श्री ब्राह्मण सभा, चण्डीगढ़ ने मालवीय एवं वाजपेई का जन्म महोत्सव मनाया

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            श्री ब्राह्मण सभा, चण्डीगढ़ द्वारा भगवान परशुराम भवन सैक्टर 37 में दीप प्रज्वलन और स्वस्तिवाचन तथा सरस्वती वंदना के उपरांत भारत रत्न महामना मदनमोहन मालवीय एवं भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का जन्म दिवस महोत्सव मनाया गया और तुलसी दिवस पर औषधीय गुणों से युक्त तुलसी के पौधे का पूजन किया गया। गुरु गोबिंद सिंह जी के शहजादों के महान बलिदान को भी सम्मान एवं संवेदनापूर्वक याद किया गया।


               इस बड़े दिन को विभिन्न क्षेत्रों से विशेष आमंत्रण पर एकत्रित हुए गणमान्य विद्वानों के अनुभवयुक्त विचारों से पिरोए हुए व्यक्तव्यों द्वारा संचालित किया गया। मध्य प्रदेश के छत्तीसगढ़ क्षेत्र से आई विदुषी निधि वाजपेई ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई व्यक्ति नहीं, विचार हैं। वे जीवन नहीं, संस्कार हैं। पंजाब विश्वविद्यालय से शिक्षित युवा शिवम जोशी ने अपनी स्वरचित कविता सुनाकर उपस्थित श्रोताओं में एक अद्भुत जोश की लहर उत्पन्न कर दी। गुरुद्वारा श्री सिंह सभा सेक्टर 37से पधारे हेड ग्रंथी ज्ञानी गुरजिंदर सिंह ने जहां बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक तथा सनातन धर्म के सर्व श्रेष्ठ ध्वजा धारक महामना मदनमोहन मालवीय और उच्च आदर्शों एवं मूल्यों पर आधारित शुद्ध राजनीति स्थापित करके भारत का विकास करने वाले सर्वप्रिय अटल बिहारी वाजपेई के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी वहीं उन्होंने  गुरुगोबिंद सिंह जी के महान सपूतों शहजादों के बलिदान के बारे में विस्तार पूर्वक ऐतिहासिक जानकारी देते हुए बताया कि कैसे हिंदू धर्म की रक्षा और देश के लिए गुरुतेग बहादुर जी और गुरुगोबिन्द सिंह जी ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने ये महाबलिदान अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए किया। ऐसे बलिदानियों को भला कैसे कोई भूल सकता है।


               हिंदी और संस्कृत के विद्वान प्रोफेसर डॉ रमा कांत अंगरिश जिन्होंने देश विदेश का भ्रमण करते हुए उचित शिक्षा का प्रचार प्रसार किया तथा विभिन्न पुस्तकें लिख कर समाज को उत्तम दिशा देने का प्रयास किया उनके विचार श्रोताओं ने बड़ी उत्सुकता से सुने। उनके अपने व्यक्तिगत संस्मरण भी ध्यानपूर्वक सुने।
               कश्मीर संघर्ष समिति के सदस्य और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक डॉक्टर वेद व्यास कुचरु के विचार भी लोगों को सुनने का अवसर मिला। चंडीगढ़ और पंचकुला में गुरुकुल विद्यालय की उद्देश्य पूर्ण आधारशिला रखने के लिए प्रयत्न रूपेण कार्यरत आचार्य स्वामी प्रसाद जी ने बताया कि वे महामना मालवीय और अटल बिहारी वाजपेई के व्यक्तित्व से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने नौकरी छोड़ कर समाज सेवा में पदार्पण किया और संस्कृति शिक्षा के लिए गुरुकुल चलाने का निर्णय लिया।


                पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के हिंदी विभाग से सेवा निवृत्त और संस्कृत तथा हिंदी साहित्य के विद्वान प्रोफेसर डॉ जय प्रकाश को विशेष रूप से सुनने के चंडीगढ़, मोहाली, पंचकुला और पिंजौर से श्रोतागण आए हुए थे। जब मंच का संचालन करते हुए श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ के प्रधान यश पाल तिवारी ने प्रोफेसर जय प्रकाश का आदरपूर्वक संक्षिप्त परिचय देते हुए उन्हें उनके उद्बोधन के लिए आमंत्रित किया तो पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। प्रोफेसर जय प्रकाश ने बताया कि उनके पूज्य पिता जी और महामना मालवीय जी का बहुत निकटतम संबंध रहा। पिता जी के साथ बचपन में वे भी मालवीय जी के पास जाया करते और उनकी ज्ञान वर्धक बातें बड़े ध्यान से सुना करते थे। अध्यापन के क्षेत्र में ही कार्यरत रहकर प्रोफेसर साहब ने अपने जीवन का अधिक काल खंड बिताया और अनेक विद्यार्थियों का मार्ग निर्देशन किया। डॉक्टर जय प्रकाश जी ने अनेक पुस्तकें तथा कविताएं भी लिखीं। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के हिंदी विभाग में आज भी उनका नाम सम्मानपूर्वक लिया जाता है। संस्कृत में एम ए करने के बाद जब उन्होंने नौकरी करने के लिए सोचा तो उनके एक अत्यंत निकटतम शुभचिंतक ने परामर्श दिया कि नौकरी तो मिल ही जायेगी पहले पीएचडी करो और चंडीगढ़ आ जाओ। इस प्रकार उन्होंने संस्कृत और हिंदी साहित्य की सेवा में समर्पित भाव से अथक कार्य किया। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने जो ऊंचाइयां अर्जित की उन सबका उल्लेख किया जाना संभवतः बहुत कठिन है।

            स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी और महामना मदनमोहन मालवीय जी का स्वर्णिम इतिहास इस बात का साक्षी है कि दोनों ही उच्च कोटि के विद्वान और भारतीय साहित्य के महान ज्ञाता हुए हैं इसलिए सभी आदरणीय वक्ताओं को अखिल भारतीय गायत्री परिवार के संस्थापक परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्री राम शर्मा जी आचार्य द्वारा रचित वांग्मय देकर और गायत्री मंत्र वाले वस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। 

सुस्त जीवनशैली युवाओं में बढ़ा रही हृदय संबंधी बीमारियां

  • स्वस्थ भोजन, व्यायाम, तनाव कम कर और धूम्रपान छोड़ कर दिल से जुड़ी बीमारियों से बचें: डॉ. बाली
  • एक्यूट हार्ट अटैक वाले मरीजों का 90 मिनट के अंदर प्राथमिक एंजियोप्लास्टी से इलाज किया जाना चाहिए: डॉ. बाली
  • ‘संरक्षित पीसीआई उपचार हृदय रोगियों के लिए दुनिया भर में अनुशंसित है जहां सर्जरी और एनेस्थीसिया नहीं किया जा सकता’: डॉ. एचके बाली


डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 26 दिसंबर:

            सुस्त जीवनशैलीके कारण भारत में हृदय रोगों में तेजी से वृद्धि हो रही है, विशेष रूप से युवाओं में। हालांकि, अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर दिल से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है, जिसमें स्वस्थ भोजन करना, व्यायाम करना, तनाव कम करना और धूम्रपान छोडऩा शामिल है’, यह कहना है हृदय रोग विशेषज्ञ व चेयरमैन, कार्डिएक साइंसेज, पारस हॉस्पिटल डा. एच.के. बाली का जो की हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एचसीसीआई) द्वारा ‘टेकिंग केयर ऑफ योर हार्ट’ विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे।


            ‘लगभग 25 साल पहले, यह देखा गया था कि पीजीआईचंडीगढ़ में दिल का दौरा पडऩे पर दाखिल होने वाले 10 प्रतिशत लोग 40 साल से कम उम्र के थे। हालांकि, अब यह प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है और अधिक से अधिक युवाओं को हृदय रोग हो रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग एक सुस्त जीवनशैलीजी रहे हैं, जो उनमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा जैसी जीवन शैली की बीमारियों को बढ़ा रहा है’, डॉ बाली ने कहा।


