शिव परिवार मूर्ति स्थापना के उपलक्ष्य में श्री शिव चरित्र एवं श्री राम कथा का आयोजन

चण्डीगढ़ :

श्री प्राचीन शिव मन्दिर सभा, सैक्टर 23 – डी, चण्डीगढ़ की और से शिव परिवार मूर्ति स्थापना के उपलक्ष्य में श्री शिव चरित्र एवम् श्री राम कथा का आयोजन 11 फ़रवरी से 19 फ़रवरी तक करवाया जा रहा है जिसमे डॉ. भागवत पराशर श्रद्धालुओं को कथा का अमृतपान करवायेंगे। मंदिर कमेटी के प्रधान राजीव करकरा व महासचिव गिरीश कुमार शर्मा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि आज दोपहर को कलश यात्रा के साथ कार्यक्रमों का शुभारम्भ हुआ। कथा रोजाना सायं 4.00 बजे से 7.00 बजे तक होगी जबकि महिला संर्कीतन मण्डली द्वारा रोजाना दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे तक भजन कीर्तन किया जाएगा। समारोह के अंत में मन्दिर में शिव परिवार की मूर्ति स्थापना 19 फरवरी दिन शनिवार को की जाएगी। बाद में अटूट लंगर भी बरताया जाएगा।

‘एक महिला का अधिकार है, वह बिकिनी पहनना चाहे, हिजाब पहनना चाहे’ प्रियंका गांधी वाड्रा

लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान प्रियंका से हिजाब विवाद को लेकर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा, ‘एक महिला का अधिकार है, वह बिकिनी पहनना चाहे, हिजाब पहनना चाहे, वह घूंघट लगाना चाहे, वह साड़ी पहनना चाहे या जींस पहनना चाहे। इसमें कोई राजनीति की बात नहीं है और ना ही होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘किसी को कोई अधिकार नहीं है कि वह किसी महिला से कहे कि तुम यह पहनो।’

  • प्रियंका वाड्रा की यही बात क्या स्कूल की लड़कियां भी मानेंगी?
  • क्या सरकार या विद्यालयों कोप अपने परिसरों में किसी भी यूनिफ़ार्म को पक्का करने का अधिकार नहीं है।
  • क्या हिजाब सभी मुस्लिम महिलाओं के लिए ज़रूरी नहीं है?

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :

प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा महिलाओं के अधिकारों का समर्थन करते हुए बिकनी, घूंघट और हिजाब के बारे में ट्वीट करके विवाद खड़ा करने के कुछ घंटों बाद, कांग्रेस नेता कुछ जवाबी हमले के लिए तैयार थीं। जब एक पत्रकार ने पूछा कि कर्नाटक के कॉलेजों में बिकनी पहनने के अधिकार की तुलना कैसे की जा सकती है, तो प्रियंका ने अपना आपा खो दिया और रिपोर्टर पर पलटवार करते हुए कहा कि कोई भी महिलाओं को यह नहीं बता सकता कि क्या पहनना है और कैसे पहनना है। यहां तक कि उसने पत्रकार पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या उसे यह कहने का अधिकार है कि वह अपना दुपट्टा हटा दे। कर्नाटक हिजाब विवाद पर एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान, कांग्रेस महासचिव ने कहा, “एक महिला को जो कुछ भी वह चाहती है उसे पहनने का अधिकार है, चाहे वह बिकनी हो, घूंघट हो, जींस की एक जोड़ी या हिजाब हो। किसी को भी उसे यह नहीं बताना चाहिए कि क्या है। पहनने के लिए।” अधिक

कर्नाटक के हिजाब विवाद का रंग उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर भी चढ़ता दिख रहा है। हिजाब को लेकर जारी विवाद के संदर्भ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को ट्वीट किया कि यह एक महिला का अधिकार है कि वह बिकिनी, जींस या हिजाब पहने या घूंघट निकाले। बाद में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के घोषणापत्र को जारी करने के लिए हुई प्रेसवार्ता में इसे लेकर हुए सवाल पर भी वह बेबाकी से अपने स्टैंड पर कायम रहीं। उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रियंका पर यह कहते हुए निशाना साधा कि वह हिजाब का समर्थन कर महिलाओं की स्वतंत्रता छीनने की बात कर रही हैं।

कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करने के मौके पर हुई प्रेसवार्ता में प्रियंका गांधी वाड्रा से सवाल हुआ कि ‘आप कह रही हैं कि चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाना चाहिए लेकिन आपने बुधवार सुबह हिजाब पर जो ट्वीट किया उससे विकास की धारा कहीं और मुड़ गई है?’ इस पर प्रियंका ने पलट कर सवाल किया कि क्या मैंने हिजाब पर बहस छेड़ी? फिर कहा कि एक महिला को अधिकार है कि वह बिकिनी पहनना चाहे या हिजाब पहनना चाहे या घूंघट काढ़े या साड़ी पहने या जींस। इसमें कोई राजनीति की बात नहीं है और न होनी चाहिए।’

इस पर उनसे फिर सवाल हुआ कि स्कूल या शैक्षिक संस्था में बिकिनी कहां से आ गई? जवाब में प्रियंका ने कहा कि आप गोलमोल करके कुछ भी कह सकते हैं। किसी को अधिकार नहीं है कि वह एक महिला से यह कहे कि वह क्या पहने। फिर उन्होंने सवाल पूछने वाले मीडियाकर्मी से तैश में कहा कि मैं आपसे कह रही हूं कि स्कार्फ उतारो। मीडियाकर्मी ने उनसे कहा कि मैं स्कूल में नहीं, प्रेस कान्फ्रेंस में हूं। इस पर प्रियंका ने कहा कि आप जहां भी हों, क्या मुझे आपसे यह कहने का अधिकार है? फिर बोलीं कि मुझे आपसे यह कहने का अधिकार नहीं है।

सत्ताधारी भाजपा की ओर से इस पर तत्काल प्रतिक्रिया आई। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पलटवार कर कहा कि ‘हिजाब का समर्थन करने वाली यह वही प्रियंका हैं जो उत्तर प्रदेश में लड़की हूं लड़ सकती हूं के नारे से यूपी की महिलाओं व बेटियों की आवाज बुलंद करने आई थीं पर यह दुखद है कि आज वह हिजाब का समर्थन कर एक समुदाय विशेष की महिलाओं की स्वतंत्रता छीनने की बात कह रही हैं। महिलाओं की स्वतंत्रता की बात करने वाली प्रियंका ने स्कूल-कालेज में हिजाब का समर्थन करके लोगों को बांटने और नफरत वाली राजनीति का भी समर्थन किया है। स्कूल में न घूंघट चलेगा और न हिजाब।’

हिमाचल महासभा, चण्डीगढ़ ने हिमाचल के मुख्यमंत्री के समक्ष प्रवासी हिमाचलियों को आ रही समस्याओं को रखा

चण्डीगढ़ :

हिमाचल महासभा, चण्डीगढ़ के एक शिष्टमण्डल द्वारा संस्था के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह प्रजापती के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चण्डीगढ़ प्रवास के दौरान सैक्टर 28 स्थित हिमाचल भवन में एक शिष्टाचारवश औपचारिक मुलाकात की। पदाधिकारियों ने उन्हें ट्राईसिटी में रह रहे प्रवासी हिमाचलियों को आ रही समस्याओं से अवगत करवाया तथा विशेषकर हिमाचल से बाहर रहने वाले प्रवासी हिमाचली भाईचारे के बच्चो को चिकित्सा के क्षेत्र में 85% कोटे की बहाली संबंधी मुद्दे पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। मुख्यमन्त्री ने समस्याओं व मांगों को पूरे ध्यानपूर्वक सुना और उनका स्थाई समाधान करने के लिए मौजूद शिष्टमण्डल को आश्वस्त किया। मौके पर मौजूद सदस्यों में संजीव कुमार, विनोद राणा, संजीव शर्मा, कपिल तथा विक्रण राणा ने मुख्यमन्त्री को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया।

