विजीलैंस द्वारा डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेने के दोष अधीन पनग्रेन का इंस्पेक्टर गिरफ़्तार  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट

चंडीगढ़

पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने लुधियाना में तैनात पनग्रेन के इंस्पेक्टर कुनाल गुप्ता को 1,50,000 रुपए की रिश्वत लेने के दोष अधीन गिरफ़्तार किया है।  
 इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोषी इंस्पेक्टर को करतार सिंह एंड सन्ज़ राइस मिल के मालिक शिकायतकर्ता चरणजीत सिंह की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।  
 
 उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई कि दोषी इंस्पेक्टर ने पिछले सीजन के लिए धान की फ़सल आवंटन करने के बदले उससे और पारस राइस मिल के मालिक महेश गोयल से क्रमवार एक लाख रुपए और 50,000 रुपए की रिश्वत ली है।  
 शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि जिले के चार शैलर डिफॉल्टर होने के कारण बंद पड़े थे और उनके द्वारा शैलरों के धान की अलॉटमैंट का हिस्सा उसकी राइस मिल और महेश गोयल समेत 10 अन्य शैलर मालिकों में बाँटा जाना था।  
 प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायत में लगाए गए दोषों की पड़ताल के दौरान यह पाया गया कि पनग्रेन के इंस्पेक्टर ने शिकायतकर्ता और महेश गोयल (दोनों शैलर मालिक) से उनके शैलरों को धान की फ़सल अलॉट करने के बदले 1,50,000 रुपए की रिश्वत ली थी।  
 इस सम्बन्ध में दोषी इंस्पेक्टर कुनाल गुप्ता के खि़लाफ़ विजीलैंस ब्यूरो के थाना लुधियाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के अधीन एफ.आई.आर नंबर 16 तारीख़ 26-12-2022 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ़्तार कर लिया गया है।  
 मुलजिमों को कल स्थानीय अदालत में पेश किया जायेगा। इस सम्बन्धी अगली जांच जारी है।

मैथ एंड साइंस प्रतियोगिता में झलकी प्रतिभा

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 26 दिसंबर :

              राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मुकलान में राष्ट्रीय गणित दिवस पर मैथ एंड सांइस कंपीटिशन का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा छह से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर  भाग लिया। प्रतियोगिता के दौरान बच्चों ने विभिन्न मॉडल बनाते हुए साइंस व बारीकियों से अवगत कराया और महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामनुजन के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। स्कूल डीडीओ निशा ने बच्चों से आह्वान किया कि वे इस तरह की प्रतियोगिताओं में ज्यादा से ज्यादा भाग लें। इस तरह की प्रतियोगिताओं से बच्चों की छिपी प्रतिभा निखर कर सामने आती है।

              उन्होंने प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सज्जन कुमार, मोहिंद्र सिंह, हरिंद्र सिंह, मंजू शाह, राजबाला, अंजु, प्रेमलता सहित स्कूल स्टाफ के सभी सदस्य मौजूद थे।

सफाई कर्मचारी यूनियन ने प्रशासक के सलाहकार को रोष प्रदर्शन करने की दी चेतावनी।

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट

चंडीगढ़

13 गांव और मनीमाजरा की सफाई व्यवस्थता की जिम्मेवारी निजी कंपनी को दिए जाने के प्रस्ताव को सदन बैठक में मंजूरी दिए जाने के बाद से विवाद बढ़ता जा रहा है। अंसतोष सफाई कर्मचारी यूनियन ने सोमवार को प्रशासक के सलाहकार सहित सांसद, मेयर, गृह सचिव और निगम आयुक्त को नोटिस भेज कर आगामी 10 जनवरी को रोष प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
यूनियन के प्रधान कृष्ण कुमार चड्डा सहित प्रधान महासचिव जसबीर कुमार टांग ने निगम कार्यायल के बाहर प्रदर्शन किए जाने के बारे सूचित किया है। जिनकी मांग है कि प्रस्ताव को डेफर नहीं किया गया तो यूनियन अगली दिन आगे की रणनीति बनाएगी। नोटिस में कहा गया कि यूनियन शहर में  शहर में काम छोड़ हड़ताल पर भी जा सकती है।
22 दिसंबर को सदन बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया था। प्रस्ताव पारित होने से पहले तक यूनियन ने बकायदा अपना एक समारोह भी बुलाया था, जिसमें मेयर ने शिरकत कर यह कहकर आश्वस्त किया था कि प्रस्ताव को रद्द कराने का प्रयास किया जाएगा। सदन में एक पार्षद के सवाल पर मेयर ने आश्वस्त किया था कि किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी।
वहीं, सदन में प्रस्ताव होने के बाद विरोध के स्वर भी उठने शुरू हो गए हैं। दो दिन पूर्व एक संस्था ने इसके विरोध आवाज उठाई तो अब यूनियन भी मोर्चा खोलने के लिए तैयार हो गई हैं। ऐसे में निगम के लिए यूनियन को मनाना एक चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
वहीं, यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि नोटिस में वह सभी के संज्ञान में लाना चाहते है कि मनीमाजरा व  नगर निगम में आए 13 गांवों के सफाई कार्य का ठेका पिछले सप्ताह हुई हाउस की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया । मनीमाजरा एवं 13 गांवों के सफाई के कार्य को ठेके पर देने का विरोध लगातार पिछले तीन महीने से किया जा रहा है क्योंकि इससे सफाई कर्मचारियों का शोषण होता है। ठेकेदार द्वारा समय पर वेतन नहीं दिया जाता। नगर निगम व प्रशासन को इस सम्बंध में कई बार पत्र लिख चुके है सफाई के कार्य को ठेके पर ना दिया जाये बल्कि नगर निगम कर्मचारियों को अपने अधीन रखे ताकिकर्मचारियों का शोषण रुक सके और उन्हें समय पर वेतन मिल सके।

