कला को संरक्षित करने के लिए प्रसार जरूरी : नागेंद्र शर्मा
डीएवी गल्र्स काॅलेज में हरियाणा लोक कला परिषद के सहयोग से पांच दिवसीय वर्कशाप शुरू
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 27 फरवरी :
महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं वार्षिक जयंती के उपलक्ष्य में हरियाणा कला परिषद अंबाला जोन व डीएवी गल्र्स काॅलेज के उष्मायन एवं रोजगार सृजन सेल, वुमेन स्टडी सेंटर व सांस्कृतिक परिषद के संयुक्त तत्वावधान में पांच दिवसीय लोक कला कार्यशाल का शुभारंभ किया गया। जिसमें छात्राओं को पगडी बांधना, फुलझडी बनाना, पेपर मैसे आर्ट व ज्वैलरी बनाना सिखाया गया। डीएवी मैनेजिंग कमेटी के कोषाध्यक्ष एमसी शर्मा मुख्य अतिथि रहे।
हरियाणा कला परिषद के एडिशनल डायरेक्टर नागेंद्र शमा विशिष्ठ अतिथि रहे। काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम का आयोजन डाॅ विनित, डाॅ गुरशरन कौर व डाॅ मीनू गुलाटी की देखरेख में हुआ। नागेंद्र शर्मा ने कहा कि हरियाणवी लोक कला बहुत समृद्ध है। पूरे विश्व में हरियाणवी लोक कला की अलग पहचान है। कला व संस्कृति को संरक्षित करने के लिहाज से कार्यशाला का आयोजन किया गया है। ताकि युवा पीढी हरियाणवी कला के बारे में जानकारी हासिल कर सकें।
उन्होंने कहा कि अगर किसी देश को खतम करना हो, तो उसकी संस्कृति को नष्ट कर दो। जिससे आने वाली पीढियों को प्राचीन कला व संस्कृति के बारे में पता ही नहीं चल पाएगा। एमसी शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति के मूल को नष्ट करने का कई बार प्रयास किए गए। ऋषि मुनियों ने इस बात को समझा और संस्कृति को बचाने के लिए भरसक प्रयास किए। डाॅ मीनू जैन ने कहा कि बहुत सारी ऐसी हरियाणवीं कलाएं हैं, जिनके बारे में छात्राएं अनभिज्ञ है। वर्कशाप में भाग लेने से छात्राओं को दोहरा फायदा होगा। एक तो वे हरियाणवीं कला से रूबरू होंगी, दूसरा वे वर्कशाप विभिन्न कलाओं के बारे में सीखकर स्वयं का रोजगार सृजन भी कर सकती है।
वर्कशाप के पहले दिन राजकुमार ने छात्राओं को पगडी, सोनिया शर्मा ने फुलझडी, गौरव ने पेपर मैसे आर्ट व सोनिका ने ज्वैलरी मेकिंग की बेसिक जानकारी दी। साथ चीजों को तैयार करके दिखाया। वर्कशाप के अंतिम दिन छात्राओं द्वारा तैयार की गई वस्तुओं की प्रदर्शिनी लगाई जाएगी।