ब्रिगेडियर चांदपुरी की बहादुरी नौजवानों को देश के लिए अपने आप को कुर्बान करने के लिए प्रेरित करती रहेगी: मुख्यमंत्री  

1971 की जंग के नायक के पैतृक गाँव में लगी प्रतिमा से पर्दा हटाया  
महान शहीदों द्वारा देखे गए सपनों अनुसार समाज सृजन करने के लिए पंजाब सरकार वचनबद्ध  

 भ्रष्टाचार और भ्रष्ट नेताओं के साथ बिल्कुल लिहाज़ न बरतने की नीति दोहराई  


राकेश, शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी द्वारा देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए दिखाई गई बहादुरी नौजवानों को देश की सेवा के लिए स्वयं को कुर्बान करने के लिए प्रेरित करेगी।  
यहाँ ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी की प्रतिमा से पर्दा हटाने के मौके पर एकत्र हुई जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 1971 की भारत-पाक जंग के इस नायक ने पाकिस्तान के विरुद्ध देश की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। भगवंत मान ने कहा कि पंजाबियों ने अपने बलिदान से राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ा योगदान दिया। इसी तरह देश की आज़ादी को बचाने के संघर्ष में भी पंजाबी अनगिनत बलिदानों के साथ अग्रणी रहे हैं।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बहादुर फौजियों ने बहुत अधिक गर्मी और बहुत अधिक सर्दी के बावजूद देश की सरहदों की बहादुरी से रक्षा की है, जिससे लोग अपने घरों में आराम से सो सकें। उन्होंने याद किया कि 1971 में पाकिस्तान ने भारत में दाखि़ल होने के लिए लौंगेवाला को आसान शिकार समझा था क्योंकि वहाँ तैनात ब्रिगेडियर चांदपुरी के पास केवल 120 फौजियों की कंपनी थी। भगवंत मान ने कहा कि हालात भारत के पक्ष में न होने के बावजूद ब्रिगेडियर चांदपुरी द्वारा दिखाई गई बहादुरी के साथ देश जीत की राह पर पहुँच सका।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन महान शहीदों द्वारा देखे गए सपनों का समाज सृजन करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस रास्ते पर चलते हुए 500 आम आदमी क्लीनिकों के द्वारा राज्य के लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया की जा रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि विद्यार्थियों को मानक शिक्षा देने के लिए ‘स्कूल्ज़ ऑफ ऐमिनेंस’ की स्थापना की जा रही है, जिससे सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी कॉन्वेंट स्कूलों में पढऩे वाले अपने साथियों का मुकाबला करने के योग्य हो सकें।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिशों से पंजाब के 87 प्रतिशत घरों को मुफ़्त बिजली आपूर्ति मिल रही है। इसी तरह राज्य के नौजवानों को रोजग़ार देने के लिए कोशिशें की जा रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार अपनी बेमिसाल पहलों के द्वारा पंजाब की पुरातन शान बहाल करनी सुनिश्चित बनाएगी।  
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खि़लाफ़ कोई लिहाज़ न बरतने की नीति अपनाई हुई है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने सार्वजनिक फंड्स का दुरूपयोग किया है, उनको अपने गुनाहों की सज़ा भुगतनी पड़ेगी। भगवंत मान ने कहा कि कई भ्रष्ट नेताओं को पहले ही जेलों की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया है और ऐसे घृणित अपराध के बाकी दोषी भी क्षमा नहीं किए जाएंगे।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचारी चाहे सत्ताधारी पार्टी से सम्बन्धित हों या अन्य पार्टी से उसके साथ कोई लिहाज़ नहीं बरता जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। भगवंत मान ने इस नेक कार्य के लिए आम लोगों को सरकार का सहयोग करने का भी न्योता दिया।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे महान गुरू साहिबानों ने हमें बेइन्साफ़ी, ज़ुल्म और दमन के खि़लाफ़ आवाज़ बुलंद करने का रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि पंजाबी भाग्यशाली हैं, जिन्होंने मेहनत और समर्पित भावना के साथ हरेक क्षेत्र में सफलता हासिल की। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब के हरेक क्षेत्र में व्यापक विकास देखने को मिलेगा।  
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि इलाके के किसानों की सुविधा के लिए कंडी नहर को जल्द ही चालू किया जाएगा। भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने बीते दिनों तेलंगाना में सिंचाई व्यवस्था का भी जायज़ा लिया था, जो वहाँ के राज्य के लिए बहुत लाभकारी साबित हुआ। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में ख़ासकर कंडी क्षेत्र में तेलंगाना मॉडल को यहाँ लागू करने की संभावनाएँ तलाश रही है। मुख्यमंत्री ने गाँव-वासियों की माँग को स्वीकार करते हुए डल्लेवाल से चांदपुर रुडक़ी सडक़ को 18 फूट सडक़ के तौर पर अपग्रेड करने का ऐलान भी किया।  
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के कल्याण के लिए फंडों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास और लोगों के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए खज़ाने की कोई कमी नहीं है। भगवंत मान ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे पहले की सरकारें खाली खज़ाने की दुहाई देती आई हैं, जिससे अपनी मनपसंद कंपनियों को लाभ दिए जा सकें।  
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न शख़्िसयतों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ऐतिहासिक गुरुद्वारा बाबा गुरदित्ता जी में भी नतमस्तक हुए।  
मुख्यमंत्री ने ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी के नाम पर बने पार्क का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री म्युजिय़म में भी गए, जहाँ लौंगेवाला जंग की शौर्यगाथा और ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी की दुर्लभ तस्वीरों को दिखाया गया है।  
इस मौके पर राज्य सभा मैंबर राघव चड्ढा, कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, विधान सभा के डिप्टी स्पीकर जय कृष्ण रोड़ी और अन्य शख़्िसयतें उपस्थित थीं।