The 24-week training of 600 recruits from 16 states begins at Basic Training Centre, Bhanu

  • Trainees will be given 24 weeks rigorous training to make them physically and mentally strong

 Panchkula, February 11 :

The 24 week training of 600 recruits from 16 states, including 76 mahila /recruits of 168th non-GD Batch commenced at Basic Training Centre of Indo-Tibetan Border Police Force, Bhanu, Panchkula .
 
Ishwar Singh Duhan, Inspector General, Basic Training Center, Indo-Tibetan Border Force was the chief guest at the opening ceremony. Sh. Rajesh Sharma, Deputy Inspector General welcomed the chief guest.  Sh. Vikrant Thapliyal Commandant and other officers were also present on this occasion.
 
These trainees will be given 24 weeks rigorous training on drill, weapon and map reading to make these trainees physically and mentally strong.  The non-GD new recruits are in the cadre of Clerk, Telecom, Water Carrier, Cook, Tailor, Cobbler, Barber, Washer man and Gardner etc. They play a vital role in the cadre strength of ITBP.  Apart from this training, special courses would also be conducted for these trainees in the coming time so that they can become proficient in their work.
 
Speaking on this occasion,  Ishwar Singh Duhan, Inspector General told the trainees that it is a matter of pride for them that they have joined  the Indo-Tibetan Border Police Force which  is the best among all the forces.  He said that the Basic Training Centre, Bhanu is the best training centre with all necessary facilities like Drill Ground, PT Ground, Swimming Pool, Weapon Wing and Tank Wing, Short and Long Firing Range etc. He conveyed his best wishes to all the trainees and hoped that they would be largely benefitted from this training programme.  

DC Mahavir Kaushik directed to ensure that all children in the age group of 0- 5 years in the district are administered polio drops

 

  • DC presided over the meeting of District Task Force for Pulse Polio National Immunization Day (NID) February 2022 round
  • The district has 70,603 children of 0-5 years which includes 41,775 in rural areas and 28,828 in urban areas
  • 509 fixed booths will be set and 30 mobile teams will be constituted by the Health Department

Panchkula, February 11:

Deputy Commissioner, Mahavir Kaushik directed to ensure that all children in the age group of 0 to 5 years in the district are administered polio drops during the Pulse Polio National Immunization Day (NID) February 2022 round to be held on February 27, 28 and March 1. The district has 70,603 children of 0-5 years which includes 41,775 in rural areas and 28,828 in urban areas.

        Mahavir Kaushik was presiding over the meeting of District Task Force for Pulse Polio National Immunization Day (NID) February 2022 round in Mini Secretariat here today.

        The Deputy Commissioner said that it is necessary to administer polio doses to the children so as to protect them from this dreadful disease. He directed that besides urban and rural areas, special focus should be given on children living in slums, brick-kilns, poultry farms and crasher zones so that no children in the age group of 0 to 5 years remain deprived of the polio dose. India has been declared polio free nation in the year 2014 by World Health Organization (WHO).
        He directed the BDPOs of all four blocks to conduct meetings with eminent persons of the concerned areas to create awareness among the general public of every village regarding mobilizing the children to give polio drops at nearest booths.  He also directed that the Anganwadi workers and helpers would create awareness among the parents visiting the Anganwadi Centres regarding polio days and ensure administration of hundred per cent polio drops to the 0-5 year beneficiaries.

It was informed in the meeting that 509 fixed booths would be set up by the Health Department at different places in the district to administer polio drops to the children, which include 341 in rural areas and 168 in urban areas. Apart from this, 30 mobile teams would also be formed for door-to-door coverage, he added.
House to house activity will be conducted in these slum areas of urban Panchkula under Covid-19 protocol Indira Colony, Rajiv Colony, Budanpur, Haripur, Abheypur, Fatehpur and  Kundi huts, Saketri huts, Bhainsa Tibba huts, Nada huts, Ashiyana Sector-19, 20, 28, 26, Pocket A and B, Industrial Area Phase-1 and 2 , Sector-19.