            हृदय से संबंधित बीमारियों से बचने के उपायों के बारे में बताते हुए, डॉ. बाली ने आगे कहा कि स्वस्थ हृदय और स्वस्थ जीवन के लिए जीवनशैली से जुड़ी इन बीमारियों के साथ-साथ दिल से संबंधित बीमारियों के कारणों को भी नियंत्रित किया जाना चाहिए। ‘लोगों को संतुलित आहार खाना चाहिए और ट्रांस-फैट से बचना चाहिए। लोगों को रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम या जॉगिंग या योग करना चाहिए। इसके अलावा, दैनिक जीवन में तनाव को कम किया जाना चाहिए ताकि हृदय से संबंधित बीमारियाँ जो जि़ंदगी में लंबा समय तंग कर सकती हैं उनसे बच जा सके’।


            डॉ बाली ने आगे कहा कि 35 साल की उम्र के बाद लोगों को पूरे शरीर की व्यापक स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए, ताकि अगर कोई बीमारी पकड़ में आती है तो उसए तुरंत ठीक किया जा सके।


            डॉ बाली ने कहा कि इन दिनों मरीजों के इलाज के लिए नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जो तेजी से ठीक होने और मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है। च्च्जिन रोगियों को हृदय की कोरोनरी धमनी का गंभीर रोगहै, एक साथ कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं और उनके बाएं वेंट्रिकुलर गंभीर डिसफंक्शन हैं, उनका भी अब सुरक्षित रूप से इलाज किया जा सकता है। अधिक बीमारियों के कारण ऐसे रोगी पहले सर्जरी या एंजियोप्लास्टी नहीं करवा सकते थे। इन रोगियों, जिनके पास कोई विकल्प नहीं था, अब इम्पेला नाम का एक बहुत ही छोटा सा एक पंप का उपयोग करके सुरक्षित रूप से इलाज किया जा सकता है। यह पंप गैर-सर्जिकल तरीके से ग्रोइन आर्टरी से डाला जाता है और इन गंभीर रूप से बीमार रोगियों में एंजियोप्लास्टी प्रक्रिया को पूरी तरह से सुरक्षित बनाता है। हमने पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई अत्यधिक उच्च जोखिम वाले रोगियों का सुरक्षित इलाज किया है।

 
            डॉ बाली ने आगे कहा कि एक्यूट हार्ट अटैक वाले रोगी का प्राथमिक एंजियोप्लास्टी के साथ इलाज किया जाना चाहिए और अवरुद्ध धमनी को 90 मिनट के भीतर खोला जाना चाहिए क्योंकि प्रत्येक गुजरते मिनट के साथ हृदय की अधिक मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। ‘यदि एक दम कम समय में प्राथमिक एंजियोप्लास्टी नहीं की जा सकती है, तो थ्रोम्बोलाइटिक उपचार का उपयोग करना उचित है और दिल का दौरा पडऩे के बाद पहले घंटे में इन ‘क्लॉट बस्टर्स’ दिवाईओं का उपयोग करने पर सबसे अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं।’


            डॉ बाली ने आगे कहा कि बुजुर्ग और जिन्हे एक से अधिक गंभीर रोग हैं उनके लिएवाल्व रिप्लेसमेंट के लिए ओपन हार्ट सर्जरी उपयुक्त नहीं है, लेकिन अब, एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट की नवीनतम गैर-सर्जिकल तकनीक – टीएवीआई (ट्रांस कैथेटर एओर्टिक वाल्व इम्प्लांटेशन) उपचार उपलब्ध है जिसमें सर्जरी कर रोगी की छाती को खोलने की आवश्यकता नहीं है।

राष्ट्रीय ताइकवांडो प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी सभी प्रतिभागियों को ट्रैक सूट देंगे प्रदीप शर्मा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,  चंडीगढ़ – 26 दिसंबर

            चण्डीगढ़ ताइक्वांडो एसोसिएशन ने तीन दिवसीय कैंप नार्थरिज इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 46 में लगाया जिसमें ग्रैंड मास्टर ललित टिरकी (अंतरराष्ट्रीय जज और मुख्य कोच, इंडियन ताइक्वांडो नैशनल टीम), प्रेम कुमार एवं सुभाष ठाकुर भी उपस्थित रहे। कैंप में  मुख्यातिथि शिवकुमार (द्रोणाचार्य अवार्डी, बॉक्सिंग कोच), महासिंह और सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा व नौशाद अली भी शामिल हुए।प्रदीप शर्मा ने कहा कि वह उन सभी प्रतिभागियों को अपनी तरफ़ से ट्रैक सूट देंगे जो राष्ट्रीय ताइकवांडो प्रतियोगिता में भाग लेंगे। इसके अलावा चण्डीगढ़ में ताइक्वांडो को आगे बढ़ाने के लिए उनकी सेवाएँ आगे भी उपलब्ध रहेंगी। एसोसिएशन के प्रधान एलआर नैयर, महासचिव पवन कुमार एवं आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी राजेश सिंह नेगी भी यहाँ मौजूद रहे।

भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वाले लाखों हरियाणवियों का तहेदिल से धन्यवाद- हुड्डा

  •          यात्रा का पहला चरण तो सिर्फ टीजर था, ट्रेलर और पूरी फिल्म दूसरे चरण में दिखाएंगे- हुड्डा
  •          भारत जोड़ो यात्रा में खुद के बनाए रिकॉर्ड को खुद ही तोड़ेगा हरियाणा- हुड्डा
  •          जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक उठाने के लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध- हुड्डा
  •          सड़कों में गड्ढे देखे हैं लेकिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पहली बार गड्ढों में सड़क ढूंढ़नी पड़ी- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता,  चंडीगढ़ – 26 दिसंबर

            राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के हरियाणा में पहले चरण की कामयाबी से उत्साहित कांग्रेस ने लोगों का आभार जताया है। आज विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरूआत से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में हुड्डा ने यात्रा में शामिल होने के लिए लोगों का धन्यवाद किया और पहले चरण को कामयाब बनाने के लिए विधायकों की मेहनत को सराहा। उन्होंने कहा कि फिरोजपुर झिरका से फरीदाबाद और दिल्ली बॉर्डर तक लाखों की तादाद में लोग यात्रा का हिस्सा बने। लोगों के उत्साह को देखकर लगता है कि पहला चरण तो सिर्फ टीजर था, ट्रेलर और पूरी फिल्म तो दूसरे चरण में देखने को मिलेगी। हरियाणा पिछले चरण में बनाए खुद के रिकॉर्ड को दूसरे चरण में खुद ही तोड़ेगा। उन्होंने तमाम विधायकों और कांग्रेसजनों को विधानसभा सत्र के बाद दूसरे चरण की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए।

            भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। यात्रा में उठाए गए मुद्दों को विधानसभा में भी उठाया जाएगा। राहुल गांधी ने हरियाणा में बॉन्ड पॉलिसी के खिलाफ आंदोलनरत मेडिकल विद्यार्थियों, पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग कर रहे कर्मचारी प्रतिनिधियों, आर्थिक संकट की मार झेल रहे MSME संचालकों और पूर्व सैनिकों समेत कई नागरिक संगठनों से मुलाकात की। अगले चरण में भी किसानों समेत अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधि राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।

            यात्रा के दौरान सभी भारत यात्रियों ने खस्ताहाल सड़कों पर हैरानी जाहिर की थी। सड़कों के इस मुद्दे को आज कांग्रेस की तरफ से विधानसभा में उठाया गया। विधायक आफताब अहमद और मामन खान ने सरकार से सड़कों की हालत सुधारने की मांग की। इस पर बोलते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सड़कों में गड्ढे अक्सर देखने को मिलते हैं। लेकिन पहली बार गड्ढों में सड़कें ढूंढनी पड़ी। मेवात और फरीदाबाद में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश से यात्री और नेता आए थे। लेकिन सभी ने जर्जर सड़कों का जिक्र किया। सड़कों की अनदेखी करके सरकार ने पूरे देश में हरियाणा की छवि खराब करवाई है। इतना ही नहीं यात्रा वाले इलाकों में बिजली भी काटी गई।

यूनाइटेड सिख्स ने चार साहिबजादों की स्मृति में ‘गलवक्ड़ी’ का आयोजन किया

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, लुधियाना – 26 दिसंबर :

              एक अंतरराष्ट्रीय एनजीओ, यूनाइटेड सिख्स ने आज यहां सराभा नगर किप्स मार्किट में चारों साहिबजादों के जीवन और शहादत को याद करने के लिए ‘इतिहास नाल गलवक्डी’ कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में पंजाब के सभी क्षेत्रों के श्रोताओं ने हिस्सा लिया। 