अंतर राष्ट्रीय पहलवान पूजा ढांडा के पिता अजमेर ढांडा ने झटके तीन पदक

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 26 दिसंबर :

            ताउ देवीलाल स्टेडियम गुड़गांव में गत दिवस संपन्न हुई 31वीं हरियाणा स्टेट मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अंतर राष्ट्रीय पहलवान पूजा ढांडा के पिता अजमेर ढांडा का बेजोड़ प्रदर्शन रहा।

            उन्होंने पांच हजार मीटर वॉक रेस में जहां पहला स्थान प्राप्त करते हुए गोल्ड पदक पर कब्जा किया, वहीं 1500 मीटर रेस व 200 मीटर रेस में कांस्य पदक प्राप्त कर अपने गांव व जिले का नाम रोशन किया। इसी उपलब्धि के आधार पर उनका चयन 14 फरवरी से कोलकाता में स्पोर्ट्स अथॉरिटी आफ इंडिया की ओर से होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में उनका चयन किया गया। वे हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए उक्त मुकाबले में भाग लेंगे। उनकी इस उपलब्धि पर हरियाणा एथलेटिक्स एसोसिएशन के महासचिव चरणजीत सिंह झाझयिा ने बधाई दी और विश्वास जताया कि वे नेशनल मुकाबले में भी इसी तरह बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हिसार का नाम रोशन करेंगे।

सरगम ए स्कूल में गायन व नृत्य प्रतियोगिता आयोजित


पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 26 दिसंबर :

            सरगम ए स्कूल ऑफ म्युजिक, सेक्टर 14 की ओर से गायन एवं नृत्य में हरियाणा से बेस्ट सिंगर व बेस्ट डांसर के अवार्ड हेतु ऑडिशन लिये गये जिसमें काफी स्कूलों से आये बच्चों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। बच्चों ने अपने हुनर से काफी तालियां बटोरी। इसके  अलावा एकल हरियाणवी नृत्य की प्रतियोगिता भी करवाई गई जिसमें प्रथम स्थान याशिका, द्वितीय स्थान खुशी व ज्योति तथा तृतीय स्थान रितिका ने प्राप्त किया। नारंग ल्युमिनियस से समाजसेवी जी.सी.नारंग मुख्यातिथि तथा अधिवक्ता मि. स्माईल विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित हुए।

            उन्होंने विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया व ऑडिशन में चयनित हुए बच्चों को प्रमाण पत्र वितरित किये। मुंबई से आये मि. हैरी और माहित ने डांसिंग में और निशा व साहिल ने गायन में निर्णायक की भूमिका निभाई। सरगम ए स्कूल ऑफ म्युजिक की डायरेक्टर पूनम सरगम ने उपस्थित सभी का धन्यवाद किया व कहा कि अभिभावकों के बिना बच्चे अपनी प्रतभा को अच्दे तरीके से निखार नहीं सकते इसलिये माता-पिता का सहयोग बेहद जरुरी है।  