Among those present in the meeting included SDM Panchkula Richa Rathi, SDM Kalka Ruchi Singh Bedi, ACP Mamta Sauda, Tehsildar Punyadeep Sharma, Civil Surgeon Dr. Mukta Kumar, Deputy CMO Meenu Sasan, Dr. Shivani, Dr. Rajeev Narwal, DFSC Neeraj Sharma and other officials of the concerned departments.

हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाई कोर्ट के खिलाफ दायर याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज

सुबह लगभग 10:40 पर वरिष्ठ वकील देवदत्त कामत ने चीफ जस्टिस एन वी रमना की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच के सामने यह मामला रखा. कामत ने कहा, “हाईकोर्ट ने जो अंतरिम आदेश दिया है। वह संविधान के अनुच्छेद 25 यानी धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का सीधा हनन है। एक तरह से कोर्ट यह कह रहा है कि मुस्लिम छात्राएं हिजाब न पहनें, सिख छात्र पगड़ी न पहनें और दूसरे धर्मों के छात्र भी कोई धार्मिक वस्त्र न पहनें।” वरिष्ठ वकील ने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट आज ही या सोमवार को इस मामले को सुने। लेकिन चीफ जस्टिस तुरंत दखल देने पर सहमत नजर नहीं आए।

ड़ेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

कर्नाटक हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उच्च न्यायालय में सुनवाई जारी है। साथ ही शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि सही समय पर कोर्ट मामले में हस्तक्षेप करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह देख रहा है कि कर्नाटक में क्या हो रहा है और हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है। सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों से कहा कि इसे राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा न बनाएं और सुप्रीम कोर्ट सही समय पर हस्तक्षेप करेगा।

कर्नाटक के स्कूल एवं कॉलेजों में हिजाब पहनने पर रोक के खिलाफ दायर अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है। चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की बेंच ने कहा कि उचित समय पर हम इस अर्जी पर सुनवाई करेंगे। इसके साथ ही अदालत ने अर्जी दाखिल करने वालों को नसीहत दी है कि वे इस मामले को ज्यादा बड़े लेवल पर न फैलाएं। चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की बेंच ने याचिकाकर्ताओं से कहा कि वे इसे राष्ट्रीय मुद्दा न बनाएं। अदालत ने साफ तौर पर कहा कि इस मसले पर याचिकाकर्ताओं को हाई कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए, जहां सोमवार को एक बार फिर से सुनवाई होनी है।

अदालत ने कहा कि सही समय पर वह इस मसले पर सुनवाई करेगी। शीर्ष अदालत ने केस की सुनवाई करते हुए कहा, ‘हम देख रहे हैं कि कर्नाटक में क्या हो रहा है और मामला हाई कोर्ट में लंबित है।’ अदालत ने याचिकाकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे इस मामले को राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा बनाने से बचें। उचित समय पर शीर्ष अदालत की ओर से दखल दिया जाएगा। बता दें कि कर्नाटक हाई कोर्ट ने गुरुवार को अंतरिम आदेश देते हुए स्कूल और कॉलेजों में हिजाब पर बैन जारी रखने की बात कही थी। इसके साथ ही कोर्ट ने सोमवार को एक बार फिर से मामले की सुनवाई करने की बात कही है।

हाई कोर्ट के अंतरिम आदेश को ही चुनौती देते हुए कांग्रेस के नेता BV श्रीनिवास में उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की। अर्जी में उनकी मांग थी कि शीर्ष अदालत को इस अंतरिम फैसले पर रोक लगानी चाहिए।

