन्द्र में मंत्री पद पाकर शांत हो गये हैं। जिस समय ये नेता प्रदर्शन करते थे, उस समय रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 450 रुपये थी लेकिन वर्तमान में सिलेंडर की कीमत उस समय से लगभग तीन गुणा हो गई है, फिर भी भाजपा नेताओं को सिलेंडर महंगा नजर नहीं आ रहा। यही नहीं, यूपीए शासन में कभी कभार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने पर हो हल्ला मचाने वालों के शासन में पेट्रोल व डीजल की कीमतें आसमान छू रही है और दाम हर रोज बढ़ रहे हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि पेट्रोल, डीजल के दाम कम किए जाएं और रसोई गैस के मूल्यों में की गई बढ़ोतरी तुरंत वापिस ली जाए।

अखिल भारतीय शांति और एकजुटता संगठन की राष्ट्रीय परिषद की बैठक चंडीगढ़ में 4 से 5 मार्च को ला भवन में

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़, – 01 मार्च :

अखिल भारतीय शान्ति और एकजुटता संगठन एप्सो की राष्ट्रीय परिषद की महत्वपूर्ण बैठक 4 और 5 मार्च को चंडीगढ़ में होगी। बैठक में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में शांति,एकजुटता आंदोलन की भावी रणनीति तैयार की जाएगी।

बैठक में एप्सो का राष्ट्रीय नेतृत्व भागीदारी करेगा,जिसमें देश के सभी राज्यों के लगभग 200 प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक की तैयारी के लिए चंडीगढ़ एप्सो की बैठक बुधवार को हुई। बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर हरबंस सिंह सिद्धू  की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में नेशनल कांफ्रेंस की तैयारियों की समीक्षा की गई , जानकारी दी सतनाम सिंह मीडिया कोऑर्डिनेटर ने व बताया कि मीटिंग में  एडवोकेट हरचन्द बाठ, एडवोकेट जसपाल सिहं दप्पर, एडवोकेट, अमरजीत सिंह लोंगिया, एडवोकेट लवनीत ठाकुर मौजूद रहे।

भा. वि. प. सूरज शाखा की प्रियंका पुनिया ने प्रांत में प्रथम स्थान प्राप्त किया

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 01 मार्च :

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस संभाषण प्रतियोगिता के अवसर पर आयोजित संभाषण प्रतियोगिता में घर एक मंदिर व घर को मंदिर बनाने में महिलाओं की भूमिका पर प्रविष्ठियां प्राप्त की गई। जिनमें भारत विकास परिषद् सूरज शाखा पंचकुला की संस्कार प्रमुख श्रीमती प्रियंका पुनिया प्रांत में प्रथम रही और उनकी प्रविष्टि को क्षेत्रीय स्तर पर अग्रेषित कर दिया गया है।

अपनी प्रविष्टि के माध्यम से उन्होंने महिलाओं की भूमिका के बारे में विस्तार से बताने की कोशिश की जिसमें किस प्रकार महिलाएं आज के समाज में दोहरी भूमिका निभा रही हैं। कामकाज के साथ घर परिवार व एक ग्रहणी का रोल भी पूर्णतया समर्पण के साथ निभा रही हैं। आज के दौर में जब महंगाई इतनी हो गई है कि मध्यम वर्गीय परिवार में अकेले पति की कमाई से घर चलाना असंभव है तो मध्यम वर्ग की महिलाओं ने कामकाज के साथ पारिवारिक परिवेश में सामंजस्य बिठा कर दिखाया है कि महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी है अपने क्षेत्र के कार्य चाहे बिजनेस या नौकरीपेशा,डॉक्टर वकील या किसी प्राइवेट संस्थान पर कार्यशील महिला हो तो नौकरी के साथ की साथ बच्चों के पालन पोषण व खानपान का भी बखूबी ध्यान रख पाती हैं।

सामाजिक परिवेश पूर्णतया बदल चुका है परिवार के हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझ परिवार में अपनी भूमिका अदा करनी है ताकि एक सशक्त समाज का निर्माण हो सके।