लोगों को सस्ती रेत मुहैया करवाने की मुख्यमंत्री की जन हितैषी पहलकदमी जारी, 17 नयी सार्वजनिक रेत खदानें लोगों को की समर्पित

ऐसी 150 सार्वजनिक रेत खदानें जल्द ही चालू होंगी

सार्वजनिक खदानों में से अब तक 61580 मीट्रिक टन रेत लोगों ने इस्तेमाल की

राज्य में रेत माफिया पैदा करने और इसको संरक्षण देने के लिए अकाली दल की आलोचना की

बिक्रम मजीठिया को इस मसले पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं : मुख्यमंत्री

लंबे समय से रोक रखी सिट और कमिशनों की सभी रिपोर्टें जल्द सार्वजनिक करने का किया ऐलान

केंद्र सरकार द्वारा चुने हुये व्यक्ति की जगह राज्य के लोगों को जवाबदेह होने की बात दोहराई

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : एक बड़ी जन हितैषी पहलकदमी के अंतर्गत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को ऐलान किया कि पिट हैड से 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट रेत की सप्लाई यकीनी बनाने के लिए जल्द ही 150 सार्वजनिक रेत खदानें लोगों को समर्पित की जाएंगी।

यहाँ 17 और सार्वजनिक खदानें लोगों को समर्पित करने के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 14 जिलों में 33 रेत खदानें लोगों को समर्पित की गई हैं और राज्य सरकार लोगों की सुविधा के लिए जल्द 150 सार्वजनिक रेत खदानें चालू करेगी। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले छह जिलों की 16 सार्वजनिक रेत खदानें चलाईं गई थीं और आज आठ जिलों की 17 और सार्वजनिक खदानें लोगों को समर्पित की जा रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि अब तक इन सार्वजनिक खदानों में से 61,580 मीट्रिक टन रेत लोगों ने इस्तेमाल कर ली है। उन्होंने कहा कि इससे बहुत से नौजवानों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रोज़गार मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को सस्ती दरों पर रेत की सप्लाई यकीनी बनाने के लिए राज्य सरकार, रेत माफिये का ख़ात्मा करेगी। भगवंत मान ने कहा कि अब इन सार्वजनिक खदानों से सिर्फ़ 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट रेत मिलेगा, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन सार्वजनिक खदानों से सिर्फ़ मज़दूरों के द्वारा रेत की भराई की इजाज़त होगी और मशीन के द्वारा रेत की खुदाई की आज्ञा नहीं होगी।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि इन सार्वजनिक खदानों से किसी भी माइनिंग ठेकेदार को अपना काम चलाने की मंज़ूरी नहीं दी जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि इन सार्वजनिक माइनिंग खदानों में से निकलने वाली रेत सिर्फ़ ग़ैर कमर्शियल प्रोजेक्टों के निर्माण में इस्तेमाल के लिए ही बेची जायेगी। उन्होंने कहा कि रेत की बिक्री सिर्फ़ सूरज छिपने तक होगी और हरेक सार्वजनिक माइनिंग खदान में से रेत की खुदाई को समयबद्ध करने के लिए एक सरकारी अधिकारी हमेशा उपस्थित रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक मोबाइल एप बनाई है, जो लोगों को सार्वजनिक माइनिंग साईटों की पूरी जानकारी देगी और आनलाइन भुगतान की सुविधा प्रदान करेगी। भगवंत मान ने कहा कि इससे लोगों को सस्ती रेत की सप्लाई यकीनी बनेगी और ठेकेदारों और ट्रांसपोर्टरों की तरफ से जाती लूट को रोका जायेगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि अब देश भर में से पंजाब के लोगों को सबसे कम दरों पर रेत उपलब्ध हो रही है।