विजीलैंस द्वारा रंगदारी मामले में फऱार महिला गिरफ़्तार  

राकेश शाह, डेमोक्रेटिक फ्रंट

चंडीगढ़

 पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज जबरन वसूली सम्बन्धी एक मामले में भोली नाम की महिला को गिरफ़्तार किया है, जोकि एक साल से अधिक समय से फऱार चली आ रही थी। बताने योग्य है कि उक्त महिला अपने साथियों, जो पुलिस कर्मचारियों की वर्दी पहन कर पैसे वसूल करते थे, उनके साथ मिलकर प्राईवेट व्यक्तियों को पुलिस केस दर्ज करने की धमकी देकर उनसे पैसे लूटने में शामिल थी।  
यह खुलासा करते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने जांच के बाद शिकायतकर्ता गुरदीप सिंह निवासी गाँव माड़ी बुच्चियाँ जि़ला गुरदासपुर की शिकायत पर विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर में 31-08-2021 को आइपीसी की धारा 388, 389, 411, 179, 171, 120-बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संबंधी कानून की धारा 7 के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था।  
शिकायतकर्ता ने दोष लगाया था कि मुलजिम ज्योति निवासी सिद्धवां दोना जि़ला कपूरथला और उसका साथी गुरप्रीत सिंह निवासी हाथी ख़ाना जि़ला कपूरथला ने उसकी वीडियो बना ली और अपने आप को सहायक सब-इंस्पेक्टर और पुलिस कॉन्स्टेबल बताकर उसे पैसे देने के लिए धमका रहे थे।  
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजिमों ने अपनी महिला साथी भोली निवासी वस्सल चक्क, जि़ला गुरदासपुर के साथ मिलकर उसका आधार कार्ड और क्रेडिट कार्ड वापस करने के बदले 4 लाख रुपए की माँग की थी। उसने आगे दोष लगाया कि उक्त दोषी पहले ही 5 हज़ार रुपए नकद और 30 हज़ार रुपए उसके क्रेडिट कार्ड के द्वारा निकलवा चुके हैं।  
प्रवक्ता ने आगे बताया कि उक्त मुलजिमों ने शिकायतकर्ता से इस सम्बन्ध में 50,000 रुपए की माँग की थी और विजीलैंस ब्यूरो ने उस समय पर उक्त दो व्यक्तियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में उपरोक्त मुलजिम महिला पिछले एक साल से अधिक समय से ठिकाने बदलकर अपनी गिरफ़्तारी से बच रही थी।  
जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि दोनों व्यक्ति पुलिस की वर्दी पहनकर प्राईवेट व्यक्तियों से पैसे लूटते थे और दोषी महिला इसमें उनकी मदद करती थी।

शहर की प्रगति के लिए सुझावों  के स्वागत से हुई नॉमिनेटेड पार्षदों की प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल से मीटिंग

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            चंडीगढ़ नगर निगम के नॉमिनेटेड पार्षदों आज चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल  से मुलाकात की ।  इनमें उमेश घई अनिल मसीह डॉ रमणीक  बेदी ,महेंद्र कौर ,  सतिंदर सिंह व गीता चौहान मौजूद रहे  ; गौरतलब है कि एक पार्षद देश से बाहर कि कुल नौ नॉमिनेटेड पार्षदों में से एक पार्षद देश  व एक शहर से बाहर होने के कारण इस मीटिंग में शामिल नहीं हो पाए।

            धर्मपाल ने कहा कि आप सभी शहर के सम्मानित सज्जन हैं व शहर के  लोगों से अपनी-अपनी तरह से जुड़े हुए हैं और आप शहर की प्रगति में मूल्यवान सुझावों से सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। प्रशासन आप से यही अपेक्षा करता है कि आप नगर निगम के सदन पर भी पॉजिटिव सकारात्मक भूमिका निभाएंगे।

सुसाइड नहीं हत्या थी सुशांत सिंह राजपूत की मौत? मॉर्चरी सर्वेंट ने किया हैरान करने वाला

            सुशांत के शव का पोस्टमार्टम करने वाले रूपकुमार शाह ने दावा किया है कि एक्टर का मर्डर हुआ था। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने सुशांत का शव देखा तो उन्हें ये आत्महत्या का मामला नहीं लगा।

सुशांत सिंह राजपूत

कोरल’पुरनूर’ डेमोक्रेटिक फ्रंट, मुंबई/चंडीगढ़ :

            सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले में कूपर अस्पताल के एक कर्मचारी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। कर्मचारी का दावा है कि वो सुशांत के पोस्टमार्टम के समय उसी जगह मौजूद था और जैसा कि उसने देखा उससे पता चल रहा था कि वो आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है।