              कार्यक्रम में स्कूलों सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राएं भी शामिल हुए। लोगों ने प्रश्नोत्तर सत्र में उत्साह से भाग लिया और सिख इतिहास के बारे में अधिक से अधिक प्रश्नों का सही उत्तर देने के लिए उनमें होड़ लगी थी। 

लगभग एक माह तक चलने वाले कार्यक्रम में, यूनाइटेड सिख्स के स्वयंसेवकों ने पूरे पंजाब के कस्बों, शहरों व गांवों में प्रश्नोत्री नामक एक बहुविकल्पीय प्रश्नों की किताब का वितरण किया था।

              प्रतिभागियों ने यूनाइटेड सिख्स की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस किताब से उन्हें सिख इतिहास को और गहराई से जानने का अवसर मिला। आभार व्यक्त करते हुए, कई प्रतिभागियों ने कहा कि उनके परिजनों ने एक दूसरे को ‘साखियां’ बताने और संबंधित प्रश्नों के उत्तर पूछने के लिए एक साथ बैठना शुरू कर दिया है।

सवालों के सही जवाब देने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार दिए गए।

              संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध संगठन की वैश्विक पहल और सेवा से प्रभावित होकर, कई युवाओं ने यूनाइटेड सिख के स्वयंसेवकों के रूप में पंजीकरण करने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरे। लोगों ने ‘मानव जाति को एक के रूप में पहचानने’ के सिद्धांत की भी सराहना की और संगठन को विश्व स्तर पर मानवता की सेवा जारी रखने में मदद करने के लिए मासिक दसवंध और दान दिया।

              यूनाइटेड सिख्स लुधियाना के निदेशक अमृतपाल सिंह ने कहा, “इसका उद्देश्य चार साहिबजादों के जीवन और शहादत के बारे में जानना है, जिसके लिए वे खड़े हुए थे। साथ ही, इसका मकसद  हमारे धर्म के इतिहास को गहरे स्तर पर सीखने की आदत डालना भी है।”

              यूनाइटेड सिख्स के निदेशक अमित सिंह ने कहा, “यह कार्यक्रम हमारे मौजूदा सामुदायिक शिक्षा और सशक्तिकरण विकास (सीईईडी) कार्यक्रम का हिस्सा है, जो सिख इतिहास के इस महत्वपूर्ण चरण के बारे में लोगों को प्रश्नोत्तर के रूप में सीखने पर आधारित है। लोगों, विशेष रूप से नई पीढ़ी को चढ़दी कला की खोज के लिए सिखी के वास्तविक मूल्यों को समझने हेतु सिख इतिहास के बारे में सीखना चाहिए।”

एम टी वी फेम  रणविजय संघा व प्रतीक सचदेव जायका पसंद युवाओं के लिए  लाये हैं 

  • हडसन चॉपस्टिक – दी ट्रू चाइनीज फ़ूड

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ 26 दिसंबर :

            रणविजय सिंघा के साथी और दोस्त प्रतीक सचदेव ने भारत में  सही मायने में चायनीज फ़ूड  के शौकीनों के  लिए  लाये सही विकल्प ।

            प्रतीक का कहना है चाइनीज फूड को लेकर खासकर युवाओं में जबरदस्त क्रेज दिख रहा है. ये मंचूरियन, नूडल्स और चाउमीन खूब पसंद कर रहे हैं. हम अपने  रेस्टोरेंट  में ट्रू चाइनीज  फूड की  अच्छी वैरायटी और स्वाद मुहैया करवा रहा है, इसीलिए  तो   सिर्फ एक साल में ही यूथ की पहली पसंद बन गया है. प्रतीक का कहना है कि पिछले 1 वर्ष में 40 करोड़ रुपए की टर्नओवर से एनसीआर  एरिया में हडसन चॉपस्टिक चाइनीस फूड की श्रंखला में लीडिंग ब्रांड बन चुका है ।

            पिछले साल में   हडसन चॉपस्टिक , दिल्ली , सेक्टर 24 गुड़गांव सेक्टर 83 सैफायर  , ग्रेटर कैलाश  , राजौरी गार्डन ,  रोहिणी ,  पटेल नगर  , द्वारका  , नोएडा उद्योग विहार ,  पुणे ,  लखनऊ  , फिनिक्स , शाहजहांपुर  , वसंत कुंज ,  कारकडूम  सेक्टर 104 ,  नोएडा  सेक्टर 62  में उपलब्ध हैं।