राज्य में रेत माफिया को जन्म देने और उसको संरक्षण देने के लिए अकाली दल को आड़े हाथों लेते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया को इस मुद्दे पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं। उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि अकालियों की अपने लंबे कुशासन के दौरान राज्य को लूटने वाले हर माफिये के साथ सांठगांठ थी। उन्होंने कहा कि मजीठिया के दाएं-बाएं बैठे दिखाई देने वालों के हाथ पंजाबियों पर ज़ुल्म के साथ रंगे हुए हैं। भगवंत मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हैरानी की बात है कि वह मजीठिया, जिसकी पार्टी ने यह सारी गड़बड़ की, जिससे आज पूरा पंजाब दुखी है, सिर्फ़ मीडिया के मुख्य समाचार बटोरने के लिए ऐसे सवाल पूछ रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मजीठिया को एक बात याद रखनी चाहिए कि उनकी सरकार अपने कार्यकाल की तरह भाई-भतीजावाद में शामिल होने की बजाय पूरी तरह निर्धारित नियमों और कानूनों पर चल रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी दाग़ी व्यक्ति को किसी भी स्रोत से ग़ैर-कानूनी ढंग से पैसा इकट्ठा करने की इजाज़त नहीं दी जायेगी। भगवंत मान ने तंज़ कसा कि पंजाबियों की तरफ से बुरे कामों के कारण नकारे गए इन लोगों को राज्य सरकार के जन हितैषी प्रयास हज़म नहीं हो रहे, जिस कारण वह ऐसे भद्दे हत्थकंडे अपना रहे हैं।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यह ऐलान भी किया कि लंबे समय से लटक रही विशेष जांच टीम ( एस. आई. टी) और कमिशनों की सभी रिपोर्टें जल्द ही सार्वजनिक की जाएंगी और लोगों को लूटने वाले और अपने अधिकारों का दुरुपयोग करने वाले किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को लूटने वाले हर व्यक्ति को बेनकाब करके कानून के कटघरे में खड़ा किया जायेगा।

एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन करोड़ लोगों ने उनको राज्य की सेवा के लिए चुना है। भारत के संविधान अनुसार वह राज्य की जनता को जवाबदेह हैं, न कि केंद्र सरकार की तरफ से चुने गए किसी व्यक्ति को। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के लोगों की भलाई और खुशहाली के लिए हर फ़ैसला लेगी।

इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और राज्य सभा मैंबर राघव चड्ढा भी मौजूद थे।

हरजोत सिंह बैंस द्वारा सरकारी स्कूलों में दाखि़ला मुहिम-2023 का आग़ाज़

सरकारी स्कूलों की शान बहाल करने के लिए कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे : शिक्षा मंत्री

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने आज यहाँ दाखि़ला मुहिम-2023 का आग़ाज़ किया। इस मुहिम का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का दाखि़ला बढ़ाना है।

इस सम्बन्धी करवायी गयी शिक्षा अधिकारियों की एक दिवसीय ओरिएंटेशन वर्कशॉप को संबोधन करते हुये स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों की शान बहाल करने के लिए कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।

स. बैंस ने कहा कि हमारा मकसद सिर्फ़ सरकारी स्कूलों में दाखि़ला बढ़ाना ही नहीं बल्कि हर विद्यार्थी का अगली कक्षा में दाखि़ला यकीनी बनाना भी है। उन्होंने कहा कि लम्बी ग़ैर हाज़िरी के कारण स्कूल छोड़ने और विशेष ज़रूरतों वाले विद्यार्थियों के लिए विभागीय अधिकारी विशेष प्रयास करें।

’बेहतर अनुभव विद्या मियारी, मान पंजाब दा स्कूल सरकारी’ के नारे को साकार करने की हिदायत देते हुये उन्होंने कहा कि पंजाब की स्कूल शिक्षा के मानक को ऊँचा उठाने के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है जिसके अंतर्गत 31 मार्च तक हर स्कूल में विद्यार्थियों के बैठने के लिए बैच मुहैया करवाए जाएंगे और धार्मिक स्थानों में चलते स्कूलों को अलग इमारतों में तबदील किया जायेगा।

