एचएयू में दो दिवसीय ‘शहरी खेती एक्सपों एवं पुष्प उत्सव 2022’ का शुभारंभ

वीसी प्रो. काम्बोज बोले: फूल प्रकृति द्वारा दिए गए सबसे खूबसूरत उपहारों में से एक हैं

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार :

                        फूल प्रकृति द्वारा हमें दिए गए सबसे खूबसूरत उपहारों में से एक हैं। फूल न केवल अपनी सुंदरता व सुगंध के कारण महत्वपूर्ण हैं बल्कि हमारे पर्यावरण को संतुलन बनाए रखने में सहायक है। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने व्यक्त किए। वे विश्वविद्यालय में आयोजित ‘शहरी खेती एक्सपों एवं पुष्प उत्सव 2022’ के श्ुाभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

            उन्होंने कहा सुबह सुबह फूलों को देखने से सारा दिन अच्छा गुजरता है और नई उर्जा व सकारात्मक सोच उत्पन्न होती है। प्रो. काम्बोज ने कहा कि आने वाले समय में खेती करने लायक जमीन कम हो रही है इस समस्या से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने खेती की कई नई तकनीकें और पद्वतियां इजाद की है। शहरी खेती इनमें से प्रमुख है। शहरी खेती घर के बाहर किसी छोटे से बगीचे में की जा सकती है, छत पर की जा सकती है, कमरे के अंदर वर्टिकल गार्डन भी बनाए जा सकते हैं। शहरी लोग हाइड्रोपोनिक सिस्टम व एरोपोनिक सिस्टम से बिना मिट्टी के किचन गार्डनिंग कर सकते है। कमरे के अंदर भी एलईडी लाइट से सब्जियां उगाई जा सकती हैं। वर्टिकल खेती, हाइड्रोपोनिक्स विधि के लिए कम जगह व बिजली की जरूरत होती है।


                        मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि मनमोहक नजारे का लुत्फ उठाने के लिए शहरवासी बढ़-चढ?र हिस्सा ले रहे हैं । इस फ्लॉवर शो में सैंकड़ों किस्म की फूलों की प्रजातियां शोभा बढ़ा रही हैं। लोगों का खासतौर पर स्कूली बच्चों का रूझान बहुत ज्यादा है।

आम जनता के लिए प्रात: 9 बजे से सांय 5 बजकर 30 मिनट तक एग्री टूरिज्म सेंटर को खोला जाएगा। इसके बाद 21 दिसंबर से फूलों की बिक्री की जाएगी जिसमें लोग मनपसंद के फूलों की खरीदारी भी कर सकेंगे। कार्यक्रम में विजेता प्रतिभागियों को शो के समापन अवसर पर सम्मानित किया जाएगा।

            उन्होंने बताया कि इस दौरान स्कूल व कॉलेज विद्यार्थियों के लिए अलग-अलग मेहंदी रचाओ प्रतियोगिता होगी। ऑन स्पॉट ड्राइंग एवं पेंटिंग प्रतियोगिता भी होगी जिसमें पहली से पांचवी, छठी से आठवीं, नौवीं से बारहवीं और कॉलेज गु्रप शामिल किए जाएंगे। साथ ही पौधों के लिए व्यक्तिगत स्पर्धा होगी जिसमें गमले में लगे गुलदाउदी, पत्ते वाले, गेंदे, फे्रश फ्लॉवर सजाना आदि होगा।