पंचांग, 18 फरवरी 2023

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 18 फरवरी 2023 :

नोटः शनि प्रदोष व्रत है। श्री महाशिवरात्रि व्रत हैं, तथा वसन्त ऋतु प्रारम्भ है।

Shani Pradosh Vrat 2022: संक्रांति के बाद रखें शनि प्रदोष व्रत, शिव जी  होंगे प्रसन्न, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि - Shani Pradosh Vrat 2022 on  saturday 15 january 2022 know
शनि प्रदोष व्रत

शनि प्रदोष व्रत है : प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा प्रदोष काल में की जाती है। आज 18 फरवरी 2023 को शनि प्रदोष व्रत रखा जाएगा। प्रदोष का दिन जब सोमवार को आता है तो उसे सोम प्रदोष कहते हैं, मंगलवार को आने वाले प्रदोष को भौम प्रदोष कहते हैं और जो प्रदोष शनिवार के दिन आता है उसे शनि प्रदोष कहते हैं।

Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर पंचग्रही योग में होगी शिवजी की पूजा,  जानें तिथि, पूजा मुहूर्त व विधि - Mahashivratri 2022 Shiva worshiped in  Panchagrahi Yoga on Mahashivratri know ...
श्री महाशिवरात्रि व्रत

श्री महाशिवरात्रि व्रत : माना जाता है कि महाशिवरात्रि के व्रत की शुरुआत त्रयोदशी से ही हो जाती है और इसी दिन से लोगों को शुद्ध सात्विक आहार लेना शुरू कर देना चाहिए। कुछ लोग तो इसी दिन से व्रत का आरंभ कर देते हैं। इसके बाद चतुर्दशी तिथि को पूजा करके व्रत करने का संकल्‍प लेते हैं।

विक्रमी संवत्ः 2079, शक संवत्ः 1944, मासः फाल्गुन, पक्षः कृष्ण पक्ष, तिथिः त्रयोदशी रात्रि कालः 08.03 तक है, वारः शनिवार। 

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

नक्षत्रः उत्तराषाढ़ा सांयकाल 05.42 तक है, 

योगः व्यातिपात  सांयकाल 07.36 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः कुम्भ, चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्योदयः 07.01, सूर्यास्तः 06.09 बजे।