शिक्षा मंत्री स. बैंस ने शिक्षा विभाग में से रिश्वतखोरी के कलंक को सदा के लिए ख़त्म करने के बारे बोलते हुये कहा कि विभाग में यदि कोई मुलाज़िम ऐसा करेगा तो उसके खि़लाफ़ सख़्त कार्यवाही होगी।

उन्होंने ज़िला और ब्लॉक अधिकारियों को कहा कि वे अपने अधीन आने वाले अमले पर पैनी नज़र रखें। स. बैंस ने कहा कि विभाग में काम सभ्याचार का विकास होगा जिसमें मेहनती अध्यापकों और अधिकारियों को बनता मान-सम्मान दिया जायेगा।

इस ओरिएंटेशन वर्कशॉप के दौरान प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा जसप्रीत तलवार, डायरैक्टर एससीईआरटी पंजाब डॉ. मनिन्दर सिंह सरकारिया, सहायक डायरैक्टर शंकर चौधरी के अलावा दूसरे वक्ताओं ने अलग-अलग विषयों पर पेशकारियां दीं।

19 फरवरी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर होगा ‘मंथन’: कुलभूषण शर्मा

देश-प्रदेश के शिक्षाविद्व और सरकारी अधिकारी करेंगे नीति पर मंथन

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के स्तर को ज्यादा बेहत्तर और प्रभावी किस तरह से किया जा सकता है, इस विषय पर 19 फरवरी को राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा नीति पर मंथन किया जाएगा। जिसका आयोजन निसा (नेशनल इंडीपेंडेंट स्कूल एलाइंस) द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए निसा के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन पंचकूला सेक्टर-05 स्थित इंद्रधनुष ऑडोटोरियम में किया जा रहा है। जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर पाल उपस्थित रहेंगे। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर हरियाणा सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव महावीर सिंह और निदेशक सेकेंडरी डॉ. अंशज सिंह भी मौजूद रहेंगे। कुलभूषण शर्मा ने बताया कि मंथन कार्यक्रम में देश और विदेश के शिक्षाविद्व मौजूद होंगे। जिसमें प्रमुख तौर पर एनसीआरटी के निदेशक प्रो. दिनेश सकलानी, यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के प्रो. गीता गांधी किगडन, फाउंडर प्रेसीडेंट सेंट्रल फॉर सिविल सोसाइटी पार्थ शाह, देवी संस्था की संस्थापक सुनीता गांधी, इग्नू के प्रो. अजय कुमार सिंह भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा पदमश्री भरत भूषण त्यागी, अर्जुना आवार्डी और बिलियर्ड के चैंपियन गीत सेठी, फिक्की के सदस्य मनित जैन, समेत देश और प्रदेश के शिक्षाविद्व भाग लेंगे। इस दौरान निसा नेट आेलंपियाड राष्ट्रीय के विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा व्यवस्था को ज्यादा बेहतर करने के लिए शिक्षाविद्व गहन मंथन करके अपने-अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। शर्मा का कहना है कि निसा का लक्ष्य है कि प्रदेश और देश की शिक्षा व्यवस्था को लगातार बेहतर बनाना और राष्ट्रीय शिक्षा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उंचे मुकाम पर पहुंचाना है।

वीरेश शांडिल्य के दफ्तर पर हमला उनकी हत्या की साज़िश, केंद्र एवं राज्य सरकार सुरक्षा में ना बरते ढील : पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन

  • पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा : वीरेश शांडिल्य हरियाणा में एक मात्र एक व्यकित हैं जो आतंकवादियो व खालिस्तानियों को खुले आम ललकार रहे, केंद्र व राज्य सरकार शांडिल्य को जैड सुरक्षा दें
  • पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल को आतंकवादियो ने 2 बार आरडीएक्स मारने की साजिश रची: चंद्रमोहन
  • अगर सरकार व पुलिस गंभीर ना हुई तो करूँगा अमित शाह, खट्टर व विज से मुलाकात : चंद्रमोहन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अंबाला – 17 फरवरी :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य जो पंजाब सहित पूरे देश मे आतंकवाद व खालिस्तानी मुहिम के खिलाफ लड़ रहे हैं और खालिस्तानी मुहिम के लिए हरियाणा में एक मात्र वीरेश शांडिल्य लड़ रहे हैं और उनकी हत्या की साजिश रचने की मंशा से जो उन पर हमला हुआ व बहुत गंभीर विषय है। उपरोक्त शब्द हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम एव पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बेटे चंद्रमोहन ने आज वीरेश शांडिल्य के निवास पर कहे। इस मौके पर उनके साथ ओम शुक्ला व एडवोकेट पुनीत कपूर भी थे।

पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन पहले घटना स्थल पर गए और घटना के सीसीटीवी कैमरे देख हैरान हुए की नकाबपोश हमलावर शांडिल्य की हत्या के लिए ही आये थे। उन्होंने कहा उनके पिता पूर्व सीएम भजन लाल जब सीएम थे पंजाब में आतकवाद चरम सीमा पर था और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सहित बेअंत सिंह के साथ मिलकर आतंकवाद का सफाया किया जिस कारण भजन लाल को बब्बर खालसा के आतंकवादियों ने अमेरिका में भी मारने की साज़िश रची और यही नही दो बार भजन लाल पर आरडीएक्स लगाकर उन्हें मारने की साजिश रची एक बार तो अम्बला – हिसार रोड पर मटेडी के समीप भजन लाल के ऊपर आरडीएक्स लगाकर उड़ाने की साजिश रची थी जिस पर अंबाला सदर थाना में मामला भी दर्ज हुआ था चंद्रमोहन ने कहा आतंकवादियों के खिलाफ बोलना कोई आसान बात नही है और हरियाणा जो भगवान कृष्ण की धरती है वहाँ से अकेले खुले आम खलिस्तान की मुहिम को वीरेश शांडिल्य ललकार रहे है जिस कारण उन्हें खालिस्तानी समर्थक, आतंकी संगठन बब्बर खालसा के समर्थक , खालिस्तानी की मुहिम चलाने वाले अमृतपाल के समर्थक मौत के घाट उतारना चाहते है इस बात को केंद्र व राज्य सरकार गंभीरता से ले और वीरेश शांडिल्य इसे पहले पंजाब हरियाणा दिल्ली व अन्य राज्यों में खलिस्तानि व आतंकवादियों का निवाला बन जाये उससे पहले शांडिल्य को जैड कैटगिरी की सुरक्षा सरकार को देनी चाहिए।

पूर्व डिप्टी सीएम चन्द्रमोहन ने कहा कि यदि सरकार ने शांडिल्य की सुरक्षा को लेकर गभीरता न दिखाई तो वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व गृहमन्त्री अनिल विज को पत्र भी लिखेंगे व उनको मिल कर शांडिल्य व उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व गृह मंत्री अनिल विज बताएँ कि वीरेश शांडिल्य के अलावा हरियाणा में कौन खालिस्तान की मुहिम के खिलाफ खुले आम बोल रहा है ।