गौरतलब है कि हिजाब को लेकर छिड़ा विवाद कर्नाटक के बाहर भी फैलने लगा है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों में हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन किए गए हैं। इन प्रदर्शनों में कहा गया है कि हिजाब चॉइस का मामला है और संविधान के तहत यह अधिकार है। ऐसे में इसके लिए अनुमति दी जानी चाहिए।

CSSEIP at Panjab University Organised One day Webinar organized

Chandigarh February 11, 2022 

            A One day Webinar was organised on 11-02-2022 by Centre for the Study of Social Exclusion and Inclusive Policy (CSSEIP) Panjab University, Chandigarh on the Topic “Educational Position of Muslim Community” under the Speaker Dr. Ali Abbas, Assistant Prof. Dept. of Urdu, Panjab University Chandigarh. The Welcome address was done by Prof. Ashok Kumar, Director – CSSEIP & Professor in Hindi, Panjab University.

            The session was moderated by Dr. Kanchan Chandan, teaching faculty, CSSEIP, Panjab University. The speaker discussed about the education system of Muslim community. The speaker started his lecture by talking about the situation of Muslim community in the context of education. He argued that Muslim community gives importance to education which is very significant for all. It is only education which can act as a way to self-emancipation. It is only education which can lead to improvement in mind set of the society. The speaker discussed about the education system of Muslim community. He talked about the ‘Madrassa’, the religious Islamic school. Here the Muslim children attained their basic education in their mother tongue like Urdu, Persian etc. After attaining the primary education into Urdu, due to their economic scarcity and incapability to understand the other languages like English, they drop out their school. He also discussed about the issue of corruption. He also discussed in detail various issues such as the issue of unity in diversity and changes seen in this since independence, secularism and many more. Only honest person can contribute in the development of the nation. We should not blame the government for not taking care of Muslim community. India is our country. We should respect and to love our country.

            Dr. Kanchan Chandan expressed her views by stating that the feeling of belongingness is required for our overall development. Dr. Kamala expressed her views. She suggests that we should implement the moral values in practice in our daily life Prof. Ashok Kumar, Director CSSEIP extended vote of thanks and concluded by concluded by Quoting Mahatama Gandhi’s line that we cannot change the world but we must be the change we want to see in the world.

International Day for Women and Girls in Science was organized at P U

Chandigarh February 11, 2022 

A webinar to celebrate International Day for Women and Girls in Science was organized at Panjab University, Chandigarh. The theme of the webinar “Mother-daughter duo in science” was introduced by Dr. Tammanna Sahrawat, Chairperson Centre for Systems Biology and Bioinformatics and Warden Kasturba Hall Girls Hostel, Panjab University. The invited speakers on the occasion were Prof. Vinod Bala Taxak, the first women emeritus scientist of MD University Rohtak and her daughter Dr. Avni Khatkar, who is working as Scientist at CSIR-NPL Delhi. Both laid emphasis on the demand of 21st century to promote equal contribution of women in the field of science, technology, engineering and mathematics.

Dr. Vinod Bala spoke about the crucial contribution of women in the growth of society and the vital role a mother plays to inculcate scientific temper in her child from an early age.

Dr. Avni shared how her mother has been a pillar of strength in her life and wind beneath her wings, which helped her to shape her successful career in science. The occasion was graced by Fellows of PU senate Prof. Sukhbir Kaur, former DSW (W) of PU and Dr. Jayanti Dutta, Deputy Director UGC-HRDC, PU, both of whom are themselves accomplished women of science. The event which hosted passionate and powerful women of science was called off with a vote of thanks by Dr. Tammanna.

PU Results

Chandigarh February 11, 2022 

This is to inform that the result of examination August, September & November  2021 (Golden Chance ) of the following courses have been declared/made public today.