            गुरुग्राम में आज नए आउटलेट की ओपनिंग सेरेमनी में मौजूद रहे प्रतीक सचदेव देव ढींगरा निखिल मुखी व दीपिका सिहाग

पंचकूला झुग्गियों में गुज़र बसर कर रहे जरूरतमंदों को बांटे 150 कंबल

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकूला – 26 दिसंबर :

            विश्वास फाउंडेशन ने आज 150 गर्म कंबल ठण्ड के बचाव हेतू बाँटे। यह कंबल पंचकूला सेक्टर 14, सेक्टर 4 व सेक्टर 5 में तरपाल से बनी झुग्गिओं में  रह रहे जरूरतमन्द को वितरित किए गए। कम्बल मिलते ही सभी के चेहरे खिल उठे। नर सेवा ही नारायण सेवा है। जरूरतमंदों की मदद में सदैव कार्य करना परम् धर्म है। विश्वास फाउंडेशन सदैव लोगो की सेवा में लगी रहती है।

            विश्वास फाऊंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास व उपाध्यक्ष साध्वी शक्ति विश्वास जी की मौजूदगी में बांटे गए। इस कंबल वितरण में उनके साथ संस्था के अनुयायी प्रदूमन बरेजा व पूनम बरेजा भी उपस्थित रहे। असहायो पर सबकी दया नही होती बल्कि भगवान की जिसपर कृपा होती है वही इस तरह के पुन्य कार्य करते हैं। जिसका कोई सहारा नहीं होता उसका भगवान ही सहारा होता है।

शहीद उधम सिंह  का 125 वां जन्म दिन मनाया गया

संदीप सैनी,डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 26 दिसंबर :

            आज पंचकूला कम्बोज सभा द्वारा शहीद उधम सिंह चौक(सेक्टर 5/11 चौक) पर शहीद उधम सिंह  का 125 वां जन्म दिन मनाया गया। इस अवसर पर जेजेपी जिला पंचकूला के शहरी जिला अध्यक्ष ओपी सिहाग ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की । 

            सिहाग ने शहीद उधम सिंह की प्रतिमा पर पुष्प भेंट करते हुए कहा कि भारतवर्ष के इन वीर शहीदों के बलिदान की वज़ह से आज हम खुली हवा में साँस ले रहे हैं। उधम सिंह ने जलियांवाला बाग में निर्दोष लोगों का खून बहाने वाले अंग्रेजी शासक के वहशी जनरल डायर  से हजारों  किलोमीटर दूर इंग्लैंड जाकर बदला लिया,ऐसी मिशाल दुनियाभर में कहीं नहीं मिलती। इस प्रोग्राम में इतिहासकार प्रोफेसर  जुनेजा द्वारा विस्तार से शहीद उधम सिंह की जीवनी बारे प्रकाश डाला गया। 

            इस अवसर पर नगर निगम पंचकूला के पार्षद राजेश निषाद, वरिष्ठ नेता के सी भारद्वाज, भाजपा के वरिष्ठ नेता उमेश सूद, पार्षद जय कौशिक, रंजीत सिंह कम्बोज, जगदीश भगत सिंह,पंचकुला कम्बोज सभा के प्रधान रविन्द्र कम्बोज, मशहूर उद्घोषक जयभगवान कम्बोज,प्रोग्राम के मुख्य आयोजक मनमोहन कम्बोज,सीता कम्बोज, हीरामन वर्मा सहित काफी संख्या मे गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

बाबा बालक नाथ जी की भव्य चौकी का आयोजन

  • पंजाबी गायकों ने एक से बढक़र एक भजन गाकर किया भक्तों को निहाल
  • भगवान की भक्ति का अर्थ संकटों को नाश: बाबा तजिंदर पाल सिंह

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, जीरकपुर – 26 दिसम्बर : 

            जो मनुष्य भगवान की भक्ति करता है उसे संकटों को सामना नही करना पड़ता।  यह बात बाबा बालक नाथजी के भव्य चौकी के दौरान बाबा तजिंदर पाल सिंह ने जीरकपुर स्थित लौहगढ में उपस्थित श्रद्धालुओं से कही। इस अवसर पर बाबा तजिंदर पाल सिंह जी के सानिध्य में बाबा बालक नाथजी की चौकी सजाई गई।

