नेशनल यूथ डे पर एसडी कॉलेज ने स्टार्ट – अप फाउंडर्स के साथ इंटरैक्टिव सत्र का किया आयोजन
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 12 जनवरी :
सेक्टर – 32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल की ओर से वीरवार को एसडी एल्युमनी एसोसिएशन (एसडीएएसी) और नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) के सहयोग से कॉलेज के पीएमएल एसडी बिजनेस स्कूल में नेशनल यूथ डे मनाया गया। इस दौरान कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए स्टार्ट-अप संस्थापकों/सह-संस्थापकों और कॉलेज के पूर्व स्टूडेंट्स एकता चंडोक और रवि ग्रोवर द्वारा संचालित इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया।
जीजीडीएसडी कॉलेज सोसाइटी के प्रेसिडेंट प्रो.अनिरुद्ध जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया। अपने स्वागत संबोधन में उन्होंने कहा कि उज्ज्वल भविष्य बनाने में किस तरह युवा भूमिका निभाते हैं और तकनीकी, सामाजिक और आर्थिक योगदान के माध्यम से दुनिया को एक नए युग में ले जाते हैं। उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी के जीवन और शिक्षाओं के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल और पीएमएल एसडी बिजनेस स्कूल के डॉयरेक्टर डॉ.अजय शर्मा ने कहा कि भारत के युवाओं का महत्व डेमोग्राफिक डिवीडेंड के किसी भी पैमाने से कहीं अधिक है क्योंकि इसमें उभरती तकनीकी शक्ति, वैल्यू सिस्टम्स और एक बेजोड़ महत्वाकांक्षा है जो भारत के इतिहास में एक शानदार नया अध्याय लिखेगी। उन्होंने छात्रों को स्वामी विवेकानंद जी द्वारा साझा किए गए ज्ञान को पढ़ने, समझने और इसे ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित किया।
यंग अर्बन प्रोजेक्ट की सह-संस्थापक एकता चंडोक और आयु ब्लिस (न्यूट्रास्यूटिकल्स), आयू पे (फिनटेक), बिगबेरी मार्केटिंग हब (मार्केटिंग) और ट्रूवाइजरी वेव्स लिमिटेड (कंसल्टेंसी एंड एडवाइजरी) के सह-संस्थापक/संस्थापक रवि ग्रोवर कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता थे। उन्होंने बताया कि एक सफल उद्यमी बनने के लिए क्या आवश्यक है और कहा कि किस तरह से भारत के युवा नए भारत के लिए एक बेजोड़ एसेट हैं। उन्होंने छात्रों के बीच मौजूद कई इनोवेटर्स और एंट्रप्रेन्योर्स से बातचीत भी की। उन्होंने रोजमर्रा की समस्याओं को संबोधित करने वाले नए विचारों के महत्व के बारे में बताया और बताया कि किस तरह से एक अच्छा उद्यमी बना जा सकता है। इस कार्यक्रम के दौरान जीजीडीएसडी कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर की शुरुआत भी हुई। कार्यक्रम में 100 से अधिक स्टूडेंट्स ने भाग लिया।
अंत में डॉ.अजय शर्मा ने कार्यक्रम में आए वक्ताओं व अन्य अतिथियों का आभार व्यक्त किया।