मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार – 22 फरवरी :
फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित कई मरीज़ों के इलाज में दशकों की उत्कृष्टता के साथ मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल, फरीदाबाद अब शहर स्थित सर्वेश हेल्थ सिटी अस्पताल के सहयोग से अपनी विशेष बाल चिकित्सा कार्डियोलॉजी ओपीडी सेवाओं की शुरुआत कर रहा है. आज से शुरू हो रही ओपीडी सेवाएं सर्वेश हेल्थ सिटी अस्पताल, हिसार में हर महीने के तीसरे मंगलवार को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक उपलब्ध रहेंगी, जहां मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल के विशेषज्ञ परामर्श के लिए मौजूद रहेंगे।
मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दिल के मरीज़ों की बढ़ती तादाद, ख़ासकर युवा और बच्चों का ज़िक्र करते हुए बताया कि नई सुविधाओं और वक़्त पर ध्यान देने से कैसे मौत के आंकड़ों को कम किया जा सकता है. लॉन्च इवेंट को मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स, फरीदाबाद के पीडियाट्रिक इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, विभाग के जाने माने डॉक्टर डॉ. मनीष सक्सेना ने संबोधित किया जिनके पास इस क्षेत्र में 17 से अधिक वर्षों का व्यापक अनुभव है।
इस ओपीडी में हार्ट होल (ब्लू बेबी / पिंक बेबी) वाल्व रिप्लेसमेंट और अन्य दिल के मरीज़ों से पीड़ित बच्चों के लिए स्पेशल कंजेनिटल (जन्मजात) हार्ट डिज़ीज़ ओपीडी और बच्चों में हृदय रोगों के उपचार को भी कवर किया जाएगा।
इन सेवाओं की लॉन्चिंग के बाद दिल से जुड़े मरीज़ों को इलाज के लिए दूसरों शहरों में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। चाहे वो किसी भी सामाजिक आर्थिक बैकग्राउंड से संबंध रखते होंपैदाइशी दिल की बीमारियां वो बीमारियां हैं, जो गर्भावस्था के दौरान दिल का सही विकास न होने के कारण होती हैं। लेकिन इसमें ये जानना महत्वपूर्ण है कि ये किसी ख़ास वजह के चलते नहीं होता। ये किसी भी गर्भावस्था के दौरान किसी भी वजह से हो सकता है। इसके अलावा सायनोसिस दिल की बीमारी की एक अन्य वजह हो सकती है, जिसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
डॉ. मनीष सक्सेना ने कहा कि “कई बार माता पिता बच्चे के बढ़े हुए दिल के लिए परेशान हो जाते हैं। बढ़ा हुआ दिल कोई बीमारी नहीं है, बल्कि बीमारी का एक संकेत है। बढ़े हुए दिल की वजह सामान्य भी हो सकती है। वहीं ये ज़िंदगी के लिए ख़तरे की निशानी भी हो सकती है। बच्चों में बढ़े हुए दिल की वजह दिल में छेद हो सकते हैं, जैसे एएसडी, वॉल्वुलर हार्ट डिज़ीज़, एक बीमारी जो जन्मजात या अधिग्रहित हो सकती है। कम रेड ब्लड सैल्स, थायराइड, पलमोनरी हाईपरटेंशन और एमीलॉयडॉसिस जैसी दुर्लभ बीमारियां भी बढ़े हुए दिल की वजह बन सकती हैं।
दिल के बढ़ने की वजह की पहचान के लिए पीडिएट्रिक हार्ट स्पेशलिस्ट को दिखाना जरूरी है। इस तरह हम इस ओपीडी के जरिए लोगों और माता-पिता को पैदाइशी दिल की बीमारी और उनके इलाज के बारे में जागरूक करना चाहते हैं।
सर्वेश हेल्थ सिटी हॉस्पिटल, हिसार के संस्थापक एवं कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. उमेश कालरा ने कहा “हम देश के सबसे बेहतरीन हार्ट सेंटरों में से एक के साथ सहयोग करके बेहद खुश हैं, हम आम आदमी को दिल से जुड़ी सही जानकारी से लैस करने की कोशिश करते हैं और हमारी ओपीडी कंसलटेशन देने और लोगों को स्वस्थ जीवन शैली जीने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
भारत में दिल से जुड़ी बीमारियों की तादाद में खतरनाक तेज़ी देखी जा रही है और इस बीमारी का वैश्विक स्तर पर बढ़ता बोझ चिंताजनक है. बड़े शहरों से दूर मरीजों को इन सेवाओं का लाभ उठाने में मुश्किल होती है और दूर जाकर इलाज करवाने में खर्च ज़्यादा होता है. ये ओपीडी हिसार के लोगों के लिए बहुत सहायक है।” छोटे बच्चों में और नवजात शिशुओं में दिल की बीमारियों की बढ़ती तादाद के लिए इस ओपीडी की लॉन्चिंग एक ख़ास कदम है. मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल, फरीदाबाद की ये कोशिश है कि ऐसे मरीज़ों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से और तेज़ी से पहुंच सकें।