            इस अवसर पर जाने माने पंजाबी गायक करन कुमार और  चन्नी, मुकेश इनायत व एंकर हेमंत वालिया, एक्टर सोनू प्रधान, पंजाबी गायक जगपाल संधू तथा द लॉयस बाऊसर के मालिक शर्मा भी उपस्थित थे जिन्होंंने बाबा बालक नाथ जी के दरबार में माथा टेका और बाबा जी का आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर गायकों ने बाबा बालक नाथ के सुंदर भजनों से उपस्थित श्रद्धालुओं को समां बांधा।

            चौकी का आयोजन बाबा तजिन्दर पाल सिंह द्वारा किया गया । बाबा बालक नाथ जी की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई साथ ही धूना प्रचण्ड व ज्योत प्रचण्ड की गई। और चौकी आरम्भ की गई।

            इस अवसर पर बाबा तजिन्दर पाल सिंह ने श्रद्धालुओं को बाबा बालक नाथ जी के जीवन पर प्रकाश डाला और उनकी पावन महिमा का गुणगान किया और श्रद्धालुओं के दुखों के निवारण के उपाय बताएं। जबकि  संकीर्तन में भक्तों व आयोजन में शामिल हुए पंजाबी गायकों ने एक से बढक़र एक भजन गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

            इस अवसर पर संगत के श्रद्धालु हरदीप पासी व अन्यों ने बताया कि बाबा बालक नाथजी की चौंकी हर रविवार को सुबह भक्तों के लिए आयोजित की जाती है जिसमें पूरे देश के विभिन्न कोनों से संगत आती है और अपनी जीवन की अलग अलग समस्याओं से निजात पाती है। उन्होंने बताया कि यहां पर चौकी में बाबा बालक नाथजी को किसी प्रकार का चढ़ावा निषेध है तथा दूर दर्राज के क्षेत्रों से माथा टेकने व अपनी मुरादों को पूरा करने वाले जरूरतमंद लोगों की उनके आने जाने का खर्चा भी दिया जाता है जिसके लिए कुछ नियम बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि जो श्रद्धालु पूरे विश्वास के साथ चौंकी में आते हैं वे अपनी मांगी मुरादों को पूरा होते देखते हैं।

चौकीं के समापन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।

संत हमेशा प्रभु के एहसास में ही जीवन को जीते हैं : सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो – 26दिसम्बर :

            संतों का प्रेम तो समस्त संसार के लिए ही होता है। संत किसी से भेदभाव नहीं करते। वह तो हमेशा ही निरंकार प्रभु के एहसास में जीवन जीते हैं। संत सदैव प्रभु की सच्चाई की आवाज को सभी तक पहुंचाने का निरंतर प्रयास करते है  कि इस प्रभु परमात्मा से जुड़ जाओ और अपने जीवन को सफल बनाओ। 

            यह उदगार सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने गुरुग्राम में हुए सत्संग में उपस्थित विशाल मानव परिवार को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। माता जी ने फरमाया कि संतो का  दिल तो हमेशा निरंकार परमात्मा के एहसास में लगा रहता है कि इसी ने हर समय हमारे साथ रहना है।

            यही परमात्मा है जो हमारे जन्म लेने से पहले भी था और हमारे न रहने के बाद भी रहेगा। यहां सभी भक्तजन निरंकार से नाता जोड़ने के लिए इस सत्संग में एकत्रित हुए हैं कि यदि कोई जुड़ाव में कमी भी है तो सत्संग के द्वारा उस कमी को पूरा किया जाए। भक्त अपने आपको जब इस सत्संग से जोड़ लेता है तब हमारा ध्यान भी निरंकार में लगा होता है और केवल भक्तों की मधुर वाणी ही हम सुनते हैं। इंसान के जीवन में रूहानियत और इंसानियत संग संग रहेगी तो जीवन सफल होगा। जितना हम परमात्मा के करीब होते जाएंगे उतने ही इंसानियत के गुण हमारे जीवन में आते रहेंगे। मन भी इस इलाही निरंकार के साथ जुड़कर ओर भी पाक साफ होता चला जाएगा। ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति से खत्म होगी भटकन।सतगुरु ने फरमाया कि आत्मा द्वारा मोक्ष की प्राप्ति संभव है। उसके उपरांत ही जीवन की भटकन खत्म हो पाएगी।