            टीवी  को दिए इंटरव्यू में कूपर अस्पताल के कर्मचारी रूपकुमार शाह ने कहा, “हत्या और आत्महत्या में बहुत फर्क होता है। शव देखने के तुरंत बाद पता चल जाता है वो हत्या है या आत्महत्या है। सुशांत के गले में निशान थे। वह बिलकुल हत्या जैसा लग रहा था। बॉडी को मुक्के मारे गए थे, उस पर चोट के निशान थे। जो आदमी आत्महत्या करता है उसे चहरे पर पंच के निशान नहीं होते जैसे कि सुशांत के चेहरे पर थे।”

            एक्टर की मौत के करीब ढाई साल बाद रूपकुमार शाह नाम के शख्स की टिप्पणी ने सबको हैरान कर दिया है। रूपकुमार शाह का दावा है कि जब सुशांत का पोस्टमार्टम हुआ तो वह वहीं मौजूद थे। न्यूज एजेंसी एनएनआई से रूपकुमार शाह ने कहा कि वह इस बारे में पहले भी दो चैनलों से बात कर चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि, मैं इसलिए यह बोल रहा हूं क्योंकि मैं 14 और 15 जून को ड्यूटी पर था। काम कर रहा था। उसी दौरान एक वीआईपी बॉडी आई। वीआईपी बॉडी थी इसलिए ज्यादा लोग आए। हमने अपना काम चालू रखा। रात को करीब 11-12 बजे के आसपास सुशांत की बॉडी के पोस्टमार्टम का नंबर आया।“”

            शाह ने आगे, शव देखने के बाद पता चला कि यह तो सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी है। हमने देखा कि उनका शव अलग दिखा। उनका शव सुसाइड जैसा नहीं था। मैं तुरंत अपने सीनियर से बात करने गया और कहा कि सर ये अलग केस दिख रहा है। क्योंकि मुझे 28 साल का तजुर्बा है।साहब ने कहा, ‘हम इस पर बाद में बात करेंगे।

            शाह ने आगे कहा कि “मैंने देखा कि सुसाइड के शव में फांसी के बाद जो गले पर निशान होता है, जिसे हैंगिंग मार्क बोलते हैं वह सुसाइड जैसा नहीं था। वह कुछ अलग-सा था। इसके अलावा पैर और हाथ पर भी अलग-अलग तरह के निशान थे। वह बिल्कुल अलग थे। मैं अभी बता नहीं सकता।” बता दें कि एक्टर                   सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। उनकी मौत को आत्महत्या करार दिया गया था। इस मामले में अब तक जांच जारी है।

सुशांत सिंह राजपूत

            सीबीआई ने इसकी जांच खत्म कर अभी तक क्लोजर रिपोर्ट नहीं सौंपी है। मगर अब ये चौंकाने वाली खबर सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। सुशांत के फैन्स पहले भी इसे खुदकुशी नहीं मानते थे और अब उन्हें इसे खुदकुशी न मानने की एक और वजह मिल गई है।

कोविड -19 को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने डॉक्टरों व आई.एम.ए. के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता 

 एक इन्फोडेमिक को रोकने के लिए सटीक जानकारी करके कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने का आग्रह 

रघु नंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 26 दिसंबर :

            केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि “अलर्ट पर रहना और मास्क पहनने सहित कोविड से संबंधित उचित व्यवहार का पालन करना महत्वपूर्ण है, लेकिन एक इंफोडेमिक को रोकना और कोविड-19 पर केवल प्रामाणिक और सत्यापित जानकारी साझा करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।

            केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कोविड की रोकथाम और प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी साझा करता रहा है।  मैं सभी से केवल सत्यापित जानकारी तक पहुंचने और साझा करने का आग्रह करता हूं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज देश भर के लगभग 100 डॉक्टरों और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) के सदस्यों के साथ बातचीत के दौरान कही।डॉ मंडाविया ने डॉक्टरों और आई.एम.ए. के सदस्यों से कोविड-19 के बारे में प्रामाणिक जानकारी का प्रसार जारी रखने का आग्रह किया। आप कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई के दौरान हमारे राजदूत रहे हैं।  मैं आपके योगदान को महत्व देता हूं और स्वास्थ्य पेशेवरों के निस्वार्थ समर्पण और सेवा को सलाम करता हूं।  मैं आपसे आग्रह करता हूं कि कोविड-19 रोग और इसकी रोकथाम और प्रबंधन पहलुओं के विभिन्न पहलुओं पर जनता को शिक्षित करके एक इन्फोडेमिक को रोकने के लिए हमारे सहयोगी और राजदूत बनें।” 

            उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डॉक्टर इस लड़ाई में समर्पित होकर काम करना जारी रखेंगे, जैसा कि वे अब तक करते आ रहे हैं।डॉ.  मंडाविया ने प्रतिभागियों से अटकलों से दूर रहने और जनता के साथ केवल सटीक जानकारी साझा करने का आग्रह किया। 

उन्होंने कहा कि “हमारे नागरिक सलाह के लिए हमारे कोविड योद्धाओं की ओर देखते हैं और हाल ही में वैश्विक स्तर पर कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण, यह हमारे विशेषज्ञों की जिम्मेदारी बन गई है कि वे सही जानकारी साझा करें ताकि अफवाहों, गलत धारणाओं और बदले में, भय को रोका जा सके।।

            उन्होंने कोविड-19 डेटा,टीकाकरण कार्यक्रम और सरकारी प्रयासों की वर्तमान स्थिति के बारे में जागरूक करके नागरिकों में घबराहट की थोड़ी सी भी भावना को कम करने पर जोर दिया।  उन्होंने शालीनता के प्रति आगाह किया।  उन्होंने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने और कमजोर समूहों के लिए एहतियाती खुराक लेने का आग्रह किया। 

            उन्होंने जोर देकर कहा, केवल इसी तरह हम निरंतर सामूहिक प्रयासों के माध्यम से अब तक किए गए लाभों को संरक्षित करने में सक्षम होंगे।” कल प्रस्तावित मॉक ड्रिल के बारे में जानकारी देते हुए, डॉ. मंडाविया ने जोर देकर कहा कि इस महामारी के प्रबंधन के अपने पिछले अनुभव के आधार पर, हम कई अभ्यास कर रहे हैं, ऐसा ही एक मॉक ड्रिल है जो कल देश भर में होगा।  इस तरह के अभ्यास हमारी परिचालन तत्परता में मदद करेंगे, यदि कोई कमी है तो उसे भरने में मदद मिलेगी और इसके परिणामस्वरूप हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया मजबूत होगी।

            कोविड-19 की घटना के बाद से ही इसके खिलाफ हमारी लड़ाई में सबसे आगे रहने वाले डॉक्टरों और विशेषज्ञों ने माननीय की अध्यक्षता में समय पर होने वाली बैठकों की सराहना की। प्रधान मंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में योगदान देने पर सहमत हुए। माननीय प्रधान मंत्री के संदेश को आगे बढ़ाते हुए, डॉ. मंडाविया ने पिछले कुछ दिनों में कई बैठकों की अध्यक्षता की है, जिसका उद्देश्य सभी हितधारकों के सुझावों और विचारों पर विचार-मंथन के लिए एक मंच प्रदान करना है।

             बैठक में लव अग्रवाल, एएस, डॉ. अतुल गोयल, डी.जी.एच.एस., आई.एम.ए. सदस्य और प्रतिष्ठित डॉक्टर और विशेषज्ञ उपस्थित थे।

कोरोना से सिर्फ हाई रिस्क लोगों को एहतियात की आवश्यकता है : डॉ. गोडसे

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            पिछले 3 वर्षों से कोविड पर सटीक जानकारी भारतवासियों तक पहुंचा रहे यूएसए से इंटरनल  मेडिसन के एक्सपर्ट डॉ. रवि गोडसे  ने  चण्डीगढ़ के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एचके खरबंदा के साथ ऑनलाइन सेशन में बताया कि भारत में अभी कोरोना का खतरा ना के बराबर है। सिर्फ हाई रिस्क लोगों के लिए एहतियात की आवश्यकता है। आम जनता को पैनिक नहीं करना चाहिए। उन्होंने बताया कि बी 4 सेवेन  ओमिक्रोन का वैरीअंट फैलता तो बहुत जल्दी है, लेकिन वायरल लोड कम है।


            भारत की 90% से अधिक जनता को हर्ड इम्युनिटी के चलते विश्व के कई देशों में फैले कोविड-19 से डरने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज्ड लोगों में एहतियात बरतने की जरूरत जरूर है। डॉ. रवि गोडसे ने बताया कि विश्व भर में कोविड कई नई दवाइयां आ चुकी हैं जिन्हें अभी भारत सरकार ने मान्यता नहीं दी है। इम्यूनोकॉम्प्रोमाइज्ड कंडीशन में ये दवाइयां काम करती हैं। भारत सरकार को बिना देरी किए हाई रिस्क मरीजों को बचाने के लिए इन नई दवाओं पर पॉलिसी बनाने की आवश्यकता है।