जलवायु परिवर्तन व कृषि एक दूसरे को प्रभावित कर रहे हैं: प्रो. रमेश चंद

– हकृवि में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ

हिसार/पवन सैनी

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में ‘‘जलवायु परिवर्तन के दौर में कृषि से खाद्य सुरक्षा और स्थिरता’’ विषय पर 3 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद मुख्य अतिथि थे व नेशनल एग्रीकल्चरल हायर एजुकेशन प्रोजेक्ट (एन.ए.एच.ई.पी) के राष्ट्रीय को-ओर्डिनेटर डॉ. पी. रामासुंदरम, विशिष्ट अतिथि जबकि सम्मेलन की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने की।  मुख्य अतिथि प्रो. रमेश चंद ने संबोधन में कहा कि जलवायु परिवर्तन न केवल कृषि क्षेत्र को बल्कि हर घर के बजट को प्रभावित कर रहा है। देश की बढ़ती जनसंख्या जो ज्यादातर कृषि पर निर्भर है, के लिए जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव चिंतनीय हो सकते हैं। पिछले 100 वर्षों में भारत के औसत तापमान में करीब 0.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रिकार्ड की गई है। तापमान बढऩे, बरसाती दिनों की संख्या में कमी व घटतेे जल स्तर के कारण धान-गेंहू फसल चक्र की पैदावार में 4.5 से 9 प्रतिशत तक की कमी हो रही है। जलवायु परिवर्तन से हो रहे दुष्प्रभावों से निपटने के लिए न केवल पॉलिसी प्लानर बल्कि कृषकों व आम जनता को भी सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कृषि क्षेत्र में होने वाले दुष्प्रभावों से संबंधित मुख्य बिन्दु बताए:1. जलवायु परिवर्तन व कृषि दोनों एक दूसरे से जुड़े है। जहां एक ओर जलवायु परिवर्तन कृषि को प्रभावित कर रहा है वहीं कृषि की प्रणालियां भी जलवायु को प्रभावित कर रही हैं।2. कृषि क्षेत्र में उपयुक्त फसल, किस्म का चुनाव व कृषि पद्धतियों का सही इस्तेमाल जलवायु परिवर्तन से निपटने में बेहतर भूमिका निभा सकता है।3. कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायक हो सकता है जैसे धान की पराली का प्रबंधन, मिल्लेट फसलों की खेती व संरक्षण खेती की तकनीक का इस्तेमाल।4. कृषि में होने वाला निवेश जलवायु को प्रभावित करता है।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन वैज्ञानिकों, व शोधार्थियों को सीखने व अनुभव साझा करने के लिए मंच प्रदान करेगा : डॉ. वी. रामासुन्दरमसम्मेलन के वशिष्ट अतिथि डॉ. वी. रामासुन्दरम ने बदलते जलवायु पर चर्चा करते हुए बताया कि जलवायु परिवर्तन के परिवेश में छोटी जोत वाले किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए खाद्यान्न एवं पोषण की सुरक्षा व स्थिरता को बनाए रखना जरूरी है। कृषि आधारित प्रबंधन तकनीक  जैसे कि जीरों टिलेज, धान की सीधी बिजाई, जलवायु परिवर्तन के प्रति सहनशील किस्मों को अपनाकर, फसल विविधिकरण, पोषक तत्व प्रबंधन, लेजर लेवलींग और सूक्षम सिंचाई को अपनाकर, गुणवत्तापूर्ण बीज की व्यवस्था व पशुधन के लिए चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चारा बैंकों की स्थापना जरूरी है। हरियाणा का पूरे भारत में खाद्यान उत्पादन में दूसरा स्थान है। प्रदेश में 1.93 लाख छोटे व मध्यम वर्गीय किसान जलवायु परिवर्तन के कारण प्रभावित हुए है। यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिकोंं व शोधार्थियों को आपस में जोडऩे, सीखने व अनुभव साझा करने के लिए मंच प्रदान करेगा।हमारा लक्ष्य कम लागत में कृषि का उत्पादन बढ़ाना व युवाओं को कृषि व्यवसाय की तरफ आकर्षित करना: प्रो. बी. आर काम्बोजविश्वविद्यालय के कुलपति व सम्मेलन के संरक्षक प्रो. बी. आर काम्बोज ने बताया कि भारत की जनसंख्या के काम का 54.6 प्रतिशत हिस्सा कृषि से जुड़ा हुआ है। कृषि का भारत की कुल जीडीपी में 19.9 प्रतिशत योगदान है। वर्तमान में भारत में कृषि-खाद्यान से जुड़ी हुई योजनाओं के सामने दो चुनौतियां है। पहली कम लागत में कृषि का उत्पादन बढ़ाना व दूसरा युवाओं को कृषि व्यवसाय की तरफ आकर्षित करना है। उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन किसानों व वैज्ञानिकों के लिए एक चिंता का विषय बन गया है। जलवायु परिवर्तन अब ग्लोबल वार्मिंग तक सीमित नही रहा, इसके मौसम में आने वाले अप्रत्याशित बदलाव जैसे आंधी, तूफान, सूखापन, बाढ़ इत्यादि शामिल है। असमय तापमान का बढऩा कृषि उत्पादन में प्रभाव डालता है। इसलिए जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से  निपटने के लिए अनुकूल रणनीतियों जैसे कि बढ़ते तापमान व सूखापन के अनुकूल किस्में, मिट्टी की नमी का संरक्षण, पानी की उपलब्धता, रोग-रहित किस्में, फसल विविधिकरण, मौसम का भविष्य आकंलन, टिकाऊ फसल उत्पादन प्रबंधन को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय वैज्ञानिकी व नई तकनीकों से कृषि उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रतिबध है। इससे पूर्व मुख्यातिथि द्वारा कृषि संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया।इस सम्मेलन में डॉ. एसके पाहुजा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। मंच पर उपस्थित जर्मनी से प्रो. एंड्रयू बॉर्नर, कनाडा से प्रो. रविंद्र छिब्बर ने भी व्याख्यान दिए। इस अवसर पर सम्मलेन में प्रस्तुत होने वाले शोध पत्रों की पुस्तिका, अनुसंधान पुस्तिका व ‘कृषि महाविद्यालय-एक नजर मे’ं, पुस्तिका का भी विमोचन किया। अंत में स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ. केडी शर्मा ने उपस्थित अतिथिगणों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