            सतगुरु माता जी ने सचेत किया कि यदि जीते जी ही प्रभु से नाता नहीं जुड़ा तो जीवन की दिशा भी सही नहीं होगी और भटकन भी होगी। जीते जी संत महात्माओं का संग हो जाता है, इस ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति हो जाती है तो जहां जीवन में भटकन खत्म होती है वहीं मोक्ष मिलता है। अतः इस परमात्मा को जीवन में प्राप्त कर मोक्ष की प्राप्ति संभव है। जीते जी ही इस अंधकारमय जीवन को परमात्मा की रोशनी से प्रकाशमय कर लो। किसी उलझनो में नहीं फंसना है बल्कि अपने जीवन को सफल करते जाना है। जीवन के उतार-चढ़ाव के बावजूद भी एक बहुत ही सहज और स्थिर जीवन जिया जा सकता है। जाति  पाती, पहरावा आदि छोटी-छोटी बातों से जब मन उठ जाता है तो फिर हर एक में यही परमात्मा दिखता है। सभी इंसान फिर सर्वश्रेष्ठ नजर आते हैं क्योंकि सभी में ही परमात्मा है और इसी परमात्मा का सभी में वास है। फिर दिल से सभी के भले की ही प्रार्थना की जाती है। बिना किसी भेदभाव के दिल से यह जुड़ाव होगा। जब परमात्मा से प्यार हो गया तो हम स्वयं ही प्यार बन गए फिर सभी से प्यार ही होगा। फिर आसान हो जाएगा कि अलग-अलग दिखने वाले इंसान भी अपने ही नजर आएंगे और सभी को स्वीकार करने की भावना मन में आ जाएगी।एक घर का उदाहरण देते हुए माता जी ने समझाया कि घर के सभी सदस्यों के स्वभाव अलग-अलग होते हुए भी वो प्यार से रहते हैं और अपनत्व के भाव से एक दूसरे को स्वीकार करते हैं। इसी तरह परमपिता परमात्मा के साथ ही संसार में अपनत्व के भाव से जिया जाता है। ऐसे मनुष्यों को संसार और समाज के लिए वरदान रूप कहा जाता है। सतगुरु माता जी ने कहा कि विश्वास हर रिश्ते के लिए जरूरी है। यदि इस परमात्मा से प्रेमाभक्ति रूपी प्यार नहीं, इसके प्रति विश्वास नहीं तो फिर हम ज्ञानी भक्त भी नहीं कहला सकते। भक्ति तभी संभव है जब विश्वास के साथ, बिना किसी भय के, प्यार से प्रभु भक्ति की जाए। यही ब्रह्मज्ञानी संतो का जीवन होता है।

            यह प्यार किसी परिस्थिति की वजह से कम या ज्यादा नहीं होगा बल्कि रुह का रूह से प्रेम होगा।उन्होंने कहा कि क्रिसमस का दिन है, ईसा मसीह जी लॉर्ड जीसस की शिक्षाओं की बात होती है। यही भाव कि संत तो सदा ही परोपकारी होते हैं। संत कुछ लोगों के लिए नहीं पूरे संसार के भले के लिए ही आते हैं। उनसे हमें यह प्रेरणा मिलती है की है की हम हर एक से प्यार, सत्कार, हर एक के प्रति दया करुणा की शिक्षा लें।आप जी ने फरमाया कि सेवा सिमरन सत्संग से जुड़ते हुए पूरा वर्ष बीत गया। आने वाले वर्ष में भी प्रयास करें कि हम अपने जीवन में कुछ ओर बेहतर बन सके और निखार डाल सकें। सदैव रहने वाले परमात्मा के साथ जुड़कर हर समय जुड़ाव होगा तो निखार बढ़ता रहेगा।

            निरंकारी राजपिता रमित जी सत्संग समारोह में मुख्य मंच पर सतगुरु माता जी के साथ उपस्थित रहे और सभी को दर्शन देकर आशीर्वाद प्रदान किया। इस सत्संग कार्यक्रम का स्वरूप समागम जैसा ही विशाल था।