यूटीसीए और चंडीगढ़ पुलिस की अनूठी पहल – गली क्रिकेट टूर्नामेंट

यूटीसीए अध्यक्ष संजय टंडन के प्रस्ताव को डीजीपी ने दी मंजूरी

बच्चों और युवाओं को नशे से दूर रखने के लिये क्रिकेट जगायेगा उनमें उत्साह और खेल भावना

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : चंडीगढ़, बच्चों और युवाओं में नशे की बुराई से दूर रख कर क्रिकेट से जोड़ने के एक अनूठे प्रयास में यूटी क्रिकेट ऐसोसियेशन (यूटीसीए) और चंडीगढ़ पुलिस जल्द ही शहर में गली क्रिकेट टूर्नामेट की शुरुआत करने जा रहा है। यूटीसीए अध्यक्ष संजय टंडन ने शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस के डीजीपी प्रवीर रंजन को टूर्नामेंट की पूरी रणनीति का एक प्रस्ताव के रुप में तैयार कर उन्हें पेश सौंपा जिसे डीजीपी ने स्वीकृति दे दी। संजय टंडन ने बताया कि यूटीसीए गत महीनों से जमीनी स्तर पर इस टूर्नामेंट के आयोजन पर काम कर रहा था और समय समय पर चंडीगढ़ पुलिस के उच्चाधिकारियों से भी उन्हें प्रोत्साहन मिलता रहा। शुक्रवार को टूर्नामेंट का अंतिम स्वरुप तैयार कर चंडीगढ़ पुलिस का सपूर्द कर दिया गया है। डीजीपी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद डीएसपी – गुरमुख सिंह और चरणजीत सिंह यूटीसीए से आगे की कार्डिनेशन के लिये नियुक्त किया है। दोनों पक्षों की सहमति के अतंर्गत इस टूर्नामेंट में चंडीगढ़ पुलिस बीट को चार जोन में विभाजित किया जायेगा और टीमों का गठन पुलिस विभाग द्वारा ही किया जायेगा। टूर्नामेंट में 14 से 18 वर्ष के लड़के और नौवीं से बाहरवी कक्षा के बच्चों को खेलना के मौका दिया जायेगा।  मैच में प्रति पारी में दस ओवर्स खेले जायेंगें। अनुमानित डेढ़ सौ टीमों में दो हजार से भी अधिक बच्चों को क्रिकेट से जोड़ने का प्रयास किया जायेगा। आयोजन के दौरान मैच का करवाने, स्पोटर््स इक्यूपमेंट्स, मैदान, स्कोरर आदि प्रबंधनों का खर्च यूटीसीए उठायेगी। टूर्नामेंट में भाग ले रही टीमों का पंजीकरण अप्रैल में शुरु कर दिया जाएगा जिसके बाद चार फेस में लीग मैच मई में होंगे ।

उन्होंनें बताया कि इस आयोजन से न केवल युवाओं को नशे व अन्य बुराईयों से दूर रखा जा सकेगा बल्कि यूटीसीए के चयनकर्ताओं से सहयोग से चंडीगढ़ टीम को भी नई प्रतिभायें प्राप्त होंगीं। इस आयोजन से यूटीसीए आश्वस्त है कि 10 से 15 नई प्रतिभाओं की तलाश कर उन्हें कोचिंग देकर ग्रूम करेगा।