हुड्डा ने कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन को लेकर गठित ‘किसान एंव कृषि’ समूह की ली बैठक

कृषि को लाभकारी बनाना और किसानों की स्थिति सुधारना कांग्रेस का मकसद- हुड्डा

विधानसभा के बजट सत्र में जनता के मुद्दे उठाने के लिए कांग्रेस पूरी तरह तैयार- हुड्डा

लोहारू में दो शव मिलने के मामले में निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई करे सरकार- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 17 फरवरी :

बीजेपी की नीतियों ने कृषि को घाटे का सौदा बना दिया है। इसलिए कृषि को लाभकारी व्यवसाय बनाने और किसानों की स्थिति सुधारने के लिए कांग्रेस एक मसौदा तैयार कर रही है। यह जानकारी दी है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने। हुड्डा को 24 से 26 फरवरी तक रायपुर में होने वाले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 85वें प्लेनरी अधिवेशन के लिए ‘किसान एवं कृषि’ विषय पर गठित समूह का प्रमुख बनाया गया है। हुड्डा ने आज दिल्ली स्थित कांग्रेस वार रूम में इस समूह के सदस्यों की बैठक ली। बैठक के दौरान सभी सदस्यों से अधिवेशन में ‘किसान एवं कृषि’ विषय पर प्रस्तुत होने वाले मसौदे पर सुझाव मांगे गए और उन पर विस्तार से चर्चा हुई।

इससे पहले राजस्थान में हुए कांग्रेस के नव-संकल्प शिविर में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में बनाई गई कमेटी द्वारा प्रस्तुत मसौदे में कई सुझाव दिए गए थे। इसमें किसानों को एमएसपी की गारंटी देना, सी2 फार्मूले के तहत एमएसपी का निर्धारण करना, किसानों को कर्ज से मुक्ति दिलाना और कृषि को इंडस्ट्री की तरह बैंकिंग रियायतें देने जैसे प्रस्ताव शामिल थे। मसौदे को तैयार करने के लिए तमाम किसान नेताओं और कृषि विशेषज्ञों से विस्तृत चर्चा की गई थी।

आज बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदन में जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार से उनपर जवाब मांगा जाएगा। इससे पहले 19 तारीख को कांग्रेस विधायक दल की एक बार फिर बैठक होगी।

भिवानी के लोहारू में जली अवस्था में 2 लोगों के शव मिलने के मामले को हुड्डा ने बेहद गंभीर करार दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना से एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की चीज नहीं है। सरकार को मामले का संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।

सैनी सभा का प्रेरणा दिवस समारोह 19 फरवरी को : प्रवीन सैनी

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, बरवाला – 17 फरवरी :

सैनी सभा बरवाला और महाराजा शूरसेन सैनी वेलफेयर सोसायटी द्वारा सामाजिक क्रांति के अग्रदूत महात्मा ज्योतिबा फुले एवं देश की प्रथम शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में 19 फरवरी रविवार को प्रेरणा समारोह का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए सैनी सभा बरवाला के प्रधान प्रवीन सैनी ने बताया कि प्रेरणा समारोह 19 फरवरी को प्रात: 10 बजे बनभौरी रोड स्थित सैनी धर्मशाला में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समारोह में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा मुख्य वक्ता होंगे तथा हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह मुख्यातिथि होंगे। समारोह की अध्यक्षता कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सैनी करेंगे।

उन्होंने बताया कि समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, बरवाला के विधायक जोगीराम सिहाग, आदमपुर के विधायक भव्य बिश्रोई, पूर्व सांसद कैलाशो सैनी, ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलबाग सैनी, समाज सेवी बहादुर सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे।उन्होंने बताया कि समारोह में सर्व समाज के लोग महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्री बाई फुले जयंती पर नमन करेंगे।

उन्होंने बताया कि सभी अतिथिगण महापुरुषों के जीवन और उनके द्वारा समाज के उत्थान के लिए किए गए संघर्ष पर प्रकाश डालेंगे, ताकि आज की युवा पीढ़ी को उनके जीवन व संघर्ष के बारे में जागरूक किया जा सके और युवा पीढ़ी उनके दिखाए रास्ते पर समाज को सही दिशा में आगे बढ़ाने का काम कर सके।उन्होंने बताया कि समारोह में महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्रीबाई फुले के संघर्ष भरे जीवन पर मंचन भी किया जाएगा।

