ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 26 जनवरी 2023 :
नोटः आज बसंत पंचम, श्रीपंचमी, सरस्वती/लक्ष्मी पूजन है। वागेश्वरी जयंती है। तथा भारत का 74 वॉ गणतंत्र दिवस है।
बसंत पंचम, माँ सरस्वती पूजन : बसंत पंचमी पर लोग देवी सरस्वती का उत्सव मनाते हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे अपने भक्तों को ज्ञान, ज्ञान और सौभाग्य प्रदान करती हैं । बसंत पंचमी एक वार्षिक हिंदू त्योहार है जो माघ के हिंदू महीने के पांचवें दिन मनाया जाता है। यह आमतौर पर जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में होता है।
श्रीपंचमी, माँ लक्ष्मी पूजन है: देवताओं और असुरों ने मिलकर मंदर पर्वत को मथनी और वासुकि नाग को रस्सी बनाकर समुद्र को मथना आरंभ किया तो सर्वप्रथम चंद्रमा के बाद लक्ष्मीजी प्रकट हुईं। माता लक्ष्मी ने भगवान विष्णु के वक्षस्थल का आश्रय लिया। इंद्र को स्वर्ग का राजपाट प्राप्त हुआ। दैत्यों ने तामस भाव से व्रत किया था तो वे ऐश्वर्य पाकर भी ऐश्वर्यविहीन रह गए। इस प्रकार इस व्रत के प्रभाव से संपूर्ण जगत फिर से श्रीयुक्त हो गया।
विक्रमी संवत्ः 2079,
शक संवत्ः 1944,
मासः माघ,
पक्षः शुक्ल पक्ष,
तिथिः पंचमी, प्रातः काल 10.29 तक है,
वारः गुरूवार।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः उत्तराभाद्रपद, सांय कालः 06.57 तक है,
योगः शिव अपराहन् काल 03.29 तक,
करणः बालव,
सूर्य राशिः मकर, चंद्र राशिः मीन,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः 07.16, सूर्यास्तः 05.51 बजे।