1.            Bachelor of Optometry (B. Optom.) Part-II (Annual) Examination, November, 2021

2.            Certificate Add-on Course Semester , August 2021

3.            Bachelor of Commerce 6th Semester Examination, August 2021 (Golden Chance – Semester System)

4.            B.E. (Computer Science & Engg.) 3rd Semester Golden Chance Examination, September, 2021

5.            B.E. (Computer Science & Engg.) 6th Semester Golden Chance Examination, September, 2021

6.            B.E. (Computer Science & Engg.) 5th Semester Golden Chance Examination, September, 2021

7.            B.E. (Computer Science & Engg.) 2nd Semester Golden Chance Examination, September, 2021

8.            Bachelor of Commerce Third Semester , August 2021 (Golden Chance – Semester System)

The same can be seen at the respective Department/Colleges or Panjab University website.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर  युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं : चन्द्र मोहन

पंचकूला 11 फरवरी

हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चन्द्र मोहन ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में  बेरोजगारी से युवाओं का ध्यान भटकाने के लिए  मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर  युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं और बिना किसी नीति  निर्धारण के सरकार गुमराह करने में पारंगत और  निष्णात हो चुकी है।

चन्द्र मोहन ने कहा कि यह कैसी विडम्बना है कि  मुख्यमंत्री बार बार युवाओं को रोजगार के नाम पर जुमले बांटने ‌का काम कर रहे हैं और यही कारण है कि युवा आत्महत्या जैसा विभित्स कदम उठाने के लिए विवश और लाचार हैं। उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री ने राज्य सभा में एक सवाल के जवाब में बताया कि साल 2018-2020 के दौरान 25000 हजार से ज्यादा लोगों बेरोजगारी और कर्ज में डूबने के कारण ‌ आत्महत्या की। यह केन्द्र और राज्य सरकार का सबसे बड़ा जीवन्त उदाहरण है कि युवाओं के साथ छलावा किया गया है।

 वर्ष 2014 में 2 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार देने का वायदा करने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी बता सकते हैं कि पिछले 7 साल में कितने युवाओं को रोजगार दिया गया। इसके विपरित कोविड की भयावह  परिस्थितियों के कारण देश में लगभग 12 करोड़ लोगों का रोजगार चला गया और लोगों का वेतन कम हो गया जिससे वह मानसिक तनाव न सहने के कारण  आत्महत्या जैसा अकल्पनीय कदम उठाने के लिए विवश हो रहे हैं।

 उन्होंने कहा कि जब से हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है और बिना पर्ची और खर्ची नौकरी देने का झूठा आडम्बर किया उस की पोल खुल गई है। खट्टर सरकार का चेहरा बेनकाब हो गया है।  उन्होने कहा कि यह हरियाणा के युवाओं का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि कर्मचारी चयन आयोग द्वारा लिए गए अधिकतर पेपर लीक हो रहें हैं, जिसके कारण युवाओं की सरकारी नौकरी प्राप्त करने की चाहत लम्बी होने के साथ साथ उनकी आयु भी निकलती जा रही है।

 उन्होंने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के लिए इससे बड़ी विचित्र  स्थिति और क्या हो सकती है मुख्यमंत्री को तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी को नौकरी निकालने के लिए स्वयं ब्यान देना पड़ता है कि  इन श्रेणियों के लिए विभागों से 11 फरवरी तक रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसी लिए हरियाणा प्रदेश देश में बेरोजगारी में पहले  स्थान पर है और प्रदेश में हर चौथा युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहा है।

 चन्द्र मोहन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन को तुरंत अपने पद से हटाया जाए या उसे नैतिकता के आधार पर तुरंत अपना त्यागपत्र सौंप देना चाहिए  जिस प्रकार से गुजरात में केवल एक पेपर लीक होने पर अपनी जिम्मेदारी समझते हुए गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष  असित वोरा ने  9 दिसंबर 2021 को हैड क्लर्क की परीक्षा का पेपर  के लीक की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है।  उन्होंने मांग की है कि आज तक जितने भी पेपर लीक हुए हैं उन सभी की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो से करवाई जाए ताकि सरकार की पारदर्शिता का लबादा उतार कर उसे वास्तविकता का बोध करवाया जा सके।