उन्होंने सैनी समाज सहित सर्व समाज के लोगों से इस समारोह में बढ़चढ़कर भागीदारी करने का आह्वान किया।

भोजपुरी फिल्म स्टार सुदीप पाण्डेय को अपने परिसर में बंद करने के आरोप में प्राथमिता दर्ज

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, मुंबई/नवी मुंबई – 17 फरवरी :

फिल्म स्टार सुदीप पाण्डेय का पुनीत चेम्बर्स परिसर सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा 08/02/2023 को बंधक बना लिया गया और समिति के सदस्यों के आदेशानुसार चौकीदार शिवम पाण्डेय ने उन्हें 4 घंटे के लिए अपने कार्यालय में बंद कर दिया। दरवाजा तब खुला जब मीडिया और पुलिस अभिनेता की मदद के लिए आई। इससे पहले पूर्व चेयरमैन विनोद नायर और मैनेजर विजय मेनन के खिलाफ कथित तौर पर अभिनेता से पैसे ऐंठने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

इसकी अनियमितताओं के कारण समाज का विघटन हुआ और पदाधिकारियों ने बाद में स्वीकार किया कि विनोद नायर ने झूठ बोला और उन्हें गुमराह किया और धोखे से अभिनेता के खिलाफ उनके हस्ताक्षर प्राप्त किए। नए अध्यक्ष संजय रुइया और प्रबंधक विजय मेनन ने अभिनेता को धमकी दी और उन्हें अपने कार्यालय में बंद कर दिया।

अभिनेता को पुलिस और मीडिया को बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसने अभिनेता को समिति के सदस्यों द्वारा बंधक बना लिया।अभिनेता का कहना है कि उन्हें अपनी जान का डर था लेकिन महाराष्ट्र पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उन्हें बचाया और प्राथमिता संख्या 0066/2023 दर्ज की।

नीति निर्माताओं और उद्योगपतियों के बीच की खाई को पाटने के तरीके बताए डॉ. उर्वशी शर्मा ने 

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चण्डीगढ़ – 17 फरवरी :

                        पीजीजीसी-46  के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग और वाणिज्य विभाग की ओर से कॉलेज डेवलपमेंट काउंसिल, पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ द्वारा प्रायोजित कॉरपोरेट सेक्टर और बिजनेस मैनेजमेंट में बदलते प्रतिमान विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। 

                        दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के विभाग की प्रोफेसर डॉ. उर्वशी शर्मा मुख्य अतिथि थीं और रविंदर सिंह, सेवानिवृत्त सीईओ, अरब आयरन एंड स्टील कॉर्पोरेशन, यमन गणराज्य, सम्मानित अतिथि थे। डॉ. निशी शर्मा, प्रोफेसर, यूआईएएमएस, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ मुख्य वक्ता ने नवाचार के लिए परिवर्तन और डोमेन के विभिन्न प्रतिमानों को समझाया, जिसमें विपणन, वित्त, मानव संसाधन और संचालन जैसे सभी क्षेत्रों में परिवर्तन शामिल है। उन्होंने कहा कि बदलाव को प्रबंधित करने के लिए फोकस क्षेत्रों में एक दृष्टि रखना, लचीला होना, तार्किक तर्क देना, संगठनात्मक कौशल का निर्माण करना और पर्यावरण के अनुकूल होना है। डॉ. उर्वशी ने नीति निर्माताओं और उद्योग के बीच की खाई को पाटने के तरीके बताए।

                        रविंदर सिंह ने कहा कि आसपास के क्षेत्र में अनबाउंड विकास हुआ है, जिसे अंतर को कम करने के लिए खोजा जाना चाहिए। सम्मेलन के दौरान संकाय सदस्यों और छात्रों द्वारा सम्मेलन के विभिन्न उप विषयों पर कुल 32 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ उर्वशी शर्मा और सह-अध्यक्षता डॉ सोहनलाल ने की, दूसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ संजीव शर्मा और सह-अध्यक्षता डॉ मनजिंदर सिंह ने की और तीसरे तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ तनुजा तलवार और सह-अध्यक्ष सीए मस्तान सिंह चंब्याल ने की।डॉ. योजना रावत, निदेशक, अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ समापन सत्र में मुख्य अतिथि थे और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।

                        इस अवसर पर कॉलेज के डीन डॉ. राजेश कुमार, वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने आयोजन सचिव डॉ. मुकेश चौहान और कॉन्फ्रेंस की कोऑर्डिनेटर डॉ. सुरिंदर कौर को बधाई दी।