राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि अब उद्योगपतियों को परेशान करने का दौर ख़त्म हो चुका है और राज्य सरकार अब औद्योगिक क्षेत्र के सहयोगी के तौर पर काम करेगी।
यहाँ सोमवार को प्रसिद्ध कारोबारियों के साथ विचार-विमर्श सैशन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते समय की तरह अब कोई भी उद्योगपतियों को तंग-परेशान नहीं करेगा, बल्कि राज्य सरकार उद्योग की तरक्की और विकास के लिए हर संभव कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योग की सुविधा के लिए पहले ही सिंगल विंडो प्रणाली शुरू करके अपने तरफ से सहयोग की कोशिशें शुरू कर दीं हैं। भगवंत मान ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र का व्यापक विकास यकीनी बनाने के लिए सिंगल विंडो प्रणाली को पूरे उत्साह के साथ लागू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में मौजूदा औद्योगिक इकाईयों की सुरक्षा, तरक्की और विस्तार के लिए सार्थक कोशिशें करेगी। उन्होंने कहा कि कारोबारियों ने देश के सामाजिक- आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। भगवंत मान ने कहा कि इन उद्योगपतियों ने दुनिया भर में अपने लिए अलग स्थान बनाया है और राज्य सरकार उनके हितों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए हर कोशिश करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा औद्योगिक इकाईयों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अन्य उद्योगों का मुकाबला करने के योग्य बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने आगे कहा कि राज्य भर में ऐसे विचार-विमर्श सैशन करवाने का मुख्य मकसद मोहाली में 23 और 24 फरवरी को हो रहे प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन में स्थानीय उद्योगों की अधिक से अधिक शिरकत यकीनी बनाना है। भगवंत मान ने कहा कि विश्व को राज्य की व्यापक क्षमता दिखाने के लिए स्थानीय उद्योगों की भागीदारी समय की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि दुनिया भर में पंजाब को औद्योगिक हब के तौर पर उभारने के लिए स्थानीय उद्योगों को राज्य का ब्रांड अम्बैसडर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब में उद्योग के लिए बहुत अनुकूल माहौल मुहैया किया है। भगवंत मान ने कहा कि पंजाबी जन्म से ही उद्यमी स्वभाव के हैं और हम सभी को पंजाब को औद्योगिक विकास के शीर्ष स्तर पर पहुंचाने के लिए कोशिशें करनी चाहिएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी उद्यमियों ने वैश्विक स्तर पर अपनी काबिलीयत का लोहा मनवाया है और अब उनको राज्य के विकास पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे नौजवानों के लिए रोज़गार के नये दरवाज़े खुलने के साथ-साथ औद्योगिक विकास को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। भगवंत मान ने कहा कि उद्योगों की सुविधा के लिए आदमपुर, हलवारा और भीसियाना हवाई अड्डों से घरेलू हवाई उड़ानें शुरू करने की कोशिशें जंगी स्तर पर चल रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने से जहाँ एक तरफ़ नौजवानों के लिए रोज़गार के मौके पैदा होंगे, वहीं दूसरी तरफ़ राज्य के विकास में भी बड़ा योगदान पड़ेगा। भगवंत मान ने कहा कि राज्य में औद्योगिक विकास को तेज़ गति देने के लिए हर कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही राज्य भर में 20 समर्पित ग्रामीण औद्योगिक हब स्थापित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपतियों को अपनी औद्योगिक इकाईयाँ स्थापित करने में सहयोग देने के लिए यह हब आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ लैस होंगे। भगवंत मान ने इन औद्योगिक हबों में अपनी औद्योगिक इकाईयाँ लाने के इच्छुक उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग का भरोसा दिया और कहा कि राज्य सरकार पंजाब में औद्योगिक विकास को रफ़्तार देने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए अथक मेहनत कर रही है और इस काम के लिए कोई भी ढील नहीं छोड़ी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हाल ही में चेन्नयी, हैदराबाद और मुंबई का दौरा करके आए हैं और वहाँ के उद्योगपतियों को इस सम्मेलन में शामिल होने का न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि इन महानगरों के कारोबारी इस बात से हैरान थे कि पंजाब में औद्योगिक विकास की इतनी संभावनाएं हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार के यत्नों स्वरूप यह कारोबारी अब पंजाब में निवेश के लिए तैयार हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग और वाणिज्य को और गति देने के लिए राज्य सरकार ने पंजाब के लिए नयी औद्योगिक नीति बनाई है। उन्होंने कहा कि यह नीति उद्योगपतियों और अन्य सभी भाईवालों के साथ विचार-विमर्श के बाद बनाई गई है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के औद्योगिक विकास के लिए इस सम्बन्धित उद्योगपतियों के अन्य सुझावों का हमेशा स्वागत किया जायेगा।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान ने भी उद्योगपतियों के साथ अपने विचार सांझा किये और उनको राज्य सरकार की तरफ से पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया।
विचार-विमर्श सैशन के दौरान कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा, विधायक रमन अरोड़ा, शीतल अंगूराल, बलकार सिंह और इन्द्रजीत कौर मान, प्रमुख सचिव उद्योग दिलीप कुमार, सी. ई. ओ. इनवैस्ट पंजाब के. के. यादव, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव रवि भगत, अतिरिक्त सी. ई. ओ. इनवैस्ट पंजाब सन्दीप हंस, डिप्टी कमिशनर जसप्रीत सिंह, पुलिस कमिशनर कुलदीप चाहल और अन्य उपस्थित थे।